फेक न्यूज पर गाइडलाइन देने की जिम्मेदारी प्रेंस काउंसिल की

प्रधानमंत्री ने केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्रालय के मंसूबे पर फेरा पानी नई दिल्ली : केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी के फेक न्यूज पर लगाम लगाने के मंसूबे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को पानी फेर दिया है. उन्होंने कहा कि इसके लिए गाइडलाइन जारी करने का फैसला प्रेंस काउंसिल ऑफ इंडिया को करना चाहिए. केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्रालय द्वारा फेक न्यूज पर लगाम लगाने के लिए जारी नए गाइडलाइन जारी की थी, लेकिन विपक्ष ने इसे तानाशाही भरा कदम बताते हुए कड़ी आलोचना की थी. नई गाइडलाइन में कहा गया था कि पहली बार फेक न्यूज के प्रकाशन अथवा प्रसारण की पुष्टि होने पर मान्यता प्राप्त पत्रकार की मान्यता छह माह के लिए निलंबित की जाएगा. वहीं, दूसरी बार ऐसा होने पर यह कार्रवाई एक साल के लिए होगी. लेकिन तीसरी गलती पर मान्यता हमेशा के लिए रद्द कर दी जाएगी. सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने अपनी गाइडनाइन के मुताबिक यह भी कहा था कि यदि प्रिंट मीडिया में किसी भी तरह की फेक न्यूज की शिकायत मिलती है तो उसे प्रेस कौंसिल ऑफ इंडिया (पीसीआई) और मामला यदि इलेक्ट्रॉनिक मीडिया का हुआ तो न्यूज ब्रॉडकास्टर्स एसोसिएशन (एनबीए) को भेजा जाएगा. ये दोनों संस्थाएं यह तय करेंगी कि न्यूज फेक है या नहीं. सरकार के इस फैसले के विरोध में न सिर्फ विपक्षी पार्टियां, बल्कि देश के कई पत्रकारों ने इसे अनुचित बताया था और सरकार से इसपर पुनर्विचार करने के लिए कहा था.

