कपास की रकम के लिए सगा भाई बना भाई का हत्यारा

चंद्रपुर : जिले के वरोरा तहसील के के शेगांव बु. में स्थित केम गांव में कपास की रकम के लिए दो सगे भाइयों के बीच विवाद में बुधवार, 14 मार्च को शाम 4 बजे पंढरी दादाजी बरडे ने खेत में काम कर रहे अपने भाई गुणवंत दादाजी बरडे की हत्या कर दी. यह सनसनीखेज घटना दोनों भाइयों के बीच कपास की फसल को लेकर विवाद से शुरू हुई और कत्ल की वारदात के साथ खत्म हुई. विवाद कपास बेचकर पूरी रकम हड़पने का आरोप पंढरी बरडे द्वारा गुणवंत पर लगाने के बाद गहराया. आरोपी पंढरी ने गुणवंत से पैसों की मांग की, लेकिन मृतक ने देने इंकार कर दिया. इसी बात पर दोनों के बीच झगड़ा बढ़ा और गुस्से में आकर गुणवंत के सिर पर पंढरी ने कुल्हाड़ी दे मारा. परिजनों ने जख्मी गुणवंत को तुरंत वरोरा के उप जिला अस्पताल पहुंचाया, लेकिन उसकी हालत गंभीर होने के कारण उसे चंद्रपुर जिला अस्पताल भेजा गया. अधिक गंभीर जख्म होने के कारण और ज्यादा खून बह जाने के कारण गुणवंत की मौत हो गई. घटना की जानकारी मिलते ही शेगांव बु. पुलिस स्टेशन के पीआई सुभाष बारसे ने शव का पंचनामा कर आरोपी गुणवंत को गिरफ्तार कर लिया है.

