55 किलोग्राम का सोने का है कलश, 10,000 रुपए इनाम की घोषणा
भोपाल (मध्य प्रदेश) : शिवपुरी जिले के खनियांधाना किले के राजमहल में 300 वर्ष से भी पुराने ऐतिहासिक राम-जानकी मंदिर की गुम्बद पर लगा 55 किलोग्राम का स्वर्ण कलश बुधवार-गुरुवार की दरम्यानी रात चोरी हो गया. जिसकी कीमत करीब 15 करोड़ रुपए है. प्राप्त जानकारी अनुसार स्वर्ण कलश को चुराने का प्रयास 5 साल पहले 2013 में भी किया गया था.
छानबीन में जुटी पुलिस
कलश चोरी होने के बाद खनियांधाना नगर पंचायत अध्यक्ष एवं राम-जानकी मंदिर के संरक्षक शैलेन्द्र सिंह जूदेव ने सबसे पहले मंदिर के गुम्बद पर स्थापित स्वर्ण कलश को गायब देखा और पुलिस को सूचित किया. सूचना मिलने के बाद पिछोर क्षेत्र के अनुविभागीय अधिकारी, पुलिस (एसडीओ,पी) आर.पी. मिश्रा सहित थाना प्रभारी राकेश शर्मा व अन्य पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और जांच में जुट गए. डॉग स्क्वाड और फिंगर प्रिंट विशेषज्ञ मौके पर पहुंचे और इस संबंध में पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी गई है. फिलहाल अभी तक चोरों का कोई सुराग नहीं लगा है. पुलिस ने कलश चुराने वालों की जानकारी देने वाले व्यक्ति को 10,000 रुपए इनाम देने की घोषणा की है.
जूदेव खनियांधाना के पूर्व राज परिवार के सदस्य हैं किले के एक भाग में रहते हैं. मंदिर और किला दोनो पास-पास ही हैं.उल्लेखनीय है कि नवाब काल में स्वतंत्र राजधानी रही खनियांधाना के किले में तत्कालीन महाराजा खलक सिंह जूदेव ने 300 वर्ष पूर्व राम-जानकी मंदिर की स्थापना की थी. मंदिर का निर्माण के समय ओरछा धाम के राजा ने राम-जानकी मंदिर के कलश का निर्माण कराया गया था. दोनों मंदिरों की गुम्बद पर एक साथ कलश चढ़ाए गए थे.