तेजस्‍वी

राहुल के नक्शेकदम पर तेजस्वी, किया इस्तीफे की पेशकश

*सीमा सिन्हा, पटना : कांग्रेस के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष राहुल गांधी के नक्शेकदम पर महागठबंधन की ड्राइविंग सीट पर रहे राष्‍ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्‍वी यादव ने विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष के पद से इस्‍तीफे की पेशकश कर दी है. कांग्रेस ने बिहार में भी महागठबंधन के नेताओं से भी राहुल गांधी की तरह ऐसे ही फैसले की मांग की थी. हालांकि, बिहार में कांग्रेस की तरह ही राजद विधायक दल ने तेजस्‍वी यादव के इस्तीफे की पेशकश को अस्‍वीकार कर दिया है. राजद ने पेशकश किया खारिज प्राप्त जानकारी के अनुसार तेजस्‍वी यादव ने नेता प्रतिपक्ष के पद से इस्‍तीफा देने की पेशकश के बाद राजद विधायक दल की आपात बैठक हुई, जिसमें इसे अस्‍वीकार कर दिया गया. बैठक में निर्णय लिया गया कि अगर इसके बावजूद तेजस्‍वी यादव नहीं मानते हैं तो पार्टी के सभी विधायक विधानसभा से इस्‍तीफा दे देंगे. राजद विधायक भाई वीरेंद्र ने कहा कि विधायक दल की बैठक में तेजस्‍वी यादव को इस्‍तीफा देने से मना किया गया है. उन्होंने कहा कि तेजस्‍वी उनके नेता हैं और रहेंगे. राजद नेता शक्ति यादव ने कहा कि तेजस्‍वी को नहीं, बिहार के बदहाल हालात के लिए जिम्‍मेदार राष्‍ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के नेताओं को इस्‍तीफा देना चाहिए. कांग्रेस नेता ने मांगा था इस्‍तीफा ज्ञातव्य है कि लोकसभा चुनाव में हार के बाद कांग्रेस अध्‍यक्ष राहुल गांधी ने पद से इस्‍तीफा दे दिया है. इसके बाद कांग्रेस के मुख्य सचेतक राजेश कुमार ने कहा कि राहुल गांधी की तरह गठबंधन के अन्‍य लोग भी फैसला लें. उन्‍होंने राजद व अन्‍य सहयोगी दलों से ऐसी अपेक्षा की. राजेश कुमार ने किसी का नाम तो नहीं लिया, लेकिन उनका इशारा विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्‍वी यादव की ओर ही था. तेजस्‍वी में लालू वाली बात नहीं : मांझी, बता दिया अनुभवहीन 'हम' पार्टी के सुप्रीमो जीतन राम मांझी ने तेजस्वी यादव के अनुभवहीन बताते हुए कहा कि उनमें नेतृत्व करने की क्षमता नहीं हैं, अभी उन्हें बहुत कुछ सीखना है. मांझी ने कहा कि तेजस्‍वी में लालू वाली बात नहीं है. लंबे समय बाद सामने आए तेजस्‍वी लोकसभा चुनाव में हार के बाद तेजस्वी यादव बिहार की राजनीति से दूर लंबे अज्ञातवास में चले गए थे. विधानमंडल के जारी मानसून सत्र के दौरान वे गुरुवार को सत्र में शामिल होने पहुंचे. तेजस्वी 35 दिनों बाद मीडिया के सामने तो आए, लेकिन ज्वलंत मुद्दों पर मुंह नही खोला. कार्यशैली से कई बड़े नेताओं में नाराजगी तेजस्वी यादव की कार्यशैली से कई बड़े नेताओं में नाराजगी है. राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की अनुपस्थिति में वे पार्टी की कमान संभाल रहे हैं. उनके अचानक लापता हो जाने पर पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह ने कहा था कि शायद वे वर्ल्ड कप क्रिकेट देख रहे होंगे. लालू प्रसाद यादव के करीबी माने जाने वाले विधायक भाई वीरेंद्र आज तेजस्‍वी के इस्‍तीफे की पेशकश को खारिज करते हैं, लेकिन उन्‍होंने पहले यहां तक कहा था कि किसी के रहने या न रहने से पार्टी को कोई फर्क नहीं पड़ता है.
ग्राहक

