बाढ़ग्रस्त केरल को महाराष्ट्र सरकार करेगी 20 करोड़ की मदद

21.50 लाख लीटर पेयजल भेजे जाने हैं, 7 लाख लीटर पानी भेजा, अन्य संस्थाओं ने भी बढ़ाए मदद के हाथ मुंबई : महाराष्ट्र सरकार ने बाढ़ग्रस्त केरल की सहायता के लिए 20 करोड़ रुपए की आर्थिक मदद घोषित की है. इसके साथ ही कल्याण-डोंबिवली के 45 भाजपा नगरसेवकों ने भी अपने एक महीने का वेतन केरल के बाढ़ग्रस्त लोगों के लिए देने की घोषणा की है. मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने आज शनिवार केरल को तत्काल 20 करोड़ रुपए की आर्थिक मदद करने की घोषणा की है. उन्होंने बताया कि केरल को आवश्यक मदद पहुंचाने के लिए शुक्रवार से महाराष्ट्र सरकार केरल सरकार के संपर्क में है. इस बीच पुणे से 7 लाख लीटर पीने का पानी रवाना किया गया है. साथ ही केरल में बाढ़ग्रस्तों की मदद के लिए एमसीएचआई-सीआरईडीएआई ने डेढ़ करोड़ रुपए के खाद्य पदार्थों के पैकेट भेजे हैं. राजस्थानी वेलफेयर असोशिएशन और जितो इंटरनेशनल ने 51-51 लाख रुपए की आर्थिक मदद करने की घोषणा की है. अब तक 11 टन खाद्य पदार्थों को भेजने का व्यवस्था की गई है. 6 टन अनाज आज संध्या समय भेजा गया है. गुजरात के रतलाम से 14 लाख 50 हजार लीटर पेयजल के वैगन पुणे आ रहे हैं. ऐसे कुल 21 लाख 50 हजार लीटर पेयजल पुणे से केरल भेजे जाने हैं. पुणे के घोरपड़ी कोचिंग कॉम्प्लेक्स में पानी भरा जा रहा है.

