ईडी के सप्लीमेंट्री चार्जशीट में सीएम केजरीवाल आरोपी नं. 37 तो ‘आप’ आरोपी नं. 38
नई दिल्ली : दिल्ली शराब नीति घोटाला मामले में दाखिल ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) के सप्लीमेंट्री चार्जशीट में आरोपी नंबर-38 के स्थान पर आम आदमी पार्टी (आप) का नाम है. यह पहली बार है कि किसी राजनीतिक पार्टी का नाम भ्रष्टाचार जैसे अपराध के मामले में चार्जशीट में दर्ज किया गया है.
इसके साथ ही अब दिल्ली की सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी भी अपने सीएम, पूर्व सीएम और नेताओं के साथ अड़चन में आ गई है. आप पार्टी के संयोजक और सीएम अरविंद केजरीवाल एवं दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को इसी मामले में अब तक कोर्ट से जमानत भी नहीं मिली है. वहीं आम आदमी पार्टी को चार्जशीट में दिल्ली शराब नीति घोटाला मामले का आरोपी बता दिया गया है.
कुल 38 आरोपी हैं दिल्ली शराब घोटाला के
ईडी की सप्लीमेंट्री चार्जशीट में सीएम केजरीवाल को आरोपी नंबर-37 हैं. वहीं आरोपी नंबर-38 के स्थान पर पहली बार किसी पार्टी का नाम है. वह है- आम आदमी पार्टी. चार्जशीट में कुल 38 आरोपी है. इसी के साथ अब यह सवाल उठना शुरू हो गया है कि क्या आम आदमी पार्टी की मान्यता रद्द की जा सकती है?
भ्रष्टाचार का आरोपी बनी ‘आप’
आम आदमी पार्टी ने 2012 में अपनी पहचान भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ कर के बनाई थी. उसी पहचान के बल पर दिल्ली विधानसभा दो-दो चुनाव में प्रचंड मतों जीत हासिल कर सत्तारूढ़ हुई, वही आम आदमी पार्टी का नाम आज चार्जशीट में शामिल किया गया है. उसी पार्टी को भ्रष्टाचार का आरोपी बनाया गया है. जिसका मतलब यह साफ है कि अगर आरोप साबित हो जाता है तो न केवल सीएम केजरीवाल बल्कि उनकी पार्टी आप पार्टी को भी सजा मिलेगी.
ईडी ने चार्जशीट में आम आदमी पार्टी को आरोपी बनाते हुए कहा कि शराब घोटाले के माध्यम से 100 करोड़ का घोटाला किया गया. जिसमें से 45 करोड़ का इस्तेमाल गोवा विधानसभा चुनाव के लिए किया गया. इसका मतलब है कि अपराध की कमाई का फायदा पार्टी की ओर से भी उठाया गया. ई़डी द्वारा कहा गया कि इस पूरे मामले में ना केवल केजरीवाल बल्कि पार्टी भी पूरी तरह से संलिप्त था. घोटाले के पैसा का इस्तेमाल पार्टी द्वारा किया गया.
विजय नायर और केजरीवाल के खिलाफ सबूत
ईडी ने दावा किया है कि उनके पास सीएम केजरीवाल और विजय नायर के खिलाफ कई डिजिटल सबूत हैं. साथ ही गोवा में आप पार्टी के चरणप्रीत सिंह के बैंक खाते का भी सबूत है. बताया गया है कि हवाला के जरिए आप पार्टी को गोवा में 100 करोड़ रुपए में से 45 करोड़ भेजे गए थे. भेजे गए नोटों के सीरियल नंबर भी चार्जशीट में बताए गए हैं.
ईडी का कहना है कि पूछताछ के दौरान केजरीवाल से मोबाइल का पासवर्ड मांगा गया तो उन्होंने देने से मना कर दिया. गोवा इलेक्शन कैंपेन को लेकर और भी कई सवाल किए गए. हालांकि आम आदमी पार्टी और सीएम केजरीवाल ई़डी के एक्शन को गलत बता रहे हैं.
सीएम केजरीवाल को लेकर दायर की गई चार्जशीट में कहा गया कि अरविंद केजरीवाल लगातार जवाब देने से बच रहे हैं. अगर बोल भी रहे हैं तो केवल झूठी दलीलें दे रहें हैं. ईडी ने विजय नायर और आम आदमी पार्टी के बीच के संबध को लेकर अरविंद केजरीवाल से कई सवाल किए.