मुफ्त देने के बजाय मॉल, बड़े स्टोर जुटे हैं कैरी बैग के धंधे में

नागपुर : दुकानदार अपने ग्राहकों को खरीदी गई वस्तुओं को ले जाने के लिए कैरी बैग मुफ्त प्रदान करने के लिए बाध्य हैं, क्योंकि ग्राहक अपने हाथों में सामान नहीं ले जा सकता. देश भर में छोटे दुकानदार, चाहे वे कपड़े बेचते हों अथवा किराना, सभी अपने ग्राहकों को सामान ले जाने के लिए कैरी बैग उपलब्ध करा रहे हैं. लेकिन नागपुर समेत अन्य शहरों में मॉल अथवा चेन रिटेल शॉप चलाने वाले कैरी बैग के लिए 5 रुपए से 15 रुपए तक की वसूली कर रहे हैं. बड़े मॉल के साथ रीटेल चेन स्टोर भी कर रहे कैरी बैग का धंधा बिग बाजार, डी मार्ट, रिलायंस फ्रेश जैसे मॉल की देखा-देखी अपना भण्डार जैसे रीटेल चेन शॉप भी कैरी बैग के लिए अपने ग्राहकों से 5 रुपए से लेकर 15 रुपए तक वसूल रहे हैं. हजार-दो हजार की उपभोक्ता सामग्री की खरीदारी करने वाले ग्राहक तक से कैरी बैग के लिए यह राशि वसूली जा रही है. ग्राहकों में जागरूकता के अभाव का ये बड़े मॉल और बड़े चेन शॉप कैरी बैग का धंधा करने में जुटे हुए हैं. कैरी बैग पर करते हैं अपना विज्ञापन भी बता दें कि इन कैरी बैग पर अपने ब्रांड का विज्ञापन भी ये करते हैं और कैरी बैग की कीमत भी वसूलते हैं. स्थानीय उपभोक्ता संरक्षण संगठनों में भी कैरी बैग के चलाए जा रहे इस धंधे के प्रति कोई जागरूकता नहीं है. इन संगठनों के सक्रियता की कमी के कारण आम उपभोक्ताओं को इस बात की जानकारी भी नहीं होती कि कैरी बैग के इस धंधेबाजी की शिकायत वे कहां करें. उल्लेखनीय है कि चंडीगढ़ स्थित जिला कन्ज़्यूमर फोरम ने एक ग्राहक से कागज के कैरी बैग के लिए पांच रुपए लेने को लेकर जाने माने रीटेल स्टोर पर हाल हे में 13 हजार रुपए का जुर्माना लगाया है. कस्टमर ने उस स्टोर से खरीदारी की थी और उससे कैरी बैग के लिए पांच रुपए लिए थे. लाइफस्टाइल रीटेल को भरना पड़ा जुर्माना प्रत्येक कागज के थैले के लिए पांच रुपए लेने को लाइफस्टाइल रीटेल चेन स्टोर की 'मनमानी' करार देते हुए फोरम ने कहा कि दुकानदार यह तर्क नहीं दे सकते कि प्लास्टिक की थैलियां प्रतिबंधित हैं, जिसके कारण कस्टमर्स को उनकी दुकान से खरीदारी करने पर कागज के थैले के लिए शुल्क देना ही पड़ेगा. चंडीगढ़ के रहने वाले पंकज और संगीता चंदगोठिया दंपति ने फोरम में इस बारे में शिकायत की थी. फोरम ने यह फैसला दिया. लाइफस्टाइल स्टोर से ग्राहक कानूनी सहायता खाते में 10 हजार रुपए बतौर जुर्माना जमा कराने और दोनों शिकायतकर्ताओं को उत्पीड़न व मानसिक पीड़ा के लिए 1,500-1,500 रुपए का मुआवजा व मुकदमे के खर्च के रूप में देने को कहा गया है. फोरम ने आदेश में कहा, 'विपक्षी पक्ष (लाइफस्टाइल स्टोर) ने यह भी तर्क दिया कि प्लास्टिक के थैलों पर प्रतिबंध के बाद इसने अपने ग्राहकों से उनकी खरीदारी के भुगतान पर पेपर बैग प्रदान करना शुरू कर दिया. हमें लगता है कि किसी उत्पाद पर प्रतिबंध लगाने से विपक्षी पक्ष को उसके स्थान पर शुल्क लगाने...
विभूति

तारक मेहता में ‘दयाबेन’ बनेंगी विभूति शर्मा…?