नए पत्रकार वेज बोर्ड का गठन और राष्ट्रीय पेंशन योजना लागू करने की मांग

ऑल इंडिया न्यूजपेपर एम्प्लाइज फेडरेशन नई दिल्ली की कार्यसमिति की 17 और 18 मार्च को नागपुर में बैठक समाचार-पत्र के कर्मचारियों के महत्वपूर्ण मुद्दों पर होगी चर्चा, लिए जाएंगे अनेक फैसले मनोहर गौड़ नागपुर : ऑल इंडिया न्यूज़पेपर एम्प्लाइज़ फेडरेशन नई दिल्ली (एआईएनईएफ) की कार्यसमिति की दो दिवसीय बैठक का आयोजन नागपुर में 17 एवं 18 मार्च को किया गया है. बैठक में समाचार पत्र कर्मचारियों के लिए नए वेज बोर्ड और राष्ट्रीय पेंशन योजना की मांग के साथ ही पत्रकारों और गैर-पत्रकारों की विभिन्न समस्याओं पर विचार-विमर्श किया जाएगा. यह जानकारी आज गुरूवार, 15 मार्च को यहां एआईएनईएफ के राष्ट्रीय अध्यक्ष और सुपरिचित कामगार नेता अधि. एस.डी. ठाकुर ने तिलक पत्रकार भवन में आयोजित एक पत्र परिषद में दी. नए बोर्ड के गठन में हो रहा विलम्ब अधि. ठाकुर ने कहा कि यह गंभीर चिंता का विषय है कि हर बार पत्रकार एवं गैरपत्रकार वेज बोर्ड के गठन में अनावश्यक रूप से केंद्र सरकार द्वारा विलम्ब किया जाता है. जबकि वैधानिक प्रावधान के अनुसार प्रत्येक 5 वर्ष पर नए वेज बोर्ड का गठन होना चाहिए. उन्होंने बताया की पिछले मजीठिया बोर्ड के गठन के बाद सात वर्ष बीत चुके हैं, लेकिन अगले वेज बोर्ड के गठन के बारे तक केंद्र सरकार गंभीर नहीं है. कार्रवाई की रूपरेखा तय करेगा फेडरेशन उन्होंने बताया कि आमदार निवास (एमएलए हॉस्टल), सिविल लाइंस में होने वाली इस बैठक में भविष्य में की जाने वाली कार्रवाई की रूपरेखा भी तय की जाएगी. 18 मार्च को दोपहर 3 बजे पत्रकारों और गैर-पत्रकारों सहित समाचार पत्रों के सभी कर्मचारियों की आम सभा होगी. आम सभा आमदार निवास के कैंटीन हॉल में होगी. भविष्य में उठाए जाने वाले कदमों के बारे में होगा विचार-विमर्श एआईएनईएफ के राष्ट्रीय अध्यक्ष अधि. ठाकुर ने बताया कि नागपुर में होने वाली कार्य-समिति की इस बैठक में नए वेज बोर्ड की स्थापना के संबंध में भविष्य में उठाए जाने वाले कदमों के बारे में विचार-विमर्श किया जाएगा. फेडरेशन पहले ही केंद्र सरकार के समक्ष इस मांग को उठा चुका है. हालांकि इस मुद्दे को लेकर केंद्र सरकार की उदासीनता चिंता का विषय ज़रूर है. कार्य-समिति इस गंभीर मुद्दे को अपने तरीके से हल करने का प्रयास करेगी. अखबारी संस्थानों द्वारा मजीठिया वेज बोर्ड के क्रियान्वयन में विलंब उन्होंने इस बात पर भी चिंता जताई कि विभिन्न अखबारी संस्थानों द्वारा विभिन्न तरीके अपनाकर मजीठिया वेज बोर्ड के क्रियान्वयन में विलंब किया जा रहा है. क्रियान्वयन से बचने के लिए अनेक तरह की रणनीतियां अपनाई जा रही हैं. इस ओर सरकार का ध्यान आकृष्ट कराए जाने बावजूद इसे लागू कराने में सरकार भी विफल हो रही है. कार्यसमिति की बैठक में इस गंभीर विषय पर भी विचार-विमर्श किया जाएगा. पत्रकार-गैर पत्रकारों के लिए एक राष्ट्रीय पेंशन योजना की मांग पर भी विचार अधि. ठाकुर कहा कि कार्यसमिति पत्रकार-गैर पत्रकार कर्मचारियों के लिए एक राष्ट्रीय पेंशन योजना बनाने की मांग पर भी विचार करेगी. हालांकि केंद्र सरकार और विभिन्न राज्य सरकारों ने कुछ अस्थायी किस्म की व्यवस्थाएं जरूर कर रखीं हैं, जिनमें प्रभावित पत्रकारों अथवा उनके परिजनों को विभिन्न आपदाओं का मुकाबला करने की दृष्टि से एकमुश्त राशि देने का प्रावधान है. यह व्यवस्था...

