अकोला : अकोला जिला परिषद के शिक्षा विभाग के एक वरिष्ठ सहायक कैलास वासुदेव मसने (47) और एक कनिष्ठ प्रशासन अधिकारी रामप्रकाश आनंदराव गाडगे (55) को भ्रष्टाचार प्रतिबंधक विभाग (एसीबी) ने आज मंगलवार, 13 मार्च को 1,000 रुपए का रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया.
1,000 रुपए की रिश्वत की मांग की थी
इन दोनों कर्मचारियों ने आकोट के शिकायतकर्ता की सेवामुक्त शिक्षिका पत्नी को फिर से सेवा में बहाल कराने में मदद करने के लिए 1,000 रुपए की रिश्वत की मांग की थी. शिक्षिका को विभाग में अपना जाति प्रमाण पत्र जमा नहीं करने पर सेवामुक्त कर दिया गया था. बाद में संभागीय आयुक्त के समक्ष अपना पक्ष रखने पर उन्हें सेवा समाप्ति के आदेश पर स्थगन मिल गया था.
रिश्वत की रकम स्वीकार करते रंगे हाथ गिरफ्तार
सेवा में पुनः बहाल कराने के लिए इन दोनों कर्मचारियों ने शिक्षिका के पति से रिश्वत की मांग की थी. पति ने रिश्वत देने की हामी भरने के साथ ही एसीबी के समक्ष शिकायत दर्ज करा दी. इसके बाद एसीबी की टीम ने दोनों रिश्वतखोर कर्मचारियों को रिश्वत की रकम स्वीकार करते हुए रंगे हाथ धर दबोचा.
दोनों रिश्वतखोरों के विरुद्ध यह कार्रवाई एसीबी अमरावती परिक्षेत्र के पुलिस अधीक्षक श्रीकांत धीवरे के मार्गदर्शन में अकोला एसीबी के उपाधीक्षक संजय गोर्ले के नेतृत्व में संतोष, सुनील, इंगले, येलोने, प्रवीण ने की.