153वीं जयंती पर मनसे ने फिर से मुंबई महापालिका के समक्ष रखी यह मांग
मुंबई : मुंबई स्थित केईएम अस्पताल को डॉ. आनंदीबाई जोशी का नाम देने की मांग महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) ने मुंबई महापालिका के समक्ष फिर दुहराई है. मनसे ने केईएम अस्पताल का नाम ‘डॉ. आनंदीबाई जोशी अस्पताल’ करने का प्रस्ताव किया था. आज डॉ. आनंदीबाई जोशी की 153वीं जयंती पर मनसे ने फिर से मुंबई महापालिका के समक्ष यह मांग रखी है.
ट्विट कर नानसे मुंबई महापालिका से दुहराई मांग
मनसे ने अपने अधिकृत ट्विट हैंडल पर यह मांग पोस्ट की है. ट्विट में मुंबई महापालिका और महापौर विश्वनाथ महाडेश्वर को टैग किया गया है. उसने ट्विट कर कहा है- ”केईएम रुग्णालयाचं नाव ‘डॉ. आनंदीबाई जोशी रुग्णालय’ करण्यात यावं, या मागणीचं निवेदन मनसेनं दिलं होतं. आज आनंदीबाई जोशी यांच्या जयंतीनिमित्त या मागणीची महापालिकेला आठवण करून देत आहोत”, (“केईएम अस्पताल का नाम ‘डॉ. आनंदीबाई जोशी रुग्णालय’ करने की मांग करते हुए मनसे ने निवेदन दिया था. आज आनंदीबाई जोशी की जयंती पर हम यह मांग महापालिका के समक्ष पुनः कर रहे हैं.”)
प्रथम महिला डॉक्टर आनंदीबाई जोशी का डूडल पेश कर गूगल ने किया सम्मान
इस बीच डॉ. आनंदीबाई जोशी की जयंती पर गूगल ने डूडल के माध्यम से रेखाचित्र साकार कर उन्हें आदरांजलि दी है. आनंदीबाई जोशी देश की पहली महिला डॉक्टर थीं. उनका जन्म जन्म 31 मार्च 1865 को कल्याण में हुआ था.
नौ वर्ष की आयु में हुआ था उनका विवाह
नौ वर्ष की आयु में उनका विवाह गोपाल राव जोशी से हुआ था. जो उनसे उम्र में 20 वर्ष बड़े थे. काम उम्र की होने की कारण उन्हें अनेक परेशानियों का सामना करना पड़ा था. लेकिन पति गोपालराव उन्हें शिक्षा पूरी करने के लिए प्रोत्साहन देते रहे.
अमेरिका में पूरी की थी मेडिकल की शिक्षा
अमेरिका के पेनसिलवेनिया के महिला चिकित्सा महाविद्यालय में आनंदीबाई ने मेडिकल की शिक्षा पूरी की. उसके बाद ड्रेक्जल विश्वविद्यालय महाविद्यालय उन्होंने आगे की शिक्षा पूरी की. शिक्षा पूरी करने के बाद वे महिलाओं के लिए चिकित्सा महाविद्यालय आरंभ करने का सपना लेकर स्वदेश लौटीं.