बाढ़ग्रस्त केरल में 346 मृत, 11 जिलों में रेड अलर्ट

प्रधानमंत्री ने की 500 करोड़ की सहायता की घोषणा, राहुल ने अपर्याप्त बताया नई दिल्ली/तिरुवनंतपुरम : केरल में शनिवार, 18 अगस्त को भी बाढ़ से 22 और लोगों की मौत हो गई इस बीच भारी बारिश के अनुमान के कारण अधिकारियों की चिंता बढ़ गई है. राज्य के 11 जिलों में रेड अलर्ट जारी है. राज्य में बाढ़ से मरने वालों की संख्या 346 हो गई है पिछले 8 अगस्त से शुक्रवार तक बाढ़ और भूस्खलन से कुल 324 लोगों की मौत हो चुकी है. अकेले गुरुवार, 17 अगस्त को ही एक दिन की बारिश में 106 लोगों की मौत हो गई. शनिवार को हुई 22 मौत को मिला कर बाढ़ से मरने वालों की संख्या 346 हो गई है. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग की आज अपराह्न् जारी अनुमान के मुताबिक, राज्य के अलग-अलग हिस्सों में मूसलाधार बारिश की संभावना है. तिरुवनंतपुरम, कोल्लम और कासरगोड को छोड़कर केरल के 11 जिले रेड अलर्ट पर हैं और यहां अधिक बारिश की संभावना है. एर्नाकुलम, त्रिशूर, इडुक्की, पथनामथित्ता और चेंगन्नूर जिलों से शनिवार को 22 लोगों की मौत की खबर है. बारिश से सर्वाधिक प्रभावित जिलों में अलुवा, चलाकुड़ी, अलप्पुझा, चेंगन्नूर और पथनामथित्ता जैसे इलाके शामिल हैं, जहां बचाव अभियान तेजी से चलाया जा रहा है और बचाव दलों ने बहुत से लोगों को बचाया है. मीडिया संस्थानों से प्रभावित इलाकों में फंसे लोगों के रिश्तेदारों और दोस्तों द्वारा जानकारी के लिए अनुरोध किए जा रहे हैं. 500 करोड़ रुपए की वित्तीय मदद की घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बाढ़ग्रस्त केरल के लिए 500 करोड़ रुपए की वित्तीय सहायता की घोषणा की. इससे पहले केंद्र द्वारा 12 अगस्त को 100 करोड़ रुपए की घोषणा की गई थी. केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने यहां मीडिया को बताया कि हालात बहुत ही गंभीर व खराब हैं. विजयन ने कहा, 'मृतकों की संख्या बढ़ सकती है, लेकिन हम जो कार्य कर रहे हैं, उससे हालात काबू में हैं.' हालांकि कांग्रेस नेता रमेश चेन्निथला ने सरकार पर प्रभावी रूप से राहत व बचाव कार्य करने में विफल रहने का आरोप लगाया. राहत के लिए 500 करोड़ अच्छा कदम, पर पर्याप्त नहीं : राहुल गांधी भीषण बाढ़ का सामना कर रहे केरल के लिए 500 करोड़ रुपए के राहत पैकेज की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की घोषणा को ‘अच्छा कदम’ करार देते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज कहा कि मोदी को इस बाढ़ को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने में कोई संकोच नहीं करना चाहिए. राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, ‘प्रिय प्रधानमंत्री, केरल में राहत के लिए 500 करोड़ रुपए का आवंटन एक अच्छा कदम है, लेकिन यह पर्याप्त नहीं है. यह जरूरी है कि आप इस बाढ़ को राष्ट्रीय आपदा घोषित करें. कृपया संकोच मत करिए क्योंकि केरल के लोग बहुत परेशानी का सामना कर रहे हैं.’ इससे पहले, राहुल गांधी ने कहा था, 'बिना विलंब किए हुए केरल की बाढ़ को राष्ट्रीय आपदा घोषित की जाए. हमारे करोड़ों लोगों का जीवन, जीविका और भविष्य दांव पर है.' क्‍या होती है राष्‍ट्रीय आपदा पहले की आपदाओं को आखिर क्‍यों राष्‍ट्रीय आपदा घोषित नहीं किया गया. इसके पीछे तर्क सिर्फ...

लालू प्रसाद यादव को हाईकोर्ट ने दी एक हफ्ते की राहत

27 तक मिली बेल, जमानत अवधि बढ़ाने पर 24 को होगी सुनवाई सीमा सिन्हा/बरुण कुमार पटना / रांची : झारखंड हाईकोर्ट ने चारा घोटाले में सजा झेल रहे राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव को एक सप्ताह की राहत दी है. पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी के निधन पर राजकीय शोक के कारण हाईकोर्ट कुछ देर के लिए खुला. हालांकि, एडवोकेट एसोसिएशन के आग्रह पर कार्यवाही स्थगित कर दी गई. इस दौरान अदालत ने राजद अध्यक्ष को एक सप्ताह की राहत देते हुए प्रोविजनल बेल की अवधि एक सप्ताह बढ़ा दी. वहीं, जमानत अवधि बढ़ाए जाने के मामले में 17 अगस्त को होनेवाली सुनवाई को टालते हुए 24 अगस्त की तिथि तय कर दी. जमानत अवधि बढ़ाए जाने के मामले में अब 24 अगस्त को सुनवाई होगी. वहीं, अटल बिहारी वाजपेयी के निधन के कारण राजकीय शोक होने से सीबीआई की ओर से कोई भी अदालत में उपस्थित नहीं हुआ था. इससे पहले, रांची हाईकोर्ट ने लालू प्रसाद यादव के प्रोविजनल बेल की अवधि बढ़ाए जाने को लेकर पिछले शुक्रवार को सुनवाई करते हुए 20 अगस्त तक जमानत दी थी. साथ ही मेडिकल ग्राउंड पर जमानत लेकर इलाज करा रहे लालू प्रसाद को जमानत अवधि बढ़ाए जाने के मामले में सुनवाई की तिथि 17 अगस्त तय कर दी थी. अब मामले की सुनवाई 24 अगस्त को होगी. मालूम हो कि लालू प्रसाद यादव को यूरिनल, डायबिटीज सहित कई बीमारियां हैं. उनका इलाज मुंबई स्थित एशियन हार्ट इंस्टिट्यूट में चल रहा है.

