विदर्भ के लिए विशेष फायदेमंद होंगे इजरायल के साथ आज के समझौते

नई दिल्ली : इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू का कल रविवार से शुरू हुए 6 दिवसीय भारत दौरे आज सोमवार का दिन विदर्भ के लिए काफी शुभ होने वाला है. आज दोनों देशों के बीच करीब 10 से अधिक समझौतों पर हस्ताक्षर हो सकते हैं. प्रधानमंत्री नेतन्याहू 130 प्रतिनिधियों की मौजूदगी में एनर्जी, वॉटर, ऑटोमेशन प्रॉजेक्ट्स और आईटी के क्षेत्र में कई समझौते करेंगे. इन समझौतों में समुद्री खारे पानी को पीने योग्य पानी बनाने वाले तकनीक और काम पानी से भी फसलें उपजाने जैसी तकनीक भारत को उपलब्ध करना शामिल हो सकता है. विदर्भ के "खारे पानी पट्टे" को मिलेगी बड़ी राहत उल्लेखनीय है की विदर्भ के अकोला जिले और अमरावती, वाशिम आदि जिलों के अधिकांश क्षेत्र "खारे पानी का पट्टा" है. इन क्षेत्रों के निवासियों का जीवन भूगर्भीय खारे पानी के कारण अत्यधिक कष्टप्रद बना हुआ है. इन विशाल क्षेत्रों के निवासियों के लिए पेयजल उपलब्ध कराना राज्य सरकार के लिए बड़ी समस्या है. इजरायल के खारे पानी को पीने योग्य पानी बनाने वाले तकनीक से विदर्भ के बहुत बड़े भूभाग के निवासियों को अत्यधिक लाभ मिल सकता है. अनावृष्टि वाले क्षेत्र भी होंगे लाभान्वित इसी प्रकार कम पानी से भी अच्छी फसल उगाने की इजरायली तकनीक विदर्भ के किसानों के लिए भी बहुत फायदेमंद हो सकती है. किसान आत्महत्या से पीड़ित विदर्भ में अनावृष्टि वाले क्षेत्र के किसानों की फसलों की सिंचाई की समस्या का हल इस तकनीक से मिल सकता है. भारतीय कंपनियों के लिए भी अच्छे अवसर आज होने वाले 10 समझौतों के बारे में दिल्ली में इजरायली आर्थिक और व्यापार मिशन के प्रमुख बराक ग्रैनॉट का कहना था, 'भारत-इजरायल बिजनस इनोवेशन फोरम से हम काफी उम्मीद कर रहे हैं। हम इसे लेकर उत्साहित हैं.' भारत की अर्थव्यवस्था की तारीफ करते हुए बराक का कहना था कि इजरायल में अनगिनत टेक स्टार्टअप्स हैं. ऐसे में भारतीय कंपनियों के लिए बिजनस बढ़ाने की इजरायल अच्छी जगह है. 19 तक भारत में रहेंगे बेंजामिन नेतन्याहू इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू 14 जनवरी से 19 जनवरी तक भारत में रहेंगे. इस दौरान वे दिल्ली, अहमदाबाद और मुंबई में मुख्य कार्यक्रम में शामिल होंगे. इसी दौरान भारत की ओर से आयोजित भू-राजनीति और भू-अर्थशास्त्र पर प्रमुख सम्मेलन 'रायसिना वार्ता' में भी वे शिरकत करेंगे.

“फातिमा शेख… पहली मुस्लिम शिक्षिका !!”

