आचार संहिता

महाराष्ट्र में शिथिल हुई चुनाव आदर्श आचार संहिता

राहत, विकास कार्य शुरू होंगे मुंबई : मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस के आग्रह पर चुनाव आयोग ने राज्य में सूखा और अकाल जैसी स्थिति से निपटने हेतु राहत कार्य के लिए चुनाव आदर्श आचार संहिता शिथिल करना मंजूर कर लिया है. अब महाराष्ट्र शासन एवं राज्य के तमाम स्वशासी निकायों, ग्रामपंचायतों, निगमों,नगर परिषदों और नगर पालिकाओं को अपने क्षेत्र में सूखा राहत और अन्य सड़क निर्माण आदि विकास के कार्य आरंभ करना संभव हो गया है. मुख्यमंत्री फड़णवीस ने इसके लिए चुनाव आयोग को पत्र लिख कर राज्य में सूखे और अकाल जैसी स्थिति का हवाला दिया था. उन्होंने चुनाव आयोग को बताया कि राज्य की सभी 48 लोकसभा सीटों पर मतदान पूरे हो चुके हैं. लेकिन राज्य में चुनाव आचार संहिता लागू होने के कारण उपरोक्त स्थिति से निपटने में बाधा आ रही है. ज्ञातव्य है कि राज्य में 29 अप्रैल को चौथे चरण के मतदान के साथ ही सभी 48 लोकसभा सीटों के चुनाव संपन्न हो चुके हैं. लेकिन राज्य में चुनाव की आदर्श आचार संहिता लागू होने के कारण अकाल और सूखा जैसे हालात से पीड़ित क्षेत्रों में कोई राहत अथवा विकास कार्य आरंभ करना कठिन हो गया था. इस कारण मुख्यमंत्री फड़णवीस ने भारत के चुनाव आयोग से आदर्श आचार संहिता शिथिल करने का निवेदन किया था, जिसे चुनाव आयोग ने मान्य कर लिया है. आदर्श आचार संहिता शिथिल हो जाने के बाद अब महाराष्ट्र में पीड़ित क्षेत्रों में आधारभूत संरचना दुरुस्त करने का काम शुरू करना संभव हो जाएगा. इसके अंतर्गत जल संकट दूर करने के लिए बोरवेल, हैडपम्प लगाने, जलापूर्ति योजनाओं को दुरुस्त करने, नहरों, जलाशयों की देखभाल के साथ ही अन्य योजनाओं को लागू करना संभव हो जाएगा. इसके तहत अब विभिन्न विभागों की वार्षिक योजनाओं को कार्यान्वित करने के लिए सभी उपाय करना संभव हो जाएगा. इनमें अस्पतालों में आधारभूत सुविधाएं, सडकों के रुके काम, पंचायतों के विभिन्न विकास कार्य भी आरंभ करना संभव हो जाएगा.
नृशंस

