नोबेल शांति पुरस्कार की घोषणा कर दी गई है. इथियोपिया के प्रधानमंत्री अबी अहमद को नोबेल शांति पुरस्कार मिला है. शत्रु देश इरिट्रिया के साथ शांति स्थापित कर अंतरराष्ट्रीय शांति और सहयोग में उनके प्रयासों के लिए प्रधानमंत्री अबी अहमद अली का नाम नोबेल पुरस्कार के लिए चुना गया है.
नोबेल कमेटी ने इसकी जानकारी दी है. नोबेल पुरस्कार जूरी ने बताया अबी को “शांति और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग प्राप्त करने के प्रयासों के लिए और विशेष रूप से पड़ोसी इरिट्रिया के साथ सीमा संघर्ष को सुलझाने के निर्णायक पहल के लिए इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया है.”
2018 में प्रधानमंत्री बनने के बाद उदारीकरण की शुरुआत की
अबी अहमद ने इथियोपिया में बड़े पैमाने पर उदारीकरण की शुरुआत की. उन्होंने हज़ारों विपक्षी कार्यकर्ताओं को जेल से रिहा कराया और निर्वासित असंतुष्टों को देश में वापस लौटने की इजाज़त दी. सबसे अहम काम, जिसके लिए नोबेल पुरस्कार के लिए चुना गया, वह यहहै कि पड़ोसी देश इरिट्रिया के साथ दो दशक से भी अधिक समय से चले आ रहे संघर्ष को ख़त्म करते हुए उसके साथ शांति स्थापित की.
हालांकि, उनके सुधारों ने इथियोपिया की नस्लीय तनाव पर से पर्दा उठा दिया, इसके बाद हुई हिंसा में 25 लाख लोगों को अपना घरबार छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा.
साहित्य के नोबेल पुरस्कार
इससे पहले 10 अक्टूबर को वर्ष 2018 के लिए पोलिश लेखिका ओल्गा टोकार्कज़ुक (Olga Tokarczuk) को साहित्य के नोबेल पुरस्कार (Nobel Prize in Literature) से सम्मानित किया गया. वर्ष 2019 के लिए साहित्य का नोबेल पुरस्कार (Nobel Prize in Literature) ऑस्ट्रियाई लेखक पीटर हैंडके (Peter Handke) को दिया गया.
स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोम में नोबेल फाउंडेशन (Nobel Foundation) ने नोबेल पुरस्कार (Nobel Prize 2019) विजेताओं की घोषणा की. बुधवार, 9 अक्टूबर को कैमिस्ट्री के नोबेल पुरस्कार (Nobel Prize 2019) की घोषणा की गई थी, और वह लिथियम-आयन बैटरी का विकास करने के लिए अमेरिका के जॉन बी. गुडइनफ (John Goodenough), इंग्लैंड के एम. स्टैनली विटिंघम (Stanley Whittingham) तथा जापान के अकीरा योशिनो (Akira Yoshino) को संयुक्त रूप से दिया गया था.