बकरा

लोकसभा चुनाव 2019 : वाराणसी में प्रियंका को बकरा बनाना नहीं चाहती कांग्रेस

नई दिल्ली : कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी का वाराणसी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने को लेकर असमंजस अभी भी बरकार है. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी इस मुद्दे पर अभी सस्पेंस बनाए रखना चाहते हैं. समझा जाता है कि अभी कांग्रेस यह आंकने में लगी है कि प्रियंका के लिए वाराणसी कितना मुफीद होगा. कांग्रेस प्रियंका को वाराणसी में बलि का बकरा बनाना नहीं चाहती. वाराणसी लोकसभा क्षेत्र के रोहनिया, वाराणसी (उत्तर), वाराणसी (दक्षिण), सेवापुरी और बनारस कैंटोनमेंट पांच विधानसभा चुनाव खेत्रों का समावेश है. 2014 के चुनाव में यहां नरेंद्र मोदी को 56.36 प्रतिशत वोट मिले थे. जबकि कांग्रेस-सपा मोर्चे को मात्र 7.33 प्रतिशत, बसपा को 5.87 और आम आदमी पार्टी को 20.29 प्रतिशत मत मिले थे. ऐसे में कांग्रेस प्रियंका के बारे में फिलहाल इस प्रश्न पर केवल सस्पेंस ही कायम रखना चाहती है. प्रियंका को राहुल की हरी झंडी का इन्तजार उधर आज रविवार को केरल के वायनाड में आज रविवार को वाराणसी सीट से चुनाव लड़ने को लेकर जब प्रियंका गांधी से पूछा गया तब उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी वाराणसी से चुनाव लड़ने के लिए कहते हैं तो मुझे खुशी होगी. लोकसभा चुनाव को लेकर प्रियंका गांधी केरल के वायनाड में दो दिवसीय दौरे पर हैं. एक समाचार एजेंसी के अनुसार जब उनसे पूछा गया कि क्या वो वाराणसी से चुनाव लड़ेंगी? तब उन्होंने कहा कि 'अगर कांग्रेस अध्यक्ष मुझसे वाराणसी से चुनाव लड़ने को कहते हैं, तो मुझे बहुत खुशी होगी.' बता दें कि एक इंटरव्यू में जब राहुल गांधी से पूछा गया कि क्या प्रियंका गांधी लोकसभा का चुनाव लड़ेंगी? इस पर राहुल गांधी ने कहा कि देखते हैं, अभी थोड़ी देर सस्पेंस रहने दीजिए. केरल में मोदी पर साधा निशाना इससे पहले कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर शनिवार को निशाना साधते हुए कहा कि अभी की तरह इतनी “कमजोर सरकार” और ‘कमजोर प्रधानमंत्री’ कभी नहीं रहा है. प्रियंका फिलहाल वायनाड में हैं, जहां से उनके भाई एवं पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी चुनाव लड़ रहे हैं. उन्होंने कहा कि वह जानना चाहती हैं कि क्या सरकार की नीतियों की आलोचना करने वालों की आवाज दबाना ‘‘राष्ट्रवाद’’ है. राहुल उत्तर प्रदेश के अमेठी से भी चुनाव लड़ रहे हैं.
कर्मवीरों

वेकोलि श्रमोत्सव में मुख्यालय, दस क्षेत्रों और केंद्रीय कर्मशाला के कर्मवीरों का सम्मान

