
कश्मीर समस्या के शांतिपूर्व समाधान की जरूरत पर बल दिया, आरोप-प्रत्यारोप नुकसानदेह
नई दिल्ली : पाकिस्तान के आम चुनाव में मशहूर क्रिकेट कप्तान रहे इमरान खान की तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी सबसे ज्यादा सीटों पर जीत हासिल कर एक बड़ी पार्टी बनकर उभरी है. पाकिस्तान में इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ ने 272 में 119 सीटों पर जीत दर्ज की है. बहुमत के लिए 137 सीटों की जरूरत है. पीएमएल नवाज को 61, पीपीपी को 40 सीटें मिली हैं.
कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई मानवाधिकारों का उल्लंघन बताया
गौरतलब है कि पाकिस्तान की सत्ता संभालने जा रहे इमरान खान ने भारत के साथ अच्छे रिश्ते और व्यवसायिक संबंध की वकालत की है. जीत के बाद अपने पहले बयान में जहां उन्होंने भारत के मीडिया से नाराजगी जताई, वहीं कश्मीर समस्या के शांतिपूर्व समाधान की जरूरत पर बल दिया. इमरान ने कश्मीर मुद्दे के समाधान की बात तो कही, लेकिन वहां पर भारतीय सुरक्षाबलों द्वारा आतंकियों के खिलाफ की जा रही कार्रवाई की आलोचना की. इमरान खान ने कहा कि कश्मीर में भारतीय सेना द्वारा मानवाधिकारों का उल्लंघन किया जा रहा है.
आप एक कदम बढ़ाएंगे तो हम दो कदम बढ़ाने को तैयार हैं
जीत के बाद इमरान खान ने प्रेस कांफ्रेंस करके भारत के साथ अच्छे संबंधों से जुड़ी बातों पर भी अपनी राय दी. इमरान खान ने भारत के साथ रिश्तों पर कहा, ‘हम हमारे संबंधों को बेहतर बनाना चाहते हैं और दोनों देशों के बीच तमाम समस्याओं को सुलझाने के लिए बातचीत से हल निकालेंगे. आप एक कदम बढ़ाएंगे तो हम दो कदम बढ़ाने को तैयार हैं.’ इमरान खान ने बुधवार को हुए चुनाव का नतीजा आने के बाद पाकिस्तान की जनता के संबोधन में भारत समेत कई मुद्दों पर बात की.
भारत से सम्बंधित इमरान खान की ये 5 बड़ी बातें :
– अगर वे हमारी तरफ एक कदम बढ़ाते हैं तो हम दो कदम बढ़ाएंगे लेकिन कम से कम शुरुआत होने की जरूरत है. दोनों देशों के बीच कश्मीर मुख्य मुद्दा है और वार्ता के माध्यम से इसका समाधान होना चाहिए.
– हिन्दुस्तान की मीडिया से मुझे निराशा हाथ लगी, मुझे बॉलीवुड के विलेन की तरह बना दिया.
– मैं ऐसा व्यक्ति हूं जो क्रिकेट के कारण भारत के बहुत से लोगों को यकीनन जानता हूं. हम दक्षिण पूर्व एशिया में गरीबी संकट का समाधान कर सकते हैं.
– उन्होंने कहा कि दोनों पक्षों को इसका समाधान करने के लिए वार्ता की मेज पर आना चाहिए. हम भारत के साथ अपने संबंधों को सुधारना चाहते हैं अगर उनका नेतृत्व भी चाहता हो.
– ऐसा आरोप-प्रत्यारोप कि पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में कुछ भी भारत के कारण गलत हो रहा है और ऐसा ही आरोप वहां भारत में पाकिस्तान पर लगाया जाना हमें उसी चौराहे पर ला खड़ा करता है. हम इस तरह आगे नहीं बढ़ेंगे और यह उपमहाद्वीप के लिए नुकसानदेह है.