100 करोड़ वसूली प्रकरण में सचिन वाजे द्वारा सरकारी गवाह बनने की इच्छा, हो सकता है कारण
मुंबई : 100 करोड़ रुपए वसूली प्रकरण में जेल में बंद राज्य के पूर्व गृहमंत्री 72 वर्षीय अनिल देशमुख को परेल, मुंबई के केईएम अस्पताल अस्पताल में दाखिल कराना पड़ा है. उन्होंने आज शुक्रवार, 27 मई को सीने में दर्द की शिकायत की थी. अस्पताल सूत्रों के अनुसार उनकी स्ट्रेस थिलियम हार्ट टेस्ट की जा रही है.
केईएम अस्पताल द्वारा जारी उनके स्वास्थ्य सूचना के अनुसार उन्हें अनियंत्रित रक्त चाप और सीने में जबरदस्त पीड़ा है. इस कारण अनिल देशमुख को अस्पताल के आईसीयू में उपचार और जांच के लिए रखा गया है.
सचिन वाजे तो कारण नहीं..?
समझा जाता है कि 100 करोड़ रुपए वसूली प्रकरण के एक अन्य जेल में बंद आरोपी बर्खास्त पुलिस अधिकारी सचिन वाजे के कारण पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख गंभीर रूप से अस्वस्थ हुए हैं. वाजे ने दूसरी बार इस प्रकरण में सरकारी गवाह बनने की इच्छा व्यक्त की है.
विशेष सीबीआई न्यायालय में दाखिल उसके इस आवेदन पर आगामी 30 जून को सुनवाई होगी. मिली जानकारी के अनुसार मामले की जांच कर रही केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई ने वाजे के आवेदन को सशर्त मंजूरी दी है.
नवंबर 2021 में कथित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में हुए थे गिरफ्तार
पूर्व मंत्री को प्रवर्तन निदेशालय ने नवंबर 2021 में कथित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया था. इस महीने की शुरुआत में एक अदालत ने देशमुख की उस याचिका को खारिज कर दिया था, जिसमें उन्होंने एक निजी अस्पताल में कंधे की सर्जरी कराने की अनुमति मांगी थी. अदालत ने कहा कि वह शहर के सरकारी जेजे अस्पताल में अपना इलाज करा सकते हैं.
मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह द्वारा भ्रष्टाचार का आरोप लगाने के बाद राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के नेता देशमुख को गृह मंत्री का पद छोड़ना पड़ा था. सीबीआई ने बाद में उन पर भ्रष्टाचार के आरोप में मामला दर्ज किया था.