नागपुर : वेस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (वेकोलि) में मंगलवार, 16 अप्रैल 2019 को संपन्न श्रमोत्सव-2019 में मुख्यालय और दस क्षेत्रों तथा केंद्रीय कर्मशाला तडाली के कर्मवीरों को सम्मानित किया गया. उल्लेखनीय है कि वेकोलि ने वित्तीय वर्ष 2018-19 में 53.18 मिलियन टन उत्पादन तथा 55.56 मिलियन टन कोयला डिस्पैच कर नया कीर्तिमान स्थापित किया. इस उपलब्धि पर श्रमवीरों को सम्मानित कर उनके प्रति आभार व्यक्त किया गया. इसके पूर्व 9 अप्रैल को उमरेड एवं 12 अप्रैल को वणी क्षेत्र में श्रमोत्सव आयोजित किया गया था. इस अवसर पर सीएमडी राजीव रंजन मिश्र, डीपी डॉ. संजय कुमार, डीएफ एस.एम. चौधरी, डीटीओ मनोज कुमार, डीटीपीपी अजीत कुमार चौधरी, डीपी (सीआईएल) आर.पी. श्रीवास्तव, कोयला मंत्रालय के आर्थिक सलाहकार अनिमेष भारती तथा स्वतंत्र निदेशक के.एन. शेलट, इंद्र घोष, एम.के. भट्ट तथा एन. रामा राव (कम्पनी के संपूर्ण बोर्ड) उपस्थित थे. श्रमोत्सव में कम्पनी के अग्रजों का आशीर्वाद मिला इस अवसर पर सीआईएल/वेकोलि के अग्रजों (सेवा निवृत्त निदेशक गण) सर्वश्री सी.एच. खिस्ती, एस.एन. कटियार, के.के. शरण,ओ.पी. मिगलानी, टी.एन. झा तथा इरावती दाणी ने सपरिवार शिरकत कर वेकोलि की उपलब्धियों पर बधाई दी. शक्ति ग्रुप को मिली पहचान श्रमोत्सव 2019 में झंकार महिला मंडल की अध्यक्ष श्रीमती अनिता मिश्र, उपाध्यक्ष श्रीमती रीना कुमार, श्रीमती अनिता अग्रवाल, श्रीमती राधा चौधरी तथा श्रीमती अंजना झा ने महिला कर्मियों के शक्ति ग्रुप को बैज प्रदान किया. कर्मवीरों के सम्मान से उत्साह का संचार मुख्यालय एवं क्षेत्रों के कर्मवीरों को कम्पनी बोर्ड-सदस्यों के साथ श्रमिक संगठनों के प्रतिनिधि सर्वश्री एस.क्यू. जमा,सुधीर घुरडे, सी.जे. जोसफ़, शिव कुमार यादव, सौरभ दुबे तथा एस.एच. बेग ने सम्मानित किया. श्रमोत्सव में बिखरे कला के विविध रंग नागपुर में कल शाम आयोजित श्रमोत्सव-2019 में टीम वेकोलि के सदस्यों ने अपनी बेहतरीन सांस्कृतिक प्रस्तुति से सबका मन मोह लिया. देशभक्ति गीत-संगीत,कव्वाली और नृत्य की विविध प्रस्तुति ने कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया. रचनात्मक योगदान हेतु झंकार महिला मंडल का सम्मान चिह्न देकर सम्मानित किया गया. अपनी विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से वंचितों और जरूरतमंदों की सेवा के लिए झंकार महिला मंडल की अध्यक्ष श्रीमती अनिता मिश्र, उपाध्यक्ष श्रीमती रीना कुमार, श्रीमती अनिता अग्रवाल एवं श्रीमती राधा चौधरी का शॉल, श्रीफल तथा स्मृति चिह्न भेंट कर उनके प्रति आभार प्रकट किया.
निमकी मुखिया