मुंबई : सोनी के सब टीवी के पॉपुलर कॉमेडी शो 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' में दयाबेन की भूमिका निभाने वाली दिशा वकानी की जगह सीरियल 'बड़े अच्छे लगते हैं' फेम एक्ट्रेस विभूति शर्मा ले सकती हैं. सूत्रों ने बताया कि इस कॉमेडी शो के निर्माताओं ने दिशा वकानी का सब्सटीच्यूट तलाश कर लिया. रिपोर्ट्स के मुताबिक, बड़े अच्छे लगते हैं, हमने ली शपथ जैसे शोज कर चुकी विभूति शर्मा ने 'दयाबेन' के लिए मॉक टेस्ट दिया है. दयाबेन के लुक को विभूति ने बहुत अच्छे से अपनाया और उसका किरदार भी विभूति ने बेहद अच्छे तरीके से प्ले किया. निर्माता उन्हें दयाबेन के लिए साइन कर सकते हैं. हालांकि, विभूति ने इन खबरों को अफवाह बताया है. इससे पहले दयाबेन की भूमिका के लिए 'पापड़ पोल' की एक्ट्रेस अमी त्रिवेदी को अप्रोच करने की खबरें थीं. लेकिन एक्ट्रेस और निर्माता दोनों ने ही इन खबरों का खंडन किया. अमी ने कहा था, 'नहीं, मुझे इस रोल के लिए अप्रोच नहीं किया गया है. अभी मुझे रोल ऑफर नहीं हुआ है. न निर्माता ने मुझसे संपर्क किया है.' मालूम हो कि दिशा वकानी सितंबर 2017 से शो में नहीं दिखी हैं. उन्होंने अपनी ओर से शो में अपनी वापसी की चर्चा पर बहुत पहले ही विराम लगा दिया था. इसके बाद निर्माता ने इस बात की पुष्टि पहले ही कर दी थी कि अब वे दिशा वकानी का और इंतजार नहीं करेंगे. 'दयाबेन' को लाने की जल्दी में नहीं हैं निर्माता हाल ही में ऐसी भी खबरें आई थीं कि फैंस को दयाबेन के लिए अभी और इंतजार करना पड़ेगा. दरअसल, शो के निर्माता 'दयाबेन' को लाने की जल्दी में नहीं हैं. उन्होंने अभी दयाबेन के किरदार को होल्ड पर रखा है. उन्हें दयाबेन की कास्ट के लिए कोई जल्दी नहीं हैं. दयाबेन का किरदार परफेक्शन के साथ निभा सकने वाली की तलाश जारी है. वे जल्दबाजी नहीं करना चाहते.
मानहानि

