बंगाल की सभी 42 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ने का ममता ने कर दिया ऐलान, इंडिया गठबंधन को बड़ा झटका
कोलकाता : तृणमूल कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल में कांग्रेस के साथ आखिर खेला कर ही डाला. उसने कांग्रेस के गढ़ बहरामपुर से टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर यूसुफ पठान को पार्टी का उम्मीदवार बनाना के साथ प्रदेश की सभी 42 सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर दिया है. बहरामपुर सीट का प्रतिनिधित्व लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी पांच बार कर चुके हैं.
तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव व सांसद अभिषेक बनर्जी ने 42 रविवार, 10 मार्च को लोकसभा सीटों के लिए तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की. पठान की उम्मीदवारी की घोषणा के साथ उन्होंने बताया कि आसनसोल से टीएमसी की लोकसभा सीट के उम्मीदवार शत्रुघ्न सिन्हा होंगे. जबकि कीर्ति आजाद को बर्धमान-दुर्गापुर सीट से चुनाव मैदान में उतारा गया है. बशीरहाट लोकसभा सीट से टीएमसी ने मौजूदा सांसद नुसरत जहां की जगह अपने पूर्व सांसद हाजी नुरुल इस्लाम को मैदान में उतारा है.
टीएमसी ने लोकसभा से निष्कासित महुआ मोइत्रा को कृष्णा नगर सीट से लगातार दूसरी बार उम्मीदवार बनाया है.
हालांकि कांग्रेस ने अभी तक बंगाल के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है, लेकिन चौधरी बहरामपुर सीट से फिर से चुनाव लड़ने की मांग कर सकते हैं. उन्होंने बहरामपुर का पांच बार संसद में प्रतिनिधित्व किया है.
पश्चिम बंगाल में आज ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने सभी 42 सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा कर दी. इससे यह साफ हो गया कि बंगाल में टीएमसी का गैर-भाजपा दलों के साथ कोई गठबंधन नहीं होगा.
इंडिया गठबंधन में कांग्रेस और तृणमूल कम से कम कहने के लिए तो एक साथ हैं, लेकिन इन दोनों दलों ने बंगाल में सीट-बंटवारे की रणनीति पर अमल करने के लिए समझौता नहीं किया है. माना जाता है कि तृणमूल ने कांग्रेस को बहरामपुर और एक अन्य सीट की पेशकश तो की थी, लेकिन फिर उसने अकेले ही चुनाव लड़ने का फैसला किया. कहा जाता है कि सबसे पुरानी पार्टी ने उस पर अधिक सीटें देने के लिए दबाव डाला था.
सूची की घोषणा तृणमूल कांग्रेस की रैली में ममता ने की
तृणमूल कांग्रेस की कोलकाता में आयोजित रैली में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि पार्टी राज्य की सभी 42 सीटों पर अकेले लोकसभा चुनाव लड़ेगी.
ममता बनर्जी ने घोषणा की है कि तृणमूल कांग्रेस पश्चिम बंगाल में अकेले चुनाव लड़ेगी. इसके साथ ही असम, मेघालय में भी चुनाव लड़ेगी. वहीं यूपी में भी एक सीट पर चुनाव लड़ने को लेकर अखिलेश यादव से बातचीत चल रही है.
पश्चिम बंगाल में तृणमूल के साथ कांग्रेस के सम्मानजनक सीट-बंटवारे का भरोसा टूटता नजर आ रहा है. समझौता टीएमसी के एक तरफा ऐलान पर त्वरित प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस ने कहा कि उसने बार-बार पश्चिम बंगाल में तृणमूल के साथ सम्मानजनक सीट-बंटवारा समझौता करने की इच्छा जताई थी.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने कहा, “भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने हमेशा कहा है कि इस तरह के समझौते को बातचीत के जरिए अंतिम रूप दिया जाना चाहिए, न कि एकतरफा घोषणाओं से. कांग्रेस हमेशा चाहती है कि इंडिया गठबंधन मिलकर भाजपा से लड़े.”
ममता पर हमले का खामियाजा भुगतेंगे अधीर रंजन
अधीर रंजन चौधरी के गढ़ से युसुफ पठान जैसे लोकप्रिय शख्स को चुनाव मैदान में उतारना पार्टी पर चौधरी की ओर से बार-बार किए गए हमलों पर तृणमूल कांग्रेस की प्रतिक्रिया के रूप में देखा जा रहा है.
तृणमूल कांग्रेस के कट्टर आलोचक अधीर रंजन चौधरी ने पहले कहा था कि उनकी पार्टी “टीएमसी से सीटों की भीख नहीं मांगेगी.” उन्होंने इंडिया गठबंधन में साझेदार टीएमसी पर विपक्षी गठबंधन को मजबूत करने के बजाय “पीएम नरेंद्र मोदी की सेवा” करने का आरोप भी लगाया था. इस तरह की टिप्पणियों से नाराज होकर टीएमसी ने कहा था कि “गठबंधन सहयोगियों को बुरा-भला कहना और सीटों का बंटवारा साथ-साथ नहीं चल सकता.”