500 एपिसोड्स पूरे किए धारावाहिक “निमकी मुखिया” ने

टीवी धारावाहिक समीक्षा टीवी चैनल 'स्टार भारत' के लोकप्रिय धारावाहिक शो "निमकी मुखिया" ने 500 एपिसोड्स पूरे कर लिए हैं. उत्तर भारत, खासकर बिहार के ग्रामीण परिवेश में व्याप्त जातीय भेदभाव और राजनीति के सामाजिक समीकरणों के साथ महिला सशक्तिकरण पर आधारित इस धारावाहिक की कहानी सामाजिक बुराइयों पर बड़े ही संवेदनशील ढंग से चोट करती है. हास्य से भरपूर यह धारावाहिक 28 अगस्त 2017 से आरंभ हुआ है. धारावाहिक में भूमिका गुरुंग - निमकी मुखिया, इंद्रनील सेनगुप्ता - अभिमन्यु राय B.D.O., अभिषेक शर्मा - बब्बू सिंह, नीलिमा सिंह - अनारो जी, शिवानी चक्रवर्ती - बड़ी बहू रेखा, ऋषि खुराना - तेतर सिंह और अशरफ करीम - नाहर सिंह की भूमिका में हैं. इनके अलावा निमकी का पडोसी और सहपाठी मित्र टुन्नी, निमकी की बहन महुआ, छोटे भाई मोनू, पिता रामबचन के साथ चाची का किरदार निभा रहे कलाकारों ने भी अपने शानदार अभिनय से धारावाहिक को धारदार बना दिया है. धारावाहिक के लेखक निर्देशक जमा हबीब हैं. वे थियेटर आर्टिस्ट से लेकर अनेक चर्चित भोजपुरी फिल्मों और सीरियलों के लेखक रहे हैं. 48 वर्षीय जमा हबीब को मनोहर श्याम जोशी की तरह का पटकथा लेखक माना जा सकता है. ‘बुनियाद’ ‘हमलोग’ और ‘कक्काजी कहिन’ जैसे सीरियलों में जो स्थानीयता के सहारे देश व व्यवस्था के दर्शन हुए हैं, वही गुण 'निमकी मुखिया' में विद्यमान हैं. धारावाहिक की कहानी गांव की निम्न जाति की बिंदास, अल्हड़ और स्वच्छंद लड़की निमकी के इर्द-गिर्द बुनी गई है. गांव की तेजतर्रार लड़की निमकी जिसका केवल एक सपना होता है शादी करके घर बसाना, लेकिन बन जाती है गांव की मुखिया. इसके बाद कहानी में एक नया मोड़ आता है. फिल्मों की दीवानी नमकीन कुमारी उर्फ निमकी जीवन के हरेक पक्ष को बॉलीवुड फिल्मों के प्रसंगों से जोड़ कर देखती और लोगों को दिखाती हुई पंचायत की आरक्षित सीट से मुखिया बन जाती है. इसके साथ ही शुरू होता है सत्ता से बेदखल हो चुके गांव के दबंग पूर्व मुखिया परिवार का सत्ता को अपने कब्जे में करने का खेल. मुखिया पद पर अपनी पकड़ बनाए रखने के लिए ऊंची जाति के पूर्व मुखिया तेतर सिंह अब अपने एलएलबी दामाद ऋतुराज के साथ अपनी योजना को कामयाब बनाने में जुट जाते हैं. मुखिया पद घर में ही रहे, इसके लिए अपने दबंग बेटे बब्बू सिंह का ब्याह मुखिया निमकी से करा कर उसे घर तो ले आते हैं, लेकिन उसके साथ छुआछूत का खेल भी जारी रहता है. इस खेल में मुखिया बनी निमकी कैसे अपने ससुर और ससुराल परिवार के हर चाल को बड़ी सफाई से ध्वस्त करती जाती है, यह धारावाहिक को दिलचस्प तो बनाता ही है, साथ ही अपने तलाक और अपने साथ हुए बलात्कार की घटना को भी निमकी कितनी जीवटता के साथ निपटती है, यह कहानी को बहुत ही सशक्त बनाती है. धारावाहिक में निमकी का चरित्र अत्यधिक पावरफुल है. निमकी एक मुंहफट और आजाद खयालों वाली लड़की है, जिसके अंदर कई भावनाएं छुपी हुई हैं. उसकी भावनाओं का कोई अंदाजा नहीं लगा सकता. कहानी के अन्य सभी पात्र भी उतने ही सशक्त हैं. सोमवार...
आम्बेडकर

भारत रत्न डॉ. आम्बेडकर को टीम वेकोलि की आदरांजलि

जीवन आश्रय सेवा संस्था के सहायतार्थ 'बुद्ध-भीम गीतमाला' का आयोजन सुरेश भट सभागृह में नागपुर : वेस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (वेकोलि) में आज भारतरत्न बाबा साहब डॉ भीमराव आम्बेडकर की जयंती पर टीम वेकोलि के सदस्यों ने उन्हें आदरांजलि अर्पित की. इसके साथ ही शहर में अनेक स्थानों पर संविधान के शिल्पकार डॉ. भीमराव बाबा साहब आम्बेडकर की 128वीं जयंती पर आयोजित किए गए. ऐसा ही एक कार्यक्रम 'बुद्ध और भीम गीतमाला' का आयोजन सुरेश भट सभागृह में भी किया गया. मुख्यालय में आयोजित समारोह में निदेशक (कार्मिक) डॉ. संजय कुमार, निदेशक (तकनीकी) मनोज कुमार, निदेशक (योजना व परियोजना) अजीत कुमार चौधरी, श्रमिक नेता सर्वश्री एस.क्यू. जमा, सी.जे. जोसफ ने बाबा साहब के छाया चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें आदरांजलि अर्पित की. कार्यक्रम का संचालन एससीएसटी कॉउन्सिल के सम्पर्क अधिकारी अरुणखोब्रागड़े ने किया. इस अवसर पर उपस्थित सभी विभागाध्यक्ष, वरिष्ठ अधिकारी एवं कर्मी गण ने बाबा साहब को नमन किया. सुरेश भट सभागृह में बुद्ध-भीम गीतमाला का आयोजन भारतीय संविधान के शिल्पकार भारतरत्न डॉ. बाबासाहेब आम्बेडकर की 128वीं जयंती पर शनिवार, 14 अप्रैल को कविवर सुरेश भट सभागृह में म्यूजिक टाइम आर्केस्ट्रा की ओर से 'शिल्पकार जगाचा' (जग के शिल्पकार) कार्यक्रम के अंतर्गत सुमधुर बुद्ध-भीम गीतमाला का आयोजन किया गया. कार्यक्रम की परिकल्पना सुनील गजभिये और मित्रपरिवार की थी. पार्श्वगायक डॉ. अनिल खोब्रागड़े, पार्श्वगायिका धनश्री बुरबुरे सहित चंद्रपुर की निशा धोंगडे, श्रद्धा यादव, शिलवंत सोनटक्के, गोल्डी हुमने, मनीष राय, मनोज बहादुरे कलाकारों ने बुद्ध गीतऔर भीम गीते प्रस्तुत किए. आकाशवाणी के वरिष्ठ निवेदक अशोक जांभुलकर के निवेदन से कार्यक्रमा की शुरुआत हुई. शीलवंत ने ‘भीमा तुला वंदना’ गीत के माध्यम से अभिवादन गीत प्रस्तुत किया. धनश्री ने ‘अमृतवाणी ही बुद्धाची’ गीत प्रस्तुत किया. शीलवंत ने ‘ही पाकळी पाकळी’ और मनीष ने ‘चंदनपरी तु झिजला’ गीत गाया. डॉ. अनिल खोब्रागड़े ने ‘भीमा तुझ्या पथावर’ व 'चंदन वृक्षासमान' गीत प्रस्तुत कर श्रोताओं का मन मोह लिया. उसके बाद ज्योती भगत मंच के मंच संचालनके तहत गोल्डी हमने ने ’भिमा घे पुन्हा’ और फिर गोल्डी तथा शीलवंत के लिए श्रोताओं में वन्समोर की झड़ी लगा दी. 'प्रथम नमो गौतमा', 'भीमराया घे’ सुमधुर गीत गायकों ने प्रस्तुत किए. वृद्धाश्रम और सेवाश्रम का संचालन करने वाली जीवन आश्रय सेवा संस्था के सहायतार्थ इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. कार्यक्रम का संयोजन म्यूजिक टाइम ऑर्केस्ट्रा के शैलेश ढोके, सुनील आर. गजभिये, शैलेश जांभलकर, अनिल सिरसाट, बी.के. सहारे थे.
चुनावी बॉन्ड