मानहानि : एक और मामले में राहुल गांधी को अग्रिम जमानत

मुंबई : मुंबई के शिवड़ी कोर्ट में दायर एक और मानहानि मुकदमें में कांग्रेस नेता राहुल गांधी को अग्रिम जमानत मिल गई है. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (संघ) से जुड़े राहुल के बयान के खिलाफ एक सघ कार्यकर्ता ने मानहानि का मुकदमा दर्ज कराया है. आरोप है कि राहुल गांधी ने पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या को भाजपा-संघ की विचारधारा से जोड़ा था. एक और मामला भिवंडी अदालत में लंबित महाराष्ट्र में राहुल गांधी के खिलाफ मानहानि मामले में ही एक अन्य संघ कार्यकर्ता द्वारा दायर की गई यह दूसरी याचिका है. इससे पहले 2014 में, एक स्थानीय कार्यकर्ता राजेश कुंते ने महात्मा गांधी की हत्या के लिए कथित रूप से संघ पर आरोप लगाने के लिए राहुल के खिलाफ याचिका दायर की थी. वह मामला ठाणे में भिवंडी अदालत में लंबित है. 15 हजार के निजी मुचलके पर अग्रिम जमानत सुनवाई के दौरान कोर्ट में राहुल गांधी ने अपने आपको बेकसूर बताया. इसके बाद कोर्ट ने 15 हजार रुपए के निजी मुचलके पर अग्रिम जमानत दे दिया. कांग्रेस के पूर्व सांसद एकनाथ गायकवाड़ ने राहुल गांधी की जमानत ली. बता दें कि गौरी लंकेश की सितंबर 2017 में बंगलुरु में उनके घर के गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस दौरान, राहुल गांधी की अगुआई में पार्टी नेता कृपाशंकर सिंह, बाबा सिद्दीकी, मिलिंद देवड़ा, संजय निरूपम अदालत के अंदर मौजूद थे. राहुल गांधी कोर्ट में पेशी के लिए मुंबई पहुंचे. एयरपोर्ट के बाहर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने नारों के साथ उनका स्वागत किया. समर्थकों ने 'राहुल तुम संघर्ष करो, हम तुम्हारे साथ हैं' के नारे लगा रहे थे. शिकायतकर्ता ध्रुतिमन जोशी ने वरिष्ठ कांग्रेस नेता सोनिया गांधी और सीपीएम नेता सीताराम येचुरी पर भी ऐसे मामले दायर किए थे, लेकिन कोर्ट ने उन्हें खारिज कर दिया था. जोशी ने अपनी याचिका में कहा है कि लंकेश की हत्या के मुश्किल से 24 घंटों के बाद ही राहुल गांधी ने हत्या के लिए आरएसएस और उसकी विचारधारा को जिम्मेदार ठहरा दिया था. पटना और अहमदाबाद में भी केस दर्ज वहीं, चर्चा है कि राहुल गांधी आगामी हफ्ते में कई केसों पर सुनवाई के चलते अपनी अमेरिका यात्रा को रद्द कर सकते हैं. उन पर पटना और अहमदाबाद में भी केस दर्ज हैं. सूत्रों के हवाले से खबर है कि राहुल कांग्रेस वर्किंग कमेटी (सीडब्ल्यूसी) की बैठक से दूरी बना सकते हैं. गौरतलब है कि राहुल गांधी ने बुधवार को कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया. राहुल गांधी के मुताबिक, उन्हें लोकसभा चुनाव में पार्टी के प्रदर्शन के लिए दोषी ठहराया जाना चाहिए, क्योंकि पार्टी 542 में से केवल 52 सीटों पर ही जीत दर्ज कर पाई. राहुल ने कहा कि भाजपा की व्यापक जीत ने यह साबित कर दिया है कि देश के संस्थागत ढांचे पर कब्जा करने का आरएसएस का लक्ष्य अब पूरा हो गया है.
उपभोक्ता

