LATEST ARTICLES

कारगिल विजय

कारगिल विजय दिवस : वीरता और बलिदान को किया सलाम

सुरेश भट्ट सभागार में संगीतमय अभिनंदन कार्यक्रम का आयोजन  नागपुर : हर भारतीय को अब स्पार्किंग डे के रूप में कारगिल विजय दिवस का इंतजार रहता है. भारतीय सेना के वीर जवानों को, यह दिन पूरे भारत में वीरता और बलिदान को श्रद्धांजलि दिवस के रूप में मनाया जाता है. नागपुर में भी कारगिल विजय दिवस विभिन्न संगठनों और शासकीय स्टार पर मनाया गया.  अपर कलेक्टर तुषार थोम्ब्रे ने कलेक्टर कार्यालय एवं जिला सैन्य कार्यालय की ओर से कविवर्य सुरेश भट सभागार में कार्यक्रम का उद्घाटन किया. वाइस एडमिरल किशोर ठाकरे, ब्रिगेडियर राहुल दत्त सहित दादी-नानी और पूर्व सैनिक बड़ी संख्या में मौजूद थे. इस अवसर पर देश की सीमाओं की सुरक्षा और देश के भीतर घुस आए घुसपैठिए आतंकवादियों की तलाश कर उनका सफाया करने वाले सेना के वीर जवानों की बहादुरी और बलिदान को याद किया गया. वक्ताओं ने कारगिल विजय के लिए देश के जवानों के संघर्ष और उनके बलिदान को सलाम किया.  कार्यक्रम में कारगिल विजय दिवस के नायकों को सलाम किया गया. कार्यक्रम के प्रारम्भ में देश के लिए अपने प्राण न्यौछावर करने वाले वीर वीरांगनाओं की वीर पत्नियां, बहादुर मां, वीर पिता का सम्मान किया गया. साथ ही जो सैन्य अधिकारी नागपुर जिले में हैं और सेना में अतुलनीय प्रदर्शन कर चुके हैं, उनका भी सम्मान किया गया.  इस अवसर पर जवानों की वीरतापूर्ण गतिविधियों से भी परिचय कराया गया. कार्यक्रम का संचालन जिला सैनिक कल्याण अधिकारी डॉ. शिल्पा खरपकर ने किया. कार्यक्रम के अंत में संगीतमय सुमधुर देशभक्ति गीत प्रस्तुत किए गए.   सीएम युवा कार्य प्रशिक्षण के लिए ऑनलाइन आवेदन आमंत्रित कौशल, रोजगार, मुख्यमंत्री युवा कार्य प्रशिक्षण योजना, उद्यमिता एवं नवाचार विभाग तथा मुख्यमंत्री जन कल्याण प्रकोष्ठ के सहयोग से क्रियान्वित की जा रही है. वास्तविक कार्य अनुभव के माध्यम से योग्य उम्मीदवार कौशल और आत्मविश्वास विकसित करने के लिए यह योजना महत्वपूर्ण है. इसके साथ ही इस योजना के माध्यम से उद्यमियों को जिस कुशल जनशक्ति की आवश्यकता होती है बनाया जा सकता है, इस अवसर के लिए योग्य उम्मीदवार इसका अधिकतम लाभ उठाएं, जिला कौशल विकास हेतु ऐसी अपील, रोजगार एवं उद्यमिता मार्गदर्शन केंद्र की सहायक आयुक्त सुनंदा बजाज ने यह घोषणा की. यह कार्य प्रशिक्षण योजना के तहत, जिन्होंने विधिवत पंजीकरण कराया है और एक महीने के लिए शामिल हो गए हैं, ऐसे 12वीं पास उम्मीदवारों के लिए 6 हजार रुपए, आईटीआई/डिग्री अभ्यर्थियों के लिए 8 हजार, ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट अभ्यर्थियों को 10 हजार रुपए का मासिक वजीफा मिलेगा.  अन्य बच गए ऐसे सभी श्रेणी के अभ्यार्थी योजना में शामिल होने के लिए अब www.mahaswayam.gov.in पोर्टल पर जाकर अपना लॉगिन आईडी और पासवर्ड डालकर सीएमवाईकेपीवाई नीचे सूचीबद्ध विभिन्न रिक्तियों के लिए ऑनलाइन आवेदन भी कर सकते हैं. 
भांजे

