फारूक अब्दुल्ला के घर में जबरदस्ती घुस रहे शख्स को मार गिराया

लॉबी में आकर संपत्ति बरबाद करना शुरू किया, पहले गार्ड के साथ किया हाथापाई भी नई दिल्ली : जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला के जम्मू स्थित आवास पर घर के अंदर आज शनिवार की सुबह जबरदस्ती घुसते हुए एक शख्स को वहां पर तैनात सुरक्षाकर्मियों ने मार गिराया. पुलिस ने कहा, “घुसपैठिया एक काले रंग की एसयूवी कार चला रहा था. वह बाहरी गेट से होकर गुजरा, उसने सुरक्षा घेरा तोड़ा लेकिन सुरक्षाबलों ने उसे रोक दिया. उसकी एक गार्ड के साथ हाथापाई भी हुई, जो हाथापाई के दौरान चोटिल हो गया.” पूंछ जिले का मोरिफत खान था पुलिस ने आगे कहा, “फिर उसने लॉबी में प्रवेश किया और संपत्ति को बबार्द करना शुरू कर दिया, जिसके बाद उसे गोली मार दी गई. घुसपैठिए के पास से मिले पहचान पत्र में उसकी शिनाख्त पूंछ जिले के मोरिफत खान के रूप में हुई है.” जब घटना हुई तो फारुख अब्दुल्ला अपने आवास में मौजूद नहीं थे. जम्मू जोन के आईजी एस.डी. सिंह जमवाल ने बताया कि पूंछ जिले के रहने वाले मुरफास शाह नाम का शख्स जबरदस्ती फारूक अब्दुल्ला के घर में घुसने का प्रयास कर रहा था. वह एसयूवी में बैठकर जबरदस्ती वीआईपी गेट से घुस आया. उसके पास कोई हथियार नहीं था। जांच अभी जारी है. जम्मू के एसएसपी विवेक गुप्ता ने बताया - “घुसपैठिए मुख्य दरवाजा तोड़कर अंदर आ गया था. वहां पर तैनात ड्यटी ऑफिसर्स से उसकी उसके लड़ाई हुई. जिसमें ड्यूटी ऑफिसर घायल भी हुआ है. उसके बाद वह आवास के अंदर घुस आया. उसके बाद उसे गोली मार दी गई.” घुसपैठिए के पिता ने उठाए सवाल उधर, जिस युवक को फारू अब्दुल्ला के घर पर मारा गया है, उसके पिता ने कहा- वह पिछली रात को मेरे साथ था. वह रोजना जिम जाता था और आज भी जिम के लिए निकला था. मैं यह जानता हूं कि उसे क्यों मारा गया है. जिस वक्त दरवाजा तोड़ा गया, उस समय सिक्योरिटी गार्ड कहां पर थे? क्यों ने उन्होंने इसे गिरफ्तार किया? फारूक अब्दुल्ला के बेटे और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट करते हुए लिखा है- जो घटना मेरे पता के जम्मू स्थित भटिंडी आवास पर हुई है, वह मुझे पता चला है और मैने उसे साझा किया है. इस वक्त जानकारी काफी कम है. शुरूआती रिपोर्ट से यह पता चला है कि घुसपैठिए मुख्य दरवाजे से प्रवेश कर लिया था.

