500 एपिसोड्स पूरे किए धारावाहिक “निमकी मुखिया” ने

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निमकी मुखिया

टीवी धारावाहिक समीक्षा
टीवी चैनल ‘स्टार भारत’ के लोकप्रिय धारावाहिक शो “निमकी मुखिया” ने 500 एपिसोड्स पूरे कर लिए हैं. उत्तर भारत, खासकर बिहार के ग्रामीण परिवेश में व्याप्त जातीय भेदभाव और राजनीति के सामाजिक समीकरणों के साथ महिला सशक्तिकरण पर आधारित इस धारावाहिक की कहानी सामाजिक बुराइयों पर बड़े ही संवेदनशील ढंग से चोट करती है. हास्य से भरपूर यह धारावाहिक 28 अगस्त 2017 से आरंभ हुआ है.
निमकी मुखिया
धारावाहिक में भूमिका गुरुंग – निमकी मुखिया, इंद्रनील सेनगुप्ता – अभिमन्यु राय B.D.O., अभिषेक शर्मा – बब्बू सिंह, नीलिमा सिंह – अनारो जी, शिवानी चक्रवर्ती – बड़ी बहू रेखा, ऋषि खुराना – तेतर सिंह और अशरफ करीम – नाहर सिंह की भूमिका में हैं. इनके अलावा निमकी का पडोसी और सहपाठी मित्र टुन्नी, निमकी की बहन महुआ, छोटे भाई मोनू, पिता रामबचन के साथ चाची का किरदार निभा रहे कलाकारों ने भी अपने शानदार अभिनय से धारावाहिक को धारदार बना दिया है.
निमकी मुखिया
धारावाहिक के लेखक निर्देशक जमा हबीब हैं. वे थियेटर आर्टिस्ट से लेकर अनेक चर्चित भोजपुरी फिल्मों और सीरियलों के लेखक रहे हैं. 48 वर्षीय जमा हबीब को मनोहर श्याम जोशी की तरह का पटकथा लेखक माना जा सकता है. ‘बुनियाद’ ‘हमलोग’ और ‘कक्काजी कहिन’ जैसे सीरियलों में जो स्थानीयता के सहारे देश व व्यवस्था के दर्शन हुए हैं, वही गुण ‘निमकी मुखिया’ में विद्यमान हैं.
निमकी मुखिया
धारावाहिक की कहानी गांव की निम्न जाति की बिंदास, अल्हड़ और स्वच्छंद लड़की निमकी के इर्द-गिर्द बुनी गई है. गांव की तेजतर्रार लड़की निमकी जिसका केवल एक सपना होता है शादी करके घर बसाना, लेकिन बन जाती है गांव की मुखिया. इसके बाद कहानी में एक नया मोड़ आता है. फिल्मों की दीवानी नमकीन कुमारी उर्फ निमकी जीवन के हरेक पक्ष को बॉलीवुड फिल्मों के प्रसंगों से जोड़ कर देखती और लोगों को दिखाती हुई पंचायत की आरक्षित सीट से मुखिया बन जाती है. इसके साथ ही शुरू होता है सत्ता से बेदखल हो चुके गांव के दबंग पूर्व मुखिया परिवार का सत्ता को अपने कब्जे में करने का खेल.
निमकी मुखिया
मुखिया पद पर अपनी पकड़ बनाए रखने के लिए ऊंची जाति के पूर्व मुखिया तेतर सिंह अब अपने एलएलबी दामाद ऋतुराज के साथ अपनी योजना को कामयाब बनाने में जुट जाते हैं. मुखिया पद घर में ही रहे, इसके लिए अपने दबंग बेटे बब्बू सिंह का ब्याह मुखिया निमकी से करा कर उसे घर तो ले आते हैं, लेकिन उसके साथ छुआछूत का खेल भी जारी रहता है.

इस खेल में मुखिया बनी निमकी कैसे अपने ससुर और ससुराल परिवार के हर चाल को बड़ी सफाई से ध्वस्त करती जाती है, यह धारावाहिक को दिलचस्प तो बनाता ही है, साथ ही अपने तलाक और अपने साथ हुए बलात्कार की घटना को भी निमकी कितनी जीवटता के साथ निपटती है, यह कहानी को बहुत ही सशक्त बनाती है.
निमकी मुखिया
धारावाहिक में निमकी का चरित्र अत्यधिक पावरफुल है. निमकी एक मुंहफट और आजाद खयालों वाली लड़की है, जिसके अंदर कई भावनाएं छुपी हुई हैं. उसकी भावनाओं का कोई अंदाजा नहीं लगा सकता. कहानी के अन्य सभी पात्र भी उतने ही सशक्त हैं. सोमवार से शनिवार तक रात साढ़े आठ बजे से प्रसारित हो रहा यह धारावाहिक सामाजिक बदलाव को गति देने वाला है. निमकी की लीड रोल में शिमला की भूमिका गुरुंग ने “निमकी मुखिया” से डेब्यू किया है. बिहार की गंवई हिंदी संभाषण को जीवंत करती हुई सहअभिनेताओं के साथ कहानी को अत्यधिक दिलचस्प बना देती है.

कहानीकार और धारावाहिक के निदेशक जमा हबीब सारी गंभीर सामाजिक समस्याओं को हास्य का पुट देते हुए हलके-फुल्के अंदाज से कहानी को जितनी सफलता से आगे बढ़ा रहे हैं, वह प्रशंसनीय है.

-विदर्भ आपला

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