नागपुर मेट्रो में 17 पदों पर होंगी नियुक्तियां, आवेदन की अंतिम तिथि 27 मार्च

नागपुर : नागपुर मेट्रो ने नियुक्तियों की अधिसूचना जारी की है. मेट्रो को विभिन्न पदों पर सुशिक्षित, अनुभवी और संबंधित पदों के अनुकूल शैक्षणिक योग्यता वाले उम्मीदवारों की आवश्यकता है. जिन पदों पर नियुक्तियां की जानी हैं, वे हैं- असिस्टेंट मैनेजर, ऑफिस असिस्टेंट, अकाउंट असिस्टेंट और अन्य पदों पर. अधिक जानकारी नागपुर मेट्रो के वेबसाइट https://www.metrorailnagpur.com पर उपलब्ध है. इन पदों के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि 27 मार्च 2018 है. कुल 17 पदों पर होंगी नियुक्तियां नागपुर मेट्रो के अनुसार कुल 17 पदों पर नियुक्तियां होंगी. इनमें डिप्टी जनरल मैनेजर (फाइनेंस) के 3, असिस्टेंट मैनेजर (फाइनेंस) के 6, अकाउंट असिस्टेंट के 5 और ऑफिस असिस्टेंट (एचआर) के 3 पदों पर नियुक्तियां की जानी हैं. पद के अनुसार वेतनमान पद के अनुसार डिप्टी जनरल मैनेजर का वेतनमान 29,100- 59,500 रुपए, असिस्टेंट मैनेजर को 20,600- 46,500 रुपए, अकाउंट असिस्टेंट को 10,170- 18,500 रुपए और ऑफिस असिस्टेंट (एचआर) का पे-स्केल 10,170- 18,500 रुपए होगा. शैक्षणिक योग्यताएं विभिन्न पदों के लिए शैक्षणिक योग्यताओं का होना जरूरी है. डिप्टी जनरल मैनेजर (फाइनेंस) और असिस्टेंट मैनेजर (फाइनेंस) के लिए CA / ICWA, अकाउंट असिस्टेंट के लिए B.Com, MBA (फाइनेंस) और ऑफिस असिस्टेंट (एचआर) के लिए MBA (HR) डिग्री धारक आवेदन कर सकते हैं. पदों के लिए आयु सीमा पदों के लिए आयु सीमा भी निर्धारित की गई है. डिप्टी जनरल मैनेजर के लिए अधिकतम आयु सीमा 45 वर्ष, असिस्टेंट मैनेजर के लिए 35 वर्ष, अकाउंट असिस्टेंट और ऑफिस असिस्टेंट (एचआर) के लिए अधिकतम आयु सीमा 32 वर्ष है. आवेदन के साथ उम्मीदवारों को 400 रुपए की शुल्क भरनी पड़ेगी. जबकि SC, ST और महिला उम्मीदवारों को कोई आवेदन शुल्क नहीं देना होगा. आवेदन की प्रक्रिया आवेदन ऑफलाइन करना होगा. इसके लिए आवेदन फॉर्म भरकर इस पते पर भेजना होगा- एडिशनल जनरल मैनेजर (HR), महाराष्ट्र मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड, मेट्रो हाउस, 28/2, सी के नायडु मार्ग, आनंद नगर, सिविल लाइन्स, नागपुर- 440 001. आवेदन फॉर्म के साथ मांगी गई डॉक्यूमेंट्स की फोटोफॉपी भी देना जरूरी है. उम्मीदवार आवेदन फॉर्म नागपुर मेट्रो की आधिकारिक वेबसाइट https://www.metrorailnagpur.com से हासिल कर सकते हैं.