‘वीरा’ : किन्नर समुदाय का दर्द बयां करने वाली लघु फिल्म

'औरंगाबाद फिल्म फेस्टिवल' में स्वयं वीरा यादव ने सुनाई अपनी पीड़ा औरंगाबाद (बिहार) : 'औरंगाबाद फिल्म फेस्टिवल' में बिहार, उड़ीसा, झारखंड, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश की प्रदर्शित लघु, फीचर, डाक्युमेन्ट्री व मोबाइल फिल्मों में ‘वीरा' किन्नर समुदाय की हजारों सालों से चली आ रही भारतीय समाज में दुर्दशा पर तीखे सवाल के रूप में मौजूद थी. इस डाक्युमेन्ट्री फिल्म की पात्र वीरा यादव ने समारोह में उपस्थित होकर अपने जीवन-संघर्ष का अत्यंत मार्मिक बयान किया. बिहार की एमए (समाजशास्त्र, पटना विश्वविद्यालय) की इस पहली किन्नर विद्यार्थिनी ने बताया कि कैसे वह प्रताड़ना के साथ परिवार से अलग की गईं और किन्नर समुदाय का हिस्सा बनने के बाद नाच-गाकर बधाई देने और रेल डिब्बों में भीक्षाटन करने का कार्य किया. भीख के बाजार में बधाई देने की चीज बना दी गई मैं वीरा यादव ने अपने भीतर के दशकों से दबे दर्द को सार्वजनिक तौर पर इन मार्मिक शब्दों में बयान किया, "मैं आंख में काजल और होठ पर लिपिस्टिक इसलिए लगाती हूं कि सामने वाला मेरा दर्द न देख सके. कॉलेज से निकलती हूं तो लोग भद्दी, पीड़ादायक टिप्पणियां करते हैं, इसलिए मैं कान में इयरफोन लगाकर लेती हूं, ताकि मैं उन टिप्पणियों को सुन न सकूं. या नहीं भी सुन रही होती हूं तब भी इयरफोन लगाए रहती हूं, ताकि मैं टिप्पणी नहीं सुन पाऊं." वीरा ने अपनी पीड़ा सुनाते हुए कहा कि किन्नर समुदाय को सहानुभूति नहीं, प्यार भरा साथ चाहिए. सोचिए कि अपने ही घर ने मुझे ठुकरा दिया, एक तरह से मेरी बलि चढ़ा दी. मुझे दर-दर की ठोकरे खाने को मजबूर कर दिया गया और मैं बधाई देने की चीज के रूप में भींख के बाजार का हिस्सा बना दी गई. देश में जीने का सबको समान अवसर होने के बावजूद समाज के ताने मिलते हैं और इस व्यवस्था में जीने के लिए कानूनी संघर्ष करना पड़ता है.' अब बड़ा बाजार व अवसर दोनों उपलब्ध उद्घाटन सत्र की शुरुआत अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चर्चित-पुरस्कृत डाक्युमेंट्री फिल्म ‘द रिर्टन आफ जगदीशचंद्र बसुÓ से हुई और अंतिम दिन बिहार की किन्नर वीरा यादव पर बनी डाक्युमेंट्री फिल्म से समारोह का समापन हुआ। प्रथम सत्र में भोजपुरी फिल्मों के वरिष्ठ लेखक-निर्देशक चंद्रभूषण मणि और वरिष्ठ नाटककार-कलाकार कृष्ण किसलय (सोनमाटी संपादक) ने कहा कि भारतीय फिल्म जगत अब नई सदी में नए अवतार में है। इस क्षेत्र को करियर के रूप में अपनाने वालों के लिए बड़ा बाजार व अवसर दोनों उपलब्ध हैं, जिसमें सफल होने के लिए कला-तकनीक व अभिव्यक्ति की अन्य विधाओं की तरह कल्पनाशील मेधा, सघन श्रम व निरंरतता-मौलिकता की जरूरत है। अपनी फिल्म के गीत की पंक्तियां सुनाईं अपने संबोधन में चर्चित भोजपुरी लोकगायिका व अभिनेत्री राधाकृष्ण रस्तोगी ने अपनी फिल्म के गीत की पंक्तियां सुनाईं. सिनेमा-रंगमंच से जुड़े रंगकर्मिर्यों-लेखकों-निर्देशकों सीपी सन्यासी, प्रदीप रौशन,केके लाल, शाहजादा शाही, प्रियदर्शी किशोर श्रीवास्तव, सुरेन्द्रकृष्ण रस्तोगी, धीरज अजनबी आदि ने भी अपनी बातें रखीं. खूबियों-खामियों पर सवाल-जबाव का सिलसिला फिल्म फेस्टिवल में प्रदर्शित हर फिल्म की खूबियों-खामियों पर सवाल-जबाव का सिलसिला क्रमानुसार चला, जिसमें फिल्म के निर्माताओं-निर्देशकों ने निर्णायक मंडल और दर्शकों द्वारा किए गए सवालों का जवाब दिया. प्रदर्शित फिल्मों पर विभिन्न...