ऊंची जाति के लोगों के साथ खाया खाना, गवांनी पड़ी जान

नई दिल्ली : उत्तराखंड के देहरादून में एक नृशंस वारदात सामने आई है. दलित युवक को ऊंची जाति के लोगों के साथ बैठकर खाने पर अपनी जान गंवानी पड़ी. पीड़ित परिवार का आरोप है कि शादी समाराोह के दौरान ऊंची जाति के लोगों के साथ युवक ने खाना खा लिया था, जिसके बाद युवक की जमकर पिटाई गई. घायल युवक को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसने दम तोड़ दिया. पीड़ित परिवार के सदस्य जितेंद्र दास ने बताया है कि उसके (मृतक) ऊपर 26 अप्रैल को नैनबाग तहसील क्षेत्र में ऊंची जाति के लोगों ने पीट कर बुरी तरह से जख्मी कर दिया. जिसके तुरंत बाद इलाज के लिए उसे स्थानीय सामुदायिक चिकित्सा केंद्र ले जाया गया. हालात गंभीर होने की वजह से उसे तत्काल प्रभाव से श्री महंत इंद्रेश हॉस्पिटल रेफर किया गया. यहां उसने 28 अप्रैल को इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. अंग्रेजी दैनिक टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, युवक की मौत के बाद परिजन और ग्रामीण पोस्टमार्ट के लिए लाए गए शव को रखकर अस्पताल के बाहर धरने पर बैठ गए. मृतक की बहन पूजा दास के अनुसार, उसके भाई पर हमला एक शादी के दौरान हुआ. उसने बताया, 'हमारे कजिन की शादी थी. मेरे भाई ने गलती कर दी कि जहां ऊंची जाति के लोग खाना खा रहे थे, उस काउंटर से उसने खाना लिया और उनके आगे वाली कुर्सी पर बैठकर खाने लगा. इसके बाद ऊंची जाति के लोग बोले कि ये नीची जाति का हमारे साथ नहीं खा सकता. खाएगा तो मरेगा.' उसने बताया कि मेरा भाई घर में कमाने वाला अकेला था. अब हम क्या करेंगे? वहीं अब आरोपी केस वापस लेने की धमकियां दे रहे हैं. इधर, धरने पर बैठे परिजनों और ग्रामीणों का कहना है कि वह मुख्यमंत्री आवास तक विरोध करने के लिए मार्च निकालेंगे. इस संबंध में रविवार को भारी संख्या में अस्पताल के बाहर पुलिस बल तैनात किया गया है.
ऑनर किलिंग

महाराष्ट्र में ऑनर किलिंग : परिवार ने बेटी-दामाद को जिंदा जलाया

पिता और अन्य रिश्तेदारों ने दिया अंजाम मुंबई : अहमदनगर जिला मुख्यालय से 60 किलोमीटर दूर निगहोज गांव में एक महिला और उसके पति को उसके पिता और अन्य रिश्तेदारों ने आग लगा कर महिला की जान ले ली. जबकि महिला का पति बुरी तरह झुलस कर अस्पताल में भर्ती है. बताया जाता है कि उनका परिवार दोनों की शादी से नाखुश था. घटना की जानकारी स्थानीय पुलिस ने आज सोमवार को दी. कमरे में बंद कर आग लगा दी प्राप्त जानकारी के अनुसार मायके आई महिला के पिता रामा भारतीय, उसके चाचा सुरेंद्र कुमार और मामा घनश्याम रानेज ने दोनों को एक कमरे में बंद कर दिया और 1 मई को आग लगा दी. पड़ोसियों ने चीख-पुकार सुनकर दोनों को बचाया और पुलिस को सूचित किया. सभी आरोपी भागने में कामयाब रहे. एक समाचार एजेंसी के अनुसार एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि रविवार को पुणे के अस्पताल में महिला की मौत हो गई. महिला का पति 40 प्रतिशत तक झुलस गया और अस्पताल में भर्ती है. ऑनर किलिंग : 1 मई की वारदात समाचार एजेंसी के मुताबिक पुलिस ने घटना को ऑनर किलिंग का मामला बताया है. पारनेर तहसील के निरीक्षक विजय कुमार बोत्रे ने कहा कि मंगेश चंद्रकांत राणासिंह (23) और उसकी पत्नी रुक्मिणी भारतीय (23) को आग लगा दी, क्योंकि अलग जाति के होने के बावजूद दोनों ने शादी की थी. उन्होंने बताया कि निगहोज गांव में 1 मई को हुई थी. ऑनर किलिंग के इस मामले के सामने आने से सम्पूर्ण अहमदनगर जिले में लोग सकते में आ गए हैं. बोत्रे ने बताया, 'निर्माण क्षेत्र में काम करने वाले श्रमिक राणा सिंह और रुक्मिणी ने परिवार वालों की इच्छा के खिलाफ जाकर शादी की थी. इस साल 28 अप्रैल को वह अपने अभिभावकों से मिलने निगहोज गांव आई थी. 1 मई को मंगेश उसे अपने गांव ले जाने के लिए आया था. उसी दिन यह वारदात को अंजाम दिया गया.'
गोगोई