गुरु के आशीष के लिए भगवान के प्रति समर्पण जरूरी – संत सेवक स्वामीजी

आत्मीय सत्संग मंडल ने गुरुपुर्णिमा उत्सव का किया सफल आयोजन नागपुर : रोजाना कुछ पल, मन और बुद्धि भगवान को समर्पित कर लें तो जीवन में तरक्की होगी, गुरु का आशीष बना रहेगा और अक्षरधाम यात्रा सफल होगी. यह पावन सन्देश योगी डिव्हाइन सोसायटी स्वामीनारायण सोखड़ा (वड़ोदरा) के प्रादेशिक संत सेवक स्वामीजी ने दिया. आत्मीय सत्संग मंडल नागपुर की ओर से गुरुपुर्णिमा उत्सव बचत भवन, सीताबर्डी में अति उत्साह, श्रद्धा और भक्तिभाव से मनाया गया. इस पावन बेला पर प्रादेशिक संत सेवक स्वामीजी तथा आदर्श स्वामीजी विशेष रूप से उपस्थित थे. मंच पर उनके साथ नगरसेवक संजय बंगाले, अरविंद पटेल और संजय श्रीवास्तव प्रमुख रूप से उपस्थित थे. प्रारंभ में, आत्मीय सत्संग मंडल की ओर से सुमधुर भजन संध्या का प्रस्तुतिकरण किया गया. विनय शुक्ल, किशोर भट, पवन मेश्राम, आशुतोष पराते, राजू वड्यालकर एवं श्यामल मेश्राम ने भजन प्रस्तुति की. तबले पर राजेश ठाकरे तथा की बोर्ड पर मोहनभाई ने संगत की. प्रस्तावना में अरविंद पटेल ने कहा कि नागपुर आत्मीय सत्संग मंडल एवं हरिभगतों की स्वामीनारायण भगवान, परम पूज्य हरिप्रसाद स्वामीजी महाराज के प्रति निरंतर बढ़ती आत्मीयता निश्चित रुपसे सराहनीय है. इसके पश्चात, जयवंत मोहिते ने भक्ति सामर्थ्य की महिमा तथा स्वयं के अनुभव प्रस्तुत किया. कॉर्पोरेट ट्रेनर अमोल मोर्या ने युवक-युवतियों को सफल जीवन की परिभाषा, लगन, मेहनत और लक्ष्य को हासिल करने के नुस्खे बताए. संजय श्रीवास्तव ने भक्तों से सही मायने में भगत, विनम्र और शालीन आचरण से दासों का दास बनने का आह्वान किया. इस अवसर पर 7वीं से 9वीं कक्षा के 30 विद्यार्थियों को, जिनके पास पढ़ाई के पर्याप्त साधन नहीं हैं, उन्हें नागपुर आत्मीय सत्संग मंडल की ओर से शिक्षा सामग्री प्रदान की गई तथा दसवीं कक्षा में अच्छे अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों का सेवक स्वामी ने अपने करकमलों से सम्मान किया. साथ ही सामाजिक दायित्व कि भावना के रूप में एवं यशवंत नागुलवार के सहयोग से बेसा परिसर में 85 पौधे लगाए गए. कार्यक्रम का सुचारू रूप से मंच संचालन चेतन भट ने किया. भगवान स्वामीनारायण की आरती और महाप्रसादसे कार्यक्रम का समापन हुआ. कार्यक्रम की सफलता के लिए नागपुर आत्मीय सत्संग मंडल के सभी सदस्य, महिलावर्ग का भरपूर सहयोग रहा. आत्मीय युवक, युवतियां, हरिभक्त एवं मान्यवर निमंत्रितगण बड़ी संख्या में उपस्थित थे.

कानून-व्यवस्था को मजबूत करेंगे नए सीपी नागपुर की

नागपुर सिंधी समाज ने किया भूषण कुमार उपाध्याय का सत्कार नागपुर : नागपुर शहर के सिंधी समाज की सर्वोच्च संस्था नागपुर सेंट्रल सिंधी पंचायत द्वारा जाबांज, मिलनसार, कर्मठ पुलिस आयुक्त भूषण कुमार उपाध्याय का आज शाल श्रीफल और शिरडी साईबाबा की डायरी देकर अध्यक्ष प्रताप मोटवानी महासचिव विनोद जेठानी और मिसेज इंडिया श्रीमती नेहा परोहा, नीरज परोहा, समाजसेवी धर्मेंद्र उपाध्याय ने किया. इस अवसर पर अध्यक्ष प्रताप मोटवानी ने कहा कि उपाध्याय का नारा एक हाथ में डंडा और एक हाथ में प्यार पूरे शहर में प्रख्यात हो गया है. उपाध्याय जी नागपुर में ग्रामीण पुलिस, ट्रैफिक और सेंट्रल जेल में बेहत्तरीन कार्य कर अपना-अलग ही व्यक्तित्व बना चुके है. सौभाग्य की बात है कि ऐसे कर्मठ मिलनसार, जाबांज और सभी क्षेत्रों में आल राउंडर पुलिस आयुक्त मिले हैं, मोटवानी ने विश्वास व्यक्त किया कि नागपुर वासियों उनके कुशल नेतृत्व में नागपुर में कानून व्यवस्था बेहद मजबूत होंगी. उपाध्यायजी ने सभी का अभिवादन स्वीकार किया. उनकी लोकप्रियता का उदाहरण यह था कि उनका सत्कार करने के लिए पूरे नागपुर के संघटन, गणमान्य उनका सत्कार करने के लिए भारी हुजूम वहां उपस्तिथ था. अंत में आभार विनोद जेठानी ने किया.