भांजे सहित सैकड़ों लोगों से ठग लिया 17 करोड़

 नंदनवन थाने में शिकायत दर्ज, अधिकतर पीड़ित बालाघाट जिले के  नागपुर : सैकड़ों लोगों से शेयरों में इंट्रा डे ट्रेडिंग के नाम पर करोड़ों की ठगी करने का मामला यहां नंदनवन थाने में दर्ज हुआ है. सूत्रों के अनुसार हीवरी नगर निवासी आरोपी प्रफुल्ल अनंतलाल दशरिया (43) ने पहले यहां बालाघाट के अपने भांजे विनोद माहुले को झांसे में लिया. फिर उनका विश्वास हासिल कर सैकड़ों लोगों से शेयरों में निवेश करवा कर और उन्हें प्रति माह 5 फीसदी मुनाफे का लालच दे कर सात साल में 17.36 करोड़ से अधिक की राशि ठग लिया.   सैकड़ों की संख्या में ठगे गए ज्यादातर लोगों में नागपुर के पड़ोसी जिले मध्यप्रदेश के बालाघाट के बताए जाते हैं. दिलचस्प बात यह कि हर महीने उन्हें उनके लाखों रुपए के निवेश पर मुनाफे की रकम 5 फीसदी के हिसाब से देता भी रहा. लेकिन जब कुछ लोगों ने अपने निवेश की मूल रकम मांगना शुरू किया, तब प्रफुल्ल दशरिया फरार हो गया.  ठगी के इस मामले में नंदनवन पुलिस ने बालाघाट निवासी भांजे विनोद माहुले की शिकायत पर आरोपी के खिलाफ एमपीआईडी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है. पुलिस ने ठगे गए निवेशकों की जानकारी प्राप्त कर रही है और फरार आरोपी प्रशांत दशरिया की तलाश भी शुरू कर रही है.  ऐसे बुना ठगी का जाल  मिली जानकारी के अनुसार शहर के हिवारी नगर निवासी आरोपी प्रशांत दशरिया एक मैकेनिकल इंजीनियर है. पुणे की किसी प्रतिष्ठित कंपनी की नौकरी छोड़ कर 13 वर्ष 2010 पूर्व नागपुर लौटा. उसने यहां माइंडफुल कंसल्टेंसी शुरू की. उसके जरिए प्रफुल्ल ने लोगों से शेयर बाजार में इंट्रा डे ट्रेडिंग करवाना शुरू किया. 2016 में उसके रियल इस्टेट में कार्यरत भांजे की दिलचस्पी बढ़ी तो दशरिया ने विनोद से भी 10 लाख रुपए निवेश करने को कहा, लेकिन उतनी रकम नहीं होने के कारण विनोद ने केवल 2 लाख रुपए का निवेश किया. प्रफुल्ल उन्हें मुनाफे के रूप में प्रतिमाह 20 हजार रुपए ब्याज देने लगा. मामा पर भरोसा बढ़ा तो विनोद ने समय-समय पर कुल 13 लाख रुपए का निवेश कर दिया. आरोपी उन्हें हर महीने 52,000 रुपए देता रहा. प्रफुल्ल ने उनके साथ एक समझौता किया था, जिसमें प्रति माह 5 फीसदी ब्याज देने की बात कही गई. लालच में फंसते गए बालाघाट के निवेशक  हर महीने ज्यादा लाभ मिलता देख बात विनोद ने इस बारे में अपने दोस्तों में भी फैला दी. धीरे-धीरे ज्यादा मुनाफे के लालच में सैकड़ों लोग जुड़ते गए. उन्होंने आरोपी के पास कुल 17 करोड़ 36 लाख रुपए का निवेश कर दिया. लेकिन कुछ समय बाद जब निवेशकों ने उससे मूलधन और ब्याज मांगना शुरू किया तो वह फरार हो गया. जैसे ही भांजे विनोद को ठगी का एहसास हुआ तो उन्होंने नंदनवन थाने में शिकायत दर्ज कराई. पुलिस ने आरोपी के खिलाफ एमपीआईडी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की है.
लोस चुनाव

लोस चुनाव में महाराष्ट्र के 10 फीसदी वोटर वंचित रहे मतदान से?