उपभोक्ता संरक्षण कानून चर्चा सत्र में 200 संगठन हुए शामिल

नागपुर : उपभोक्ता कानून पर अखिल भारतीय ग्राहक कल्याण परिषद के चर्चा सत्र का समापन गत 30 जून को यहां संपन्न हुआ. चर्चा सत्र में उपभोक्ता संरक्षण संगठनों से जुड़े देश के 200 संगठनों के प्रतिनिधि शामिल हुए. रविनगर स्थित अग्रसेन भवन में आयोजित कार्यक्रम में उपभोक्ता कानूनों के विभिन्न पहलुओं पर प्रतिनिधियों ने अपने विचार प्रस्तुत किए. कार्यक्रम के प्रमुख वक्ता जयपुर के डॉ. अनंत शर्मा, कन्ज्यूमर फोरम के राष्ट्रीय अध्यक्ष अधि. जगदीश शुक्ला, अधि. बी.जी. कुलकर्णी एवं अ.भा. ग्राहक कल्याण परिषद के अध्यक्ष प्रकाश मेहाडिया ने उपभोक्ता क़ानून से संबंधित विषयों पर अपने सारगर्भित विचार प्रस्तुत किए. अहमदाबाद कन्ज्यूमर फोरम की अध्यक्ष प्रीति जोशी, फुलेरा जयपुर के विजेंद्र हलचल, गुंटूर (तेलंगाना) के हरिबाबू, गांधीनगर (गुजरात) के रमेश पटेल, केरल के आर. राजालक्ष्मी, नई दिल्ली के अरुण कुमार, आंध्रप्रदेश के चक्रपाणी, रमेश रेड्डी, आर.वी. करुणाकरण, हैदराबाद के डॉ. सुधाकर एवं एन. राजश्री और नागपुर के विजय केवलरामानी, प्रताप मोटवानी, राष्ट्रीय महासचिव देवेंद्र तिवारी तथा अधि. जगदीश शुक्ला ने अपने विचार रखे. माप-तौल कानून पर मुंबई के आई.एन. माहूलकर ने, अधि. कदम और देवेंद्र तिवारी ने मिलावट कानून पर, शिकायत निवारण पर रमेश लालवानी ने और व्यावहारिक सम्पर्क पर माधुरी केदार ने अपने विचार रखे. कार्यक्रम की अध्यक्षता अ.भा. ग्राहक कल्याण परिषद के अध्यक्ष प्रकाश मेहाडिया ने की. संचालन देवेंद्र तिवारी ने और आभार प्रदर्शन जिला महासचिव प्रताप मोटवानी ने किया.
वेकोलि

वेकोलि की नई पहल : मॉइल को बेची खदान की रेत की पहली खेप

नागपुर : वेस्टर्न कोल फील्ड्स लिमिटेड (वेकोलि) की नई पहल; ओवर बर्डन से निकाली गई रेत की पहली खेप मॉइल कम्पनी को भेज कर रेत की व्यावसायिक बिक्री को आज पायलट प्रोजेक्ट के रूप में प्रारंभ किया गया. कोयले के साथ खदानों से ओवर बर्डन के रूप में निकली रेत के विक्रय से वेकोलि को अतिरिक्त आय होगी. उल्लेखनीय है कि नागपुर क्षेत्र की खदानों में रेत की उपलब्धता अधिक होने से इस योजना को मूर्त रूप दिया जा सका. सरकारी महकमों को प्राथमिकता के तौर पर वेकोलि रेत उपलब्ध करवाएगी. इसी के साथ इस क्षेत्र में रेत के सम्भावित उपभोक्ताओं की तलाश भी जारी रखेगी. खुली खदान के ओवर बर्डेन से निकाली गई रेत की आपूर्ति के लिए गत माह वेकोलि और मॉयल के बीच MoU पर हस्ताक्षर हुए थे. नागपुर स्थित सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम मॉयल लिमिटेड को रेत की पहली खेप नागपुर क्षेत्र की गोन्डेगांव परियोजना से रवाना की गई. इस अवसर पर अध्यक्ष-सह-प्रबन्ध निदेशक राजीव रंजन मिश्र, निदेशक तकनीकी योजना व परियोजना अजित कुमार चौधरी, महाप्रबंधक सर्वश्री तरूण के श्रीवास्तव, डी.एम. गोखले, जी.पी. शर्मा, उप क्षेत्र प्रबंधक टी.के. त्रिवेदी तथा मॉयल के कार्यकारी निदेशक तकनीकी सी.बी. अतुलकर एवं महाप्रबंधक सर्वश्री प्रशांत कारिया, किशोर चंद्राकर, ए.वी. मसादे प्रमुखता से उपस्थित थे.
जायरा