चुनावी बॉन्ड : सुप्रीम कोर्ट का बड़ा आदेश, छुपा नहीं सकेंगी पार्टियां ऐसी रकम

सीलबंद लिफाफे में 30 मई तक चुनाव आयोग को दें पूरी जानकारी नई दिल्ली : चुनावी बॉन्ड पर सुप्रीम कोर्ट ने आज अपने एक बड़े फैसले के तहत 30 मई से पहले हर राजनीतिक दलों को बंद लिफाफे में चंदे की जानकारी देने का आदेश दिया है. अपने अंतरिम आदेश में सुप्रीम कोर्ट कहा है कि सभी पार्टियां चुनाव आयोग को सीलबंद लिफाफे में चुनावी (इलेक्टोरल) बांड से मिले चंदे की पूरी जानकारी दें. दानदाता, एकाउंट, रकम सभी का ब्यौरा दें. इसे 30 मई से पहले जमा करवाएं. अंतिम सुनवाई की तारीख बाद में बताई जाएगी. आदेश का मतलब..? इसका एक सीधा मतलब यह भी है कि फिलहाल चुनावी (इलेक्टोरल) बांड पर कोई रोक नहीं है. दान देने वाले और लेने वाली पार्टियां इसके लिए स्वतंत्र हैं. याचिकाकर्ता अधि. प्रशांत भूषण ने लोकसभा चुनाव के मद्देनजर ऐसे चंदे पर तुरंत रोक की मांग की थी. अधि. प्रशांत भूषण की याचिका सुप्रीम कोर्ट में चुनावी बॉन्ड की व्यवस्था के खिलाफ एक याचिका अधिवक्ता प्रशांत भूषण ने दाखिल की थी. इस याचिका में कहा गया है कि राजनीतिक दलों को चंदे की इस व्यवस्था से भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिल रहा है. बॉन्ड खरीदने वाले का नाम गुप्त रखने की व्यवस्था है. इसकी आड़ में बड़े पैमाने पर सत्ताधारी पार्टी को फायदा पहुंचाया जा रहा है. इससे पहले गुरुवार को सुनवाई के दौरान एटॉर्नी जनरल के.के. वेणुगोपाल ने बान्ड खरीदने वाले का नाम गुप्त रखे जाने के समर्थन में दलील दी. उन्होंने कहा कि मतदाता को ये जानने की ज़रूरत नहीं है कि राजनीतिक दल को चंदा कहां से मिल रहा है. वैसे भी कोर्ट ने खुद निजता के अधिकार पर फैसला दिया है. वेणुगोपाल की दलील का याचिकाकर्ता के अधि. प्रशांत भूषण ने विरोध किया. ऐन लोकसभा चुनाव के दौरान सुप्रीम कोर्ट का यह आदेश से सत्तारूढ़ राजग सहित सभी राष्ट्रीय और क्षेत्रीय दलों को बड़ा झटका साबित हो सकता है.
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संविधान का प्रकाशन शीघ्र सिंधी देवनागरी भाषा में की जाए