नागपुर विशविद्यालय का 95वां स्थापना दिवस आज

'राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज जीवन साधना पुस्कार' से सम्मानित किए जाएंगे डॉ. बी.आर. अंधारे विपेन्द्र कुमार सिंह नागपुर : राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज नागपुर विशविद्यालय के 95वां स्थापना दिवस समारोह का आयोजन कल शनिवार, 4 अगस्त को प्रातः 10 बजे यहां अम्बाझरी रोड स्थित गुरु नानक भवन में मनाया जाएगा. यह जानकारी आज यहां विश्वविद्यालय के उपकुलपति डॉ. एस.पी. काने ने एक पत्रपरिषद में दी. उन्होंने बताया कि इस अवसर पर विश्वविद्यालय का प्रतिष्ठित "राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज जीवन साधना पुस्कार" प्रसिद्ध इतिहासकार डॉ. भालचंद्र रामचंद्र अंधारे को दिया जाएगा. उपकुलपति ने बताया कि समारोह के मुख्य अतिथि गुजरात टेक्नोलॉजी यूनिवर्सिटी के उपकुलपति डॉ. नवीन सेठ होंगे. कार्यक्रम की अध्यक्षता नागपुर विश्वविद्यालय के उपकुलपति डॉ. काने करेंगे. नागपुर की प्रतिष्ठित शिक्षण संस्था श्री रामदेव बाबा सार्वजनिक समिति का चयन "आदर्श शिक्षण संस्था" के रूप में किया गया है. समारोह में समिति का भी सम्मान किया जाएगा. साथ ही विशविद्यालय के श्रेष्ठ विद्यार्थी, श्रेष्ठ अधिकारी, विभिन्न श्रेणी में श्रेष्ठ कर्मचारियों का भी चयन किया गया है. इन सभी को समारोह में सम्मानित किया जाएगा.