चीफ जस्टिस गोगोई को क्लीन चिट, यौन उत्पीड़न के आरोप खारिज

नई दिल्ली : जस्टिस बोबड़े की अध्यक्षता वाली 3 सदस्यीय पीठ ने सोमवार को चीफ जस्टिस रंजन गोगोई के खिलाफ लगे यौन उत्पीड़न के आरोपों को खारिज किया है. सुप्रीम कोर्ट की पूर्व महिला कर्मचारी ने सीजेआई के खिलाफ 19 अप्रैल को लगाए आरोपों में कहा था कि सीजेआई ने पहले उनका यौन उत्पीड़न किया, फिर उन्हें नौकरी से बर्खास्त करवा दिया. इन आरोपों की जांच के लिए जस्टिस एस.ए. बोबड़े की अगुवाई में आतंरिक जांच कमेटी का गठन किया गया. जस्टिस बोबड़े ने इस कमेटी में जस्टिस एन.वी. रमन और जस्टिस इंदिरा बनर्जी को शामिल किया था. आतंरिक जांच कमेटी ने शिकायताकर्ता महिला को नोटिस जारी किया था. इससे बाद महिला ने इस कमेटी को एक लेटर लिखा था. इस लेटर में महिला ने कहा था, "बिना किसी वजह के और मेरी बात सुने बिना ही मेरे चरित्र को नुकसान पहुंचाया गया. कहा गया कि मेरे खिलाफ आपराधिक मामले हैं. ऐसी खबरें पढ़ने के बाद मैं भयभीत हो गई हूं और असहाय महसूस कर रही हूं." न्यायमूर्ति बोबड़े को भेजे पत्र में शिकायतकर्ता महिला ने इन आरोपों के बारे में उससे पूछताछ के लिए समिति में शीर्ष अदालत की एक ही महिला न्यायाधीश न्यायमूर्ति इन्दिरा बनर्जी के शामिल होने पर सवाल उठाते हुए कहा है कि यह विशाखा प्रकरण के दिशानिर्देशों के अनुरूप नहीं है. महिला का कहना है कि विशाखा प्रकरण में शीर्ष अदालत के फैसले में प्रतिपादित दिशा निर्देशों के अनुासार कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच के लिए गठित समिति में महिलाओं का बहुमत होना चाहिए. एक अधिकारी के अनुसार इस शिकायतकर्ता ने समिति के समक्ष पेश होते वक्त अपने साथ एक वकील लाने और समिति की कार्यवाही की वीडियो रिकार्डिंग का अनुरोध किया है, ताकि जांच में जो कुछ भी हुआ उसके बारे में किसी प्रकार का विवाद नहीं हो. अधिकारी ने बताया कि इस पत्र में महिला ने प्रधान न्यायाधीश द्वारा शनिवार को दिए गए बयानों पर भी चिंता व्यक्त की है, जब वह न्यायमूर्ति अरुण मिश्रा और न्यायमूर्ति संजीव खन्ना के साथ बैठे थे. शिकायतकर्ता महिला ने की थी निष्पक्ष जांच की मांग अंग्रेजी अखबार द इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, सुप्रीम कोर्ट की पूर्व कर्मचारी ने कमेटी से कहा कि 'मैं सिर्फ यह कह रही हूं कि सुनवाई के दौरान आप मेरे डर और आशंकाओं को ध्यान में रखें. मैंने काफी कुछ झेला है. मुझे पता है कि मेरे पास कोई पद या स्टेटस नहीं है. आपके सामने रखने के लिए मेरे पास सिर्फ सच है, मुझे न्याय तभी मिलेगा, जब मेरे मामले की निष्पक्ष सुनवाई होगी. महिला ने कहा है कि इस मामले की जांच विशाखा गाइडलाइन्स के साथ की जानी चाहिए. महिला ने अपने लेटर में वित्त मंत्री अरुण जेटली की टिप्पणी पर भी चिंता जताई. उन्होंने लिखा कि एक वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री के ब्लॉग में भी मेरी आलोचना की गई, इन घटनाओं से मैं काफी डरी हुई हूं और तनाव महसूस कर रही हूं.'
हेट स्पीच

