घुड़सवार

मुंबई की हिफाजत के लिए अब नया इंतजाम

मुंबई
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घुड़सवार दस्ते 88 वर्षों बाद आर्थिक राजधानी में फिर लगाएंगे गश्त

मुंबई : देश की आर्थिक राजधानी की हिफाजत अब एक बार फिर करेंगे घुड़सवार दस्ते. महाराष्ट्र पुलिस को शीघ्र ही घुड़सवार यूनिट (mounted unit) मिलने जा रही है. मुंबई में ट्रैफिक कंट्रोल करने से लेकर अपराध पर लगाम लगाने में इसका इस्तेमाल किया जाएगा. आजादी के बाद ऐसा पहली बार होने जा रहा है, जब मुंबई की गलियां और सड़कें घुड़सवार पुलिस के हवाले होंगी. 88 साल पूर्व मुंबई की गलियों में घुड़सवार दस्ते पेट्रोलिंग (गश्त) किया करते थे.
घुड़सवार
26 जनवरी से लग जाएंगे ड्यूटी पर
शिवाजी पार्क में 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस की परेड के बाद घोड़ों को ड्यूटी पर तैनात कर दिया जाएगा. घुड़सवार पुलिस प्रणाली व्यवस्था का कई मौकों पर इस्तेमाल किया जाएगा. भीड़ नियंत्रित करने, त्यौहारों में शांति बनाए रखने, विरोध प्रदर्शनों के दौरान, समुद्र के किनारों पर घोड़े पर सवार पुलिसकर्मी नजर आएंगे.

नागपुर और पुणे में भी होंगे तैनात 
महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने बताया कि इसके बाद नागपुर और पुणे जैसे शहरों में सुरक्षा के लिए घुड़सवार पुलिस प्रणाली की व्यवस्था को दोहराया जाएगा. इन शहरों में भी सुरक्षा के लिए घुड़सवार पुलिस की तैनाती की जाएगी. उन्होंने कहा कि पुलिस के पास आधुनिक जीप और मोटरगाड़ी होते हुए भी इसकी जरुरत महसूस की जा रही थी.

1932 में हटा लिया गया था
जी हां, आजादी से पहले मुंबई की गलियों की पेट्रोलिंग घुड़सवार टीम ही किया करती थी. मगर 1932 में वाहनों की भीड़ के चलते घोड़े पर सवार होकर पेट्रोलिंग की व्यवस्था को हटा दिया गया. अब आजादी के बाद पहली बार मुंबई की पुलिस घोड़ों पर निगरानी करती नजर आएगी.

हो चुकी है 13 घोड़ों की खरीदारी
गृहमंत्री देशमुख ने बताया कि वर्तमान में 13 घोड़ों की खरीदारी हो चुकी है. बाकी बचे घोड़ों को अगले छह महीने में खरीद कर यूनिट में शामिल कर लिया जाएगा. 30 घोड़े, एक सब इंस्पेक्टर, एक असिस्टेंट इंस्पेक्टर और चार हवालदार के अलावा 32 कांस्टेबल यूनिट में शामिल होंगे.

अंधेरी में बनेगा अस्तबल
देशमुख ने बताया कि घोड़ों को रखने के लिए अंधेरी इलाके में ढाई एकड़ पर अस्तबल का निर्माण कराया जाएगा. जिसमें स्वीमिंग पूल, राइडिंग क्लब, ट्रेनर रूम होंगे. दस्ते के पुलिस अधिकारियों और घुड़सवारों के आवास भी वहीं बनेंगे. 

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