इमरान खान के लिए प्रधानमंत्री बनने का रास्ता साफ, शनिवार को लेंगे शपथ

नई दिल्ली : पाकिस्तान के नेशनल असेंबली में असेंबली में आज एकतरफा जीत के बाद इमरान देश के 22वें प्रधानमंत्री के रूप में शपथ लेने का रास्ता साफ हो गया और वह अब कल शनिवार, 18 अगस्त को शपथ लेंगे. असेंबली के विशेष सत्र में प्रधानमंत्री पद के लिए वोटिंग कराई गई, मुख्य लड़ाई पीटीआई सुप्रीमो इमरान खान और पीएमएल-एन के नेता शहबाज शरीफ के बीच थी, जिसमें इमरान को एकतरफा जीत हासिल हुई. वोटिंग में इमरान को प्रधानमंत्री बनाए जाने के पक्ष में 176 मत पड़े, जबकि विपक्ष के उम्मीदवार शहबाज शरीफ को 96 मत मिले. इस विशेष सत्र में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के मनोनीत प्रधानमंत्री इमरान खान और पाकिस्तान मुस्लिम लीग (पीएमएल) के नेता शहबाज शरीफ भी मौजूद थे. दोनों ने सदन में नेता के रूप में नामांकन किया था जिस कारण वहां पर प्रधानमंत्री के चुनाव की स्थिति पैदा हुई और इसके लिए शुक्रवार को असेंबली में मतदान कराना पड़ा. नेशनल असेंबली में 175 सीट के साथ पूर्ण बहुमत का दावा करने वाली पीटीआई पार्टी ने क्रिकेटर से नेता बने इमरान खान को प्रधानमंत्री के रूप में मनोनीत कर रखा है, लेकिन उनकी नियुक्ति में उस समय ट्विस्ट आ गया जब पीएमएल-एन के नेता शहबाज शरीफ ने भी विपक्षी दलों के साथ गठबंधन कर प्रधानमंत्री पद के लिए दावा ठोक दिया. पाकिस्तान के इतिहास में पहली बार पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) ने प्रधानमंत्री पद के लिए हो रहे मतदान से हटने का फैसला लिया है. मतदान में इमरान को 176 मत हासिल हुए. पीपीपी के पास सदन में 54 सीटें हैं तो पीएमएल-एन के पास 81 सीटें हैं. दूसरी तरफ 25 जुलाई को देश में हुए आम चुनाव में गठबंधन दलों के साथ मिलकर 151 सीटें हासिल की जो बहुमत से ज्यादा है. हालांकि असेंबली में अभी उसके पास 175 सांसदों का समर्थन है.

दवा कंपनी के फरार निदेशक नितिन संदेसरा दुबई से गिरफ्तार

नई दिल्ली : गुजरात की एक दवा कंपनी के फरार निदेशक नितिन संदेसरा को दुबई से गिरफ्तार किया गया है. पांच करोड़ रुपये की बैंक धोखाधड़ी मामले में उनके खिलाफ जांच चल रही है. अधिकारियों ने बताया कि एक भारतीय अदालत द्वारा जारी गैर-जमानती वारंट के आधार पर संदसेरा को दुबई पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि दुबई में गिरफ्तारी के बाद की कानूनी प्रक्रिया चल रही है. हम विवरण की प्रतीक्षा कर रहे हैं. भारतीय एजेंसियां उनके निर्वासन की कोशिश करेंगी. सूत्रों ने बताया है कि भारत की जांच एजेंसियों को संदेसरा के दुबई में होने की सूचना मिली थी, जिसके आधार पर अधिकारियों ने संयुक्त अरब अमीरात के अधिकारियों को सतर्क किया था. वडोदरा स्थित स्टर्लिंग बॉयोटेक और उसके निदेशकों एवं अन्य अधिकारियों के खिलाफ जांच चल रही है.

