हिन्दू विरोधी और मुस्लिम समर्थक के लेबुल में फंसी फिल्म ‘मुल्क’ रिलीज होगी 3...

बातचीत : फिल्म के निदेशक अनुभव सिन्हा से ऋषि कपूर और तापसी पन्नू अभिनीत फिल्म 'मुल्क' भी अदालती पचड़े में आ गया था. लेकिन सुर्खियों में आई यह फिल्म चर्चा में इसलिए है कि सोशल मीडिया पर इसे मुस्लिम सार्थक और हिन्दू विरोधी बताने की होड़ सी लग गई है. यह फिल्म 3 अगस्त को रिलीज होने वाली है. लेकिन फिल्म के रिलीज को लेकर कोर्ट ने आपत्ति खारिज कर दी है. फिल्म के निदेशक हैं- अनुभव सिन्हा. इससे पूर्व उन्होंने तुम बिन, रा.वन, गुलाब गैंग, तुम बिन-।। जैसी फिल्मों का निदेशन किया है. बनारस में जन्में और अलीगढ़ से उच्च शिक्षा प्राप्त 'मुल्क' के निर्देशक अनुभव सिन्हा से उनकी इस फिल्म को लेकर ढेर सारी बातें हुईं. पेश है- उनके साथ बातचीत के कुछ अंश- 'मुल्क' के टीजर/ट्रेलर लॉन्च होने के बाद सोशल मीडिया में यह चल पड़ा है कि आपने मुस्लिमों का पक्ष लेकर हिंदू विरोधी फिल्म बनाया है, क्या यह सही है? - ट्रोल करने वालों को मैं गंभीरता नहीं लेता. वे पैसे लेकर काम करने वाले मुट्ठी भर लोग हैं. राय देने वालों में इनकी संख्या बस 10-15 फीसदी है. वे आम लोगों की आवाज नहीं हैं. 'मुल्क' मुस्लिमों की आवाज की तरह है और ट्रेलर लॉन्च पर आप रामनामी वस्त्र गले में डाले मंच पर थे, ऐसा क्यों? - मैं जानता था, मुझे हिंदू-विरोधी कहा जाएगा. आज कुछ लोगों के लिए अगर आप मुस्लिम-विरोधी नहीं हैं, तो हिंदू-विरोधी हैं. उनका हिंदुत्व क्या है, मुझे पता नहीं. रामनामी का मैसेज यही था कि मैं हिंदू हूं. मुझे हिंदू-विरोधी मत कहना. 'मुल्क' की कहानी आपके जेहन में कब आई और पकी कैसे? - फिल्म की कहानी संभवतः बनारस और अलीगढ़ के बैकग्राउंड में है. 1978-79, में इन शहरों ऐसी कुछ परिस्थितियां बनीं थीं. मेरी शिक्षा बनारस से शुरू हुई. फिर मैं अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में गया. उस दौर में अलग-अलग शहरों में सालाना दंगे होते थे. बनारस में मैं हिंदू बहुसंख्यकों का हिस्सा था, तो अलीगढ़ मैं अल्पसंख्यक. वहां मुस्लिम बहुसंख्यक थे. मैं देखता था कि दंगों का बहुसंख्यकों से कोई रिश्ता नहीं है. दंगे अलग स्तर पर होते हैं, ये मुझे दिखता था. फिर हाल के वर्षों में कुछ घटनाएं हुईं, जिन्हें पढ़ते हुए एक कहानी दिमाग में पकने लगी थी. 'मुल्क' की कहानी क्या लखनऊ में मार्च 2017 में हुए सैफुल्ला एनकाउंटर पर आधारित है? - मुल्क किसी एक घटना पर आधारित नहीं है, इसमें कई घटनाएं शामिल हैं. इनके अंश फिल्म में दिखेंगे. दोनों समुदाय के बीच जो दूरियां दिखती हैं या वाकई हैं, वे कैसे मिटेंगी? - सिर्फ बातों से हल निकल सकता है. बातें न हों, तो कई बार हमें अपनी गलतियों का एहसास नहीं होता. बातों से गांठें खुलती हैं. देश या समाज के हालात सुधारने में सिनेमा क्या कोई भूमिका निभा सकता है? - बिल्कुल नहीं. सिनेमा सिर्फ सवाल खड़े कर सकता है, जवाब नहीं दे सकता.