आज से लगभग 150 सालों तक भी शिक्षा बहुसंख्य लोगों तक नहीं पहुंच पाई थी. जब विश्व आधुनिक शिक्षा में काफी आगे निकल चुका था, लेकिन भारत में बहुसंख्य लोग शिक्षा से वंचित थे. लडकियों की शिक्षा का तो पूछो मत क्या हाल था. क्रांतिसूर्य ज्योतिराव फुले पूना (अब पुणे) में 1827 में पैदा हुए. उन्होंने बहुजनों की दुर्गति को बहुत ही निकट से देखा था. उन्हें पता था कि बहुजनों के इस पतन का कारण शिक्षा की कमी ही है. इसी लिए वे चाहते थे कि बहुसंख्य लोगों के घरों तक शिक्षा का प्रचार प्रसार होना ही चाहिए. विशेषतः वे लड़कियों के शिक्षा के जबरदस्त पक्षधर थे. इसका आरंभ उन्होंने अपने घर से ही किया. उन्होंने सब से पहले अपनी पत्नी सावित्रीबाई फुले को शिक्षित किया. ज्योतिराव अपनी पत्नी को शिक्षित बनाकर अपने कार्य को और भी आगे ले जाने की तैयारियों में जुट गए. यह बात उस समय के सनातनियों को बिलकुल भी पसंद नहीं आई. उनका चारों ओर से विरोध होने लगा. ज्योतिराव फिर भी अपने कार्य को मजबूती से करते रहे. ज्योतिराव नहीं माने तो उनके पिता गोविंदराव पर दबाव बनाया गया. अंततः पिता को भी प्रस्थापित व्यवस्था के सामने विवश होना पड़ा. मज़बूरी में ज्योतिराव फुले को अपना घर छोड़ना पडा. उनके एक दोस्त उस्मान शेख पूना के गंज पेठ में रहते थे. उन्होंने ज्योतिराव फुले को रहने के लिए अपना घर दिया. यहीं ज्योतिराव फुले ने 1848 में अपना पहला स्कूल शुरू किया. उस्मान शेख भी लड़कियों की शिक्षा के महत्व को समझते थे. उनकी एक बहन फातिमा थीं, जिसे वे बहुत चाहते थे. उस्मान शेख ने अपनी बहन के दिल में शिक्षा के प्रति रुचि निर्माण की. सावित्रीबाई के साथ वह भी लिखना-पढ़ना सीखने लगीं. बाद में उन्होंने शैक्षिक सनद प्राप्त की. क्रांतिसूर्य ज्योतिराव फुले ने लड़कियों के लिए कई स्कूल कायम किए. सावित्रीबाई और फातिमा ने वहां पढ़ाना शुरू किया. वो जब भी रास्ते से गुजरतीं तो लोग उनकी हंसी उड़ाते और उन्हें पत्थर मारते. दोनों इस ज्यादती को सहन करती रहीं, लेकिन उन्होंने अपना काम बंद नहीं किया. फातिमा शेख के जमाने में लड़कियों की शिक्षा में असंख्य रुकावटें थीं. ऐसे जमाने में उन्होंने स्वयं शिक्षा प्राप्त की. दूसरों को लिखना-पढ़ना सिखाया. वे शिक्षा देने वाली पहली मुस्लिम महिला थीं, जिन के पास शिक्षा की सनद थी. फातिमा शेख ने लड़कियों की शिक्षा के लिए जो सेवाएं दीं, उसे भुलाया नहीं जा सकता. घर-घर जाना, लोगों को शिक्षा की आवश्यकता समझाना, लड़कियों को स्कूल भेजने के लिए उनके अभिभावकों की खुशामद करना, फातिमा शेख की आदत बन गई थी. आखिर उनकी मेहनत रंग लाने लगी. लोगों के विचारों में परिवर्तन आया. वे अपनी घरों की लड़कियों को स्कूल भेजने लगे. लड़कियों में भी शिक्षा के प्रति रूचि निर्माण होने लगी. स्कूल में उनकी संख्या बढती गयी. मुस्लिम लड़कियां भी खुशी-खुशी स्कूल जाने लगीं. विपरीत परिस्थितियों में प्रस्थापित व्यवस्था के विरोध में जाकर शिक्षा के महान कार्य में ज्योतिराव एवं सावित्रीबाई फुले को मौलिकता के साथ सहयोग देने वाली पहली मुस्लिम शिक्षिका फातिमा शेख को दिल से सलाम... लेख- शेख जबीर सर. (प्रबोधन टीम ब्लॉग से...