46.22 मिलियन टन कोयले का उत्पादन कर वेकोलि ने बनाया कीर्तिमान

1. लगातार चौथे साल भी उत्पादन, डिस्पैच का तोड़ा रिकार्ड 2. 2018-19 के लिए 52.5 मिलियन टन उत्पादन लक्ष्य निर्धारित 3. 48.76 मि. टन कोयला डिस्पैच किया, 58.7 मि. टन कोयला-डिस्पैच का लक्ष्य नागपुर : कोल इंडिया लिमिटेड की अनुषंगी कम्पनी, वेस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (वेकोलि) ने 31 मार्च, 2018 को समाप्त हुए वित्तीय वर्ष 2017-18 में 46.22 मिलियन टन कोयला-उत्पादन कर नया कीर्तिमान स्थापित किया है. वेकोलि द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार कंपनी ने इसके साथ-साथ कोयला प्रेषण (डिस्पैच) और ओवर बर्डन रिमूवल में चौथे वर्ष भी नया कीर्तिमान स्थापित किया है. वर्ष 2018-19 में वेकोलि 50 मिलियन टन से आगे 52.5 मिलियन टन कोयला-उत्पादन करने की ओर अग्रसर है. इस वर्ष 58.7 मिलियन टन कोयला-डिस्पैच का लक्ष्य भी कम्पनी हासिल करेगी. चार वर्ष पुराने अपने ही रिकार्ड को तोड़ा वेकोलि ने बताया है कि 2017-18 के दौरान अब तक का सर्वाधिक 46.22 मिलियन टन कोयला-उत्पादन कर कंपनी ने वर्ष 2009-10 में 45.7 मिलियन टन के अपने ही रिकार्ड को पार कर लिया है. यह लगातार चौथा साल है, जब वेकोलि ने कोयला-उत्पादन में उत्तरोत्तर बढ़ोत्तरी की है, जबकि 2009-10 से 2013-14 में कम्पनी ने लगातार पांच वर्ष ऋणात्मक वृद्धि दर्ज़ की थी. कंपनी ने अपने विकास और विस्तार तथा निगमित सामाजिक दायित्व (कार्पोरेट सोशल रेस्पोंसिबिलिटी) के क्षेत्र में भी सफलता के नए आयाम स्थापित किए हैं. तीन वर्षों में 19 नई परियोजनाएं प्रारम्भ की वेकोलि की विज्ञप्ति में बताया गया है कि पिछले तीन वर्षों के दौरान 19 परियोजनाएं प्रारम्भ करने से उत्पादन में यह वृद्धि लगातार चारों वर्ष बरकरार रह सकी तथा इन नई परियोजनाओं से 2017-18 में 27 मिलियन टन से अधिक कोयला-उत्पादन संभव हो सका. भविष्य में भी उत्पादन का यही स्तर कायम रखने के लिए वेकोलि ने वर्तमान खदानों की क्षमता में बढ़ोत्तरी के लिए आवश्यक कदम उठाए हैं, जिससे वर्ष 2018-19 में 6.5 मिलियन टन कोयला-उत्पादन बढ़ सकेगा. 48.76 मिलियन टन कोयला प्रेषण (डिस्पैच) किया इसी तरह, कम्पनी ने 2017-18 में अब तक का सर्वाधिक 48.76 मिलियन टन कोयला प्रेषण (डिस्पैच) कर नई उपलब्धि हासिल की, जो 2009-10 के दौरान 45.509 मिलियन टन था. आलोच्य वर्ष में वेकोलि 23.5 % ऑफ़ टेक के साथ कोल इंडिया की सभी अनुषंगी कम्पनियों में अव्वल रही है। इतना ही नहीं, कम्पनी ने 9204 रेक कोयला डिस्पैच किया, जो गत वर्ष के मुकाबले 28.84 % अधिक है. 31 मार्च, 2018 को कंपनी ने एक दिन में सर्वाधिक 3.41 लाख टन कोयला उत्पादन तथा एक दिन में सर्वाधिक 1.82 लाख टन कोयला प्रेषण का रिकार्ड दर्ज किया. फिलहाल वेकोलि के पास है 11.60 मिलियन टन का कोयला-भंडार 1 अप्रैल, 2018 को कंपनी के पास 11.60 मिलियन टन कोयला-भंडार है, जोकि उपभोक्ताओं की मांग पूरी करने में सहायक सिद्ध होगा. वित्तीय वर्ष 2017-18 हेतु वेकोलि पूंजीगत व्यय के लक्ष्य 1050 करोड़ रुपए से अधिक व्यय करने में सफल रही है, जो कम्पनी के विकास में सहायक होगा. 2017-18 में 185.29 मिलियन क्यूबिक मीटर ओवर बर्डन रिमूवल के साथ कम्पनी ने उपलब्धि प्राप्त की, जो गत वर्ष से करीब 12 प्र.श. अधिक है. महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश के साथ ओडीशा में भी कोयला...