हेट स्पीच : मोदी, शाह सुको के कटघरे में, चुनाव आयोग भी लपेटे में

सुनवाई बुधवार 8 मई को - चुनाव आयोग ने पीएम मोदी के खिलाफ पांच शिकायतों पर फैसला लेते हुए सभी मामलों में उन्हें क्लीन चिट दे दी थी. - कांग्रेस का चुनाव आयोग पर भी आरोप है कि चुनाव आयोग भाजपा नेताओं के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रहा है. नई दिली : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के हेट स्पीच मामले में सुप्रीम कोर्ट बुधवार, 8 मई को सुनवाई करेगा. कांग्रेस ने पीएम मोदी और अमित शाह के हेट स्पीच मामले में चुनाव आयोग द्वारा मिले क्लीन चिट को चुनौती देने के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी. जिसपर सुप्रीम कोर्ट अब 8 मई को सुनवाई करेगा. चुनाव आयोग पर भी उठाए सवाल याचिका में कांग्रेस ने चुनाव आयोग पर भी सवाल उठाए हैं. उनका आरोप है कि चुनाव आयोग बीजेपी नेताओं के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रहा है. कांग्रेस नेता और वकील अभिषेक मनु सिंघवी और कांग्रेस सांसद सुष्मिता देव ने कोर्ट से कहा कि इस मामले में जल्द कार्रवाई के लिए चुनाव आयोग को निर्देश जारी किए जाए. चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की अगुआई वाली बेंच ने वरिष्ठ अधिवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी द्वारा दायर याचिका पर संज्ञान लिया. शाह के विरुद्ध भी शिकायत सुष्मिता देव ने पीएम मोदी और अमित शाह पर आचार संहिता के उल्लंघन के लिए चुनाव आयोग को सुनवाई का निर्देश देने की अर्जी दी थी. सुष्मिता देव के मुताबिक पीएम मोदी और अमित शाह अपने चुनावी भाषणों में लगातार हेट स्पीच का सहारा ले रहे हैं. चुनाव आयोग ने मोदी को दी थी क्लीन चिट चुनाव आयोग ने पीएम मोदी के खिलाफ पांच शिकायतों पर फैसला लेते हुए सभी मामलों में उन्हें क्लीन चिट दे दी थी. नरेंद्र मोदी, अमित शाह और बीजेपी नेताओं के भाषणों में लगातार भारतीय सेनाओं के जिक्र को लेकर कुछ दिन पहले ही कांग्रेस नेताओं ने चुनाव आयोग से शिकायत की थी.
सुप्रीम कोर्ट