संतरा नगरी में भव्य “खासदार सांस्कृतिक महोत्सव” का सलमान खान ने किया आगाज

नागपुर : संतरा नगरी, नागपुर में आयोजित भव्य "खासदार सांस्कृतिक महोत्सव" का उद्धघाटन नागपुर के ईश्वर देशमुख कॉलेज कैंपस के शानदार मंच पर केंद्रीय मंत्री नितिन गड़करी एवं वेकोलि के अध्यक्ष-सह- प्रबंध निदेशक राजीव रंजन मिश्र ने शहर के गणमान्यों की गरिमामयी उपस्थिति में किया. सलमान की उपस्थिति ने युवाओं को किया विभोर पहले दिन की शाम के मुख्य आकर्षण बॉलीवुड के लोकप्रिय अभिनेता सलमान खान और प्रसिद्ध पार्श्व गायक अभिजीत भट्टाचार्य थे. सलमान की खनकदार आवाज नागपुर के ईश्वर देशमुख कॉलेज कैंपस में भी गूंजी, जब उन्होंने कहा "टाइगर से बेहतर शिकार कोई नहीं करता" तो जैसे फैन्स के जोश का तूफान थमने का नाम ही नहीं ले रहा था. उनके हर डायलॉग पर सीटी, हर अदा पर ताली बजती रही. इतनी बड़ा तादाद में फैन्स को देख सलमान इमोशनल हो गए. सलमान ने जैसे ही ‘मैं हूं हीरो तेरा’ गाना गाया पूरा हॉल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा. फैंस की खुशी का ठिकाना नहीं रहा. फैंस सलमान की आवाज का जमकर मजा आनंद ले रहे थे. बाद में अभिजीत भट्टाचार्य की गीतों में देर रात तक दर्शक झूमते रहे. खासदार सांस्कृतिक महोत्सव आगामी 28 जनवरी तक चलेगा. खासदार सांस्कृतिक महोत्सव के पहले दिन बतौर स्पेशन गेस्ट सलमान खान 2 घंटे देरी से पहुंचे. सलमान ने फिर से दीप प्रज्वलित कर प्रोग्राम का शुभारंभ किया. इस मौके पर सीएम देवेंद्र फड़णवीस, भूतल परिवहन मंत्री नितिन गड़करी, पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुले और पूर्व सांसद विजय दर्डा प्रमुखता से उपस्थित थे. महोत्सव के आगामी सभी कार्यक्रम ईश्वर देशमुख कॉलेज कैंपस में ही शाम 6 बजे से शुरू करने का निर्णय लिया गया. खासदार सांस्कृतिक महोत्सव में निम्न तिथियों पर होने वाले आयोजन- – 11 जनवरी को 'स्वातंत्र वीर सावरकर-एक झंझावात' पर सचिदानंद शेवड़े का व्याख्यान – 12 जनवरी को स्वामी विवेकानंद पर मुकुल कानिटकर का व्याख्यान – 13जनवरी को इस्कॉन मंदिर के गौर गोपालदास का युवाओं को मार्गदर्शन – 14 जनवरी को सुप्रसिद्ध मराठी गायक राहुल देशपाण्डे द्वारा भाव गीत एक नाट्यगीतों की प्रस्तुति – 15 जनवरी को खंजरी वादक सत्यपाल महाराज का कीर्तन – 20 जनवरी को चाणक्य नाटक प्रसिद्ध अभिनेता मनोज जोशी द्वारा – 21 जनवरी को मधुप पांडेय द्वारा संचालित हास्य व्यंग्य कवि सम्मेलन, जिसमें प्रख्यात कवि पद्मश्री सुरेंद्र शर्मा, अरुण जेमिनी, संजय झाला, अनु सपन, विनीत चौहान भाग लेंगे – 23 जनवरी को सुप्रसिद्ध गायक राम लक्ष्मण द्वारा भीमगीतों का समुधुर कार्यक्रम “एक रात्र निळया पाखरांची”, – 27 जनवरी को शेखर सेन द्वारा काबिर पर एकपात्रि नाटक का मंचन – 28 जनवरी को अंतिम दिन महोत्सव का समापन सुप्रसिद्ध अभिनेत्री हेमामालिनी द्वारा “द्रौपदी पर नृत्य नाटिका” की प्रस्तुतीकरण से होगा.