थोक व्यापारियों, वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों ने पूर्व प्रधानमंत्री वाजपेयी के सम्मान में दुकानें बंद रखीं

नई दिल्ली : देश भर के थोक बाजारों और कई वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के सम्मान में अपनी दुकानों शुक्रवार को बंद रखी. वाजेपयी काफी समय से बीमार थे और गुरुवार की शाम को उन्होंने अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में अपनी आखिरी सांस लीं. ऑल इंडिया ट्रेडर्स कान्फेडरेशन (कैट) के एक बयान में कहा गया है कि दिल्ली में आठ लाख से अधिक व्यापारियों और पूरे देश में लगभग छह करोड़ व्यापारियों ने अपने व्यापार प्रतिष्ठानों को बंद रखा और पूरे दिन कोई व्यावसायिक गतिविधियां नहीं हुई. कैट ने दावा किया कि दिल्ली में सभी प्रमुख थोक और खुदरा बाजार बंद रहे और बाजार एकदम निर्जन दिखा. दिल्ली हिंदुस्तान मर्केंटाइल एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल सिंघानिया ने कहा कि चांदनी चौक बाजार और अन्य थोक बाजार वाजपेयी को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए बंद थे. हालांकि, ग्रीन पार्क एक्सटेंशन मार्केट एसोसिएशन के आरसी गंभीर ने कहा कि दिल्ली में थोक बाजार बंद थे, जबकि ग्रीन पार्क में ज्यादातर खुदरा दुकानें खुली थीं.