फैसले को सुप्रीम कोर्ट से ही निरस्त कराने पर आमादा ईपीएफओ

बेईमानी की इंतहा : कर्मचारी भविष्य निधि (ईपीएफ) पर केरल हाईकोर्ट के फैसले के विरुद्ध सुप्रीम कोर्ट में दायर प्रतिवाद खारिज हो जाने के बाद कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) अब सुप्रीम कोर्ट के ही हाथ बांधने की कोशिश करने चला है. पिछले 2 मई को सुप्रीम कोर्ट इस पेंशन विवाद से संबंधित देश भर के अनेक मामलों पर अंतिम सुनवाई करने वाला था. लेकिन इसी बीच ईपीएफओ ने इसकी सुनवाई आगामी अक्टूबर-नवंबर तक टालने के लिए आवेदन किया. हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने ईपीएफओ के अनुरोध को ठुकरा दिया है. लेकिन यह स्पष्ट किया कि 2 मई के बजाय सुप्रीम कोर्ट इन मामलों पर फैसला ग्रीष्मावकाश के बाद जुलाई के पहले सप्ताह में ही देगा. ईपीएफ अंशधारकों के खिलाफ लम्बे समय से षडयंत्र में लिप्त कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) हाई कोर्ट के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देने की योजना बना रहा है. सुप्रीम कोर्ट ने केरल हाईकोर्ट के फैसले को बरकरार रखा था पिछले माह 2 अप्रैल को सुप्रीम कोर्ट के नए आदेश ने प्राइवेट सेक्टर में काम करने वाले लाखों सेवानिवृत्तों और कर्मचारियों को बड़ी राहत दी थी. सुप्रीम कोर्ट ने पेंशन में बढ़ोतरी का रास्ता साफ करते हुए केरल हाईकोर्ट के फैसले को बरकरार रखा है. केरल हाईकोर्ट ने अपने एक आदेश में भविष्‍य निधि संगठन (ईपीएफओ) को कहा था कि रिटायर होने वाले कर्मचारियों को उनकी आखिरी सैलरी के आधार पर पेंशन दे. क्योंकि 2014 से ईपीएफओ एक अन्य सीमा (15,000 रुपए) निधार्रित कर सेवानिवृत्तों को पेंशन देता रहा है. इसीके बाद ईपीएफओ ने केरल हाईकोर्ट के आदेश के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने केरल हाईकोर्ट के फैसले को सही माना और ईपीएफओ की याचिका को खारिज कर दिया. 2014 के पूर्व के सेवानिवृत्तों के पेंशन का किया पुनर्निर्धारण हालांकि 2014 से पूर्व सेवानिवृत हुए ईपीएफ अंशधारकों को, जिनके पेंशन तय करने की निर्धारित सीमा 5500 और 6500 रुपए ईपीएफओ ने निर्धारित कर रखा था, उन्हें 2016 के सुप्रीम कोर्ट के फैसले के आधार पर वह सेवानिवृत्तों में से अनेक लोगों को उनके वास्तविक वेतन के आधार पर पेंशन का पुनर्निर्धारण कर पेंशन भुगतान करना शुरू भी कर चुका है. लेकिन अनेक सेवानिवृत्तों के पेंशन पुनर्निर्धारण में लगा रहा अड़ंगा लेकिन इसके साथ उसने ऐसे ही अनेक सेवानिवृत्तों को उनके पूर्व नियोक्ताओं (एम्पायर्स) से लड़ा कर पेंशन पुनर्निधारण में अड़ंगा लगाने में कोई कसार नहीं छोड़ा है. पेंशन पुनर्निर्धारण करने की मांग करने वाली सेवानिवृत्तों से ईपीएफओ द्वारा अपने नियोक्ता से 1995 से सेवानिवृति तिथि तक के नियोक्ता द्वारा उसका ईपीएफ अंशदान का सम्पूर्ण मासिक ब्यौरा प्रस्तुत करने के लिए बाध्य कर रहा है. ईपीएफओ सम्पूर्ण मासिक ब्यौरे को बकाया भुगतान और पेंशन पुनर्निर्धारण के लिए जरूरी बताता है. नियोक्ताओं से ऐसे लड़ा रहा सेवानिवृत्तों को नियोक्ता यह ब्यौरा उपलब्ध कराने से मना कर रहे हैं. इस सन्दर्भ में नियोक्ताओं के अलग-अलग तर्क हैं. कोई कहता है, हमने हर महीने आपके ईपीएफ अंशदान का ब्यौरा ईपीएफओ को नियमित रूप से दे दिया है, अब फिर से देना संभव नहीं है. कोई कहता है,...
वरुण गांधी