चारा घोटाले के तीसरे मामले में 24 को लालू को हो सकती है सजा

रांची : बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव को 950 करोड़ के चारा घोटाला के एक और मामले में 24 जनवरी को सजा सुनायी जा सकती है. लालू प्रसाद के वकील ने यह जानकारी दी. लालू के वकील ने बताया कि चाईबासा कोषागार से पैसे की निकासी के मामले में सुनवाई पूरी हो गयी है. अब कोर्ट ने सजा सुनाने के लिए 24 जनवरी की तिथि तय की है. काफी गोपनीय तरीके से हुई पेशी सीबीआई की विशेष अदालत में सुरक्षा बलों के जवानों के घेरे में लालू प्रसाद को आज बुधवार, 10 जनवरी को राजधानी के होटवार स्थित बिरसा मुंडा जेल से कचहरी के सिविल कोर्ट परिसर में सीबीआई की विशेष अदालत में पेश किया गया. समर्थकों की उमड़ने वाली भीड़ से बचने के लिए लालू की पेशी काफी गोपनीय तरीके से हुई. लालू प्रसाद को आज बुधवार को भी चारा घोटाला के कई और मामलों में भी पेश किया गया. उन्हें दुमका और डोरंडा कोषागार से फर्जी बिल के आधार पर बड़े पैमाने पर धन की निकासी के मामले में सशरीर कोर्ट में पेश किया गया. डोरंडा कोषागार से फर्जी कागजात के आधार पर करोड़ों रुपए की निकासी के मामले में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख को गुपचुप तरीके से कोर्ट में पेश किया गया. डोरंडा, चाईबासा और दुमका कोषागार से निकासी के मामले में लालू के साथ-साथ आरके राणा और जगदीश शर्मा ने भी कोर्ट में हाजिरी लगाई. पांच में से तीसरा मामला सीबीआई सूत्रों के मुताबिक, लालू के नाम पर पांच मामले झारखंड में और एक मामला बिहार में दर्ज है. उन्होंने बताया कि झारखंड के 5 मामलों में से लालू दो में दोषी करार दिए जा चुके हैं. बाकी 3 मामलों में ट्रायल जारी है. तीसरे मामले में भी सजा मिलाने की संभावना है.

लालू के दो खिदमतगार पहुंच चुके हैं उनकी जेल में

रांची : चारा घोटाला मामले में 3.5 साल की सजा पाए बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल प्रमुख लालू प्रसाद यादव की खिदमत में उनके दो खिदमतगार साथ-साथ बिरसा मुंडा जेल में आ पहुंचे हैं. पुलिस को पता चला है कि उनकी सेवा के लिए उनके दो करीबी खुद पर जानबूझकर केस दायर करवा जेल पहुंच गए हैं. मामले की जांच शुरू कर दी गई है. मदन यादव और लक्ष्मण यादव नामक दोनों बेहद करीबी हैं लालू के प्राप्त जानकारी के अनुसार ये दोनों व्यक्ति लालू के बेहद करीबी हैं. मदन यादव और लक्ष्मण यादव नामक इन दोनों के द्वारा एक अन्य युवक की मदद लेकर अपने ऊपर मारपीट करने और 10 हजार रुपए लूटने का आरोप लगाते हुए डोरंडा थाने में शिकायत दर्ज करवाई गई. पता चला है कि थाना प्रभारी ने ऐसे हल्के मामले में आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजने से इनकार कर दिया था. इसके बाद ये लोग आरोपी बनकर थाने पहुंचे. वहां इन्होंने सरेंडर किया. दोनों के खिलाफ आईपीसी की धारा 341, 323, 504, 379, 34 के तहत केस दर्ज किया गया और इन्हें जेल भेज दिया गया. दोनों रांची में करते हैं दूध का कारोबार शिकायती पत्र में लक्ष्मण और मदन का पता गंगा खटाल हीनू, न्यू साकेत नगर, रांची दिया गया है. बताया जा रहा है कि दोनों रांची में दूध का कारोबार करते हैं. पुलिस को भी इस बात की जानकारी मिली है कि मदन यादव लालू प्रसाद के पूर्व परिचित हैं. लालू जब भी रांची आते मदन उनकी सेवा में रहता था. इस जानकारी के बाद पुलिस ने पूरे मामले की जांच शुरू की है. सूत्रों का कहना है कि मदन का सहयोगी लक्ष्मण भी पहले लालू का रसोइया रह चुका है. पुलिस अब पिछले 23 दिसंबर की इस कथित छिनैती की वारदात की जांच में जुट गई है.