अजातशत्रु अटल बिहारी का अंतिम संस्कार हुआ पूरे राजकीय सम्मान के साथ

नई दिल्ली : देश के पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी शुक्रवार शाम पंचतत्व में विलीन हो गए. जानेमाने कवि, प्रखर वक्ता, सशक्त पत्रकार और जन नायक को दिल्ली के स्मृति स्थल पर राष्ट्र ने नम आंखों से अंतिम विदाई दी. वाजपेयी की दत्तक पुत्री नमिता भट्टाचार्य ने उन्हें मुखाग्नि दी. इस दौरान वहां मौजूद सभी लोग हाथ जोड़े खड़े रहे. सभी की आंखों में आंसू थे. वाजपेयी का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ संपन्न किया गया. अंतिम सफर का जिक्र किया था अपनी कविता में उनका शरीर भले ही अब इस दुनिया में नहीं है पर उनके अटल विचार, सिद्धांत और नैतिक मूल्य हमेशा देशवासियों का मार्गदर्शन करते रहेंगे. अटल ने कविता के जरिए पहले ही अपने अंतिम सफर का जिक्र करते हुए कहा था- 'मौत की उम्र क्या है? दो पल भी नहीं, जिंदगी सिलसिला, आज कल की नहीं. मैं जी भर जिया, मैं मन से मरूं, लौटकर आऊंगा, कूच से क्यों डरूं?' देश-विदेश में बसे भारतीय अब उनकी इन्हीं पंक्तियों के जरिए अपने प्रिय नेता को याद कर रहे हैं. नातिन निहारिका ने वाजपेयी के पार्थिव शरीर पर से तिरंगा ग्रहण किया. उस पल स्मृति स्थल पर मानों घड़ी की सुई कुछ देर के लिए थम गई, पूरा माहौल गमगीन था. बेटी, नातिन और परिवार के लोग ही नहीं स्मृति स्थल पर मौजूद हर किसी की आंखों में आंसू थे. अटल थे ही कुछ ऐसे, उनका कवि मन सदैव संवेदनाओं से भरा होता था. उनकी आत्मीयता, समरसता, मधुरता और सादगी लोगों को बांध लेती थी. सियासत की दुनिया का उन्हें 'अजातशत्रु' कहा जाता था, क्योंकि उन्होंने हमेशा दोस्त बनाए, दुश्मन उनका कोई नहीं था. तीनों सेनाओं, राष्ट्रपति समेत प्रमुख हस्तियों ने दी श्रद्धांजलि इससे पहले स्मृति स्थल पर तीनों सेनाओं की ओर से वाजपेयी को अंतिम सलामी दी गई. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, वाजपेयी के पुराने साथी रहे लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी, लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन, संघ प्रमुख डॉ. मोहन भागवत समेत कई गणमान्य हस्तियों ने अटल को श्रद्धांजलि दी. विपक्षी दलों के बड़े नेता भी स्मृति स्थल पर रहे मौजूद यह उनका असाधारण व्यक्तित्व ही था कि उनकी पार्टी के नेता ही नहीं विचारधारा को लेकर मतभेद के बावजूद विपक्षी दलों के बड़े नेता भी इस जननेता के आखिरी दर्शन के लिए स्मृति स्थल पहुंचे. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, मुलायम सिंह यादव, नीतीश कुमार, राज्यों के मुख्यमंत्री, गवर्नर समेत सभी विपक्षी दलों के नेता मौजूद रहे. पड़ोसी देशों के प्रतिनिधियों ने भी दी अंतिम विदाई पड़ोसी देशों की ओर से भूटान नरेश जिग्मे नामग्याल वांग्चुक, अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति और वाजपेयी के मित्र रहे हामिद करजई ने भी स्मृति स्थल पहुंच कर उन्हें अंतिम विदाई दी. बांग्लादेश, नेपाल और श्रीलंका के विदेश मंत्री और पाकिस्तान के सूचना मंत्री भी अटल को श्रद्धांजलि देने के लिए पहुंचे. अंतिम यात्रा में उमड़ा जनसैलाब इससे पहले वाजपेयी जी की अंतिम यात्रा में जनसैलाब उमड़ पड़ा. वाजपेयी जी की अंतिम यात्रा में भाजपा मुख्यालय से उनके पार्थिव शरीर को लेकर जा रहे वाहन के पीछे प्रधानमंत्री नरेंद्र...