प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने चुनाव आयोग को ध्यान दिलाया, विधानसभा चुनाव में त्रुटियां दूर करने का अनुरोध किया  लोकसभा (लोस) चुनाव के लिए तैयार मतदाता सूची में गंभीर गलतियों के कारण महाराष्ट्र के 10 प्रतिशत मतदाता, मतदान करने से वंचित रह गए. प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने भारतीय चुनाव आयोग को इस गंभीर गलती की जानकारी दी है. उन्होंने आयोग से मतदाता सूची और बूथ प्रबंधन की खामियां दूर करने का अनुरोध किया है. भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त से उन्होंने आगामी विधानसभा चुनाव से पूर्व इन खामियों को दूर कर लेने का निवेदन किया है.  मुख्य चुनाव आयुक्त से आज, 24 जुलाई को प्रदेश अध्यक्ष बावनकुले विधायक, आशीष शेलार और पूर्व सांसद किरीट सोमैया के साथ  मुलाक़ात की. उन्होंने राज्य की लोकसभा (लोस) चुनाव मतदाता सूची की खामियों की ओर और बूथ प्रबंधन में त्रुटि की ओर उनका ध्यान दिलाया. इस मुलाक़ात के बाद बावनकुले ने पत्रकारों को इस मुख्य चुनाव आयुक्त से हुई बातचीत की जानकारी दी.   नागपुर में ही 2019 की लिस्ट से डेढ़ लाख मतदाता 2024 में गायब थे पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने महाराष्ट्र में बूथों और मतदाता सूची में पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान हुई गड़बड़ी के बारे में बताया. उन्होंने बताया कि एक चुनाव क्षेत्र में 2019 के लोकसभा चुनाव से 2024 के लोकसभा (लोस) चुनाव में डेढ़ लाख मतदाता गायब थे. उन्होंने कहा कि नागपुर लोकसभा क्षेत्र में इस गड़बड़ी की बात उन्होंने आयोग के सामने लाई.  बुजुर्ग मतदाता की उम्र 75 वर्ष करने की मांग की बावनकुले ने कहा कि वोटर लिस्ट तैयार करते समय अधिकारियों द्वारा डाटा एंट्री पर ध्यान नहीं दिया गया. लिस्ट से मतदाताओं के फोटो गायब रहने से अनेक मतदाताओं को मतदान करने रोका गया. उन्होंने बताया कि प्रत्येक बूथ पर एक हजार मतदाता की सूची रखने की सलाह उन्होंने आयोग को दी है. साथ ही उन्होंने बुजुर्ग मतदाता की उम्र 85 वर्ष की बजाय 75 वर्ष करने की मांग की है. उन्होंने शहरी क्षेत्रों में बड़े हाउसिंग सोसायटी में शत-प्रतिशत बूथ रखने और बूथों की दूरी कम रखने के साथ एक ही भवन में एक बूथ के बगल में ही दूसरा बूथ रखने की मांग की है.  बावनकुले ने बताया कि मुख्य चुनाव आयुक्त ने लोकसभा (लोस) चुनाव की मतदाता सूची में खामियों और बूथ प्रबंधन में उनके सुझावों को गंभीरता से सुना. उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि राज्य का आगामी विधानसभा चुनाव अच्छा और त्रुटिहीन होगा.  सभी राजनीतिक दलों के लिए बना  चिंता का विषय राज्य में कुछ ही दिनों में विधानसभा चुनाव की घोषणा होने वाली है. भाजपा सहित सभी राजनीतिक दल आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटे हैं, वहीं राज्य की मतदाता सूची में गड़बड़ी होने की बात सामने आने से सभी की चिंता बढ़ेगी. अब सभी दलों की ध्यान चुनाव क्षेत्रों की मतदाता सूची खंगालने और बूथ प्रबंधन पर भी रहेगा. 
नेपाल

नेपाल के काठमांडू में भयंकर हादसा

सौर्य एयरलाइन्स का विमान दुर्घटनाग्रस्त, सवार 19 लोगों के बच पाने संभावना नहीं मीडिया रिपोर्ट : नेपाल की राजधानी काठमांडू में टेकऑफ के दौरान एक विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया. इस विमान में 19 लोग सवार थे. विमान काठमांडू से पोखरा जा रहा था. मीडिया सूत्रों ने बताया कि काठमांडू पोस्ट के मुताबिक, सौर्य एयरलाइंस का एक विमान बुधवार को काठमांडू के त्रिभुवन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उड़ान भरने के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गया. विस्तृत जानकारी का इंतजार किया जा रहा है. टीआईए के प्रवक्ता प्रेमनाथ ठाकुर ने कहा कि पोखरा जा रहे विमान में विमान चालक दल समेत उन्नीस लोग सवार थे. विमान सुबह करीब 11 बजे दुर्घटनाग्रस्त हो गया. पुलिस और अग्निशमन विभाग के कर्मचारी दुर्घटनास्थल पर बचाव अभियान चला रहे हैं. हादसे के बाद पूरे एरिया में धुआं छाया हुआ है. फिलहाल, राहत-बचाव के कार्य के लिए टीमें घटनास्थल के लिए रवाना हो गई हैं. इस प्लेन क्रैश में कई के मारे जाने की आशंका है. यह प्लेन काठमांडू से पोखरा के लिए उड़ान भर रही थी, तभी विमान क्रैश हो गया. क्रैश होने के बाद विमान में भयंकर आग लग गई. इसकी लपटें देखकर लोग दौड़ पड़े. सूत्रों के अनुसार राहत-बचाव कार्य के लिए नेपाल सरकार ने सेना के जवानों को मौके पर भेजा है. मेडिकल से लेकर सेना के जवानों की टीम राहत-बचाव कार्य में जुटी है. जिस तरह की आग लगी है, वह बुरी खबर की ओर इशारा कर रही है. आशंका व्यक्त की जा रही है कि इसमें किसी यात्री के बचने की संभावना नहीं है.
पिंक