रिलायंस जियो के अपडेट ऑफर्स का फायदा जियो ग्राहकों को आज से

मुंबई : रिलायंस जियो के अपडेट ऑफर्स का फायदा आज से जियो ग्राहकों को मिल रहा है. पिछले सप्ताह की गई घोषणा में रिलायंस जियो ने 1 जीबी डेटा वाले प्लांस समते कई ऑफर्स पर छूट दी थी. कंपनी के अनुसार ये सभी अपडेटिड प्लांस 9 जनवरी से लाइव हो जाएंगे. इसलिए अब आप जियो के इन प्लांस का फायदा उठा सकते हैं. जियो के अपडेटेड प्लांस में 50 फीसदी डेटा या 50 रुपए का डिस्काउंट ऑफर किया जा रहा है. कुछ डेटा प्लान में डेटा ज्यादा दी जा रही है तो कुछ में प्राइज ड्राप किया गया है. यहां देखें जियो के कुछ प्लान्स : - जियो रिचार्ज 149 रु. प्लान : पहले इसका प्राइज 199 रुपए था अब इसमें 28जीबी 28 दिन के लिए मिल रहा है. - जियो रिचार्ज 349 रु. प्लान : पहले इसका प्राइज 399 रुपए था अब इसमें 70जीबी डेटा 70 दिन के लिए मिल रहा है. - जियो रिचार्ज 399 रु. प्लान : पहले इसका प्राइज 459 रुपए था अब इसमें 84जीबी डेटा 84 दिन के लिए मिल रहा है. - जियो रिचार्ज 449 रु. प्लान : पहले इसका प्राइज 499 रुपए था अब इसमें 91जीबी डेटा 91 दिन के लिए मिल रहा है.

सिंचाई घोटाला : 5 अधिकारियों सहित 12 आरोपियों के विरुद्ध चार्जशीट दाखिल

नागपुर : गोसेखुर्द राष्ट्रीय सिंचाई परियोजना के अंतर्गत मोखाबर्डी उपसा सिंचाई योजना के तहत कालवा के कुछ निर्माण कार्यों के निविदा आवंटन मामले में अनुचित व्यवहार किए जाने पर भ्रष्टाचार प्रतिबंधक ब्यूरो ने आज मंगलवार, 9 जनवरी को विशेष सत्र न्यायालय में पांच अधिकारियों सहित 12 आरोपियों के विरुद्ध 4,500 पृष्ठों का आरोपपत्र (चार्जशीट) दाखिल किया है. इस पर सुनवाई आगामी गुरुवार, 11 जनवरी को होगी. अधिकारियों सहित दो ठेका कंपनियों के भागीदार शामिल आरोपियों में गोसेखुर्द राष्ट्रीय सिंचाई प्रकल्प के मुख्य अभियंता व पूर्व अहर्ता मूल्यांकन समिति के सदस्य सोपान रामराव सूर्यवंशी, गोसेखुर्द उजवा कालवा क्षेत्र के कार्यकारी अभियंता उमाशंकर वासुदेव पर्वते, वरिष्ठ विभागीय लेखापाल चंदन तुलशीराम जिभकाटे, सेवानिवृत्त कार्यकारी संचालक देवेंद्र परशुराम शिर्के, अधीक्षक अभियंता दिलीप देवराव पोहेकर, आर.जे. शाह कंपनी के भागीदार कालिंदी राजेंद्र शाह, तेजस्विनी राजेंद्र शाह व डी. ठक्कर कन्स्ट्रक्शन कंपनी के विशाल प्रवीण ठक्कर, प्रवीण नाथालाल ठक्कर, जिगर प्रवीण ठक्कर, अरुणकुमार गुप्ता और मुखतार पत्रधारक रमेशकुमार सोनी शामिल हैं. पांच धाराओं के अंतर्गत दाखिल किए गए आरोपपत्र आरोपियों पर धोखाधड़ी करने (भादंवि धारा 420), धोखाधड़ी के उद्देश्य से मिलीभगत करने (भादंवि धारा 468), फर्जी कागजातों का उपयोग करने (भादंवि धारा 471), षड्यंत्र रचने (भादंवि धारा-120-ब), सरकारी अधिकारियों पर फौजदारी अपराध करने (भ्रष्टाचार प्रतिबंधक क़ानून की धारा 13(1)(क)(ड)) के तहत ये आरोपपत्र दाखिल किए गए हैं. इन प्रकरणों पर अब अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश श्रीमती ए.सी. राऊत की अदालत के समक्ष आगामी गुरुवार को सुनवाई शुरू होगी.

महंगी हो जाएंगी मुफ्त की बैंकिंग सेवाएं 20 जनवरी से, नेट बैंकिंग से मिलेगी...