सिंधी भाषा दिवस की स्वर्ण जयंती का नागपुर, अमरावती में आयोजन नागपुर/अमरावती : सिंधी भाषा दिवस पर 10 अप्रैल को नागपुर में विदर्भ सिंधी विकास परिषद और अमरावती में राष्ट्रीय सिंधी विकास परिषद के तत्वावधान में भव्य कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. अमरावती में आयोजित कार्यक्रम में सरकार से मांग की गई कि सरकार के संकल्प के अनुसार सिंधी देवनागरी भाषा में भी संविधान का प्रकाशन किया जाए. नागपुर के जरीपटका में आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. विंकी रुघवानी ने किया. उन्होंने इस बात पर प्रन्नता व्यक्त की कि 1967 में ही सिंधी भाषा को संवैधानिक दर्जा मिलाने के बाद सिंधी भाषा का विकास हो रहा है. साथ ही अब सिंधी भाषा दिवस का आयोजन देश में ही नहीं, पूरे विश्व में किया जाता है. पार्षद के उपाध्यक्ष प्रताप मोटवानी ने अपने भाषण में सरकार से सिंधी साहित्य अकादमी का वार्षिक बजट बढ़ाने की मांग की. उन्होंने सभी सिंधी परिवारों से अपील की कि वे अपने घरों में सिंधी भाषा में ही वार्तालाप करें. कार्यक्रम में पी.टी. द्वारा, अर्जुन आसुदानी, पंकज रुघवानी, विजय विधानी प्रमुख रूप से उपस्थित थे. अमरावती में सिंधु सभा ने किया सिंधी भाषा तसलीमी दिवस का आयोजन अमरावती में राष्ट्रीय सिंधी भाषा विकास परिषद की इकाई की ओर से स्थानीय भारतीय सिंधु सभा ने 'सिंधी भाषा तसलीमी दिवस' का आयोजन किया. पूज्य शदाणी दरबार में आयोजित समारोह की अध्यक्षता पाकिस्तान-सिंध से पधारे शंकरलाल भाटिया ने की. समरोह का उदघाटन शदाणी दरबार संघ-हिन्द के नवम ज्योत संत साईं डॉ. युधिष्ठिर लाल साहब ने की. उन्होंने सरकार द्वारा राष्ट्रीय सिंधी भाषा विकास परिषद की स्थापना की गई. इसके बाद देश-विदेश में हो रहे सिंधी भाषा के विकास पर उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त की. भाटिया ने पाकिस्तान में सिंधी भाषा के विकास के लिए हो रहे प्रयासों की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि इन्हीं प्रयासों का परिणाम है कि सरकार ने संविधान को देवनागरी सिंधी भाषा में प्रकाशित करने का निर्णय किया है. उन्होंने मांग की कि अब शीघ्र ही देवनागरी सिंधी भाषा में संविधान का प्रकाशन किया जाए. आडवाणी-बाजपेयी ने किया अथक प्रयास प्रस्तावना में भारतीय सिंधु सभा, अमरावती के अध्यक्ष तुलसी सेतिया ने देश में सिंधी भाषा के विकास के लिए किए गए सतत प्रयासों के बारे जानकारी दी. उन्होंने बताया कि सिंधी भाषा को संवैधानिक दर्जा दिलाने में भारतीय जनता पार्टी के नेता पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी बाजपेयी और पूर्व उप प्रधान मंत्री लालकृष्ण आडवाणी ने अथक प्रयास किए. स्व. बाजपेयी ने ही सिंधी भाषा को संवैधानिक दर्जा दिलाने का प्रस्ताव 1967 में लोकसभा में पेश किया था. उन्हीं के प्रयास से सिंधी भाषा को संविधान के 8वें शेड्यूल में सिंधी भाषा को स्थान मिल पाया. कार्यक्रम में सिंधु सभा, अमरावती के महासचिव पं. दीपक शर्मा, दाताराम खत्री, घनश्याम बत्रा, मोहनलाल मंधानी, जमुनादास बजाज, महेश मोटलानी, डॉ. एस.के. पुन्शी, नानकराम मूलचंदानी, डॉ. रोमा बजाज, ओमप्रकाश पुन्शी सहित भारी संख्या में गणमान्य नागरिक उपस्थित थे. अंत में सिंधी गीतों और भजनों की शानदार सरस प्रस्तुति से श्रोतागण भाव-विभोर हो गए.
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‘श्रमोत्सव’ 2019 : वेकोलि के श्रमवीरों के सम्मान की नई शुरुआत