‘पिंक ई-रिक्शा’ दौड़ेगी 17 शहरों में ‘लाडली बहना’ के साथ

रोजगार के लिए महाराष्ट्र की 10 हजार महिलाओं को मिलेगा योजना का लाभ मुंबई : महाराष्ट्र में महायुती सरकार ने विधानसभा चुनावों से पहले 'लाडली बहन योजना' का बड़ा दांव खेलने के बाद अब 'पिंक ई-रिक्शा योजना' की घोषणा कर दी है.  इस योजना की शुरुआत भी 1 जुलाई से होगी. सरकार ने इसमें आवेदन की अंतिम तारीख 31 अगस्त तय की है. इसके लिए 80 करोड़ रुपए का बजट आवंटन किया गया है. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की स्वीकृति के बाद उप मुख्यमंत्री अजित पवार ने राज्य के 17 शहरों में पिंक ई-रिक्शा की योजना का ऐलान किया है. इस योजना से राज्य की करीब 10 हजार महिलाओं को फायदा होगा. पिंक ई-रिक्शा योजना के तहत पात्र महिलाओं को 20 फीसदी राशि सरकार की तरफ से दी जाएगी.  राज्य सरकार के अनुसार इस योजना से महिलाओं को शहरों में रोजगार भी मिलेगा और वे आर्थिक तौर पर सशक्त बन सकेंगी. इससे पहले राज्य सरकार ने राज्य में मुख्यमंत्री लाडली बहन योजना का ऐलान किया था. इसमें सरकार ने 20 से 65 साल की महिलाओं को हर महीने 1500 रुपए देने का ऐलान किया है. पिंक ई-रिक्शा योजना है क्या? महाराष्ट्र सरकार द्वारा घोषित पिंक ई-रिक्शा योजना के तहत राज्य की सभी पात्र महिलाओं को ई-रिक्शा खरीदने के लिए वित्तीय सहायता दी जाएगी. इसके लिए अधिकतम वित्तीय सहायता 80 हजार रुपए की प्रदान की जाएगी.  योजना के अनुसार लाभार्थी महिला महाराष्ट्र की स्थायी निवासी होनी चाहिए. महिला लाभार्थियों के पास वैध ड्राइविंग लाइसेंस होना चाहिए. एक अनुमान के अनुसार इस योजना का लाभ 17 शहरों की 10 हजार महिलाओं को मिलेगा.  इस योजना के तहत रिक्शा की खरीद पर 20 फीसदी राशि सरकार की ओर से दी जाएगी. सरकार महिलाओं को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए यह योजना लेकर आई है. उप मुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा कि हम महिलाओं के लिए एक और योजना लेकर आए हैं. इस योजना का नाम पिंक रिक्शा है. इस योजना का 20 प्रतिशत भुगतान महिलाओं को करना था. 20 प्रतिशत सरकारी और 70 प्रतिशत बैंक ऋण उपलब्ध कराया जाएगा. शुभ मंगल सामूहिक विवाह योजना में अब 25 हजार इसके अलावा शुभ मंगल सामूहिक पंजीकरण विवाह योजना की सहायता राशि में भी बढ़ोतरी की गई है, लाभार्थी महिलाओं को अब 10,000 रुपए की जगह 25,000 रुपए मिलेंगे. 
मुख्यमंत्री युवा