नहीं रहे जन नेता भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी

हारे एम्स के चिकित्सक, उनका कोई इलाज काम नहीं कर सका नई दिल्ली : अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में पिछले 9 हफ्ते से भर्ती पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का गुरुवार को निधन हो गया. एम्‍स द्वारा जारी मेडिकल बुलेटिन में यह जानकारी दी गई. वाजपेयी 11 जून को किडनी, नली में संक्रमण, सीने में जकड़न और पेशाब की नली में संक्रमण होने के चलते एम्स में भर्ती कराए गए थे. उनका पार्थिव उनके निवास 6ए कृष्ण मेनन मार्ग ले जाया है. उनके अंतिम दर्शन के लिए वहां तैयारियां जारी है. रात भर उनका पार्थिव वहीं रहेगा. देशभर से नेतागण पहुंच रहे हैं. अटल बिहारी वाजपेयी की तबियत बुधवार, 15 अगस्त को ज्‍यादा बिगड़ गई थी. एम्‍स की तरफ से बुधवार रात को जारी मेडिकल बुलेटिन में बताया गया था कि पिछले 24 घंटों में पूर्व प्रधानमंत्री की तबियत ज्‍यादा बिगड़ गई थी और उन्‍हें लाइफ सपोर्ट सिस्‍टम पर रखा गया था. उनकी यूरिन इंफेक्‍शन और सांस लेने में तकलीफ की समस्‍या बढ़ गई थी. पीएम नरेंद्र मोदी ने अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर गहरा शोक जताया. उन्‍होंने ट्विटर पर लिखा, 'मैं नि:शब्द हूं, शून्य में हूं, लेकिन भावनाओं का ज्वार उमड़ रहा है. हम सभी के श्रद्धेय अटल जी हमारे बीच नहीं रहे. अपने जीवन का प्रत्येक पल उन्होंने राष्ट्र को समर्पित कर दिया था. उनका जाना, एक युग का अंत है.' भारत रत्न से सम्मानित वाजपेयी तीन बार भारत के प्रधानमंत्री रहे, पहली बार 1996 में 13 दिनों के लिए, फिर 1998 से 1999 और आखिरी बार 1999 से 2004 तक. 1962 से 1967 और 1986 में वे राज्यसभा के सदस्य भी रहे. वाजपेयी दस बार लोकसभा के लिए चुने गए. वे दूसरी लोकसभा से चौदहवीं लोकसभा तक सांसद रहे. बीच में कुछ लोकसभाओं से उनकी अनुपस्थिति रही. ख़ासतौर से वर्ष 1984 में जब वो ग्वालियर में कांग्रेस के माधवराव सिंधिया के हाथों पराजित हुए थे. वे वर्ष 1962 से 1967 और 1986 में राज्यसभा के सदस्य भी रहे. 16 मई 1996 को अटल बिहारी वाजपेयी पहली बार प्रधानमंत्री बने. लेकिन लोकसभा में बहुमत साबित न कर पाने की वजह से 31 मई 1996 को उन्हें त्यागपत्र देना पड़ा. इसके बाद वर्ष 1998 तक लोकसभा में विपक्ष के नेता रहे. वर्ष 1998 के आमचुनावों में सहयोगी पार्टियों के साथ उन्होंने लोकसभा में अपने गठबंधन का बहुमत साबित किया और इस तरह एक बार फिर प्रधानमंत्री बने. लेकिन एआईएडीएमके द्वारा गठबंधन से समर्थन वापस लेने के बाद उनकी सरकार गिर गई और एक बार फिर आम चुनाव हुए.वर्ष 1999 में हुए चुनाव राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के साझा घोषणापत्र पर लड़े गए और इन चुनावों में वाजपेयी के नेतृत्व को एक प्रमुख मुद्दा बनाया गया था, तब गठबंधन को बहुमत हासिल हुआ और वाजपेयी ने एक बार फिर प्रधानमंत्री की कुर्सी संभाली थी. देश के प्रधानमंत्री के साथ ही अटल बिहारी वाजपेयी एक सर्वप्रिय कवि, वक्ता और समावेशी राजनीति के पर्याय थे. एक स्कूल टीचर के घर में पैदा हुए वाजपेयी के लिए शुरुआती सफ़र आसान नहीं था. 25 दिसंबर 1924 को ग्वालियर के एक निम्न मध्यमवर्ग परिवार में जन्मे वाजपेयी की...