उमरेड क्षेत्र में हुआ कंपनी का पहला कार्यक्रम, वणी क्षेत्र में आज नागपुर : सार्वजनिक क्षेत्र की कोयला कंपनी वेस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (वेकोलि) के उमरेड क्षेत्र में मंगलवार, 9 अप्रैल को कंपनी का पहला 'श्रमोत्स्व' मनाया गया. कंपनी के श्रमवीरों के सम्मान की यह नई शुरुआत की गई है. "श्रमेव जयते" का दिन : मिश्र इस अवसर पर मुख्य अतिथि अध्यक्ष सह प्रबन्ध निदेशक राजीव रंजन मिश्र ने कहा कि आज का दिन "श्रमेव जयते" का दिन है. उन्होंने कहा कि कंपनी ने वित्तीय वर्ष 2018-19 में कोल इंडिया की अनुषंगी कंपनियों में कोयला उत्पादन एवं प्रेषण में ऐतिहासिक सफलता दर्ज की है. इसमें टीम वेकोलि के हरेक सदस्य का योगदान है. इसलिए,आज हम अपने श्रमवीरों का सम्मान कर गौरवान्वित हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि मिशन वेकोलि 2.0 के तहत प्राप्त सफलता के बाद अब हमारी प्राथमिकता है- 'गुणवत्ता : कोयले की, जीवन की'. समारोह में श्रीमती अनिता मिश्र, रीना कुमार, अनिता अग्रवाल, संगीता शर्मा,कंपनी के निदेशक (कार्मिक) डॉ. संजय कुमार, निदेशक तकनीकी (संचालन) मनोज कुमार, मुख्य सतर्कता अधिकारी बी.पी. शर्मा, श्रमिक संगठनों के वरिष्ठ प्रतिनिधि सर्वश्री एस.क्यू. जमा, सौरभ दुबे, शिव कुमार यादव, एस.एच. बेग, सुधीर घुरडे,एन.टी.मस्के प्रमुखता से उपस्थित थे. स्वागत संबोधन उमरेड क्षेत्र के क्षेत्रीय महाप्रबंधक एम.के. मजुमदार ने किया. वर्धा वैली के पांच क्षेत्रों के लिए 'श्रमोत्स्व' आज इसी कड़ी में अगला 'श्रमोत्सव' 2019 वणी क्षेत्र (तडाली) में आज 12 अप्रैल 2019 को आयोजित किया जा रहा है. इसमें वर्धा वैली के पांच क्षेत्रों- चन्द्रपुर, बल्लारपुर, वणी नार्थ, माजरी एवं वणी क्षेत्र के श्रमवीरों को सम्मानित किया जाएगा. 16 अप्रैल को वेकोलि मुख्यालय में कम्पनी स्तरीय 'श्रमोत्सव' 2019 का आयोजन किया जाएगा. इस अवसर पर कन्हान, पेंच, पाथाखेड़ा, नागपुर एवं उमरेड क्षेत्र के श्रमवीरों को सम्मानित किया गया. टीम वेकोलि के सदस्यों ने सांस्कृतिक प्रस्तुति से सबका मन मोह लिया. कार्यक्रम का संचालन सुश्री रूही खान,उप प्रबंधक (कार्मिक) एवं पूजा अग्रवाल, सहायक प्रबंधक (सिविल) ने किया. समारोह का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ.
इमरान खान

मोदी के दोबारा पीएम बनने से खुल सकती है अमन की राह : इमरान...