लोकसभा उपचुनाव विश्लेषण : मोदी विरोध का केंद्र बनकर उभरे अखिलेश

बिहार में भी राजद प्रमुख लालू प्रसाद की आभा में तेजस्वी का तेज झलका अनिता सिन्हा/सीमा सिन्हा नई दिल्ली/पटना : अखिलेश यादव ने 6 साल बाद एक बार फिर अपना नेतृत्व साबित कर दिखाया है. फूलपुर और गोरखपुर लोकसभा क्षेत्र के उपचुनाव के नतीजे आशा के विपरीत उनकी सपा के पक्ष में रहे. हमारी नई दिल्ली संवाददाता अनिता सिन्हा के अनुसार उनका यह एक प्रयोग, जिसके बारे में सोचना भी आसान नहीं था. उस प्रयोग में उनकी यह भारी सफलता साबित हुई है. यह खासकर इसलिए भी कि इससे पूर्व एक अन्य प्रयोग अखिलेश के नेतृत्व में असफल हो चुका था. राजद बिहार में भाजपा और जदयू गठबंधन के लिए बड़ी चुनौती बना इधर बिहार के एक लोकसभा और दो विधानसभा उपचुनाव के नतीजों ने भी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) को नया जीवनदान दे दिया है. हमारी पटना संवाददाता सीमा सिन्हा के अनुसार राजद अब राज्य में भाजपा और जदयू गठबंधन के लिए बड़ी चुनौती बन कर सामने आया है. राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के जेल में होने के बावजूद उपचुनाव के नतीजों में उनके पुत्र पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के तेज की झलक दिखाई दे गई है. नेता के तौर पर अपने को स्थापित कर दिखाया इस कठिन अग्निपरीक्षा में अखिलेश यादव ने अपनी पहचान एक नेता के तौर पर स्थापित कर दिखाया है. पिछले साल जब यूपी विधानसभा चुनाव हुए थे, तब अखिलेश यादव ने दो मोर्चों पर लड़ाई लड़ी थी. एक मोर्चा था चुनाव मैदान का और दूसरा मोर्चा था समाजवादी पार्टी के भीतर की सियासत का. समाजवादी पार्टी टूट के कगार तक पहुंच गई. फिर भी समाजवादी पार्टी में अध्यक्ष के तौर पर अखिलेश यादव ने जगह बना ली थी. यह सफलता बहुत चमक नहीं पाई, क्योंकि विधानसभा चुनाव वे हार गए थे. गठबंधन का दांव रहा कामयाब अखिलेश का नया दांव कामयाब रहा. उन्हें मुख्यमंत्री पद जरूर छोड़ना पड़ा, मगर उनकी राजनीतिक समझ गलत नहीं थी. भाजपा का मुकाबला करने के लिए गठबंधन की जरूरत को उन्होंने सही समझा था. सहयोगी के तौर पर कांग्रेस का चुनाव तब गलत साबित हुआ. एक बार फिर जब उपचुनाव का मौका आया, तो अखिलेश ने अपनी समझ को सही साबित कर दिखाया. उन्होंने पहल कर बीएसपी से बातचीत की, मायावती को गठबंधन के लिए राजी किया. आशान्वित नहीं थीं मायावती गठबंधन करने के बाद भी हालांकि गठबंधन का श्रेय मायावती को भी दिया जाना चाहिए, मगर एक बात गौर करने की है कि उपचुनाव के दौरान मायावती कभी खुलकर गठबंधन के लिए वोट मांगती नहीं दिखी. इससे पता चलता है कि उन्हें इस गठबंधन की सफलता का अंदाजा नहीं था. वह विफलता की उम्मीद कर आगे की रणनीति और विकल्पों पर भी विचार कर रही थीं. मोदी विरोध के केन्द्र बनकर उभरे अखिलेश मोदी विरोध के केन्द्र बनकर उभरे अखिलेश यादव अब विपक्षी एकता के नायक बन गए हैं. महज उपचुनाव की दो लोकसभा सीटों का नतीजा इतना बड़ा नतीजा दे सकता है, यह बात उन्होंने साबित कर दिखलाई. सोनिया गांधी ने उपचुनाव से एक दिन पहले डिनर पार्टी दी थी. यही पार्टी अगर एक दिन बाद होती तो...

रिश्वत लेते अकोला जिला परिषद के शिक्षा विभाग के दो कर्मचारी गिरफ्तार

अकोला : अकोला जिला परिषद के शिक्षा विभाग के एक वरिष्ठ सहायक कैलास वासुदेव मसने (47) और एक कनिष्ठ प्रशासन अधिकारी रामप्रकाश आनंदराव गाडगे (55) को भ्रष्टाचार प्रतिबंधक विभाग (एसीबी) ने आज मंगलवार, 13 मार्च को 1,000 रुपए का रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया. 1,000 रुपए की रिश्वत की मांग की थी इन दोनों कर्मचारियों ने आकोट के शिकायतकर्ता की सेवामुक्त शिक्षिका पत्नी को फिर से सेवा में बहाल कराने में मदद करने के लिए 1,000 रुपए की रिश्वत की मांग की थी. शिक्षिका को विभाग में अपना जाति प्रमाण पत्र जमा नहीं करने पर सेवामुक्त कर दिया गया था. बाद में संभागीय आयुक्त के समक्ष अपना पक्ष रखने पर उन्हें सेवा समाप्ति के आदेश पर स्थगन मिल गया था. रिश्वत की रकम स्वीकार करते रंगे हाथ गिरफ्तार सेवा में पुनः बहाल कराने के लिए इन दोनों कर्मचारियों ने शिक्षिका के पति से रिश्वत की मांग की थी. पति ने रिश्वत देने की हामी भरने के साथ ही एसीबी के समक्ष शिकायत दर्ज करा दी. इसके बाद एसीबी की टीम ने दोनों रिश्वतखोर कर्मचारियों को रिश्वत की रकम स्वीकार करते हुए रंगे हाथ धर दबोचा. दोनों रिश्वतखोरों के विरुद्ध यह कार्रवाई एसीबी अमरावती परिक्षेत्र के पुलिस अधीक्षक श्रीकांत धीवरे के मार्गदर्शन में अकोला एसीबी के उपाधीक्षक संजय गोर्ले के नेतृत्व में संतोष, सुनील, इंगले, येलोने, प्रवीण ने की.