मुख्यमंत्री युवा कार्य प्रशिक्षण शिविरों का आयोजन होगा  

 कलेक्टर ने बताईं बारीकियां, उद्योग जगत ने इस योजना का उत्साहपूर्ण स्वागत किया नागपुर : राज्य सरकार द्वारा हाल ही में घोषित महत्वपूर्ण 'मुख्यमंत्री युवा कार्य प्रशिक्षण योजना' के प्रभावी कार्यान्वयन को लेकर आज, मंगलवार, 23 जुलाई को एक बैठक आयोजित की गई. नागपुर के कलेक्टर डॉ. विपिन इटनकर बैठक की अध्यक्षता की. बैठक में नागपुर के मिहान, बुटीबोरी और हिंगना औद्योगिक क्षेत्रों के प्रमुख उद्यमी उपस्थित थे.  बैठक में जिला कौशल विकास, रोजगार और उद्यमिता विभाग की सहायक आयुक्त सुनंदा बजाज, एसोसिएशन फॉर इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन नागपुर के अध्यक्ष आशीष काले, एडवांटेज विदर्भ के ट्रस्टी राजेश रोकड़े, प्रशांत उगेमुगे, होटल मैनेजमेंट के तेजिंदर सिंह, बुटीबोरी इंडस्ट्रियल एसोसिएशन के प्रशांत मेश्राम, बैद्यनाथ आयुर्वेद के श्री शर्मा, समेत अन्य उद्योग जगत के प्रतिनिधि मौजूद थे. बैठक में  कलेक्टर  डॉ. इटनकर ने कहा कि आज के परिदृश्य में शिक्षित बेरोजगारों के लिए अनुभव एक प्रमुख मुद्दा है. यह समस्या अब मुख्यमंत्री युवा कार्य प्रशिक्षण योजना के माध्यम से हल हो गई है. बेरोजगार इस छह महीने के अनुभव के माध्यम से कल की उज्ज्वल सफलता की नींव मजबूत कर सकेंगे. इस योजना के लिए, निजी कंपनियों को उतनी ही जनशक्ति प्रदान की जाएगी जितनी वे समायोजित कर सकें.   उन्होंने बताया कि इसके लिए महास्वयं की वेबसाइट https://rojgar.mahaswayam.gov.in/#/home/index पर रजिस्ट्रेशन कराना बेहद जरूरी है. कलेक्टर डॉ. इटनकर का मानना है कि नागपुर में विभिन्न उद्योग इन रिक्तियों को पोर्टल पर दर्ज करने के लिए स्वतःस्फूर्त रूप से आगे आएंगे. उन्होंने बताया कि जल्द ही नागपुर के मिहान, बुटीबोरी और हिंगाना में विशेष शिविर आयोजित किए जा रहे हैं, ताकि ऑनलाइन फॉर्म जमा करने में आने वाली समस्याओं को दूर किया जा सके. उद्यमियों ने किया योजना का स्वागत विभिन्न उद्योगों की स्थापना में हमेशा यह संदेह रहता है कि जिन लोगों को रोजगार दिया जाना है उनके पास उनकी कंपनियों के लिए आवश्यक कौशल हैं. दूसरी ओर, बेरोजगारों के लिए व्यावहारिक अनुभव का पर्याप्त अवसर बना हुआ है. एडवांटेज विदर्भ के ट्रस्टी राजेश रोकड़े ने कहा कि यह योजना बेरोजगारों और उद्यमियों के बीच एक सुनहरा मतलब हासिल करेगी. उन्होंने कहा कि इससे बेरोजगारों में अनुभव के साथ-साथ समय की कीमत, अनुशासन का अप्रत्यक्ष कौशल विकसित होगा. रोकड़े ने कहा कि डॉ. इटनकर ने जब योजना के बारे में बताया तो कुछ आशंका थी. लेकिन जैसे ही उन्होंने योजना की सारी बारीकियां बताईं, हमारी आशंकाएं दूर हो गईं. वहीं, एसोसिएशन ऑफ इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट के प्रशांत उगेमुगे ने टिप्पणी की कि हम अधिक खुश हैं, क्योंकि यह उद्यमियों और बेरोजगारों के पारस्परिक लाभ के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण योजना है. आशीष काले ने कहा कि जो लोग रोजगार देना चाहते हैं, उनके बीच इस योजना को लेकर अधिक आशा का माहौल बना है.
कोलन कैंसर