भारत में चुनावी परिणामों का अंदाजा मिलते ही पड़ोसी के सुर बदले विशेष रिपोर्ट, नई दिल्ली : भारत में लोकसभा चुनाव के मद्देनजर पाकिस्तान के सुर बदलते दिखाई दे रहे हैं. कल तक पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को इस बात का डर सत्ता रहा था कि चुनावों के दौरान प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी फिर पाकिस्तान पर कोई सर्जिकल स्ट्राइक करा सकते हैं. लेकिन अब उन्हें लगता है, नरेंद्र मोदी दोबारा प्रधानमंत्री बनाते हैं तो पाकिस्तान के लिए अच्छी बात हो सकती है. इस्लामाबाद में पिछले गुरुवार को विदेशी पत्रकारों से बातचीत में इमरान खान ने माना है कि यदि भारत के आम चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की जीत होती है और नरेंद्र मोदी दोबारा प्रधानमंत्री बनते हैं तो अमन और शांति वार्ता की गुंजाइश ज्यादा रहेगी. पता चला है कि हाल ही में अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए और पाकिस्तान की आईएसआई द्वारा भारत में चुनावी सर्वेक्षण कराए गए थे. समझा जाता है कि लोकसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बढ़ती लोकप्रियता का अंदाजा मिलने के बाद ही पाकिस्तान के सुर में यह बदलाव आया है. इमरान खान का कहना था कि अगर भारत में नई सरकार विपक्षी पार्टी कांग्रेस की बनती है तो हो सकता है कि वह पाकिस्तान के साथ बातचीत को लेकर डरी हुई हो. उन्हें इस बात का अंदेशा है कि कांग्रेस को यह डर भारत की दक्षिणपंथी पार्टियों से होगी. पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने कहा, ''भाजपा दक्षिणपंथी पार्टी है और वह जीतेगी तो कश्मीर को लेकर बातचीत आगे बढ़ सकती है." हालांकि उन्होंने भारतीय मुसलामानों के बारे में अपनी यह राय भी दोहराई कि "मोदी के भारत में मुसलमान पूरी तरह से खुद को अलग-थलग महसूस कर रहे हैं." पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने कहा, 'भारत में मुसलमानों की पहचान पर हमला हो रहा है. मोदी इसराइल के प्रधानमंत्री बिन्यामिन नेतन्याहू की तरह हैं. दोनों डरा कर और राष्ट्रवादी भावना के आधार पर चुनाव जीतना चाहते हैं.'' इमरान खान को लगता है कि भारतीय जनता पार्टी ने जम्मू-कश्मीर से विशेष दर्जा छीनने की जो बात कही है, वह अफसोसनाक तो है, लेकिन संभव है कि यह केवल एक चुनावी जुमला ही हो.
गठबंधन

कांग्रेस और विपक्षी दलों का गठबंधन महज सिद्धांतहीन महामिलावट- अमित शाह

नागपुर की चुनाव रैली में कांग्रेस और विपक्ष पर किया करारा प्रहार विपेन्द्र कुमार सिंह, नागपुर : कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों का चुनावी गठबंधन महज सिद्धांतहीन महामिलावट है. इस गठबंधन के नेताओं में शरद पवार और ममता बैनर्जी तो राहुल गांधी को नेता मानने को भी तैयार नहीं हैं. कांग्रेस और गठबंधन का न तो कोई नेता है, न कोई नीति है और न कोई सिद्धांत है. यह तीखा आक्षेप आज मंगलवार को यहां भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह ने अपनी चुनाव सभा में कांग्रेस और विपक्षी दलों पर किया. वे यहां नागपुर संसदीय क्षेत्र के भाजपा उम्मीदवार केंद्रीय मंत्री नितिन गड़करी और रामटेक संसदीय क्षेत्र के शिवसेना उम्मीदवार कृपाल तुमाने के लिए चुनाव प्रचार करने आए थे. पूर्व नागपुर के कच्छी विसा मैदान में आयोजित सभा में गड़करी, तुमाने सहित केंद्रीय सामाजिक न्याय राज्यमंत्री रामदास आठवले, सांसद विकास महात्मे, पूर्व सांसद अजय संचेती, दत्ता मेघे, पूर्व मंत्री सुलेखा कुंभारे, भाजपा के शहराध्यक्ष विधायक सुधाकर कोहले, विधायक सुधाकर देशमुख, विधायक कृष्णा खोपडे, विधायक विकास कुंभारे, शिवसेना के जिला प्रमुख प्रकाश जाधव, महापौर नंदा जिचकार आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे. सभा स्थल पर भारी संख्या में लोग उपस्थित थे. कांग्रेस के मंसूबे को कामयाब नहीं होने देंगे : शाह अमित शाह ने पिपक्षी दलों पर मात्र सत्ता के लिए एकजुट होने का नाटक करने का आरोप लगाया. उन्होंने राहुल गांधी सहित अन्य विपक्षी दलों के नेताओं की राष्ट्र विरोधी भूमिका की कड़े शब्दों में निंदा की. उन्होंने कांग्रेस और विपक्ष की इस बात के लिए निंदा की कि वह कश्मीर में एक ओर पत्थरबाजों, आतंकवादियों, पाकिस्तान परस्तों और अलगाववादियों का समर्थन कर रही है, दूसरी ओर देश की सेना को नीचा दिखाने का काम कर रही है. उन्होंने भाजपा का यह संकल्प दुहराया कि अगली बार सत्ता में आने पर भाजपा कश्मीर में धारा 370 हटा कर पूरे कश्मीर को देश की मुख्यधारा से जोड़ने का काम करेगी. उन्होंने कहा कि कश्मीर को देश से अलग करने की नापाक कोशोष्य को भाजपा कभी कामयाब नहीं होने देगी. कांग्रेस से भाजपा ने ज्यादा काम किया : गड़करी इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री और नागपुर से भाजपा उम्मीदवार नितिन गडकरी ने कहा कि देश भर में केंद्र की मोदी सरकार और राज्यों की भाजपा सरकारों मात्र पिछले 5 वर्षों में कांग्रेस के 50 वर्षो के कार्यकाल से कहीं ज्यादा कार्य किया है. उन्होंने केंद्र की भाजपा सरकार द्वारा देश में महामार्ग और सड़क विकास, कृषि विकास, किसानों के लिए कार्य, स्वास्थ्य सेवा, युवा विकास, रोजगार, उद्योग एवं व्यवसाय के क्षेत्र में किए गए कार्यों का ब्यौरा दिया. उन्होंने कहा कि देश भर में भाजपा सरकार ने गरीबों के उत्थान की अनेक योजनाएं लागू कर करोड़ों की संख्या में गरीबों को लाभ पहुंचाया है. भाजपा-शिवसेना जातिवादी नहीं : आठवले केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने अपने भाषण में भाजपा और शिवसेना पर जातिवादी होने के विपक्षी दलों के आरोपों का खंडन किया. उन्होंने कहा कि डॉ. बाबासाहब आम्बेडकर के स्मारक का काम हो अथवा दीक्षाभूमि विकास का कार्य, भाजपा के नेतृत्व वाली राजग सरकार ने उल्लेखनीय कार्य किए हैं. उन्होंने आरोप...
सिंधी समाज