अब संभव होगा ‘संवैधानिक मामलों’ में न्यायिक कार्यवाहियों का सीधा प्रसारण

इंदिरा जयसिंह की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने दिया ‘समग्र’ दिशानिर्देश तैयार करने का आदेश नई दिल्ली : सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को कहा कि ‘संवैधानिक महत्व’ के मामलों में न्यायिक कार्यवाहियों का सीधा प्रसारण किया जा सकता है. सुप्रीम कोर्ट ने अटॉर्नी जनरल से इसके अवलोकन और मंजूरी के लिए ‘समग्र’ दिशानिर्देश तैयार करने को कहा. प्रधान न्यायाधीश न्यायमूर्ति दीपक मिश्रा, न्यायमूर्ति ए.एम. खानविलकर और न्यायमूर्ति डी.वाई. चंद्रचूड़ की सदस्यता वाली पीठ ने वरिष्ठ अधिवक्ता इंदिरा जयसिंह समेत सभी पक्षकारों से कहा कि वे अटॉर्नी जनरल के.के. वेणुगोपाल को अपने-अपने सुझाव दें. इंदिरा जयसिंह ने दायर की है याचिका इंदिरा जयसिंह ने राष्ट्रीय महत्व के मामलों में कार्यवाही की वीडियो रिकॉर्डिंग के लिए जनहित याचिका दायर की है. पीठ ने कहा कि शीर्ष कानूनविद इन सुझावों पर विचार करेंगे और अदालत के अवलोकन एवं मंजूरी के लिये समग्र दिशानिर्देश तैयार करेंगे. क्या है इंदिरा जयसिंह की याचिका में? इंदिरा जयसिंह ने अपनी याचिका में संवैधानिक एवं राष्ट्रीय महत्व वाले मामलों के सीधे प्रसारण का अनुरोध किया है. उन्होंने कहा कि नागरिकों को यह जानने का अधिकार है और इसके लिए संवैधानिक एवं राष्ट्रीय महत्व वाले मामलों का सीधा प्रसारण किया जा सकता है. दिशानिर्देश सरकार के पास भी भेजे जाएंगे अटॉर्नी जनरल वेणुगोपाल ने कहा कि ये दिशानिर्देश सरकार के पास भी भेजे जाएंगे, ताकि सरकार इसका अवलोकन करके अपने सुझाव भी दे. इसके लिए उन्होंने अदालत से दो सप्ताह का समय मांगा. पीठ ने अगली सुनवाई के लिए 17 अगस्त की तारीख तय की है. केंद्र प्रायोगिक तौर पर शुरू करने को तैयार केंद्र ने कहा था कि न्यायिक प्रक्रियाओं की वीडियो रिकॉर्डिंग और लाइव स्ट्रीमिंग को प्रधान न्यायाधीश की अदालत में संवैधानिक मामलों की सुनवाई के दौरान प्रायोगिक तौर पर शुरू किया जा सकता है. वेणुगोपाल ने पीठ को यह भी बताया कि न्यायिक प्रक्रियाओं की लाइव स्ट्रीमिंग और वीडियो रिकॉर्डिंग की प्रायोगिक परियोजना को प्रयोग के आधार पर शुरू किया जा सकता है.