मुंबई के केईएम अस्पताल को डॉ. आनंदीबाई जोशी का दें नाम

153वीं जयंती पर मनसे ने फिर से मुंबई महापालिका के समक्ष रखी यह मांग मुंबई : मुंबई स्थित केईएम अस्पताल को डॉ. आनंदीबाई जोशी का नाम देने की मांग महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) ने मुंबई महापालिका के समक्ष फिर दुहराई है. मनसे ने केईएम अस्पताल का नाम 'डॉ. आनंदीबाई जोशी अस्पताल' करने का प्रस्ताव किया था. आज डॉ. आनंदीबाई जोशी की 153वीं जयंती पर मनसे ने फिर से मुंबई महापालिका के समक्ष यह मांग रखी है. ट्विट कर नानसे मुंबई महापालिका से दुहराई मांग मनसे ने अपने अधिकृत ट्विट हैंडल पर यह मांग पोस्ट की है. ट्विट में मुंबई महापालिका और महापौर विश्वनाथ महाडेश्वर को टैग किया गया है. उसने ट्विट कर कहा है- ''केईएम रुग्णालयाचं नाव 'डॉ. आनंदीबाई जोशी रुग्णालय' करण्यात यावं, या मागणीचं निवेदन मनसेनं दिलं होतं. आज आनंदीबाई जोशी यांच्या जयंतीनिमित्त या मागणीची महापालिकेला आठवण करून देत आहोत'', ("केईएम अस्पताल का नाम 'डॉ. आनंदीबाई जोशी रुग्णालय' करने की मांग करते हुए मनसे ने निवेदन दिया था. आज आनंदीबाई जोशी की जयंती पर हम यह मांग महापालिका के समक्ष पुनः कर रहे हैं.'') प्रथम महिला डॉक्टर आनंदीबाई जोशी का डूडल पेश कर गूगल ने किया सम्मान इस बीच डॉ. आनंदीबाई जोशी की जयंती पर गूगल ने डूडल के माध्यम से रेखाचित्र साकार कर उन्हें आदरांजलि दी है. आनंदीबाई जोशी देश की पहली महिला डॉक्टर थीं. उनका जन्म जन्म 31 मार्च 1865 को कल्याण में हुआ था. नौ वर्ष की आयु में हुआ था उनका विवाह नौ वर्ष की आयु में उनका विवाह गोपाल राव जोशी से हुआ था. जो उनसे उम्र में 20 वर्ष बड़े थे. काम उम्र की होने की कारण उन्हें अनेक परेशानियों का सामना करना पड़ा था. लेकिन पति गोपालराव उन्हें शिक्षा पूरी करने के लिए प्रोत्साहन देते रहे. अमेरिका में पूरी की थी मेडिकल की शिक्षा अमेरिका के पेनसिलवेनिया के महिला चिकित्सा महाविद्यालय में आनंदीबाई ने मेडिकल की शिक्षा पूरी की. उसके बाद ड्रेक्जल विश्वविद्यालय महाविद्यालय उन्होंने आगे की शिक्षा पूरी की. शिक्षा पूरी करने के बाद वे महिलाओं के लिए चिकित्सा महाविद्यालय आरंभ करने का सपना लेकर स्वदेश लौटीं.

पटना के धोबी नहीं धोएंगे बिहार के मंत्रियों, बड़े अधिकारियों और विधायकों के कपड़े

सीमा सिन्हा पटना : पटना जिला धोबी संघ ने बिहार के मंत्रियों, बड़े अधिकारियों और विधायकों के 1 अप्रैल से नहीं धोने का फैसला लिया है. धोबी संघ का यह फैसला उनकी नए धोबी घाटों का निर्माण, पुराने घाटों का जीर्णोद्धार, सौंदर्यीकरण, रेलवे और सरकारी प्रतिष्ठानों में कपड़ा सफाई का काम, बच्चों की समुचित पढ़ाई की व्यवस्था किए जाने की मांगों को लेकर है, जिनकी राज्य के जनप्रतिनिधि लगातार उपेक्षा करते आए हैं. धोबियों में है भारी नाराजगी पटना जिला रजक समिति के महामंत्री रामबिलास प्रसाद का कहना है कि धोबियों में भारी नाराजगी है. हमें कोई व्यवस्था नहीं दी जाती है. प्रशासनिक स्वीकृति नहीं मिलने से धोबी घाट नहीं बनाया जा रहा है. धोबियों के बच्चों के लिए न ही स्कूल की व्यवस्था है और न शौचालय की, साथ ही उनका कोई बीमा भी नहीं कराया गया है. उन्होंने कहा कि बार-बार सरकार और जनप्रतिनिधियों का ध्यान आकृष्ट कराने पर भी हमारी बेसिक जरूरतों की उपेक्षा की जा रही है. इसलिए हमें मजबूरन यह फैसला लेना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि इसके बावजूद सरकार नहीं मानती है तो आगामी 16 अप्रैल को हम धरना भी देंगे. पटना जिला रजक समिति की 17 सूत्री मांगें पटना के धोबियों की प्रमुख मांगें हैं- नए धोबी घाटों का निर्माण, पुराने घाटों का जीर्णोद्धार, सौंदर्यीकरण, रेलवे और सरकारी प्रतिष्ठानों में कपड़ा सफाई का काम, बच्चों की समुचित पढ़ाई की व्यवस्था करने की. धोबी संघ के आंदोलन की इस घोषणा से जनप्रतिनिधियों की नींद खुलती है या नहीं, सरकार कुछ करती है या नहीं, इस ओर रजक समिति सहित लोगों की निगाहें लगी हुई हैं.

