मुंबई : महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) प्रमुख राज ठाकरे ने गुरुवार, 23 जनवरी को पार्टी के पहले महाधिवेशन में न केवल पार्टी का नया भगवा झंडा, बल्कि अपने पुत्र अमित ठाकरे को भी लॉन्च किया. वीर सावरकर और हिंदुत्व जैसे मुद्दों को लेकर बैकफुट पर गई शिवसेना को कड़ी टक्कर देने की राज ठाकरे ने मंशा भी जता दी.
शिवसेना के संस्थापक स्व. बालासाहेब ठाकरे की जयंती के मौके पर MNS के पूरे दिन चलने वाले इस महाधिवेशन में ठाकरे अपनी पत्नी शर्मिला और बेटे अमित ठाकरे के साथ पहुंचे. महाधिवेशन मुंबई के गोरेगांव में चल रहा है. राज ने अपने बेटे अमित को भी अधिवेशन में लॉन्च कर महाराष्ट्र की भावी राजनीति में अपनी पार्टी की भूमिका भी स्पष्ट कर दिया है. संकेत साफ है कि शिवसेना पमुख एवं मुख्यमंत्री उद्धव के बेटे और राज्य सरकार में मंत्री आदित्य ठाकरे को टक्कर देने की उन्होंने पूरी तैयारी कर ली है.
Mumbai: Maharashtra Navnirman Sena (MNS) chief Raj Thackeray's son Amit Thackeray has been inducted into the party today. pic.twitter.com/79QQjCuull
— ANI (@ANI) January 23, 2020
मंच पर लगी सावरकर, आंबेडकर की फोटो
पिछले ही वर्ष 2019 के विधानसभा चुनाव में लगभग साफ हो चुकी MNS ने अपने महाधिवेशन में मंच पर विनायक दामोदर सावरकर की फोटो लगाई है. राजनीति के जानकार मान रहे हैं कि जिन मुद्दों को लेकर पहले शिवसेना की पहचान थी, कांग्रेस से गठबंधन के बाद जिन मामलों पर वह कमजोर पड़ती दिख रही है, उन्हीं मुद्दों को उठाकर MNS फिर से खुद को खड़ा करने की कोशिश में लगी है. जानकारों का कहना है कि MNS की कोशिश है कि शिवसेना से जुड़े कोर कार्यकर्ताओं को इन मुद्दों के सहारे अपने साथ लाया जाए. सावरकर के अलावा MNS के मंच पर शिवाजी की मूर्ति, भीमराव आंबेडकर की तस्वीर के अलावा सावित्री बाई फुले की तस्वीर भी लगाई गई है.
MNS का नया झंडा भी है खास
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना का नया झंडा पूरी तरह से न सिर्फ भगवा रंग का है, बल्कि इस झंडे पर छत्रपति शिवाजी के समय की राजमुद्रा भी प्रदर्शित की गई है. उल्लेखनीय है कि 6 जून 1674 का राजगढ़ में राज्याभिषेक के बाद शिवाजी ने खुद यह राजमुद्रा तैयार की थी. इस राजमुद्रा पर संस्कृत में लिखा था, “प्रतिपच्चंद्रलेखेव वर्धिष्णुर्विश्ववंदिता शाहसुनोः शिवस्यैषा मुद्रा भद्राय राजते”. इसका अर्थ है- ‘शाहजी के पुत्र शिवाजी की इस मुद्रा की महिमा उसी तरह से बढ़ेगी, जैसे पहले दिन (शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा के बाद) से चांद बढ़ता है. यह दुनिया द्वारा पूजी जाएगी और यह केवल लोगों की भलाई के लिए चमकेगी.’ गौरतलब है कि इससे पहले MNS का झंडा नीला, सफेद, केसरिया और हरे रंग का होता था.
भाजपा के साथ गठबंधन की चर्चा
राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस से मुलाकात कर राज ठाकरे ने भारतीय जनता पार्टी के साथ गठबंधन की चर्चा को भी हवा दे दी है. इसके साथ ही राज ठाकरे ने संकेत दे दिया था कि उनकी पार्टी एक नई पहचान और एक नई विचारधारा के साथ खुद को मजबूत करेगी.
MNS के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि हमारी पार्टी का एक धड़ा चाहता है कि भाजपा के साथ गठबंधन करे. राज्य में महाराष्ट्र विकास अघाड़ी की सरकार बनने के बाद प्रदेश की राजनीति में बदलाव आया है. MNS और भाजपा दोनों को एक दूसरे की जरूरत है. भाजपा के साथ अपने पुराने संबंध तोड़ कर अपने घोर विरोधी कांग्रेस और एनसीपी के साथ शिवसेना सत्ता पर काबिज हुई है.