*सीमा सिन्हा,
पटना : कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के नक्शेकदम पर महागठबंधन की ड्राइविंग सीट पर रहे राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव ने विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष के पद से इस्तीफे की पेशकश कर दी है.
कांग्रेस ने बिहार में भी महागठबंधन के नेताओं से भी राहुल गांधी की तरह ऐसे ही फैसले की मांग की थी. हालांकि, बिहार में कांग्रेस की तरह ही राजद विधायक दल ने तेजस्वी यादव के इस्तीफे की पेशकश को अस्वीकार कर दिया है.
राजद ने पेशकश किया खारिज
प्राप्त जानकारी के अनुसार तेजस्वी यादव ने नेता प्रतिपक्ष के पद से इस्तीफा देने की पेशकश के बाद राजद विधायक दल की आपात बैठक हुई, जिसमें इसे अस्वीकार कर दिया गया. बैठक में निर्णय लिया गया कि अगर इसके बावजूद तेजस्वी यादव नहीं मानते हैं तो पार्टी के सभी विधायक विधानसभा से इस्तीफा दे देंगे.
राजद विधायक भाई वीरेंद्र ने कहा कि विधायक दल की बैठक में तेजस्वी यादव को इस्तीफा देने से मना किया गया है. उन्होंने कहा कि तेजस्वी उनके नेता हैं और रहेंगे. राजद नेता शक्ति यादव ने कहा कि तेजस्वी को नहीं, बिहार के बदहाल हालात के लिए जिम्मेदार राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के नेताओं को इस्तीफा देना चाहिए.
कांग्रेस नेता ने मांगा था इस्तीफा
ज्ञातव्य है कि लोकसभा चुनाव में हार के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पद से इस्तीफा दे दिया है. इसके बाद कांग्रेस के मुख्य सचेतक राजेश कुमार ने कहा कि राहुल गांधी की तरह गठबंधन के अन्य लोग भी फैसला लें. उन्होंने राजद व अन्य सहयोगी दलों से ऐसी अपेक्षा की. राजेश कुमार ने किसी का नाम तो नहीं लिया, लेकिन उनका इशारा विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की ओर ही था.
तेजस्वी में लालू वाली बात नहीं : मांझी, बता दिया अनुभवहीन
‘हम’ पार्टी के सुप्रीमो जीतन राम मांझी ने तेजस्वी यादव के अनुभवहीन बताते हुए कहा कि उनमें नेतृत्व करने की क्षमता नहीं हैं, अभी उन्हें बहुत कुछ सीखना है. मांझी ने कहा कि तेजस्वी में लालू वाली बात नहीं है.
लंबे समय बाद सामने आए तेजस्वी
लोकसभा चुनाव में हार के बाद तेजस्वी यादव बिहार की राजनीति से दूर लंबे अज्ञातवास में चले गए थे. विधानमंडल के जारी मानसून सत्र के दौरान वे गुरुवार को सत्र में शामिल होने पहुंचे. तेजस्वी 35 दिनों बाद मीडिया के सामने तो आए, लेकिन ज्वलंत मुद्दों पर मुंह नही खोला.
कार्यशैली से कई बड़े नेताओं में नाराजगी
तेजस्वी यादव की कार्यशैली से कई बड़े नेताओं में नाराजगी है. राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की अनुपस्थिति में वे पार्टी की कमान संभाल रहे हैं. उनके अचानक लापता हो जाने पर पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह ने कहा था कि शायद वे वर्ल्ड कप क्रिकेट देख रहे होंगे. लालू प्रसाद यादव के करीबी माने जाने वाले विधायक भाई वीरेंद्र आज तेजस्वी के इस्तीफे की पेशकश को खारिज करते हैं, लेकिन उन्होंने पहले यहां तक कहा था कि किसी के रहने या न रहने से पार्टी को कोई फर्क नहीं पड़ता है.