कुंवारे नहीं हैं ‘तारक मेहता का उल्‍टा चश्‍मा’ के पत्रकार पोपट लाल

मुंबई : सोनी चैनल के सब टीवी की प्रसिद्ध एवं लोकप्रिय कॉमेडी टीवी सीरियल 'तारक मेहता का उल्‍टा चश्‍मा' शो का हर चरित्र लोगों के दिल में बस गया है. इस कॉमेडी शो में चाहे टप्‍पू की सेना हो या फिर डॉक्‍टर हाथी की फैमली, बबीता जी और अय्यर की जोड़ी हो या फिर जेठा लाल और दया की जोड़ी. ऐसा ही एक चरित्र है पत्रकार पोपट लाल का. सीरियल में पत्रकार पोपट लाल अपनी शादी न होने की समस्‍या से जूझते हुए दर्शको का खूब मनोरंजन करते हैं. 'गोल्‍डन क्रो अवॉर्ड' विनर वरिष्‍ठ युवा पत्रकार का यह किरदार सीरियल में नजर आने वाली हर कुंवारी लड़की से अपनी शादी का सपना देखता नजर आता है. पोपट लाल का किरदार निभा रहे हैं अभिनेता श्‍याम पाठक अभिनेता श्‍याम पाठक पत्रकार पोपट लाल का किरदार निभा रहे हैं, जो असल जिंदगी में कुंवारे नहीं है. पोपट लाल (श्‍याम पाठक) सिर्फ शादीशुदा ही नहीं, बल्कि तीन बच्‍चों के पिता भी हैं. श्‍याम पाठक नेशनल स्‍कूल ऑफ ड्रामा के स्‍टूडेंट रह चुके हैं. यहीं उन्‍हें अपनी साथी रेशमी से प्‍यार हुआ. आगे चलकर श्‍याम ने रेशमी से शादी कर ली. श्‍याम पाठक की बेटी का नाम नियति और बड़े बेटे का नाम पार्थ है. जबकि उनके छोटे बेटे का नाम शिवम है. साल 2015 में वह अपने तीसरे बच्‍चे के पिता बने हैं.

नए वित्त वर्ष की सौगात : रेल यात्रा सहित अनेक चीजें होंगी सस्ती

1. नया वित्त वर्ष शुरू हो रहा है 1 अप्रैल 2018 से 2. रेल टिकट के साथ अनेक चीजें सस्ती होंगी नए वित्त वर्ष में 3. बजट-2018 में प्रस्तावित वादे सरकार रविवार 1 अप्रैल से करेगी लागू नई दिल्‍ली : रविवार, 1 अप्रैल से शुरू हो रहा नया वित्त वर्ष एक साथ अनेक सौगात लेकर आ रहा है. पिछले वार्षिक बजट में सरकार ने कई चीजों को सस्ता करने के वादे किए थे. अब नए वित्त वर्ष ये चीजें सस्ती हो जाएंगी. वित्त वर्ष 2018-19 की शुरुआत के साथ ही बजट में प्रस्तावित प्रावधान भी लागू हो जाएंगे. बजट में ऑनलाइन रेल टिकट पर सर्विस टैक्स को घटा दिया जाएगा, जिसका सीधा फायदा आपको ट्रेन से सफर करने पर मिलेगा. यानी अब ट्रेन का सफर सस्ता हो जाएगा. 1 अप्रैल से और किन किन चीजों के दाम रविवार से कम हो जाएंगे, देखिए यहां, यह जानना दिलचस्प है. ऑनलाइन रेल टिकट सरकार ने बजट 2018 में ई-रेलवे टिकट पर सर्विस टैक्‍स 1 अप्रैल 2018 से घटाने का वादा किया था. इससे ट्रेन में सफर करने का फायदा उनको मिलेगा जो ऑनलाइन टिकट बुक करेंगे. सोलर टेंपर्ड ग्‍लास व सोलर बैटरी पर कस्‍टम ड्यूटी खत्म होगा सोलर टेंपर्ड ग्‍लास पर बेसि‍क कस्‍टम ड्यूटी को 5 फीसदी से घटाकर शून्‍य कर दि‍या गया है. इससे ये सस्‍ते होने वाले हैं. इसके अलावा सोलर बैटरी के दाम में भी कमी आने वाली है. अन्य सस्ते होने वाले आइटम्स आरओ, कच्‍चे काजू, मोबाइल चार्जर, लिक्विफाइड पेट्रोलियम गैस यानी एलएनजी, देश में तैयार हीरे, टाइल्‍स, निकेल, तैयार लेदर प्रॉडक्‍ट्स, नमक, जीवनरक्षक दवाएं, माचिस, एलईडी, एचआईवी की दवा, सिल्वर फॉइल, सीएनजी सिस्टम, कॉक्लियर इंप्‍लांट से जुड़े उपकरण जैसी चुनिंदा वस्‍तुएं व इलेक्‍ट्रॉनिक्‍स आइटम के दाम कम होंगे. इनके अलावा पीओएस मशीनें, फिंगर स्कैनर, माइक्रो एटीएम, आइरिस स्कैनर, बॉल स्क्रू और लीनियर मोशन गाइड भी सस्ती हो जाएंगी.

