कोलन कैंसर

कोलन कैंसर के निदान के लिए प्रभावी ‘कैप्सूल’ तैयार

नागपुर महाराष्ट्र
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नागपुर : कोलन कैंसर के सफल निदान की दवाई डॉ. सविता श्रीकांत देवकर ने ढूंढ लिया है. उन्होंने अपने शोध में डिजाइन किए गए ड्रग नैनोकणों के माध्यम से कोलन कैंसर रोग के खिलाफ एक प्रभावी मौखिक लक्षित कैप्सूल दवा तैयार कर ली है. मूल रूप से पुणे के रहने वाली डॉ. देवकर एम. फार्म के बाद 2021 में पीएचडी पाठ्यक्रम पूरा करने के लिए छात्रवृत्ति प्राप्त करने के लिए महाज्योति में आवेदन किया था. महाज्योति से 35 हजार प्रतिमाह स्कॉलरशिप प्राप्त कर डाॅ.देवकर ने सफलतापूर्वक अपनी थीसिस पूरी की. 

कैंसर एक गंभीर बीमारी है. इस बीमारी से हर साल लाखों लोग मर रहे हैं. कई वैज्ञानिक और शोधकर्ता कैंसर का इलाज ढूंढने की कोशिश कर रहे हैं. चूंकि वर्तमान समय में कैंसर के 200 से अधिक प्रकार हैं, इसलिए यह बीमारी किसी भी व्यक्ति को हो सकती है. इनमें से एक खतरनाक कैंसर है- कोलोरेक्टल या कोलन कैंसर, जो आंतों का कैंसर है. 

कोलन कैंसर बड़ी आंत या मलाशय में उत्पन्न होता है. यह आमतौर पर पॉलीप के रूप में प्रकट होता है, जो बृहदान्त्र या मलाशय की आंतरिक परत पर कोशिकाओं का एक छोटा समूह होता है. जो अंततः कैंसर में विकसित हो सकता है. चार साल तक अध्ययन करने के बाद, डॉ. देवकर कोलन कैंसर के लिए एक मौखिक लक्षित कैप्सूल विकसित करने में सफल रही.

‘महाज्योति’ के माध्यम से. प्रोग्रेसिव एजुकेशन सोसाइटी के मॉडर्न कॉलेज ऑफ फार्मेसी, निगडी में प्रोफेसर डॉ. करीमुन्निसा शेख के मार्गदर्शन में देवकरने 4 साल में सफलतापूर्वक अपनी थीसिस पूरी की. सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय के अंतर्गत डाॅ. देवकर का पीएचडी विषय था ‘कैंसर रोधी प्रभाव के लिए संभावित दवाओं की लक्षित दवा वितरण प्रणाली का निर्माण और विकास’. 

इस कैप्सूल के परीक्षण के लिए चूहों को दवा देने के 21 दिनों के बाद 85 से 90 प्रतिशत सकारात्मक परिणाम देखे गए हैं. अब डाॅ. देवकर इस मौखिक लक्षित कैप्सूल दवा का नैदानिक अध्ययन कर रही हैं. डॉ. सविता देवकर ने छात्रवृत्ति के लिए महाज्योति को धन्यवाद दिया है.

उल्लेखनीय है कि ‘महाज्योति’ के माध्यम से ओबीसी, वीजेएनटी, एसबीसी वर्ग के पीएचडी शोध छात्रों को छात्रवृत्ति के माध्यम से वित्तीय सहायता प्रदान करने का बहुमूल्य कार्य किया जाता है. तभी तो आज दुनिया में कोलन कैंसर जैसी बड़ी बीमारी की दवा उपलब्ध कराने वाली डॉ. सविता देवकर को महाज्योति की छात्रा होने पर गर्व है.

महाज्योति से प्राप्त छात्रवृत्ति से राज्य के हजारों छात्र प्रगति की राह पर चल पड़े हैं. महाज्योति अब जूनियर रिसर्च फेलोशिप (जेआरएफ) के लिए 37 हजार रुपए और सीनियर रिसर्च फेलोशिप (एसआरएफ) के लिए 42 हजार रुपए प्रति माह की दर से अतिरिक्त छात्रवृत्ति राशि और 30 प्रतिशत, 20 प्रतिशत और 10 प्रतिशत की संशोधित दर पर मकान किराया भत्ता प्रदान कर रहा है. महाज्योति के प्रबंध निदेशक राजेश खवले ने कहा कि पीएचडी शोधकर्ताओं का अच्छा प्रदर्शन देश को आगे ले जाएगा. 

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