राहुल बाल सदन की मदद की झंकार महिला मंडल ने

नागपुर : झंकार महिला मंडल ने राहुल बाल सदन को विविध सामग्री भेंट की. अध्यक्ष श्रीमती अनिता मिश्र ने राहुल बाल सदन में रह रहे तीस विद्यार्थियों के लिए स्कूल बैग, नोटबुक, पेंसिल, रबर तथा उनके उपयोग हेतु चावल, दाल, गेंहू, तेल एवं साबुन प्रदान किया. इस अवसर पर उपाध्यक्ष श्रीमती रीना कुमार, अंजना झा एवं श्रीमती प्रगति लभाने प्रमुखता से उपस्थित थीं. श्रीमती अनिता मिश्र ने एमएस ऑफिस कंप्यूटर कोर्स पास करनेवाले सात बच्चों को प्रमाण-पत्र भी प्रदान किया. इस अवसर पर श्रीमती मिश्र ने सभी बच्चों की दीर्घायु, अच्छी शिक्षा एवं बेहतर स्वास्थ्य की कामना की. श्रीमती सिम्मी सिंह, श्रीमती सुषमा गोखले, श्रीमती लिपिका श्रीवास्तव, श्रीमती वन्दना गुप्ता एवं श्रीमती मौसमी सरकार ने कार्यक्रम की सफलता हेतु सक्रिय सहयोग किया. स्थानीय महेंद्र नगर स्थित राहुल बाल सदन के संचालक काशीनाथ मेश्राम ने इस सदाशयता के लिए झंकार महिला मंडल के प्रति आभार व्यक्त किया.

आईआरसीटीसी घोटाला : लालू, राबड़ी, तेजस्वी को समन भेजने पर फैसला 30 को

कोर्ट ने सुरक्षित रखा फैसला, 14 लोगों के खिलाफ चार्जशीट फाइल नई दिल्ली : दिल्‍ली की पटियाला हाउस कोर्ट में शुक्रवार को आईआरसीटीसी घोटाले मामले की सुनवाई हुई. मामले की सुनवाई के बाद कोर्ट ने 30 जुलाई की तारीख दी है, जिसमें यह तय होगा कि पूर्व रेलमंत्री लालू प्रसाद यादव, राबड़ी देवी और तेजस्‍वी यादव को समन जारी किया जाए या नहीं. फिलहाल कोर्ट ने इस मामले पर फैसला सुरक्षित रख लिया है. सीबीआई ने आईआरसीटीसी घोटाला मामले में 14 लोगों के खिलाफ चार्जशीट फाइल किया है. इस मामले में पहले से ही आठ लोगों के नाम दर्ज थे, जिसमें 6 अन्य नाम भी जोड़े गए हैं. आईसीटीसी केस में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू और राबड़ी यादव, तेजस्वी यादव का नाम शामिल है. तेजस्वी के खिलाफ पहली बार चार्जशीट तेजस्वी यादव के खिलाफ पहली बार चार्जशीट फाइल की गई है. इस केस में सरला गुप्ता पत्नी प्रेम गुप्ता, विजय और विनय कोचर (होटल चाणक्य के मालिक) और आईआरसीटीसी के मैनेजिंग डायरेक्टर पी के गोयल का नाम भी दर्ज है. आईआरसीटीसी के डायरेक्टर राकेश सक्सेना, जनरल मैनेजर बी के अग्रवाल और लालू के करीबी रहे प्रेम गुप्ता का नाम भी चार्जशीट में शामिल है

दिल्ली की गौशाला की 36 गायों की मौत, अनेक बीमार

जहरीला चारा खाने से मौत की आशंका, डॉक्टरों की टीम, पुलिस कर रही जांच नई दिल्ली : देश की राजधानी दिल्ली में पिछले दो दिनों में 36 गायों की मौत के बाद हो गई. इस मामले को लेकर डॉक्टर और पुलिस टीम जांच में जुट गई है. साथ ही चारा को विशेष तौर पर जांच के लिए भेजा गया है. जानकारी के मुताबिक, दिल्ली के छावला इलाके में स्थित एक गौशाला में गुरुवार और शुक्रवार दो दिन में 36 गायों की मौत हो चुकी है। इनके अलावा कई गाय गंभीर रूप से बीमार है. एक साथ इतनी संख्या में गायों की मौत होने से इलाके में हड़कंप मच गया है. घटनास्थल पर डॉक्टरों की टीम पहुंच चुकी है. गायों का पोस्टमार्टम किया जा रहा है. पुलिस भी मौके पर पहुंची है. पुलिस ने अपनी जांच शुरू कर दी है. आशंका व्यक्त की जा रही है कि गौशाला में गायों को खिलाया जाने वाला चारा जहरीला हो सकता है. वहां काम करने वाले कई कर्मचारियों से पूछताछ हो रही है. पशु चिकित्सों ने बताया कि बरसात के मौसम में कई कुछ हरे चारे विषाक्त हो जाते हैं.

