बारिश

बारिश और कोहरे क्यों बनते हैं रोग के कारण

बारिश और बीमारियों के बीच संबंध के कारणों की खोज *डॉ. वी.टी. इंगोले – शोध पूर्ण आलेख : बारिश में फंसने पर लोगों को खांसी और सर्दी क्यों होती है और कोहरा पौधों की बीमारियों का कारण क्यों बनता है? इससे पहले कि हम बारिश और बीमारियों के बीच संबंध के कारणों की खोज करें, […]

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हिन्दू और हिदुत्व

हिन्दू और हिदुत्व से अब कितना परहेज करेगा विपक्ष..?

उ.प्र.समेत अन्य विधानसभा चुनावों के लिए कांग्रेस और विपक्ष की रणनीति के सन्दर्भ में -कल्याण कुमार सिन्हा हिन्दू और हिदुत्व को अपनी तरह से परिभाषित करने का विपक्ष का दांव आगामी उत्तर प्रदेश सहित पांच राज्यों के चुनाव में कितना कारगर रहेगा, यह तो वक्त ही बताएगा. लेकिन देश में हिंदुत्ववादी शक्तियों ने जिस आक्रात्मकता […]

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धार्मिक

धार्मिक नफरत और हिंसा के लिए ‘तब्लीगी जमात’ निशाने पर

*कल्याण कुमार सिन्हा- सामयिकी : इस्लामिक मुल्कों में विचारों और रहन-सहन में तेजी से बदलाव देखे जा रहे हैं. धार्मिक कट्टरता को लेकर भी बदलाव आता दिखाई देने लगा है. प्रमुख मुस्लिम राष्ट्र सऊदी अरब के साथ अफगानिस्तान, पाकिस्तान और संयुक्त अरब अमीरात जैसे मुस्लिम देशों में भी ऐसे बदलाव नजर आ रहे हैं. धार्मिक […]

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कृषि कानूनों

कृषि कानूनों की वापसी महज राजनीतिक निराशा तो नहीं…

*कल्याण कुमार सिन्हा- विश्लेषण : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की शुक्रवार को तीन कृषि कानूनों को वापस लेने की अप्रत्याशित घोषणा महज राजनीतिक निराशा का परिणाम तो नहीं है..! हालांकि इस घोषणा में राजनीति के मुकाबले लोकनीति का पलड़ा एक बार फिर भारी नजर आया है. स्वतन्त्र भारत में अब तक का यह 37वां सफल आंदोलन है. […]

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सम्पूर्ण क्रांति

सम्पूर्ण क्रांति का उद्घोष, क्यों किया था जेपी ने…?

आज लहरों में निमंत्रण, तीर पर कैसे रुकूं मैं..? देश में सम्पूर्ण क्रांति का बीजारोपण करने वाले महान लोकनायक जयप्रकाश नारायण सन 1974 में सम्पूर्ण क्रांति का सिंहनाद किया था, तब उन्होंने कहा था- “सम्पूर्ण क्रांति से मेरा तात्पर्य समाज के सबसे अधिक दबे-कुचले व्यक्ति को सत्ता के शिखर पर देखना है.” लोकनायक ने स्पष्ट […]

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अवसाद

अवसाद पर काबू पाना इतना सरल है क्या?

धारणाएं, आदतें और संवेदनाएं बदलने से बहुत कुछ बन जाता है जीवन में सुन्दर 10 सितंबर : आत्महत्या रोकथाम दिवस पर प्रवीण टाके –  आलेख : जीवन में हमेशा कुछ न कुछ चाहा-अनचाहा घटता ही रहता है और यह हमारी मनःस्थिति को प्रभावित भी करता है. यह प्रभाव कभी अस्थायी तो कभी लंबे समय तक […]

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तोता

तोता पिंजरे से बाहर कैसे लाया जाए, बताया मद्रास हाई कोर्ट ने

सीबीआई की विवशता और कार्यप्रणाली फिर आलोचना का शिकार बनी   …मद्रास हाई कोर्ट ने सुप्रीम कोर्ट से कहीं बहुत आगे जाकर सीधे सीधे-सीधे आदेश ही दे डाला है. कोर्ट ने कहा, “केंद्र सरकार को निर्देश दिया जाता है कि सीबीआई को ज्यादा ताकत और अधिकार क्षेत्र के साथ वैधानिक दर्जा देने के लिए अलग […]

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गिलोय

गिलोय को बताया जा रहा लिवर के लिए नुकसानदेह

जानकारों ने कहा- ‘ऐसा होता तो अस्पताल लिवर के मरीजों से ही भर जाते’ *समाचार विश्लेषण : देश में पिछले वर्ष कोरोना महामारी- कोविड-19 का संक्रमण फैलने के बाद इसे रोकने में जब एलोपैथी फेल हो गया था, तब आयुर्वेदिक औषधि के रूप में ‘अमृत’ माने जाने वाले गिलोय ने सभी का ध्यान खींचा था. […]

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पिछड़ों

पिछड़ों का मानवाधिकार भी लक्ष्य बना ‘जल योद्धा’ प्रेमजी का

प्रेम कुमार वर्मा ‘समता स्वयंसेवी संगठन’ के सचिव थे. अपने इस संगठन के बैनर तले प्रेम कुमार वर्मा ने बिहार के पिछड़े जिले खगड़िया में लोगों को साफ और शुद्ध पानी मिले इसको लेकर विराट अभियान चलाया. उन्होंने समुदाय आधारित कुआं का जीर्णोद्धार कार्य में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया. यह उनके समाज सेवा अभियान का वह […]

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लोकतंत्र

लोकतंत्र को शर्मसार कर गया किसानों के नाम पर खड़ा किया गया आंदोलन

*विश्लेषण : कल्याण कुमार सिन्हा- दुनिया के सबसे पुराने अमेरिकी लोकतंत्र को शर्मसार करने वाली घटना के ठीक 19 दिनों में दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश भारत को भी अपने ही लोगों के हाथों शर्मिंदगी झेलनी पड़ी है. मौका देश के 72वें गणतंत्र दिवस का था. 72वें गणतंत्र दिवस पर राजधानी दिल्ली में भी […]

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