वेकोलि में मनाया गया 72वां स्वतंत्रता दिवस

समारोह में वेकोलि कर्मियों को मिले मैडल और प्रमाण पत्र, "कोयला सैम्पलिंग एवं विश्लेषण" का हुआ विमोचन नागपुर : वेस्टर्न कोलफील्डस लिमिटेड (वेकोलि) में 72वां स्वतंत्रता दिवस मनाया गया. मुख्यालय में आयोजित समारोह में अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक राजीव रंजन मिश्र ने ध्वजारोहण किया. उन्होंने वेकोलि सुरक्षा गार्ड की सलामी लेने के बाद परेड का निरीक्षण किया. वेकोलि कर्मियों को पुरस्कार, मैडल और प्रमाण पत्र स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर मिश्र एवं उपस्थित विशिष्ट अतिथियों ने खदानों के उत्कृष्ट निष्पादन हेतु पुरस्कार प्रदान किए. वेकोलि कर्मियों के आश्रितों को उनकी शैक्षणिक, तकनीकी एवं प्रतियोगी परीक्षाओं में विशेष स्थान प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहन राशि, मैडल और प्रमाण-पत्र देकर उत्साहवर्धन किया. सिकलसेल के रोगियों की सुविधा के लिए अनवरत काम करने वाले वेकोलि के अधिकारी स्व. सम्पत रामटेके को भारत सरकार ने इसी वर्ष पद्मश्री प्रदान किया. उनकी पत्नी श्रीमती जया रामटेके को स्वतंत्रता दिवस समारोह में सम्मानित किया गया. चित्र पुस्तिका "कोयला सैम्पलिंग एवं विश्लेषण" का विमोचन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक राजीव रंजन मिश्र एवं उपस्थित विशिष्ट अतिथियों ने गुणवत्ता विभाग द्वारा तैयार की गई चित्र पुस्तिका "कोयला सैम्पलिंग एवं विश्लेषण" का विमोचन भी किया. वेकोलि कर्मियों द्वारा प्रभात फेरी का भी आयोजन भी किया गया. सम्मान समारोह में डॉ. संजय कुमार, निदेशक (कार्मिक), एस. एम. चौधरी, निदेशक (वित्त), टी.एन. झा, निदेशक तकनीकी (योजना एवं परियोजना), ए.पी. लभाने, मुख्य सतर्कता अधिकारी, पूर्व एमएलसी एस. क्यू. जमा, संचालन समिति एवं कल्याण मंडल सदस्य सर्वश्री सौरभ दूबे, सुधीर घुरडे, सी.जी जोसफ, शिवकुमार यादव विशेष रूप से उपस्थित थे. स्वागत संबोधन डॉ. संजयकुमार, निदेशक (कार्मिक) ने किया. कार्यक्रम में मुख्यालय तथा वेकोलि के विभिन्न क्षेत्रों से आए वरिष्ठ अधिकारियों, परिवार के सदस्यों एवं बच्चों ने भाग लिया. कार्यक्रम का समापन राष्ट्रीय-गान के साथ किया गया.

पूर्व प्रधानमंत्री अटलबिहारी वाजपेयी की हालत गंभीर

नई दिल्ली : यहां अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की हालत नाज़ुक बनी हुई है और उसमें कोई सुधार नहीं हो रहा है. आधे घंटे में शाम 5.30 बजे एम्स फिर एक मेडिकल बुलेटिन जारी करेगा. एम्स के मेडिकल बुलेटिन में बताया गया कि उनकी हालत में सुधार नहीं है. वाजपेयी 11 जून को किडनी, नली में संक्रमण, सीने में जकड़न और पेशाब की नली में संक्रमण होने के चलते एम्स में भर्ती कराए गए थे. सुबह 11 बजे के क़रीब एम्स ने मेडिकल बुलेटिन जारी कर उनकी तबीयत को अभी भी चिंताजनक बताया था. एम्स ने अपने बयान में कहा, "पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की हालत अभी भी नाज़ुक है और उन्हें जीवन रक्षक प्रणाली पर रखा गया है.'' प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर अटल बिहारी वाजपेयी को देखने के लिए एम्स पहुंचे हैं. प्रधानमंत्री बुधवार शाम को भी वाजपेयी की तबीयत के बारे में जानकारी लेने के लिए एम्स गए थे. वह करीब 7.15 बजे एम्स पहुंचे और 50 मिनट वहां रुके. पीएम के बाद रेल मंत्री पीयूष गोयल और बीजेपी सांसद मीनाक्षी लेखी भी वहां पहुंचे. आज सुबह से कई नेता वाजपेयी को देखने पहुंच चुके हैं. वाजपेयी से मिलने पहुंचने वालों में भाजपा के दिग्गज नेता लाल कृष्ण आडवाणी, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, उपराष्ट्रपति एम.वेंकैया नायडू, केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह, पर्यावरण मंत्री हर्षवर्धन प्रमुख हैं. वहीं कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी एम्स पहुंचे. वाजपेयी मधुमेह के मरीज़ हैं और एम्स में उनका इलाज एम्स के निदेशक डॉक्टर रणदीप गुलेरिया की निगरानी में 11 जून से चल रहा है.