ऐतिहासिक राम-जानकी मंदिर की गुम्बद पर लगा 15 करोड़ का स्वर्ण कलश चोरी

55 किलोग्राम का सोने का है कलश, 10,000 रुपए इनाम की घोषणा भोपाल (मध्य प्रदेश) : शिवपुरी जिले के खनियांधाना किले के राजमहल में 300 वर्ष से भी पुराने ऐतिहासिक राम-जानकी मंदिर की गुम्बद पर लगा 55 किलोग्राम का स्वर्ण कलश बुधवार-गुरुवार की दरम्यानी रात चोरी हो गया. जिसकी कीमत करीब 15 करोड़ रुपए है. प्राप्त जानकारी अनुसार स्वर्ण कलश को चुराने का प्रयास 5 साल पहले 2013 में भी किया गया था. छानबीन में जुटी पुलिस कलश चोरी होने के बाद खनियांधाना नगर पंचायत अध्यक्ष एवं राम-जानकी मंदिर के संरक्षक शैलेन्द्र सिंह जूदेव ने सबसे पहले मंदिर के गुम्बद पर स्थापित स्वर्ण कलश को गायब देखा और पुलिस को सूचित किया. सूचना मिलने के बाद पिछोर क्षेत्र के अनुविभागीय अधिकारी, पुलिस (एसडीओ,पी) आर.पी. मिश्रा सहित थाना प्रभारी राकेश शर्मा व अन्य पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और जांच में जुट गए. डॉग स्क्वाड और फिंगर प्रिंट विशेषज्ञ मौके पर पहुंचे और इस संबंध में पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी गई है. फिलहाल अभी तक चोरों का कोई सुराग नहीं लगा है. पुलिस ने कलश चुराने वालों की जानकारी देने वाले व्यक्ति को 10,000 रुपए इनाम देने की घोषणा की है. जूदेव खनियांधाना के पूर्व राज परिवार के सदस्य हैं किले के एक भाग में रहते हैं. मंदिर और किला दोनो पास-पास ही हैं.उल्लेखनीय है कि नवाब काल में स्वतंत्र राजधानी रही खनियांधाना के किले में तत्कालीन महाराजा खलक सिंह जूदेव ने 300 वर्ष पूर्व राम-जानकी मंदिर की स्थापना की थी. मंदिर का निर्माण के समय ओरछा धाम के राजा ने राम-जानकी मंदिर के कलश का निर्माण कराया गया था. दोनों मंदिरों की गुम्बद पर एक साथ कलश चढ़ाए गए थे.

