हिंदी, गुजराती, मराठी और अंग्रेजी के समर्पित कृषि पत्रकारों को सम्मानित करने की पहल
नई दिल्ली : घुलनशील उर्वरक उद्योग संघ (SFIA) ने बुधवार 9 अप्रैल को ‘‘एसओएमएस कृषि पत्रकारिता पुरस्कार 2025’’ की घोषणा की, जो देश भर में समर्पित कृषि पत्रकारों को सम्मानित करने की पहल है.
एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि SFIA ने कृषि क्षेत्र पर रिपोर्टिंग करने वाले पत्रकारों के योगदान को मान्यता देने के लिए पहली बार पुरस्कार की शुरुआत की है.
SFIA के अनुसार, चार भाषाओं (हिंदी, गुजराती, मराठी और अंग्रेजी) में कृषि मुद्दों पर रिपोर्टिंग करने वाले प्रसारण और प्रिंट/डिजिटल मीडिया पत्रकारों के लिए प्रविष्टियां खुली हैं.
कृषि मुद्दों पर प्रिंट अथवा डिजिटल मीडिया में अपने लेख अथवा रिपोटिंग के कार्य कार-कार सेटों में ऑफलाइन जमा करने की अंतिम तिथि 30 अप्रैल है.
SFIA के अध्यक्ष राजीब चक्रवर्ती ने कहा, ‘‘एसओएमएस पुरस्कार उन पत्रकारों को समर्पित है, जो शहर की सीमाओं से आगे बढ़कर हमारे किसानों और कृषि-उद्यमियों की स्थायी भावना को दर्शाते हैं.’’
उन्होंने कहा कि अपने काम के जरिये वे न केवल जनता को सूचित कर रहे हैं बल्कि ऐसी नीतियों को भी प्रभावित कर रहे हैं जो स्थायी बदलाव ला सकती हैं. चक्रवर्ती ने कहा कि आज देश को यदि कृषि क्षेत्र में अधिक सक्षम बनाना है तो टेक्नोलॉजी के साथ-साथ सही दिशा में कार्य करना जरूरी है. इस कार्य में हमारे समर्पित कृषि पत्रकारों की भूमिका बहुत ही महत्वपूर्ण है.