कोलन कैंसर के निदान के लिए प्रभावी ‘कैप्सूल’ तैयार

 'महाज्योति' की शोधकर्ता डॉ. सविता देवकर ने बनाई प्रभावी उपचार के लिए दवाई  नागपुर : कोलन कैंसर के सफल निदान की दवाई डॉ. सविता श्रीकांत देवकर ने ढूंढ लिया है. उन्होंने अपने शोध में डिजाइन किए गए ड्रग नैनोकणों के माध्यम से कोलन कैंसर रोग के खिलाफ एक प्रभावी मौखिक लक्षित कैप्सूल दवा तैयार कर ली है. मूल रूप से पुणे के रहने वाली डॉ. देवकर एम. फार्म के बाद 2021 में पीएचडी पाठ्यक्रम पूरा करने के लिए छात्रवृत्ति प्राप्त करने के लिए महाज्योति में आवेदन किया था. महाज्योति से 35 हजार प्रतिमाह स्कॉलरशिप प्राप्त कर डाॅ.देवकर ने सफलतापूर्वक अपनी थीसिस पूरी की.  कैंसर एक गंभीर बीमारी है. इस बीमारी से हर साल लाखों लोग मर रहे हैं. कई वैज्ञानिक और शोधकर्ता कैंसर का इलाज ढूंढने की कोशिश कर रहे हैं. चूंकि वर्तमान समय में कैंसर के 200 से अधिक प्रकार हैं, इसलिए यह बीमारी किसी भी व्यक्ति को हो सकती है. इनमें से एक खतरनाक कैंसर है- कोलोरेक्टल या कोलन कैंसर, जो आंतों का कैंसर है.  क्या है कोलन कैंसर  कोलन कैंसर बड़ी आंत या मलाशय में उत्पन्न होता है. यह आमतौर पर पॉलीप के रूप में प्रकट होता है, जो बृहदान्त्र या मलाशय की आंतरिक परत पर कोशिकाओं का एक छोटा समूह होता है. जो अंततः कैंसर में विकसित हो सकता है. चार साल तक अध्ययन करने के बाद, डॉ. देवकर कोलन कैंसर के लिए एक मौखिक लक्षित कैप्सूल विकसित करने में सफल रही. 'महाज्योति' के माध्यम से. प्रोग्रेसिव एजुकेशन सोसाइटी के मॉडर्न कॉलेज ऑफ फार्मेसी, निगडी में प्रोफेसर डॉ. करीमुन्निसा शेख के मार्गदर्शन में देवकरने 4 साल में सफलतापूर्वक अपनी थीसिस पूरी की. सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय के अंतर्गत डाॅ. देवकर का पीएचडी विषय था 'कैंसर रोधी प्रभाव के लिए संभावित दवाओं की लक्षित दवा वितरण प्रणाली का निर्माण और विकास'.  चूहों पर सफल रहा परीक्षण  इस कैप्सूल के परीक्षण के लिए चूहों को दवा देने के 21 दिनों के बाद 85 से 90 प्रतिशत सकारात्मक परिणाम देखे गए हैं. अब डाॅ. देवकर इस मौखिक लक्षित कैप्सूल दवा का नैदानिक अध्ययन कर रही हैं. डॉ. सविता देवकर ने छात्रवृत्ति के लिए महाज्योति को धन्यवाद दिया है. उल्लेखनीय है कि 'महाज्योति' के माध्यम से ओबीसी, वीजेएनटी, एसबीसी वर्ग के पीएचडी शोध छात्रों को छात्रवृत्ति के माध्यम से वित्तीय सहायता प्रदान करने का बहुमूल्य कार्य किया जाता है. तभी तो आज दुनिया में कोलन कैंसर जैसी बड़ी बीमारी की दवा उपलब्ध कराने वाली डॉ. सविता देवकर को महाज्योति की छात्रा होने पर गर्व है. महाज्योति से प्राप्त छात्रवृत्ति से राज्य के हजारों छात्र प्रगति की राह पर चल पड़े हैं. महाज्योति अब जूनियर रिसर्च फेलोशिप (जेआरएफ) के लिए 37 हजार रुपए और सीनियर रिसर्च फेलोशिप (एसआरएफ) के लिए 42 हजार रुपए प्रति माह की दर से अतिरिक्त छात्रवृत्ति राशि और 30 प्रतिशत, 20 प्रतिशत और 10 प्रतिशत की संशोधित दर पर मकान किराया भत्ता प्रदान कर रहा है. महाज्योति के प्रबंध...
पाकिस्तानी सिंगर

पाकिस्तानी सिंगर राहत फतेह अली खान दुबई में गिरफ्तार

मशहूर पाकिस्तानी सिंगर राहत फतेह अली खान को कथित तौर पर सोमवार को दुबई एयरपोर्ट पर गिरफ्तार कर लिया गया है. पाकिस्तानी मीडिया की रिपोर्टों के अनुसार, उन्हें उनके पूर्व  मैनेजर सलमान अहमद की ओर से दायर शिकायत पर गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तारी की खबर को झूठी बताया हालांकि, उन्होंने सोशल मीडिया पाकिस्तानी समाचार चैनल पर चलाई जा रही अपनी गिरफ्तारी की खबर को झूठी खबर बताते हुए अपना एक और वीडियो भी जारी किया है, जिसमें वे अपने होटल में खिड़की के पास बैठे हुए अपनी गिरफ्तारी को झूठी खबर बता रहे हैं.  https://twitter.com/RFAKWorld/status/1815367664950223279 सोशल मीडिया रिपोर्ट के अनुसार दुबई पुलिस ने उन्हें प्लेन में चढ़ने से रोका. इसके बाद उन्हें हिरासत में ले लिया. प्राप्त जानकारी के मुताबिक,  पुलिस राहत फतेह अली खान को अपने साथ बार दुबई पुलिस स्टेशन ले गई. इंडियन एक्सप्रेस की एक पुरानी रिपोर्ट के अनुसार के अनुसार उन्होंने अपनी पिछली प्रबंधन टीम से पिछले जनवरी 2024 में नाता तोड़ लिया था. टीम का नेतृत्व संगीत और संगीत कार्यक्रम निर्माता सलमान अहमद करते थे. उसी समय गायक ने सोशल मीडिया पर अपडेट साझा किया और अपने पिछले प्रबंधन से अपने ग्राहकों को भुगतान न करने के लिए कहा था. बताया जा रहा है कि राहत फतेह अली खान के पूर्व मैनेजर और मशहूर शोबिज प्रमोटर सलमान अहमद ने ही दुबई में उनके खिलाफ मामला दर्ज कराया है. हालांकि, सूत्रों ने बताया कि गायक को फिलहाल ऑफिशियली तौर पर गिरफ्तार नहीं किया गया है. राहत अपने सिंगिंग शोज के लिए दुबई पहुंचे थे. पाकिस्तानी सिंगर राहत फतेह अली खान प्रतिभाशाली संगीतकारों के परिवार से हैं. उनके दादा नुसरत फतेह अली खान एक प्रसिद्ध कव्वाली समूह के सम्मानित सदस्य थे. सिंगर ने सजदा, जग सूना लागे, दिल तो बच्चा है जी और जिया धड़क धड़क जैसे भारतीय ब्लॉकबस्टर गाने से दर्शकों के दिलों में अपनी खास जगह बनाई है. सिंगर ने साल 2003 में पूजा भट्ट की ओर से निर्देशित फिल्म ‘पाप’ से बॉलीवुड में डेब्यू किया था. जॉन अब्राहम की मुख्य भूमिका वाली इस फिल्म में राहत फतेह अली खान ने ‘लगी तुझ से मन की लगन’ गाना गाया था. यह गाना रिलीज होते ही जबरदस्त हिट साबित हुआ और आज भी कई लोगों का पसंदीदा बना हुआ है. राहत फतेह अली खान ने अपना पहला स्टेज शो सात साल की उम्र में किया था. ट्विटर पर जनवरी 2024 को एक वीडियो तेजी से वायरल हुआ था, जिसमें सिंगर पाकिस्तानी सिंगर नौकर को चप्पल से पीटते नजर आ रहे थे. उससे पूछ रहे थे कि आखिर टेबल पर रखी शराब की बोतल कहां है. इसके बाद उनकी पाकिस्तान में खूब आलोचना हुई थी.  
RSS