सैन्य उपकरणों के लिए बुटीबोरी औद्यौगिक क्षेत्र में बीईएल की नई इकाई शीघ्र

इलेक्ट्रॉनिक्स सुरक्षा उपकरण सेना के साथ ही निर्यात के लिए भी उत्पादित करेगी नागपुर : महाराष्ट्र औद्योगिक विकास महामंडल (एमआईडीसी), बुटीबोरी में भारतीय सेनाओं और सुरक्षा बलों के लिए इलेक्ट्रॉनिक सुरक्षा उपकरण तैयार करने वाली सार्वजनिक क्षेत्र के कंपनी भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लि. (बीईएल) अपनी एक इकाई स्थापित करने जा रही है. ‘बीईएल’ के इस प्रस्ताव पर मुंबई में आज मुख्यमंत्री के साथ बेल के अधिकारियों की बैठक में इस परियोजना को मंजूरी दे दिए जाने की खबर है. ‘बीईएल’ की देश में अन्य स्थानों पर भी इकाइयां कार्यरत हैं. महाराष्ट्र में इसकी यह पहली इकाई होगी. केंद्रीय मंत्री गड़करी और मुख्यमंत्री फड़णवीस ने की थी पहल सूत्रों के अनुसार दरअसल ‘बीईएल’ की इस परियोजना के लिए केंद्रीय मंत्री नितिन गड़करी और मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने पहल की थी. देश के मध्य में होने से ‘बीईएल’ ने भी नागपुर में अपना नया प्रकल्प स्थापित करने में रुचि दिखाई है. बीईएल की ओर से पिछले ही दिनों नागपुर में चल रहे विधानमंडल के मॉनसून अधिवेशन के दौरान ही सरकार के समक्ष अपना प्रस्ताव पेश किया गया था. बुटीबोरी औद्यौगिक क्षेत्र की 200 एकड़ में स्थापित करेगी इकाई सूत्रों ने बताया कि उसने एमआईडीसी बुटीबोरी के 1400 हेक्टेयर के विस्तारित औद्यौगिक क्षेत्र में 200 एकड़ के एक भूखंड को पसंद भी कर लिया है. उसने इस भूखंड के लिए आवेदन भी किया है. समझा जाता है कि बेल के इस प्रस्ताव को मुंबई में आज सरकार की मंजूरी मिल गई है. इसके बाद एमआईडीसी के साथ अन्य औपचारिकताएं पूरी कर बीईएल बुटीबोरी औद्यौगिक क्षेत्र में अपनी नई इकाई को स्थापित करने का काम शुरू कर देगी. अस्त्र-शास्त्रों के साथ प्रक्षेपास्त्र के लिए भी बनाएगी उपकरण समझा जाता है कि कंपनी बुटीबोरी औद्यौगिक क्षेत्र की अपनी इस नई इकाई में इलेक्ट्रानिक सुरक्षा उपकरण के अलावा अत्याधुनिक अस्त्र-शास्त्रों के इलेक्ट्रानिक उपकरणों और आकाश प्रक्षेपास्त्र सिस्टम के उपकरण भी तैयार करेगी. बीईएल ये उपकरण भारतीय सेना और भारतीय सुरक्षा बलों के साथ ही निर्यात के लिए भी ऐसे अत्याधुनिक इलेक्ट्रॉनिक्स उपकरण तैयार करेगी. बुटीबोरी के विस्तारित औद्यौगिक क्षेत्र में रोजगार के साथ ही उद्योगों के लिए भी अवसर बीईएल के इस प्रक्लप से विदर्भ के अनेक युवा इंजीनियरों और तकनीशियनों के लिए प्रत्यक्ष रोजगार के अवसर पैदा होंगे ही. बुटीबोरी और अन्य औद्यौगिक क्षेत्रों की छोटी-छोटी औद्यौगिक इकाइयों के लिए भी काम के अवसर बढ़ेंगे. इसके साथ ही एमआईडीसी के विस्तारित औद्यौगिक क्षेत्र में अन्य अनुषंगी उद्योगों की स्थापना के मार्ग भी खुलेंगे. बताया जाता है कि यहां ऑटोमोबाइल यूनिट की स्थापना के लिए भी सरकार प्रयत्नशील है.

महेश मलानी पाकिस्तान नेशनल असेंबली सीट जीतने वाले पहले हिन्दू बने

पीपीपी उम्मीदवार मलानी दक्षिण सिंध के थरपरकर निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव जीते कराची : पूर्व क्रिकेटर इमरान खान और उनकी पार्टी पीटीआई करीब 119 सीटों पर जीत हासिल कर सबसे बड़ी पार्टी बन गई है और सत्ता के करीब पहुंच गई है. इधर, बुधवार को हुए आम चुनाव में पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के महेश कुमार मलानी (55) दक्षिणी सिंध प्रांत में थरपरकर से नेशनल एसेंबली सीट जीतने वाले पहले हिंदू बन गए हैं. अल्पसंख्यक समुदाय के 55 वर्षीय मलानी ने एनए -222 थरपरकर निर्वाचन क्षेत्र में ग्रैंड डेमोक्रेटिक अलायंस के अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी अरब जकाउल्ला को हराया. एक्सप्रेस ट्रिब्यून के मुताबिक मलानी को 37,245 वोट मिले, जबकि जकाउल्ला को 18323 वोट मिले. मलानी 2003-08 में आरक्षित सीट से संसद के सदस्य थे. वह पाकिस्तान के हिंदू राजस्थानी पुष्करना ब्रह्मण नेता हैं. मलानी 2013 के आम चुनाव में सिंध में प्रांतीय एसेंबली के सदस्य निर्वाचित हुए थे.

भारत-पाक अच्छे संबंधों की वकालत के साथ सत्ता की कप्तानी करने उतर रहे इमरान...