नई दिल्ली : बैंकिंग सेवाएं आगामी 20 जनवरी से और महंगी होने की संभावना है. अर्थात अभी तक जो बैंक सेवाएं निःशुल्क थीं, बैंक उन पर अब शुल्क वसूलेंगे. मीडिया में आ रही रिपोर्ट के अनुसार शुल्क बढ़ाने के निर्देश बैंकों को मिल चुके हैं. सभी बैंकों के बोर्ड इन सभी अलग - अलग सेवाओं के शुल्क स्वयं तय करेंगे. लेकिन राहत की बात यह भी बताई जा रही है कि यदि ग्राहक इन सेवाओं के लिए नेट बैंकिंग का सहारा लेंगे तो वे इन अतिरिक्त शुल्कों को भरने से बच सकते हैं. इन सेवाओं पर लगने वाले हैं शुल्क खबरों के मुताबिक पैसा निकालने, पैसा जमा कराने, मोबाइल नंबर बदलवाने, केवाईसी पता बदलवाने, नेट बैंकिग और चेक बुक आवेदन करने के लिए शुल्क लगेंगे. इसके अलावा अपने बैंक की किसी और ब्रांच की सेवा इस्तेमाल करने पर भई आपको पैसा देना पड़ सकता है. इस सुविधा को उठाने पर आपको इसके लिए अलग से जीएसटी भी देना होगा. बैंक ग्राहकों पर डालेंगे अतिरिक्त बोझ मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक बैंकिंग सेवाओं का उपयोग करते ही आपके खाते से पैसा कट जाएगा. बैंक ग्राहक पहले ही एटीएम ट्रांजेक्शन, मनी ट्रांस्फर, मिनिमम बैलैंस जैसी चीजों पर पहले से ही कई तकह के चार्जेस दे रहे हैं. अब 20 जनवरी से आने वाले नए शुल्क ग्राहकों का बोझ और बढ़ाएंगे. नेट बैंकिंग से मिल सकती है राहत इस तरह के चार्जेस बढ़ने के चलते, ग्राहक इन सबसे बचाव के लिए नेट बैंकिंग का इस्तेमाल ज्यादा कर सकते हैं. खबरों के अनुसार इन शुल्कों से बचने के लिए ग्राहक नेट बैंकिग का इस्तेमाल कर सकेंगे. इससे वे शुल्कों के बोझ से बच सकते हैं.

पृथ्वी से टकराने जा रहा है चीनी मानवरहित स्पेस लैब टीयांगोंग-1

नई दिल्ली : चीन ने आज मंगलवार को कहा है कि उसकी पहली मानवरहित स्पेस लैब (अंतरिक्ष प्रयोगशाला) टीयांगोंग-1 अगले कुछ महीनों में नियंत्रित स्थिति में पृथ्वी से टकराएगा. उसका दावा है कि इस टक्कर से पृथ्वी को कोई नुकसान नहीं होगा. अनुमान है कि यह कुछ महीनों में पृथ्वी से टकरा सकता है. यह खबर एक समाचार एजेंसी 'आइएएनएस' के हवाले से सामने आई है. ...बाकी बचे इसके टुकड़े प्रशांत महासागर में गिरेंगे समाचार एजेंसी के अनुसार चीन की एकेडमी ऑफ स्पेस टेक्नोलॉजी के वरिष्ठ वैज्ञानिक झू जोंगपेंग ने यहां कहा, 'वापस आते अंतरिक्ष प्रयोगशाला पर हमारी पैनी नजर है. धरती की कक्षा में प्रवेश करते ही इसका अधिकतर हिस्सा जल जाएगा. बाकी बचे इसके टुकड़े प्रशांत महासागर में गिरेंगे.' उसका जहरीला रसायन कई देशों में लोगों को बना सकता है कैंसर का मरीज! बताया गया है कि हाल में पश्चिमी देशों के मीडिया में ऐसी खबरें आई थीं कि चीन ने अपनी स्पेस लैब पर नियंत्रण खो दिया है. जल्द ही वह पृथ्वी से टकराएगा और उससे निकलने वाला जहरीला रसायन कई देशों में लोगों को कैंसर का मरीज बना सकता है. चीन ने 2011 में इस स्पेस लैब को अंतरिक्ष की कक्षा में भेजा था. अंतरिक्ष में स्थायी प्रयोगशाला स्थापित करने के प्रयासों में जुटे चीन के लिए इसे मील का पत्थर माना गया था.