जोधपुर में शूटिंग के दौरान बिग बी की तबीयत बिगड़ी

भारी गर्मी के बीच हो रही उनकी फिल्म "ठग्स ऑफ हिंदुस्तान" की शूटिंग जोधपुर : बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन की तबीयत फिल्म "ठग्स ऑफ हिंदुस्तान" की शूटिंग के दौरान अचानक बिगड़ गई. फिर उनके पेट में दर्द उभर आने की खबर है. डॉक्टरों के अनुसार फिलहाल उनकी तबीयत में सुधार है. डॉक्टरों की एक टीम को मुंबई से बुला लिया गया है. स्वयं अपने ब्लॉग के माध्यम से दी अपनी तबीयत की खबर फिल्म की शूटिंग के सिलसिले में राजस्थान पहुंचे हुए बिग बी ने अपनी तबीयत की खबर ब्लॉग के माध्यम से दी है. उन्होंने तड़के सुबह ही अपने ब्लॉग में लिखा, सुबह तीन बजे तक शूटिंग की, फिर 5 बजे नाश्ता किया. उन्होंने लिखा, 'मैं आराम करूंगा और आपको जानकारी देता रहूंगा.' डॉक्टरों की एक टीम बिग बी की सेहत की देख-भाल के लिए मुंबई से जोधपुर पहुंच गई है. फिलहाल उनकी सेहत में सुधार : डॉक्टर्स आज मंगलवार को डॉक्टरों की टीम ने उनकी सेहत की जांच की. उन्होंने बताया कि अधिक गर्मी में शूटिंग करने के कारण अमिताभ की तबीयत बिगड़ी है. फिलहाल उनकी सेहत में सुधार है. डॉक्टर्स बिग बी की तबीयत को लेकर अपडेट देते रहेंगे. यहां फिल्म के लिए युद्ध के सीन भी शूट हो रहे हैं. इन दृश्य के लिए उन्हें बिग बी को भारी भरकम कॉस्ट्यूम पहनने पड़ते हैं. इन सब वजहों से उन्हें काफी थकावट महसूस हो रही थी.