जायरा अब नहीं करेगी अभिनय का मुजाहिरा

*जीवंत के. शरण 'दंगल' फिल्म से धाकड़ लड़की के किरदार से हिंदी सिनेमा में अपनी धाक जमाने वाली जायरा वसीम ने अचानक सोशल मीडिया के माध्यम से बाॅलीवुड छोड़ने का एलान कर दिया. जायरा के पोस्ट को पढ़ने के बाद इंडस्ट्री में कोहराम मच गया है. सारे दिग्गज कलाकार स्तब्ध हैं. क्योंकि उसने 'अभिनय की वजह से अल्लाह से दूरी' को कारण बताया है. जायरा तो सामने नहीं आई है, लेकिन 'इंस्टाग्राम' के माध्यम वह अपने फैसले पर कायम है. - पांच साल पहले ही तो उसने कश्मीर की वादियों से निकल कर अभिनय की दुनिया में कदम रखा था. उसकी मासूमियत और अदाकारी के सभी कायल हुए. महज तेरह साल की उम्र में उसे जो शोहरत और सम्मान मिला, वह चौंकाने वाला था. 'दंगल' के बाद दूसरी फिल्म 'सीक्रेट सुपर स्टार' ने भी बाॅक्स ऑफिस पर धमाल मचाया. जायरा को अभिनय के लिए पुरस्कार तो मिला ही, 2017 में महबूबा मुफ्ती ने उसे 'रोल मॉडल' भी बताया था. - सचमुच सिने जगत में सन्नाटा सा छा गया है. उससे प्रेरणा लेने वाली घाटी की बेटियों और तेजी से बन रहे फैन यह पचा ही नहीं पा रहे हैं कि जायरा ने धर्म के नाम पर अभिनय छोड़ने का निर्णय 'स्वेच्छा' से लिया होगा. - अब बात निकली है तो दूर तलक जाएगी ही. सो मजहब के कुछ ठेकेदार जायरा का सही निर्णय बता रहे हैं, तो कुछ इस्लाम के जानकार उसके निजी फैसले को स्वीकार करने की सलाह दे रहे हैं. - लेकिन क्या यह सब इतना आसान लग रहा है? जायरा अभी तो अठारह साल की ही हुई है. तो क्या मान लिया जाए कि उसे कठमुल्लाओं ने भटकाया है, क्योंकि धर्म के ठेकेदारों ने कभी उसके 'छोटे बाल' पर भी कोहराम मचाया था. तर्क देते हैं कि 'इस्लाम' में फिल्मों को पसंद नहीं किया जाता है. लेकिन यह दलील कहीं से भी स्वीकार्य नहीं है, क्योंकि हिंदी सिनेमा के सौ साल के आईने में जब तस्वीरों को निहारेंगे, तो उसमें साफ दिखेगा कि इस इंडस्ट्री का नाम रौशन करने में मुसलमान कलाकारों की संख्या कुछ ज्यादा ही रही है. यही नहीं रुपहले परदे के इन चमकते सितारों के बीच कभी भी मजहब का चश्मा नहीं दिखा. - मधुबाला, मीना कुमारी (महजबीन बानो), जीनत अमान, तब्बू (तबस्सुम फातिमा हासिम), नर्गिस (फातिमा रसीद), मुमताज, शबाना आजमी के अलावा कुछ और भी नाम है, जिन्होंने हिंदी सिनेमा को नई ऊंचाई दी. मुस्लिम हीरो, लेखक, निर्देशक और टेक्निशियनों की लंबी फेहरिस्त है. इन लोगों ने भी कभी फिल्म को इस्लाम के लिए हानिकारक नहीं माना. - जायरा वसीम ने मजबूरी में ही सही कठमुल्लाओं को तो मौका दे ही दिया है. अठारह साल की उम्र के बावजूद उसकी शख्सियत को देखते हुए उसे बच्ची ही कहा जाएगा. उसी का फायदा उठाकर कठमुल्लाओं ने जायरा को धर्म का डर दिखा कर सिनेमा से दूरी बनाने के लिए बाध्य कर दिया होगा. - लेकिन एक सवाल तो यह भी उठता है कि मजहब के नाम पर कट्टर सोच को कैसे बढ़ावा दिया जा सकता है. - जायरा की बड़े बजट की फिल्म 'द स्काई इज पिंक' रिलीज के...
मुख्याध्यापिका