महाराष्ट्र में भाजपा की लहर जारी : जीती दोनों महापालिका चुनाव

मराठा बहुल सांगली से किया कांग्रेस का पता साफ, जलगांव में शिवसेना को उखाड़ा मुंबई : महाराष्ट्र के सांगली और जलगांव महापालिका के लिए आज शुक्रवार को हुई मतगणना के मुताबिक दोनों ही महापालिकाओं में भाजपा के मेयर बनने का रास्ता साफ हो गया है. सांगली की 78 सीटों में से 41 सीटें भाजपा ने जीत ली हैं तो वहीं जलगांव की 75 सीटों में 57 सीटों पर भी उसी की जीत हुई है. आंकड़े बता रहे हैं कि उत्तर महाराष्ट्र में भाजपा की लहर जारी है, यही वजह है कि जलगांव में भाजपा को भारी जीत मिली हुई है. दोनों महापालिकाओं की 153 सीटों पर 754 उम्मीदवारों ने अपना भाग्य आजमाया था. सांगली में 78 और जलगांव में 75 सीटों के लिए मतदान हुआ था. जलगांव और सांगली- मिरज- कुपवाड महानगर पालिका चुनाव में लगभग 57 प्रतिशत मतदान हुआ था. इन चुनावों में महाराष्ट्र में प्रमुख विपक्षी दल की भूमिका निभा रही कांग्रेस और एनसीपी ने गठबंधन किया था. वहीं, सत्तारूढ़ भाजपा और शिवसेना अलग-अलग चुनाव लड़ी थी. सांगली में ढह गया कांग्रेस का किला, भाजपा को मिला स्पष्ट बहुमत शाम पांच बजे तक हुई मतगणना के मुताबिक सांगली महापालिका चुनाव में भाजपा की बड़ी जीत हासिल की है. यहां से भाजपा ने कांग्रेस के किले को ढहा दिया है. भाजपा ने 78 में से 41 सीटें जीत कर स्पष्ट बहुमत हासिल कर लिया है. आपको बता दें कि कांग्रेस को 20 और एनसीपी को 15 सीटों पर जीत मिली है. जबकि शिवसेना को एक भी सीट पर जीत नहीं मिली है. स्वाभिमानी आघाड़ी और निर्दलीय को एक-एक सीट पर जीत हासिल हुई है. इस चुनाव में 78 सीटों के लिए 451 उम्मीदवार मैदान में थे. सांगली मिरज महापालिका बनने के बाद से ही इस पर कांग्रेस का कब्जा था. लेकिन इस बार के चुनाव में वह किला ढह गया है. उल्लेखनीय है कि सांगली पश्चिम महाराष्ट्र में आता है. यहां मराठा मतदाता ज्यादा हैं. जलगांव में भाजपा की एकतरफा जीत, कांग्रेस का नहीं खुला खाता महाराष्ट्र के जलगांव नगर निगम में भाजपा को एकतरफा जीत मिली है. जलगांव की 57 सीटों पर भाजपा के उम्मीदवार जीत गए हैं. जलगांव नगरनिगम की 75 सीटों पर हुए चुनाव में से शिवसेना को कुल 13 सीटों पर जीत हासिल हुई, जबकि एमआईएम के 3 उम्मीदवार जीते हैं. यहां से निर्दलीय 2 उम्मीदवार भी जीते हैं. इस नगर निगम में कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन का खाता तक नहीं खुल सका. ज्ञातव्य है कि शिवसेना ने नेता सुरेशदादा जैन के नेतृत्व में चुनाव लड़ा था. सुरेशदादा जैन पहले खानदेश विकास आघाड़ी में लड़ते थे. शिवसेना के चुनाव चिह्न पर इस बार लड़े. 20 साल बाद नगर निगम में सुरेशदादा जैन की हार हुई है. महाराष्ट्र के जलगांव में भाजपा को अब तक की सब से बड़ी जीत मिली है. जलगांव में मुख्यमंत्री फड़णवीस के निकटवर्तीय गिरीश महाजन के नेतृत्व की यह बड़ी जीत मानी जा रही है. जलगांव में 75 सीट के लिए मतदान हुआ है. गौरतलब है कि जलगांव सिटी में मराठा वोटर कम हैं. यहां के स्थानीय नेता सुरेश जैन के लिए यह सबसे बड़ा धक्का...

इमरान खान की मुश्किलें बढ़ीं, भ्रष्टाचार रोधी निकाय ने भेजा समन

खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के सरकारी हेलीकॉप्टरों के गलत इस्तेमाल का आरोप, 7 अगस्त को है पेशी नई दिल्ली : पाकिस्तान के अखबार 'द एक्सप्रेस ट्रिब्यून' के अनुसार आगामी 11 अगस्त को देश की सत्ता संभालने की तैयारी कर रहे इमरान खान की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. एक ओर प्रमुख विपक्षी दल उन्हें सत्ता संभालने रोकने पर आमादा हैं तो दूसरी ओर उन पर सरकारी हेलीकॉप्टरों के गलत इस्तेमाल का आरोप लगा है. इस संबंध में देश के भ्रष्टाचार रोधी निकाय ने समन भेजा है. एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इससे खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के खजाने को 21.7 लाख रुपए का नुकसान हुआ. खैबर पख्तूनख्वा में साल 2013 से इमरान खान की पार्टी की प्रांतीय सरकार है. राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) ने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के 65 वर्षीय प्रमुख को 7 अगस्त को पेश होने के लिए समन भेजा है. इमरान को इससे पहले 18 जुलाई को समन भेजा गया था, लेकिन वह चुनाव के कारण ब्यूरो के समक्ष पेश नहीं हुए. द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की खबर के मुताबिक, एनएबी प्रांतीय सरकार के हेलीकॉप्टर का 72 घंटे तक इस्तेमाल करके प्रांतीय सरकार के राजकोष में 21.7 लाख रुपए का नुकसान पहुंचाने की जांच कर रहा है. उनके वकील ने एक अपील दायर करते हुए एनएबी से मामले में आम चुनाव के बाद ‘‘अच्छा हो कि 7 अगस्त’’ की तारीख तय करने का अनुरोध किया था. खान की पार्टी 25 जुलाई को हुए चुनावों में सबसे बड़े दल के तौर पर उभरी है. 65 वर्षीय इमरान खान के 11 अगस्त को शपथ लेने की संभावना है.