कश्मीर समस्या के शांतिपूर्व समाधान की जरूरत पर बल दिया, आरोप-प्रत्यारोप नुकसानदेह नई दिल्ली : पाकिस्तान के आम चुनाव में मशहूर क्रिकेट कप्तान रहे इमरान खान की तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी सबसे ज्यादा सीटों पर जीत हासिल कर एक बड़ी पार्टी बनकर उभरी है. पाकिस्तान में इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ ने 272 में 119 सीटों पर जीत दर्ज की है. बहुमत के लिए 137 सीटों की जरूरत है. पीएमएल नवाज को 61, पीपीपी को 40 सीटें मिली हैं. कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई मानवाधिकारों का उल्लंघन बताया गौरतलब है कि पाकिस्तान की सत्ता संभालने जा रहे इमरान खान ने भारत के साथ अच्छे रिश्ते और व्यवसायिक संबंध की वकालत की है. जीत के बाद अपने पहले बयान में जहां उन्होंने भारत के मीडिया से नाराजगी जताई, वहीं कश्मीर समस्या के शांतिपूर्व समाधान की जरूरत पर बल दिया. इमरान ने कश्मीर मुद्दे के समाधान की बात तो कही, लेकिन वहां पर भारतीय सुरक्षाबलों द्वारा आतंकियों के खिलाफ की जा रही कार्रवाई की आलोचना की. इमरान खान ने कहा कि कश्मीर में भारतीय सेना द्वारा मानवाधिकारों का उल्लंघन किया जा रहा है. आप एक कदम बढ़ाएंगे तो हम दो कदम बढ़ाने को तैयार हैं जीत के बाद इमरान खान ने प्रेस कांफ्रेंस करके भारत के साथ अच्छे संबंधों से जुड़ी बातों पर भी अपनी राय दी. इमरान खान ने भारत के साथ रिश्तों पर कहा, 'हम हमारे संबंधों को बेहतर बनाना चाहते हैं और दोनों देशों के बीच तमाम समस्याओं को सुलझाने के लिए बातचीत से हल निकालेंगे. आप एक कदम बढ़ाएंगे तो हम दो कदम बढ़ाने को तैयार हैं.' इमरान खान ने बुधवार को हुए चुनाव का नतीजा आने के बाद पाकिस्तान की जनता के संबोधन में भारत समेत कई मुद्दों पर बात की. भारत से सम्बंधित इमरान खान की ये 5 बड़ी बातें : - अगर वे हमारी तरफ एक कदम बढ़ाते हैं तो हम दो कदम बढ़ाएंगे लेकिन कम से कम शुरुआत होने की जरूरत है. दोनों देशों के बीच कश्मीर मुख्य मुद्दा है और वार्ता के माध्यम से इसका समाधान होना चाहिए. - हिन्दुस्तान की मीडिया से मुझे निराशा हाथ लगी, मुझे बॉलीवुड के विलेन की तरह बना दिया. - मैं ऐसा व्यक्ति हूं जो क्रिकेट के कारण भारत के बहुत से लोगों को यकीनन जानता हूं. हम दक्षिण पूर्व एशिया में गरीबी संकट का समाधान कर सकते हैं. - उन्होंने कहा कि दोनों पक्षों को इसका समाधान करने के लिए वार्ता की मेज पर आना चाहिए. हम भारत के साथ अपने संबंधों को सुधारना चाहते हैं अगर उनका नेतृत्व भी चाहता हो. - ऐसा आरोप-प्रत्यारोप कि पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में कुछ भी भारत के कारण गलत हो रहा है और ऐसा ही आरोप वहां भारत में पाकिस्तान पर लगाया जाना हमें उसी चौराहे पर ला खड़ा करता है. हम इस तरह आगे नहीं बढ़ेंगे और यह उपमहाद्वीप के लिए नुकसानदेह है.