स्कूल में ही मुख्याध्यापिका पत्नी की हत्या कर दी

गोंदिया (महाराष्ट्र) : जिले के गोंदिया तहसील के ग्राम इर्रीटोला में आज मंगलवार, 2 जुलाई को एक शराबी पति ने अपनी मुख्याध्यापिका पत्नी को उनके स्कूल में ही नृशंस हत्या कर दी. अपराह्न 11.30 बजे दिलीप डोंगरे नामक यह नाकारा व्यक्ति कुल्हाड़ी लेकर ग्राम इर्रीटोला के जिला परिषद प्राथमिक शाला में अपनी 50 वर्षीया पत्नी मुख्याध्यापिका प्रतिभा दिलीप डोंगरे को मुख्याध्यापक के कक्ष में ही उनके सिर और गर्दन पर कुल्हाड़ी से वार कर उनकी जान ले ली. वारदात को अंजाम देने के बाद स्कूल में मची चीख-पुकार के बीच हत्यारा डोंगरे वहां से भाग खड़ा हुआ. जिला अपराध शाखा के पुलिस निरीक्षक दिनकर ठोसरे तथा गोंदिया ग्रामीण थाना प्रभारी घटनास्थल पर पहुंचे और वारदात की जांच शुरू कर दी. साथ ही पुलिस ने फरार आरोपी डोंगरे की तलाश तेज कर दी है. प्राप्त जानकारी अनुसार मृतका प्रतिभा दिलीप डोंगरे एक प्रतिभाशाली शिक्षिका थी. 10 वर्ष पूर्व मुख्याधिपिका बनाने के बाद उन्होंने इर्रीटोला में शिक्षा का अलख जगाया और वह बच्चों को अलग से समय देकर पढ़ाया करती थी. बताया जाता है कि आरोपी दिलीप डोंगरे नशे का व्यसनी है. अपनी इस बुरी लत लिए वह नशे में आवारा गांव में घूमता रहता है. कोई काम नहीं करता. शराब के पैसों के लिए वह हमेशा अपनी पत्नी प्रतिभा डोंगरे को परेशान किया करता था और उसके वेतन के पैसे भी वह झटकलिया करता था. पति से परेशान प्रतिभा डोंगरे वह अलग ग्राम दतोरा में अपनी दो बेटियों के साथ रहती थी. प्रतिदिन 3 किमी का सफर तय कर जिला परिषद शाला आया करती थी. इस वारदात के बाद पूरे ग्राम में मातम पसर गया है.
ट्रेन

मुंबई की बारिश से नागपुर की ट्रेनें इगतपुरी ही पहुंच पाईं

नागपुर : मुंबई में पिछले तीन दिनों से हो रही भारी बारिश के कारण नागपुर-मुंबई के बीच ट्रेन सेवा पर भी भारी असर पड़ा है. नागपुर से मुंबई जाने वाली अनेक प्रमुख ट्रेन इगतपुरी तक ही पहुंच पाईं. इसी तरह मुंबई से नागपुर की ओर आने वाली अनेक गाड़ियों के नासिक रोड से चलने की खबर है. मध्य रेल सूत्रों के अनुसार नागपुर होकर मुंबई की ओर जाने वाली गाड़ियां इगतपुरी में ही रुकी रहीं. दूसरी ओर मुंबई-नागपुर दुरंतो एक्सप्रेस और मुंबई-गोंदिया विदर्भ एक्सप्रेस नासिक रोड से रवाना हुईं हैं. प्राप्त जानकारी के अनुसार नागपुर-मुंबई-नागपुर मार्ग के गाड़ियों की स्थिति इस प्रकार है- 1. 11402 नागपुर-मुंबई नंदीग्राम एक्सप्रेस आज नासिक रोड में रुकी रही और 11401 मुंबई-नागपुर नंदीग्राम एक्सप्रेस आज 2.7.2019 नासिक रोड रवाना हुई. 2. 12810 हावड़ा-मुंबई मेल वाया नागपुर आज इगतपुरी तक ही आई और 12809 मुंबई-हावड़ा मेल वाया नागपुर आज 2.7.2019 भुसावसे रवाना हुई. 3. 12106 गोदिया-मुंबई विदर्भ एक्सप्रेस आज नासिक रोड तक ही पहुँची और 12105 मुंबई-गोदिया विदर्भ एक्सप्रेस आज 2.7.2019 नासिक रोड से रवाना हुई. 4. 12290 नागपुर-मुंबई दुरंतो एक्सप्रेस (1.7.2019) आज नासिक रोड पर रुकी रही और 12289 मुंबई-नागपुर दुरंतो एक्सप्रेस आज 2.7.2019 को नासिक रोड से रवाना हुई. 5. 12102 हावड़ा-एलटीटी ज्ञानेश्वरी एक्सप्रेस आज इगतपुरी तक ही आई. मध्य द्वारा रद्द की गई गाड़ियां- 1. 50104/50103 Ratnagiri-Dadar-Ratnagiri Passenger JCO 2.7.2019 २. 22102/22101 Manmad-Mumbai-Manmad Rajyarani Express JCO 2.7.2019 3. 12127/12128 Mumbai-Pune-Mumbai Intercity Express JCO 2.7.2019 4. 17617/17618 Nanded-Mumbai-Nanded Tapovan Express JCO 2.7.2019 5. 12118/12117 Manmad-LTT-Manmad Express JCO 2.7.2019
रैली