कर्मचारियों के वेतन से कम कटेगी ईपीएफ की रकम

सोशल सिक्योरिटी के लिए वह कम कंट्रीब्यूशन की सिफारिश संभव नई दिली : सामाजिक सुरक्षा के नाम पर केंद्र सरकार निजी क्षेत्र के कर्मचारियों के वेतन में से प्रॉविडेंट फंड (ईपीएफ) कंट्रीब्यूशन की रकम को कम करने पर विचार-विमर्श कर रही है. श्रम मंत्रालय में फिलहाल एक कमेटी इस कंट्रीब्यूशन की सीमा पर विमर्श कर रही है. इससे कर्मचारियों की सैलरी से पीएफ की रकम 12 फीसदी की बजाय 10 फीसदी कटेगी. एक अधिकारी ने बताया, “कमेटी इस माह के अंत तक अपनी सिफारिशें तैयार कर लेगी. सामाजिक सुरक्षा (सोशल सिक्योरिटी) के लिए वह कम कंट्रीब्यूशन की सिफारिश कर सकती है.” रिपोर्ट के मुताबिक, एंप्लाइज कंट्रीब्यूशन में गिरी से गिरी हालत में दो फीसदी की गिरावट लाई जा सकती है. कंपनियों की ओर से सैलरी में किया जाने वाला कंट्रीब्यूशन भी कम हो सकता है. सिफारिशें आने के बाद मंत्रालय इस पर सभी पक्षों से चर्चा करेगा. आगे जो भी बदलाव किए जाएंगे, उन्हें अंतिम रूप देकर सोशल सिक्योरिटी कोड का हिस्सा बनाया जाएगा. फिलहाल सोशल सिक्योरिटी कंट्रीब्यूशन, एंप्लॉइज की मूल तनख्वाह (बेसिक सैलरी) का 24 फीसदी है. 12 फीसदी इसमें कर्मचारी के हिस्से का कंट्रीब्यूशन शामिल है, जो उसके पीएफ खाते में आता है. वहीं, बाकी का 12 फीसदी कंपनी अपने हिस्से से जमा कराती है. यह रकम पेंशन खाते, पीएफ खाते और डिपॉजिट लिंक्ड बीमा योजना सरीखी चीजों में विभाजित रहता है. जानकारी के अनुसार, पीएफ कंट्रीब्यूशन की व्यवस्था में परिवर्तन होने के बाद कंपनी और कर्मचारी का कंट्रीब्यूशन कम कर के 10 फीसदी किया जा सकता है. यही वजह है कि लोगों के पास अधिक तनख्वाह आएगी. हालांकि, जहां पर 20 से कम कर्मी कार्यरत हैं, वहां पहले से ही 10 फीसदी के कंट्रीब्यूशन का नियम अमल में लाया जा रहा है. मंत्रालय से जुड़े एक अधिकारी ने कहा, “हम सोशल सिक्योरिटी कवरेज के दायरे को बढ़ाना चाह रहे हैं. यह पांच गुणा किया जा सकता है। हमें लगता है कि आगे कर्मचारियों और कंपनी के कंट्रीब्यूशन में की जाने वाली कमी सभी के लिए फायदेमंद होगी.”