तीन वेकोलि कर्मी सेवानिवृत्त, लौटे ‘गुणवत्ता संदेश प्रचारक’

नागपुर : वेस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (वेकोलि) मुख्यालय में सेवानिवृत्त कर्मियों का सम्मान समारोह 31 मार्च, 2018 को आयोजित किया गया. इस अवसर पर, अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक (सीएमडी) राजीव रंजन मिश्र, निदेशक तकनीकी (संचालन) बी.के. मिश्रा, निदेशक तकनीकी (योजना/परियोजना) टी. एन. झा, मुख्य रूप से उपस्थित थे. उन्होंने सेवानिवृत्त अधिकारियों और कर्मचारियों को हार्दिक शुभकामनाएं दीं और उज्ज्वल भविष्य की कामना की. वेकोलि के सेवानिवृत्त कर्मियों में अरुप कुमार मंडल, अधीनस्थ इंजिनियर, पी.एम. ताले, वरिष्ट निजी सहायक, इरशाद अहमद, वरिष्ट खेल संगठक शामिल थे. समारोह में वरिष्ठ अधिकारीगण एवं कर्मचारीगण उपस्थित थे. "गुणवत्ता का संदेश" हर स्तर पर फैलाएं : राजीव रंजन मिश्र "गुणवत्ता का संदेश" प्रचारित कर बुधवार को वेस्टर्न कोलफ़ील्ड्स लिमिटेड (वेकोलि) मुख्यालय लौटे सात कर्मियों को सीएमडी राजीव रंजन मिश्र ने शुभकामनाएं दीं. उन्होंने कम्पनी कर्मियों का आह्वान किया कि गुणवत्ता को सदैव प्राथमिकता दें और हर स्तर पर इसे सुनिश्चित करें. सर्वश्री टी. एच. मोहन राव वरिष्ठ प्रबंधक (विपणन एवं विक्रय) गुणवत्ता नियन्त्रण, जयंत मिश्रा वरिष्ठ प्रबंधक (सिविल), प्रसन्ना बारलिंगे वरिष्ठ ओवर मैन, एम. भूपति मुरुगेसन कार्यालय अधीक्षक, अशोक भुजाडे कार्यालय अधीक्षक (सभी मुख्यालय), एस. त्रिनाध प्रबन्धक खनन/क्षेत्रीय विक्रय प्रबंधक माजरी क्षेत्र एवं वी.एम.सिंह वरिष्ठ प्रबंधक (खनन/साइडिंग इंचार्ज) घुग्घुस साइडिंग वणी क्षेत्र कल "गुणवत्ता का संदेश" के साथ साइकिल से उमरेड क्षेत्र गये थे. 29 मार्च को उमरेड से साइकिल से ही वापस कम्पनी मुख्यालय नागपुर वापस आये कर्मियों का स्वागत महाप्रबन्धक (गुणवत्ता नियन्त्रण) एम.एस.शेंडे की अगुआई में तालियों और पुष्पगुच्छ के साथ किया गया. उल्लेखनीय है कि, वेकोलि कर्मी पहली बार इस तरह की मुहिम में दो दिवसीय साइकिल-यात्रा पर गये थे. यह साइकिल अभियान कोल इंडिया द्वारा जनवरी में प्रारम्भ "क्वालिटी ड्राइव" के प्रथम चरण 'मिशन जीरो एंड जीरो' (मिशन जीरो ग्रेड स्लिपेज़ एंड जीरो कन्जूमर कम्प्लेंट्स) का एक हिस्सा था.