सत्ता की भूख राजनीतिक दलों को बनाता जा रहा है समाजभक्षी

विदर्भ भी झुलसा...! - कल्याण कुमार सिन्हा प्रगतिशील या पुरोगामी राज्य कहलाने वाला अब क्या महाराष्ट्र प्रतिगामी राज्य बनाता जा रहा है? पुणे के भीमा कोरेगांव मामले को लेकर जातीय हिंसा की आग देखते-देखते देश की आर्थिक राजधानी मुंबई सहित प्रदेश के अनेक शहरों सहित विदर्भ के छोटे शहरों तक फैल गई. सरकार सहित राज्य के बड़े नेता इस जातीय हिंसा को बाहरी तत्वों द्वारा अंजाम दिया जाना और प्रायोजित बता कर इस विभीषिका की आग को बुझाने का प्रयास कर रहे हैं. कहा जा रहा है कि ‘बाहरी लोगों ने प्रदेश की जनता को भड़काकर माहौल बिगाड़ा.’ जातीय हिंसा से सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने का खेल इसमें कोई शक नहीं कि राज्य में जातीय हिंसा को बढ़ावा देकर जातीय वैमनष्य पैदा करने का प्रयास राजनीतिक दलों द्वारा लगातार होता रहा है. अतः ऐसा आरोप आसानी से मढ़ा जाना आश्चर्य का विषय नहीं हो सकता. सत्ता की भूख सभी राजनीतिक दलों को समाजभक्षी बनाता जा रहा है. ऐसा लगता है कि इन्हें समाज के प्रति अपने दायित्वों का कोई अहसास नहीं रह गया है. सत्ता में बने रहने, सत्ता के निकट बने रहने या सत्ताधारियों को अपने महत्त्व का अहसास कराते रहने के लिए और सत्ता के लिए वर्तमान सत्ताधारियों को बदनाम करने व जनता की नज़रों में गिराने के लिए ही चालें चलते रहना मात्र ही राजनीतिक दलों का अभीष्ट बन जाए तो ऐसी ही परिस्थितियां पैदा होती रहेंगी और समाज को वैमनष्य और अविश्वास के गर्त में धकेलती रहेगी. भीमा कोरेगांव की घटना से उपजी हिंसा की स्थिति पैदा करने वाले यदि बाहरी लोग थे तो ये बाहरी लोग कौन थे? इस हिंसा को प्रायोजित करने वाले कौन थे? इसे एक-दूसरे पर मढ़ने का नाटक भी शुरू हो चुका है. इसके लिए सभी पक्ष अपने-अपने एजेंडे के अनुसार बयानबाजी कर रहे हैं. यह सब नाटक हालांकि मात्र कुछ दिनों का है. इसका कोई परिणाम भी सामने आएगा, इसमें संदेह ही है. फिर भी उन नौटंकियों पर नजर डाल लें कि कौन क्या कह रहा है. आरोपों-प्रत्यारोपों की राजनीति शुरू इन सवालों के जवाब में कांग्रेस एवं कुछ अन्य विपक्षी दल राज्य में सत्तारूढ़ भाजपा पर तथाकथित उसकी दलित विरोधी नीतियों को जिम्मेदार ठहराने में जुटे हैं तो दूसरा पक्ष कांग्रेस और वामपंथी दलों पर गुजरात के नवनिर्वाचित दलित नेता जिग्नेश मेवाणी को आगे कर दंगे का स्वरूप देने की कोशिश करने वाले बता रहे हैं. इधर राज्य की पुलिस ने भी आनन-फानन में जिग्नेश मेवाणी और जेएनयू से निष्काषित खालिद अंसारी के विरुद्ध मामला दर्ज कर लिया है. जबकि केंद्रीय मंत्री और भाजपा के सहयोगी रिपब्लिकन नेता रामदास आठवले ने जिग्नेश मेवाणी को क्लीन चिट दे दिया है. महाराष्ट्र में भाजपा की अगुवाई वाली सरकार की सहयोगी पार्टी शिवसेना ने भीमा कोरेगांव में हिंसा के लिए देवेंद्र फड़नवीस सरकार पर हमले जारी रखते हुए शनिवार को कहा है कि जातीय संघर्ष के कारण महाराष्ट्र अराजकता और विध्वंस की ओर बढ़ रहा है. अंग्रेजों की साम्राज्यवादी नीतियों का अनुसरण तो नहीं! देश में अनुसूचित जाति-जनजाति समुदाय की जनसंख्या सर्वाधिक है. कालांतर में हुए सामाजिक सुधार के बाद दलितों और पिछड़ों को समान मौलिक अधिकार सहित...