कला संगम ने “इम्मॉरटल रफी” कार्यक्रम से दिया मो. रफी को श्रद्धांजलि

पुण्यतिथि पर महान पार्श्व गायक की स्मृति में लक्ष्मीनगर सायंटिफिक सभागृह में कार्यक्रम नागपुर : अपनी सुमधुर गायकी और मखमली आवाज से संगीत क्षेत्र में अपनी छाप छोड़ जाने वाले स्व. मोहम्मद रफी की पुण्यतिथि पर नागपुर के 'कलासंगम' द्वारा आयोजित और 'स्वरधारा' संस्था की ओर से हाल ही में प्रस्तुत कार्यक्रम “इम्मॉरटल रफी” लक्ष्मीनगर सायंटिफिक सभागृह में संपन्न हुआ. 'कलासंगम' और 'स्वरधारा' की ओर से पिछले दस वर्षों से इस महान पार्श्व गायक की स्मृति को उन्हीं के गाए गीतों की प्रस्तुति से उनके चाहने वालों को भावविभोर किया जाता रहा है. ऐसे ही कार्यक्रम में नागपुर की सुप्रसिद्ध गायक जोड़ी योगेंद्र और ईशा रानडे ने वाद्यवृंद के साथ सुन्दर कार्यक्रम प्रस्तुत किया. गायकद्वय के अलावा नन्हीं सी “अवनी” कार्यकम की मुख्य आकर्षण थी. तीनों ने मिलकर रफ़ी की यादगार गीत "नन्हे मुन्ने बच्चे तेरी मुठ्ठी में क्या है" गाकर श्रोताओं को मुग्ध कर दिया. अवनी की गायकी और उसके आत्मविश्वास के लिए श्रोताओं की ओर से उसे ढेर शुभेच्छाएं मिलीं. 'तुमने पुकारा और हम चले आए' गीत से कार्यक्रम की शुरुआत हुई. अपनी मधुर आवाज से योगेंद्र ने "गर तुम भुला ना दोगे..., जो बात तुझमें है तेरी तसवीर में नहीं..., लिखे जो खत तुझे...,आज पुरानी राहों से..., मैं तो तेरे हसीन खयालों में खो गया" और अन्य सोलो गीत प्रस्तुत किए. ईशा के सुरों के साथ भी रफी के युगल गीतों में "साज ए दिल छेड़ दे..., देख हमें आवाज न देना ओ बेदर्द जमाने..., आवाज देके हमें तुम बुलाओ... के साथ जान चली जाए.... , नि सुलताना रे.., आया सावन झुमके..., ओ हसीना जुल्फों वाली..., आदि दमदार गीतों ने पूरी महफिल को झूमने पर मजबूर कर दिया. योगेंद्र के "जंगल में मोर नाचा" और ईशा-योगेंद्र के "जबाने यार मन तुर्की" ने कार्यक्रम में विशेष रंग भर दिया. श्रोता प्रत्येक प्रस्तुति पर 'वन्स मोर-वन्स मोर' की आवाज लगा कर कार्यक्रम की श्रेष्ठता पर अपनी मुहर लगाते जा रहे थे. कार्यक्रम की विशेषता रफी साहब के शीर्षक गीत थे. इनमें "फिर वही दिल लाया हूं..., चाहे कोई मुझे जंगली कहे..., दिल तेरा दिवाना..." भी रसिकों को तृप्त कर गया. डॉ. सुहास देशपांडे ने कार्यक्रम में प्रस्तुत गीतों के चयन में अपनी अप्रतिम क्षमता का परिचय दिया. श्वेता शेलगांवकर ने कार्यक्रम के संचालन से कार्यक्रम को एक अलग सी ऊंचाई दे दी. वाद्ययंत्रों के कुशल संचालन से वाद्यवृंद के पवन मानवटकर महेंद्र ढोले, प्रकाश खंडाले, प्रकाश चव्हाण, अरविंद उपाध्ये, अमर शेंडे, अशोक टोकलवार, सुभाष वानखेड़े, दीपक कांबले व श्रीमती उज्ज्वला गोकर्ण ने गीतों को सतरंगी छटा बिखेरने में पूरा-पूरा सहयोग किया. सेन्ट्रल बैंक व समृद्धि को-ऑपरेटिव बैंक के सहयोग से यह स्तरीय और सर्वांगसुंदर कार्यक्रम प्रस्तुत किया जा सका. गायक-वादक कलाकारों के इस अप्रतिम प्रस्तुतिकरण के लिए जितना भी आभार माना जाए काम ही होगा.