गोबर के कंडे उठाने वाले…, मुलायम, अखिलेश पर वरुण के बोल

नई दिल्ली : विवादित बोल के लिए भाजपा सांसद वरुण गांधी भी कम नहीं हैं. अपने क्षेत्र में अपनी मां मेनका गांधी के चुनाव प्रचार के दौरान एक बार फिर उन्होंने सपा नेता मुलायम सिंह और अखिलेश यादव को अपनी विवादित बोल का निशाना बनाया. मेनका गांधी इस बार वरुण गांधी के चुनाव क्षेत्र उत्तर प्रदेश के सुलतानपुर से चुनाव लड़ रही हैं. अपनी मां मेनका गांधी के लिए सुलतानपुर से शनिवार को चुनाव प्रचार के दौरान पूर्व सीएम अखिलेश यादव और मुलायम सिंह के खिलाफ विवादित टिप्पणी करते हुए वरुण गांधीने कहा कि जो लोग 15-20 साल पहले सैफई में गोबर के कंडे उठाते थे, वह आज पांच करोड़ की गाड़ी से चल रहे हैं. यह बात उन्होंने जिले के बल्दीराय इलाके में अपनी मां मेनका गांधी के लिए एक सभा को संबोधित करते हुए कही. वरुण ने यहां पर लोगों से वोट अपील की. अपनी सभा में वरुण ने कहा, 'मैं यहां पर एक मां के लिए वोट मांगने के लिए आया हूं. वे मेरी मां नहीं, बल्कि भारत मां है. आज भारत मां आपकी तरफ देखकर आपसे पूछ रही है कि क्या आप उनके साथ हैं? क्या जिन्होंने मेरे सीने को चीरने-फाड़ने का काम किया है, उन्हें वोट देंगे, या यहां आप नरेंद्र मोदी का साथ देंगे, जिसने पाकिस्तान को अपने जूते के नीचे मसलने का काम किया है.' बेटे ने उन्हें जूते मारकर निकाल घर से दिया सभा के दौरान वरुण गांधी ने कहा, 'अगर आपने गठबंधन को जिता दिया तो यह लोग तो पाकिस्तान के आदमी हैं. किसने रामभक्तों पर गोलियां चलवाईं और 500 लोगों को मारा. इसलिए उनको श्राप लगा और उनके बेटे ने उन्हें जूते मारकर निकाल घर से दिया और अब पब्लिक उन्हें जूते मारकर बाहर निकालेगी.' देश पर कब्जा करो और जेबें भरो, इनकी सोच : वरुण वरुण ने अपने भाषण में कहा, 'जो लोग 15-20 साल पहले सैफई में गोबर के कंडे उठाते थे, वह आज पांच करोड़ रुपए की गाड़ियों से चल रहे हैं, क्या यह पब्लिक का पैसा है या इनके दादा का पैसा है. इन लोगों की सोच है कि देश पर कब्जा करो और अपनी जेबें भरो. आप सभी पूरे समाज को एक करिए और समाज में राष्ट्रभक्ति की गूंज नजर आनी चाहिए, नहीं तो देश का झंडा नीचे हो जाएगा.' मां के राजनीतिक जीवन पर कोई दाग नहीं वरुण ने भाषण के बीच सभा में मौजूद लोगों से सवाल किया क्या आप सब लोग भारत मां के नाम पर वोट देने को तैयार हैं? इसपर लोगो ने हाथ उठाकर हां कहा. क्या आप हिंदुस्तान के साथ हैं? या पाकिस्तान के साथ हैं? मेरी मां यहां से चुनाव लड़ रही हैं और उनके 35 साल के राजनीतिक जीवन पर कोई दाग नहीं है, लेकिन मैं वोट भारत मां के नाम पर मांगने आया हूं.
अरविंद केजरीवाल

अरविंद केजरीवाल को थप्‍पड़ : “कायराना हरकत” के पीछे भाजपा का हाथ?