पत्नी के हत्यारे पति को उम्रकैद और जुर्माने की सजा

चरित्र पर संदेह के कारण चाकू से गोदकर कर दी थी हत्या नागपुर : सत्र न्यायालय ने चरित्र पर संदेह कर पत्नी की हत्या करने वाले पति लक्ष्मीनारायण श्रावण किनकर (43) को 5,000 रुपए जुर्माना और आजीवन कारावास की सजा मिली है. जुर्माना नहीं भरने पर 6 महीने और कैद में रहना होगा. न्यायाधीश एस. एस. दास ने बुधवार को यह सजा सुनाई. संदेह में पिटाई करने से अलग रहने लगी थी पत्नी लवकुशनगर, हुडकेश्वर निवासी लक्ष्मीनारायण किनकर ने अपनी पत्नी ऋचिका की हत्या पिछले 19 अक्टूबर 2010 को सुबह 7.20 बजे चाकू से गोद कर कर दी थी. प्राप्त जानकारी के अनुसार उसे अपनी पत्नी के चरित्र पर संदेह था. इस कारण वह हमेश पत्नी की पिटाई किया करता था. इससे परेशान पत्नी ऋचिका उससे अलग रहने लगी थी. सुबह बेटे को स्कूल पहुंचाकर घर लौट रही थी उनका बेटा भी ऋचिका के साथ ही रहता था. उस दिन ऋचिका अपने बेटे को सबेरे स्कूल छोड़ कर स्कूटी से अपने घर लौट रही थी. इसी बीच कोतवाली पुलिस स्टेशन क्षेत्र के नंदनवन सीमेंट रोड पर किनकर ने पीछे से उसके सर के बाल खींचकर उसे स्कूटी से गिरा दिया और चाकू घोंपकर उसे मार डाला. पुलिस निरीक्षक सिंग निरावड़े ने मामले की जांचकर आरोपी के विरुद्ध न्यायालय में आरोपपत्र दाखिल किया था. उसी आधार पर हुई सुनवाई के बाद अदालत ने उसे उम्रकैद और जुर्माने की सजा सुनाई. न्यायालय में सरकार की ओर से नितिन तेलगोटे ने पैरवी की.

विदर्भ सिंधी विकास परिषद ने चुनी नई कार्यकारिणी

संरक्षक-नानक आहूजा, अध्यक्ष-डॉ. रुघवानी, वरिष्ठ उपाध्यक्ष-प्रताप मोटवानी, महासचिव-शोभा भागिया नागपुर : विदर्भ के सिंधी समाज की शीर्ष प्रतिनिधि संस्था विदर्भ सिंधी विकास परिषद की नई कार्यकारणी का गठन गत दिनों यहां सिंधु नगर, जरीपटका स्थित परिषद के मुख्यालय में आयोजित आमसभा में हुई. इसमें विदर्भ के सभी 11 जिलों के प्रतिनिधि उपस्थित थे. सभी ने सर्वसम्मति से फिर से अमरावती से प्रकाशित हिन्दी दैनिक "प्रतिदिन अखबार" के संस्थापक संपादक और प्रखर समाजसेवी नानक आहूजा को फिर से संरक्षक के रूप में चुना. इसके साथ ही अध्यक्ष डॉ. विंकी रुघवानी और वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रताप मोटवानी चुने गए. महासचिव पद पर पी.टी. दारा के जगह श्रीमती शोभा भागिया को चुना गया. दारा को वैवाहिक समिति के संयोजक पद का दयित्व गया. कोषाध्यक्ष गोपाल खटवानी की जगह अर्जुनदास आसुदानी को चुना गया. उपाध्यक्ष और सचिव पदों पर विदर्भ के सभी जिलों को प्रतिनिधित्व दिया गया. उसके अनुसार सुरेश जग्यासी और तुलसी सेतिया (नागपुर), डॉ. गोविन्द कोडवानी (तुमसर), जेसामल मोटवानी (वडसा देसाईगंज), हरीश अलीमचंदानी (अकोला), लक्ष्मी रोचवानी (गोंदिया), सुरेंद्र पोपली (अमरावती) और घनश्याम मूलचंदानी (बल्लारपुर) उपाध्यक्ष चुने गए. सचिव पद पर विजय विधानी, दौलत कुंगवानी, विनोद दुधानी और गोपाल खटवानी (सभी नागपुर), भगवानदास जीवनानी (वाशिम), महेश बुधवानी ( वर्धा), अशोक जेसवानी (बुलढाणा) और नितिन बख्तार (यवतमाल) चुने गए. चयन के पश्चात अध्यक्ष डॉ. रुघवानी ने अपने संबोधन में कहा कि शीघ्र ही परिषद विदर्भ के सभी जिलों का दौरा कर संगठन के सामाजिक कार्यों को और मजबूती देगी. महासचिव श्रीमती भागिया ने कहा कि विदर्भ और जिला स्तर पर परिषद का युवा संगठन भी खड़ा किया जाएगा. चुनाव अधिकारी अधि. एम.पी. लाला थे.