RSS पर सरकार के बड़े फैसले से मचा सियासी तूफान

सरकारी कर्मचारियों पर संघ की गतिविधियों में शामिल होने पर लगा प्रतिबंध हटाया  नई दिल्ली : बजट सत्र शुरू होते ही सोमवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) को लेकर सरकार के बड़े फैसले ने बड़ा राजनीतिक तूफान खड़ा कर दिया है. सरकार ने संघ की गतिविधियों में सरकारी कर्मचारियों की भागीदारी पर पहले के प्रतिबंध को रद्द कर दिया है. इस सरकारी आदेश ने सत्तारूढ़ भाजपा और कांग्रेस एवं अन्य  विपक्षी के बीच एक नया मोर्चा खोल दिया है. संघ के बारे में कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग का 9 जुलाई का आदेश पिछले उन तीन आदेशों के संदर्भ में आया है, जिनमें सरकारी कर्मचारियों को भाजपा के वैचारिक संगठन, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यक्रमों में भाग लेने पर प्रतिबंध लगाया गया था. ये आदेश 30 नवंबर, 1966, 25 जुलाई, 1970 और 28 अक्टूबर, 1980 को दिए गए थे. कांग्रेस ने इस मुद्दे पर संसद में उठाने की योजना बनाई है. उधर भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने सोमवार को एक्स पर कहा है कि दिवंगत प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा लगाया गया मूल प्रतिबंध आदेश असंवैधानिक था. कांग्रेस ने कहा- प्रतिबन्ध लगाने का पूर्व आदेश सही था कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद जयराम रमेश ने कहा-  फरवरी 1948 में गांधी जी की हत्या के बाद सरदार पटेल ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) पर प्रतिबंध लगा दिया था. इसके बाद अच्छे आचरण के आश्वासन पर प्रतिबंध को हटाया गया. इसके बाद भी RSS ने नागपुर में कभी तिरंगा नहीं फहराया. 1966 में, RSS की गतिविधियों में भाग लेने वाले सरकारी कर्मचारियों पर प्रतिबंध लगाया गया था और यह सही निर्णय भी था. यह 1966 में बैन लगाने के लिए जारी किया गया आधिकारिक आदेश है. जयराम रमेश ने कहा कि 4 जून 2024 के बाद, स्वयंभू नॉन-बायोलॉजिकल प्रधानमंत्री और RSS के बीच संबंधों में कड़वाहट आई है. 9 जुलाई 2024 को, 58 साल पुराना प्रतिबंध हटा दिया गया, जो अटल बिहारी वाजपेयी के प्रधानमंत्री के कार्यकाल के दौरान भी लागू था. मेरा मानना है कि नौकरशाही अब निक्कर में भी आ सकती है. ओवैसी ने कहा- भारत की एकता, अखंडता के खिलाफ है फैसला एआईएमआईएम प्रमुख और हैदराबाद से लोकसभा सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने इसे गलत बताया है. अपने बयान में तीखा प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा- 'इस कार्यालय ज्ञापन से कथित तौर पर पता चलता है कि सरकार ने  राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की गतिविधियों में भाग लेने वाले सरकारी कर्मचारियों पर से प्रतिबंध हटा दिया है. यदि यह सत्य है तो यह भारत की अखंडता और एकता के विरुद्ध है. RSS पर प्रतिबंध इसलिए है, क्योंकि उसने मूल रूप से संविधान, राष्ट्रीय ध्वज और राष्ट्रगान को स्वीकार करने से इनकार कर दिया था. प्रत्येक RSS सदस्य शपथ लेता है कि वह हिंदुत्व को राष्ट्र से ऊपर रखता है. कोई भी सिविल सेवक यदि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का सदस्य है तो वह राष्ट्र के प्रति वफादार नहीं हो सकता.' 