नई दिल्ली : चुनावी रोड शो के दौरान दिल्‍ली के मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल को थप्‍पड़ मारने वाले इस "कायराना हरकत" के पीछे भाजपा का हाथ है. यह आरोप आम आदमी पार्टी (आप) ने लगाया है. एफआईआर दर्ज इस बीच थप्पड़ मारने वाले युवक सुरेश के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है. दिल्‍ली पुलिस ने सुरेश के खिलाफ धारा 323 के तहत एफआईआर दर्ज की है. सुरेश ने केजरीवाल को शनिवार को चुनाव प्रचार के दौरान चांटा मार दिया था. मुख्यमंत्री कार्यालय के एक अधिकारी ने इस घटना की पुष्टि करते हुए बताया था कि मोती नगर इलाके में रोड शो के दौरान केजरीवाल पर एक युवक ने हमला किया. यह घटना शाम लगभग साढ़े पांच बजे की है. केजरीवाल नई दिल्ली लोकसभा क्षेत्र से आप के उम्मीदवार बृजेश गोयल के प्रचार अभियान के दौरान मोती नगर इलाके में आयोजित रोड शो हिस्सा ले रहे थे. तभी लाल रंग की टीशर्ट पहने सुरेश नाम के युवक ने केजरीवाल की जीप पर चढ़ कर उन्हें चांटा मार दिया था. बड़ी साजिश : आप पार्टी आप ने पार्टी संयोजक एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को चुनाव प्रचार के दौरान एक युवक द्वारा चांटा मारे जाने की घटना की निंदा की और उन पर बार बार होने वाले हमलों के पीछे बड़ी साजिश होने की आशंका जताते हुए आरोप लगाया कि इस ‘‘कायराना हरकत’’ के पीछे भाजपा का हाथ है. आप का समर्थक है : दिल्ली पुलिस दिल्ली पुलिस ने बताया कि प्रारंभिक पूछताछ से पता चला है कि थप्पड़ मारने का आरोपी सुरेश (33) नाम का यह युवक कबाड़ी का काम करता है और वह आप पार्टी का समर्थक है तथा इसकी रैलियों और बैठकों में बतौर आयोजक काम करता है. इस बीच भाजपा की दिल्ली इकाई के प्रमुख मनोज तिवारी ने कहा उनकी पार्टी हिंसा का समर्थन नहीं करती. उन्होंने कहा, ‘लेकिन मुझे संदेह है कि ऐसी घटनाएं चुनावों के समय ही केजरीवाल के साथ ही क्यों होती हैं. मुझे संदेह है कि इस घटना की पटकथा खुद केजरीवाल ने लिखी होगी.’
जम्मू-कश्मीर