वर्धा में ‘सेव मेरिट-सेव नेशन’ सभा और विशाल रैली

*आश्विन शाह, वर्धा : "सेव मेरिट-सेव नेशन" अभियान के अंतर्गत रविवार, 30 जून को यहां विशाल जनसभा और रैली का आयोजन किया गया. सरकार की आरक्षण नीति के विरोध में वर्धा में सुबह 8 बजे स्थानीय स्वाध्याय मन्दिर परिसर से एक विशाल रैली निकाली गई. रैली में भारी संख्या में समाज के सभी वर्ग के नागरिक शामिल हुए. वंजारी चौक, पावड़े नर्सिंग होम चौक, शिवाजी चौक, बड़े चौक, सोसलिस्ट चौक और इंदिरा मार्केट चौक होते हुए वापस स्वाध्याय मंदिर पहुंची. रैली यहां सभा में परिवर्तित हो गई. रैली इतनी विशाल थी कि जब इसका प्रारम्भिक छोर सोसलिस्ट चौक में था और अंतिम छोर 1 किलोमीटर दूर शिवाजी चौक तक था. रैली में स्वस्फूर्त हजारों लोग शामिल हुए. हिन्दू, मुस्लिम, सिख, ईसाई, जैन, मारवाड़ी, पंजाबी, सिन्धी, अग्रवाल आदि समाज के पुरुष, महिलाएं बड़ी संख्या में "सेव मेरिट-सेव नेशन" का नारा लगा रहे थे. कॉलेज और स्कूली छात्रों का भी रैली में बड़ी संख्या में समावेश था. उल्लेखनीय है कि वर्धा के व्यापारियों ने इस अभियान के समर्थन में स्वस्फूर्त दोपहर 12 बजे तक अपना कारोबार बंद रखा. रैली में पुलगांव, हिंगणघाट, सेलू, समुद्रपुर, आर्वी, गोंदिया, नागपुर, और अमरावती से भी बड़ी संख्या में में नागरिक उपस्थित हुए. सभा में नागपुर से आये डॉ अनिल जी लद्दड़ ने कहा कि सरकार की आरक्षण नीति के चलते पढ़े-लिखे मेधावी छात्रों के साथ शिक्षा के क्षेत्र में भी अन्याय हो रहा है. आरक्षण नीति के चलते उन्हें अच्छी शिक्षण संस्थाओं में प्रवेश से वंचित होना पड़ रहा है. उनका कहना था कि जिन्हें आरक्षण दिया जा रहा, उसका हम विरोध नहीं करते. किन्तु ओपन कैटेगिरी में उनका अतिक्रमण असहनीय है. डॉ. लद्दड़ ने कहा कि सरकार वोट के राजनीति से इसे दूर रखे, तभी समाज खुशाल रह सकता है. सभा के आरंभ में प्रास्ताविक सुनील कालरा ने किया. संचालन प्रो. अरविंद भाई द्रोण ने किया. सभा के बाद इस आशय का एक निवेदन केंद्र सरकार की ओर से सांसद रामदास जी तड़स ने स्वीकार किया. महाराष्ट्र सरकार की ओर से विद्यायक पंकज भोयर और शिवसेना जिला प्रमुख राजेश सराफ ने निवेदन स्वीकार किया. "सेव मेरिट-सेव नेशन समिति" के सुनील पटेल, मोहता आदि ने सांसद एवं विधायक को निवेदन दिया.