महाराष्ट्र : किसानों की बड़ी जीत, 6 माह में पूरी होंगी मांगे

जून 2017 तक के 1.5 लाख तक के कर्ज़ माफ होंगे, मुख्यमंत्री ने दिया लिखित आश्वासन मुंबई : महाराष्‍ट्र की देवेंद्र फड़णवीस सरकार ने किसानों की मांग पूरी करने का आश्वासन दिया है. मुंबई स्थित विधान भवन में किसान प्रतिनिधियों के साथ हुई बैठक में सरकार ने उनकी ज्यादातर मांगें मान ली हैं. महाराष्ट्र सरकार ने किसानों को भरोसा दिया है कि किसानों के 1.5 लाख तक के कर्ज़ माफ कर दिए जाएंगे. मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके लिए हमने लिखित आश्वासन भी दिया है. 30 जून 2017 तक के कर्ज़ माफ होंगे सरकार ने वादा किया कि 30 जून 2017 तक के कर्ज़ माफ कर दिए जाएंगे, इससे पहले कर्ज माफी की मियाद 30 जून 2016 तक की थी. हजारों किसान अपनी तमाम मांगों के साथ पिछले छह दिनों तक लगातार पैदल चलकर नासिक से मुंबई पहुंचे हैं, इस मोर्चे में महिलाएं भी बड़ी तादाद में शामिल हैं. सरकार ने मांगों को लागू करने के लिए मोहलत भी मांगी किसानों की मांगों को लेकर सरकार पर चौतरफा दबाव है और कई राजनीतिक दल भी किसानों के साथ खड़े हैं. सरकार ने कहा है कि मांगों को लागू करने में उसे थोड़ा वक्त लग सकता है इसके लिए मोहलत भी मांगी गई है. सरकार ने किसानों की वापसी के लिए विशेष ट्रेनों का इंतजाम भी किया है, मंगलवार को मुंबई से भुसावल के लिए दो स्पेशल ट्रेनें चलेंगी, किसान अब वहां से लौटने भी लगे हैं. महाराष्ट्र सरकार झुकी किसानों के आगे मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने विधानसभा में किसानों के प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक की. करीब तीन घंटे तक चली बैठक के बाद विधान भवन के बाहर संवाददाताओं से बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘कृषि उपयोग में लाई जाने वाली वन भूमि आदिवासियों और किसानों को सौंपने के लिए हम समिति बनाने पर सहमत हो गए हैं. बशर्ते वे 2005 से पहले जमीन पर कृषि करने के सबूत मुहैया कराएं. हमने उनकी लगभग सभी मांगें मान ली हैं.’’ उन्होंने कहा कि किसानों की करीब 12-13 मांगें थीं, जिनमें से ज्यादातर पर दोनों पक्षों में सहमति बन गई है. वनभूमि संबंधित मामले में मुख्यमंत्री ने 6 महीने में हल निकालने के निर्देश दिए हैं. पैदल चलकर आए किसानों की बड़ी जीत राजस्व मंत्री चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि उनकी‘‘ सभी मांगों’’ को स्वीकार किया जा रहा है. वह सीपीएम के महासचिव सीताराम येचुरी की मौजूदगी में दक्षिण मुंबई के आजाद मैदान में धरना दे रहे किसानों को संबोधित कर रहे थे. नासिक से मुंबई तक लगभग 180 किलोमीटर की दूरी पैदल चलकर आए किसानों के लिए बड़ी जीत है. मुंबई के लोगों ने दिल खोलकर किया किसानों का स्वागत किसानों का मुंबई के लोगों ने दिल खोलकर स्वागत किया। किसान जब मुंबई पहुंचे तो लोगों ने उनके लिए खाने-पीने का इंतजाम कर रखा था. मुंबई के सिख समुदाय और रेसीडेंट असोसिएशन सड़कों पर किसानों के लिए पानी, बिस्कुट, नमकीन और पोहा लेकर आए. लौटने लगे किसान, विशेष ट्रेनों की भी व्यवस्था दूसरी ओर मध्य रेलवे ने मंगलवार को मुंबई के सीएसएमटी से भुसावल तक दो विशेष ट्रेनों को रात 8.50 बजे और 10.00 बजे चलाने...

किसान प्रतिनिधियों से मिलेंगे मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस

35,000 से अधिक किसान नासिक से 'लॉन्ग मार्च' कर रविवार को पहुंच गए मुंबई मुंबई : 'लॉन्ग मार्च' पर नासिक से पिछले 27 फरवरी को निकले किसानों के प्रतिनिधियों से मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस के साथ दोपहर 2 बजे मुलाकात करेंगे. ऑल इंडिया किसान सभा के नेतृत्व में महाराष्ट्र के विभिन्न हिस्सों के 35,000 से अधिक किसान रविवार को मुंबई पहुंच गए हैं. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अशोक चव्हाण मिले मुख्यामंत्री से प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सांसद अशोक चव्हाण ने कल मुख्यमंत्री से मिल कर उन्हें किसानों की मांगें मान लेने और किसानों से मुलाकात करने की सलाह दी. उल्लेखनीय है कि अन्य विपक्षी दलों के साथ कांग्रेस भी किसानों के इस आंदोलन का समर्थन कर रही है. मंत्रियों की एक छह सदस्यीय कमेटी का गठन किसानों के प्रदर्शन के बीच रविवार देर रात महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने एक उच्च स्तरीय बैठक की. इस दौरान मंत्रियों की एक छह सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया. कमेटी में राजस्व मंत्री चंद्रकांत पाटिल, जल संसाधन मंत्री गिरीश महाजन, लोकनिर्माण मंत्री एकनाथ शिंदे, कृषि मंत्री पांडुरंग फुंडकर, आदिवासी विकास मंत्री विष्णु सावरा और सहकारिता मंत्री सुभाष देशमुख शामिल हैं. किसानों के आंदोलन को सभी विपक्षी दलों और शिवसेना का समर्थन विपक्षी दलों के साथ भाजपा नीत गठबंधन के घटक शिवसेना ने भी इस आंदोलन का खुलकर समर्थन किया है. शिवसेना यूथ विंग के नेता आदित्य ठाकरे ने यहां किसानों से मुलाकात की. बाद में वह रैली में शामिल भी हुए. लॉन्ग मार्च कर पहुंचे किसानों की मांगें नासिक से लॉन्ग मार्च कर मुंबई पहुंचे किसानों की मुख्य मांग है सम्पूर्ण कर्जमाफी. इसके साथ ही फसलों और कृषि संबंधी अन्य मांगों के अलावा किसानों को पेंशन देने की भी मांग की जा रही है. इस आंदोलन का नेतृत्व ऑल इंडिया किसान सभा और कम्युनिस्ट पार्टी कर रही है.

बलिदान : 19वीं सदी की नांगेली, बर्बर स्तन-कर कानून के विरुद्ध जिन्हें काटना पड़ा...

यह 19वीं सदी की घटना है. केरल राज्य, जो उस समय त्रावणकोरके नाम जाता था, में गरीब नीची जाति की महिलाओं पर "स्तन-कर" का बर्बर कानून लागू था. उस बर्बर स्तन-कर कानून के विरुद्ध एक वीरांगना नांगेली ने अपना बलिदान दे कर बर्बरता के खिलाफ जनचेतना जगाने का काम किया था. उसकी उम्र करीब तीस साल की थी. नांगेली खूबसूरत महिला थीं, मगर वह तब सामाजिक व्यवस्था में नीच माने जाने वाले तबके (एड़वा जाति) की थी. उस दौर में महिला दिवस की परंपरा या महिला सशक्तिकरण चलन नहीं था. ऐसे में नांगेली ने पूरी हिम्मत के साथ आत्मसम्मान की लड़ाई लड़ी थी. यह घटना वर्ष 1803 की केरल के तटवर्ती स्थान चेरथला की है. नांगेली के बलिदान के बाद ब्रेस्ट टैक्स का बर्बर कानून हटा लिया गया. वसूला जाता था मुलक्करम (स्तन-कर) केरल (त्रावणकोर) में सार्वजनिक तौर पर अपने स्तनों को ढककर रखने की इच्छा रखने वाली महिलाओं से मुलक्करम (स्तन-कर) वसूला जाता था. गरीब महिलाओं को अपने स्तन ढंकने के लिए राजा को कर चुकाना पड़ता था और अपने स्तन को ढंकने के अधिकार को पाने के लिए टैक्स देना होता था. जितने बड़े स्तन होते थे, टैक्स की रकम उतनी ज्यादा होती थी. ज्यादा खून बहने से हो गई मौत स्थानीय कर अधिकारी (परवथियार) बकाया ब्रेस्ट टैक्स वसूलने के लिए बार-बार नांगेली के घर आ रहा था. नांगेली ने तय कर लिया था कि त्रावणकोर के राजा द्वारा लगाए जाना वाला यह अमानवीय टैक्स वह नहीं देगी. लेकिन कर वसूली का दवाब कम नहीं हुआ. अंतिम बार घर पर आए परवथियार को उसने इंतजार करने को कह कर उसने केले का पत्ता सामने फर्श पर रखकर दीप जलाया और प्रार्थना पूरी करने के बाद धारदार हथियार से अपने दोनों स्तन काट डाले. ज्यादा खून बह जाने के चलते उसकी मौत हो गई. नंगेली के दाह-संस्कार के दौरान उनके पति ने भी अग्नि में कूदकर अपनी जान दे दी. मुलाचिपा राम्बु में दिया था बलिदान ब्रेस्ट टैक्स का मकसद जातिवाद के ढांचे को बनाए रखना था. यह एक तरह से एक औरत के निचली जाति से होने की कीमत थी. इस कर को बार-बार अदा कर पाना ग़रीब समुदाय के लिए मुमकिन नहीं था. नांगेली का केरल की स्थानीय भाषा में अर्थ है खूबसूरत. चेरथला में नांगेली ने जिस जगह पर यह बलिदान दिया था, उसे मुलाचिपा राम्बु (मलयालम में इसका अर्थ महिला के स्तन की भूमि) कहते हैं. इतिहास की किताबों में कम पड़ताल इतिहास की किताबों में नंगेली के बारे में कम पड़ताल की गई है. चेरथला में नांगेली का घर (झोपड़ी) अभी भी वही पर है, जहां उसने बलिदान दिया था. झोंपड़ी के पास एक तालाब है, जिसके एक किनारे पर दो बड़ी इमारतें बन गई हैं. नांगेली और उनके पति (चिरूकंदन) की कोई संतान नहीं थी. चेरथला में ही षष्ठम कवला के पास नेदुम्ब्रकाड में नांगेली की बहन की परपोती (लीला अम्मा) रहती हैं, जिनकी उम्र 67 साल है. वहां से कुछ किलोमीटर की दूरी पर नंगेली के पड़पोते मणियन वेलू रहते हैं. (प्रस्तुति : कृ.कि./निशांत राज, तस्वीर : केरल के कलाकार टी. मुरली द्वारा बनाई गई तस्वीर) sonemattee.com में प्रकाशित