कोराडी–खापरखेड़ा की राख पर आधारित औद्योगिक क्लस्टर स्थापित करने का निर्णय

कुम्भकार व्यवसायियों को ईंट व राख आधारित सामग्री बनाने का प्रशिक्षण और भूमि दे महाजेनको नागपुर : पारंपारिक ईंट भत्तों और उनसे होने वाले प्रदूषण रोकने के लिए सर्वोच्च न्यायालय, राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण ने शहरी वसाहत से 500 मीटर तक पारंपारिक पद्धति से ईंट उत्पादन करने से रोकने का आदेश दिया है. सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के मद्देनजर महाराष्ट्र शासन ने कोराडी और खापरखेड़ा थर्मल पावर स्टेशनों से निकलने वाली कोयले की राख पर आधारित औद्योगिक क्लस्टर स्तापित करने का निर्णय निर्णय लिया है. मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस, उर्जा मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले और विधायक कृष्णा खोपड़े की पहल पर महाजेनको ने खापरखेड़ाऔर कोराडी थर्मल पावर स्टेशनों द्वारा अधिगृहित जमीन का उद्देश्य बदल कर उस जमीन पर राख आधारित उद्योग स्थापित करने औद्योगिक समूह विकसित करने का निर्णय गत माह 22 जुलाई को लिया है. अब इससे राख आधारित उद्योगों को बढ़ावा मिलना संभव हो गया है. मुख्यमंत्री व उर्जा मंत्री की थर्मल विद्युत केंद्र परिसरों में राख आधारित क्लस्टर निर्माण कर परंपरागत कुम्भकार व्यवसायियों को उद्योग के लिए कर्ज योजना, आवश्यक अनुमति और संरचनात्मक सुविधा उपलब्ध कराया है. इससे राख को हटाने पर महाजेनको का भारी खर्च भी बचेगा. इसी सिलसिले में पिछले दिनों विद्युत भवन, नागपुर के सभागृह में महाजेम्स द्वारा आयोजित बैठक में प्रमुख अतिथि के रूप में विधायक कृष्णा खोपड़े ने मेहनती कुम्भकार व्यवसायियों को राख आधारित कार्य करने का अवसर देने का सुझाव दिया. उन्होंने कहा कि उनके परंपरागत व्यवसाय की जगह बदलती तकनीक और पर्यावरण विषयक कठोर नियमों मद्देनजर उन्हें प्रशिक्षण देकर इस औद्योगिक कलस्टर में भूमि भी उपलब्ध कराने की जरूरत है. बैठकी के अध्यक्ष महाजेम्स के संचालक सुधीर पालीवाल थे, साथ ही इस अवसर पर महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण मंडल के उप प्रादेशिक अधिकारी हेमा देशपांडे, नागपुर सुधार प्रन्यास के कार्यकारी अधिकारी प्रशांत भांडारकर, कुंभार सेवा समिति के अध्यक्ष राजीव खरे, विदर्भ कुंभार समाज विकास समिति के सुरेश हारोडे और प्रमोद पेंडके, महेंद्र राउत प्रमुख रूप से उपस्थित थे. बैठक का संचालन महाजेम्स के अतिरिक्त कार्यकारी अभियंता प्रशांत देशपांडे ने और आभार प्रदर्शन कार्यकारी अभियंता उपेंद्र पाटिल ने किया. बैठक में उप मुख्य अभियंता सुखदेव सोनकुसरे, अधीक्षक अभियंते परमानंद रंगारी, कार्यकारी अभियंता राजेंद्र मंडवाले, उप कार्यकारी अभियंता पंकज धारस्कर तसेच कुंभार व्यावसायिक पंचकमेटी सदस्य योगेश आमगे, श्याम आमगे, कमलेश जुगेले, लक्ष्मण अवथे, ओंकार आमगे, राजेश जुगेले, सुनील कन्पे, धीरज देहरे भी उपस्थित थे. .