जम्मू-कश्मीर : गोलियों से भून डाला भाजपा नेता को

नई दिल्ली : आतंकवादियों ने शनिवार की शाम जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में एक भाजपा नेता की गोली मारकर हत्या कर दी. यह घटना अनंतनाग के वेरिंग की है. यहां मिली खबर के मुताबिक अनंतनाग जिले के नौगाम गांव में हथियारों से लैस आतंकवादी अनंतनाग जिले के भाजपा उपाध्यक्ष गुल मुहम्मद मीर के घर पहुंचे और उन्हें गोलियों से भून दिया. आतंकवादियों ने मारी गोलियां साठ वर्षीय गुल मोहम्मद मीर को पांच गोलियां मारी गईं, जिनमें तीन उनके सीने में लगी और दो पेट में. घायल मीर को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. भाजपा के राज्य प्रवक्ता अल्ताफ ठाकुर ने कहा कि मीर पर आतंकियों ने हमला किया. जम्मू-कश्मीर भाजपा ने इस घटना की निंदा की है और कहा है कि पार्टी आतंकियों की करतूतों के आगे झुकने वाली नहीं है. ज्ञातव्य है कि इस वक्त अनंतनाग में लोकसभा चुनाव के लिए वोट डाले जा रहे हैं. इस वजह से वहां सुरक्षा के कड़े इंतजाम हैं, बावजूद इसके आतंकी हथियारों से लैस होकर घटनास्थल तक पहुंचने में कामयाब रहे और उन्हें गोलियां मारकर फरार हो गए. धरपकड़ के लिए की जा रही छापेमारी जम्मू-कश्मीर पुलिस ने आतंकियों की धरपकड़ के लिए इलाके में छापेमारी अभियान शुरू कर दिया है. आस-पास से गुजरने वाले वाहनों की तलाशी ली जा रही है. पुलिस संदिग्ध व्यक्तियों से पूछताछ भी कर रही है. सीबीआई जांच की मांग भारतीय जनता पार्टी ने मीर की हत्या को 'कायरतापूर्ण' बताते हुए इसकी निंदा की है. पार्टी की राज्य इकाई के प्रवक्ता अल्ताफ़ ठाकुर ने कहा है कि मीर लंबे वक्त से भाजपा के साथ जुड़े थे. अनंतनाग लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार और प्रदेश उपाध्यक्ष सोफी यूसुफ ने इस हमले की सीबीआई से जांच कराने की मांग की है. मीर सरपंच थे. उन्होंने दो बार विधानसभा चुनाव भी लड़ा था, लेकिन जीत हासिल करने में कामयाब नहीं रहे थे. इधर नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने भाजपा के पदाधिकारी गुलाम मोहम्मद मीर की नौगाम में गोली मारकर हत्या की निंदा की है. उन्होंने कहा, 'मैं हिंसा के इस घृणित कार्य की निंदा करता हूं. दिवंगत की आत्मा के लिए प्रार्थना करता हूं. अल्लाह जन्नत नसीब करे.'

CBSE ने ऐलान किए 12वीं के नतीजे, चेक करें cbseresults.nic.in और cbse.nic.in पर

नई दिल्ली : सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंड्री एजुकेशन (सीबीएससी) ने (CBSE : result 2019) Class 12th के नतीजों का ऐलान कर दिया है. छात्र अपना रिजल्‍ट cbse.nic.in पर चेक कर सकते हैं. इससे पहले खबर आ रही थी कि CBSE board results 2019 की घोषणा मई के तीसरे हफ्ते में की जाएगी. एक अंग्रेजी दैनिक पत्र से बातचीत में एग्जाम कंट्रोलर संयम भारद्वाज ने कहा था कि नतीजों का ऐलान मई के तीसरे हफ्ते में कर दिया जाएगा. लेकिन class 12th का रिजल्ट आज 2 May को ही घोषित कर दिया गया. सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंड्री एजुकेशन (CBSE) साल 2020 से मैथ्स और इंग्लिश के पेपर्स के लिए टू-लेवल एग्जाम्स कंडक्ट कराएगा. इसके अनुसार अब छात्रों को सिर्फ 80 मार्क्स का ही थ्‍योरी एग्जाम देना होगा. 20 मार्क्स का इंटरनाल एग्जाम हुआ करेगा. इससे पहले सीबीएसई चेयरमैन अनीता करवाल ने कहा था कि CBSE Class 10, 12 Board Results 12 मई से 17 मई के बीच जारी किए जा सकते हैं. हालांकि सीबीएसई के अधिकारियों ने ये भी साफ कर दिया है कि हो सकता है कि किन्हीं वजहों से रिजल्ट में देरी भी हो सकती है. ऐसे जानें अपना रिजल्ट - सबसे पहले बोर्ड की ऑफिशियल वेबसाइट cbseresults.nic.in और cbse.nic.in पर जाएं. - 'Click for CBSE Results' लिंक पर क्लिक करें. - CBSE results सेक्शन में - CBSE Class 10 Results, CBSE Class 12 results लिंक पर क्लिक करें. - अपना रोल नंबर व अन्य जरूरी डिटेल्स एंटर करें. - रिजल्ट आपकी स्क्रीन पर होगा. भविष्य के लिए रिजल्ट का प्रिंट आउट भी ले लें.