शरद पवार करप्शन के किंगपिन, ‘औरंगजेब फैन क्लब’ के नेता बने उद्धव

पुणे में भाजपा के महाराष्ट्र अधिवेशन में अमित शाह ने विपक्षी महाविकास आघाड़ी पर किया तीखा हमला पुणे : भाजपा के महाराष्ट्र अधिवेशन में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी, एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार और शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे पर एक साथ हमला किया. एक तरफ जहां उन्होंने शरद पवार को राजनीतिक भ्रष्टाचार का सरगना करार दिया तो उद्धव ठाकरे को औरंगजेब का फैन बताया. वहीं, उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में राहुल गांधी का घमंड भी चूर-चूर हो जाएगा. शरद पवार पर हमला अधिवेशन में उन्होंने एनसीपी (शरद) के नेता शरद पवार भ्रष्टाचार का सरगना बताया.  अमित शाह ने कहा कि शरद पवार देश में करप्शन के किंगपिन हैं. उन्होंने हमारे देश में भ्रष्टाचार को संस्थागत बना दिया है. मैं शरद पवार को यह बताने आया हूं कि जब भी महाराष्ट्र में भाजपा सत्ता में आती है, मराठा समुदाय को आरक्षण मिलता है और जब शरद पवार की महाविकास आघाड़ी (MVA) सरकार सत्ता में आती है तो मराठा आरक्षण खत्म हो जाता है. उन्होंने विपक्षी गठबंधन महा विकास अघाड़ी को 'औरंगजेब फैन क्लब' करार दिया.   'औरंगजेब फैन क्लब' के नेता बने उद्धव ठाकरे दूसरा जबरदस्त हमला उन्होंने शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे पर किया. उन्होंने ठाकरे को 'औरंगजेब फैन क्लब' का नेता करार दिया. उन्होंने सबसे तीखा कटाक्ष करते हुए कहा कि उद्धव ठाकरे सत्ता के लिए 27/11 को मुंबई पर आतंकवादी हमले के दोषी अजमल कसाब को बिरयानी परोसने वालों के साथ उद्धव ठाकरे हाथ मिलाए बैठे हैं. शाह ने आरोप लगाते हुए कहा कि ठाकरे का गठबंधन उन लोगों के साथ है जो 1993 के मुंबई सिलसिलेवार बम धमाकों के दोषी याकूब मेमन के लिए क्षमादान की मांग कर थे. शाह ने कहा कि ठाकरे को ऐसे लोगों के साथ बैठने में शर्म आनी चाहिए, जो कसाब को बिरयानी परोसते हैं, जो याकूब मेमन के लिए क्षमा चाहते हैं, जो (विवादास्पद इस्लामी उपदेशक) जाकिर नाइक को शांति दूत का पुरस्कार देते हैं और जो PFI (प्रतिबंधित इस्लामी संगठन) का समर्थन करते हैं. राहुल गांधी पर भी साधा निशाना राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए अमित शाह ने उन पर 2024 के लोकसभा चुनाव में पार्टी की हार के बावजूद अहंकार दिखाने का आरोप लगाया. अमित शाह ने कहा कि जीतने के बाद अहंकार आने के आपको सैकड़ों उदाहरण दुनिया भर की राजनीति में मिलेंगे. मगर हारने के बाद अहंकारी होने का एक अनूठा उदाहरण राहुल गांधी दुनिया को दे रहे हैं. उन्होंने दावा किया कि महाराष्ट्र, झारखंड और हरियाणा में आगामी विधानसभा चुनावों के बाद कांग्रेस नेता का अहंकार हार जाएगा. कांग्रेस पर निशाना साधते हुए अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस कभी गरीब का कल्याण नहीं कर सकती. उन्होंने कहा कि कांग्रेस दलित, आदिवासी और गरीब लोगों के उत्थान के लिए काम करने जैसी अफवाह फैलाने में व्यस्त है, लेकिन हम पूछते हैं...