संगिनी क्लब एवं स्मृति क्लब ने मनाया अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस

सृष्टि शर्मा एवं निकिता चौधरी सम्मानित नागपुर : संगिनी क्लब एवं स्मृति क्लब, वेस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (वेकोलि) के संयुक्त तत्वावधान में आज अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में समारोह की मुख्य अतिथि झंकार क्लब की अध्यक्ष श्रीमती अनिता मिश्र ने विश्व स्तर पर और राष्ट्रीय स्तर पर नाम रोशन करने वाली दो लड़कियों को सम्मानित किया. समारोह में आइस लीम्बो स्केटिंग में विश्व रिकार्ड बनाने वाली, "बेटी बचाओ, बेटी बढ़ाओ" अभियान में कोल इंडिया की ब्रांड अम्बेसेडर 13 वर्षीय सुश्री सृष्टि शर्मा का सत्कार प्रशंसा-पत्र दे कर किया गया. साथ ही राष्ट्रीय स्तर पर एयर राइफल शूटिंग में शानदार प्रदर्शन करने वाली सुश्री निकिता चौधरी का भी अभिनन्दन किया गया. श्रीमती अनिता मिश्र ने दोनों लड़कियों और सभी महिलाओं को महिला दिवस की शुभकामनाएं दीं. उन्होंने वर्तमान दौर में नारी-शक्ति दिनों-दिन और बढ़ती जा रही की महत्ता की चर्चा करते हुए महिलाओं और सभी लड़कियों को अपने विकास की ओर समुचित ध्यान देने की सलाह दी. विशिष्ट अतिथि के रूप में उपाध्यक्ष श्रीमती रूबी मिश्रा, श्रीमती रीना कुमार, श्रीमती अंजना झा, श्रीमती प्रगति लभाने एवं श्रीमती इरावती दाणी (भूतपूर्व निदेशक वित्त, वे.को.लि) उपस्थित थीं. स्वागत भाषण संगिनी क्लब की सचिव श्रीमती सिम्मी सिंह ने तथा धन्यवाद ज्ञापन श्रीमती नीरा हिरवाणी ने किया. कार्यक्रम का संचालन श्रीमती वीणा नायर ने किया. कार्यक्रम में बड़ी संख्या में संगिनी क्लब एवं स्मृति क्लब की पदाधिकारी एवं सदस्यगण उपस्थित थीं.