बिकने वाला है 150 साल पुराना सबसे लोकप्रिय ब्रांड ‘हॉर्लिक्स’

नई दिल्ली : देश का 150 साल पुराना और सबसे लोकप्रिय ब्रांड हॉर्लिक्स बिकने जा रहा है. ब्रिटेन की फार्मास्युटिकल कंपनी ग्‍लेक्‍सोस्मिथक्‍लाइन न्‍यूट्रिशन प्रोडक्‍ट्स बेचने वाली है. इसे बेचकर वह अपनी हेल्‍थकेयर सब्सिडियरी में हिस्‍सेदारी कम कर सकती है. काफी बड़ा बाजार है भारत में हॉर्लिक्स का 13 अरब डॉलर की नोवार्टिस डील के लिए उसे और पैसों की जरूरत है. हॉर्लिक्स ब्रांड की बिक्री इस डील की फंडिंग के लिए की जा सकती है. गौरतलब है कि हॉर्लिक्स का भारत में काफी बड़ा बाजार है. कंपनी की भारतीय सब्सिडियरी में 75 फीसदी न्‍यूट्रिशन प्रोडक्‍ट्स का है. भारत जीएसटी के लिए दूसरा सबसे बड़ा मार्केट है. नेस्ले, यूनिलीवर खरीदने की रेस में इकोनॉमिक टाइम्‍स की खबर के अनुसार इस डील की डिटेल्‍स अभी पूरी तरह साफ नहीं है. लेकिन यह पता चला है कि नेस्‍ले और यूनिलीवर इसे भी खरीदने की रेस में हैं. मिलेंगे 50,00 करोड़ रुपए हॉर्लिक्स और जीएसके के अन्‍य न्‍यूट्रिशन प्रोडक्‍ट्स की बिक्री से कंपनी को लगभग 5000 करोड़ रुपए मिल सकते हैं. हालांकि, कंपनी अपने कंज्‍यूमर हेल्‍थकेयर बिजनेस में लगातार निवेश करती रहेगी.

आय की जानकारी छुपाई है तो 31 मार्च तक सुधार लें, वर्ना लिलेगी सजा

इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने जारी की है आय छुपाने वालों के लिए चेतावनी नई दिल्ली : टैक्सपेयर्स के लिए इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने हाल ही में एक चेतावनी जारी कर कहा है कि रिटर्न फाइल करने वाले लोगों ने अगर जाने-अनजाने कोई जानकारी छुपाई है तो 31 मार्च तक वह इसे सुधार लें. रिवाइज्ड रिटर्न फाइल करके छुपाई जानकारी को बताया जा सकता है. 31 मार्च तक ऐसा नहीं करने पर ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी, जिन्होंने पूरी जानकारी नहीं दी होगी. इसके लिए इनकम टैक्स डिपार्टमेंट अलग से पेनाल्टी भी लगा सकता है. हो सकती है जेल इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के अनुसार आईटीआर में गड़बड़ी पाने पर लोगों को जेल भी जाना पड़ सकता है. विभाग ने कहा है कि अगर आपने अपने बैंक अकाउंट में बड़ी मात्रा में कैश जमा किया है या फिर हाई वैल्‍यू ट्रांजैक्‍शन किए हैं तो आपको रिवाइज्‍ड आईटीआर में उसकी जानकारी देनी होगी. जेल भी और जुर्माना भी इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने स्पष्ट कर दिया है कि गलत जानकारी देने या कोई जानकारी छुपाने वालों के खिलाफ दोनों तरह के मामले भी हो सकते हैं. अर्थात विभाग पेनाल्टी भी वसूलेगा और कार्रवाई के तहत सजा भी हो सकती है.