केंद्र सरकार के कृषि एवं कृषक कल्याण विभाग का बागवानी फसलों के उत्पादन का अग्रिम अनुमान
नई दिल्ली : इस साल आलू व प्याज के उत्पादन में कमी की आशंका है. प्याज के उत्पादन में लगभग 15 प्रतिशत और आलू के उत्पादन में दो फीसदी की गिरावट का अनुमान है.
कृषि और किसान कल्याण विभाग द्वारा सात मार्च 2024 को जारी बागवानी फसलों के वर्ष 2023-24 के उत्पादन के पहले अग्रिम अनुमान में यह जानकारी दी गई है.
विभाग की एक सरकारी विज्ञप्ति के मुताबिक साल 2023-24 में प्याज का उत्पादन पिछले वर्ष के लगभग 302.08 लाख टन के उत्पादन की तुलना में लगभग 254.73 लाख टन रहने की आशंका है. यानी कि पिछले साल के मुकाबले इस साल 47.35 लाख टन प्याज का उत्पादन कम रह सकता है.
विज्ञप्ति के अनुसार इस साल महाराष्ट्र में 34.31 लाख टन, कर्नाटक में 9.95 लाख टन, आंध्र प्रदेश में 3.54 लाख टन और राजस्थान में 3.12 लाख टन उत्पादन में कमी रह सकती है.
इसी तरह 2023-24 में आलू का उत्पादन (पहला अग्रिम अनुमान) लगभग 589.94 लाख टन होने की उम्मीद है. जबकि पिछले साल यह लगभग 601.42 लाख टन था. जिसका कारण पश्चिम बंगाल में पिछले वर्ष की तुलना में आई कमी बताया गया है.
बागवानी उत्पादन में वृद्धि होगी
हालांकि विज्ञप्ति में कहा गया है कि देश में 2023-24 में बागवानी उत्पादन (प्रथम अग्रिम अनुमान) लगभग 35.525 करोड़ टन होने का अनुमान है. 2022-23 (अंतिम अनुमान) की तुलना में 2023-24 (प्रथम अग्रिम अनुमान) में 1.15 प्रतिशत या 3.27 लाख हेक्टेयर क्षेत्र की वृद्धि रहेगी. मुख्य रूप से केला, नारंगी और आम के उत्पादन में वृद्धि के कारण फलों का उत्पादन 11.208 करोड़ टन तक पहुंचने की उम्मीद है.
सब्जियों का उत्पादन बढ़ेगा
इसी तरह सब्जियों का उत्पादन लगभग 20.939 करोड़ टन होने का अनुमान किया गया है. पत्ता गोभी, फूलगोभी, कद्दू, साबूदाना, टमाटर और अन्य सब्जियों के उत्पादन में वृद्धि की उम्मीद है.
विज्ञप्ति में कहा गया है कि टमाटर का उत्पादन पिछले साल के लगभग 204.25 लाख टन की तुलना में लगभग 208.19 लाख टन होने की उम्मीद है, जो 1.93 प्रतिशत लाख टन की वृद्धि है.