आडवाणी के प्रति राहुल गांधी की अशोभनीय टिप्पणी के विरोध में सिंधी समाज का...

नागपुर : पिछले दिनों चुनाव सभाओं कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा देश के पूर्व उप-प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी के प्रति अशोभनीय टिप्पणियों से आहत सम्पूर्ण सिंधी समाज ने आज मंगलवार को यहां धरना देकर अपना रोष व्यक्त किया. नागपुर सेंट्रल सिंधी पंचायत के अध्यक्ष प्रताप मोटवानी ने बताया कि आडवाणी जी हमारे सिंधी समाज के गौरव हैं. कांग्रेस अध्यक्ष द्वारा उनके बारे में की गई अभद्र एवं अशोभनीय टिप्पणी से पूरे सिंधी समाज में रोष व्याप्त है. उन्होंने कहा कि हमारी मांग है कि कांग्रेस अध्यक्ष अपनी इस ओछी टिप्पणी के लिए आडवाणी जी और सिंधी समाज से माफी मांगें. राहुल गांधी से माफी की मांग को लेकर सिंधी समाज ने आज 9 अप्रैल, मंगलवार को शाम 4 बजे से आधे घंटे 4.30 तक का धरना प्रोफेसर विजय केवलरमानी की अध्यक्षता में तथा दादा घनश्यामदास कुकरेजा की प्रमुख उपस्तिथि में दिया. यह धरना राजकुमार केवलरमानी हाईस्कूल, जरीफटका संपन्न हुआ. धरना के दौरान दादा विजय केवलरमानी ने कहा कि देश की सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी के प्रमुख द्वारा चुनावी आमसभाओं में बुजुर्ग नेता लालकृष्ण अडवाणीजी के खिलाफ इस प्रकार का निचले स्तर की भाषा शैली का उपयोग करना अशोभनीय है. उनके वक्तव्य से पूरे सिंधी समाज में भारी रोष में है. दादा घनश्यामदास कुकरेजा ने कहा कि उन्हें तुरंत अपने इस अशोभनीय भाषा के लिए खेद प्रकट करना चाहिए. पंचायत के अध्यक्ष प्रताप मोटवानी ने समाज के भीष्म पितामह बुजुर्ग नेता के बारे में ऐसे शब्दों का उपयोग करना बेहद दुखदायी है. पूरे देश-विदेश में इसका तीव्र विरोध हो रहा है. धरना प्रदर्शन में पंचायत के वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रदीप पंजवानी, उपाध्यक्ष कैलाश केवल रमानी, महेश बठेजा, महासचिव विनोद जेठानी, कार्यकारी सचिव महेश ग्वालानी, प्रचार सचिव राजेश धनवानी, सचिव भारत पारवानी तथा सदस्यगण मनीष दासवानी, ठाकुर आनन्दानी, श्रीचंद चावला, राजेश बटवानी, राजू ढोलवानी, संतोष डेम्बला, कमल हरियाणी, सुरेश बुधवानी, विशाल कुमार, सुरेश खिलवानी, महेश मेघानी, घनश्याम लालवानी आदि धरने में शामिल हुए. नागपुर सेंट्रल सिंधी पंचायत के सभी पदाधिकारी और सदस्य सदस्य धरने में शामिल थे.