एक्जिट लोड में कटौती मंजूर, लिस्टेड कंपनियों से जुड़े कई नियम भी बदले
मुंबई : मार्केट नियामक सेबी ने शेयर बाजार में बड़े बदलाव निवेश को आसान बनाने के लिए फैसले लिए गए हैं, वहीं लिस्टेड कंपनियों से जुड़े कई नियम भी बदल दिए गए हैं. इससे अब म्युचुअल फंड में निवेश करना पहले के मुकाबले सस्ता और अधिक सुरक्षित भी हो गया है.
सेबी की बोर्ड मीटिंग में शेयर बाजार में बदलाव संबंधी कोटक पैनल की सिफारिशों पर चर्चा हुई. इस दौरान पैनल की 80 सिफारिशों में से 40 को बिना बदलाव किए स्वीकार कर लिया गया है. वहीं, 15 में कुछ बदलाव कर इन्हें अपनाया गया है. इस प्रकार शेयर बाजार के नियमों में 65 बदलाव संभव हुए हैं. इसका अनुकूल असर म्युचुअल फंड में निवेश पर भी हुआ है.
सस्ता हुआ म्युचुअल फंड में निवेश
निवेशकों के लिए अब म्युचुअल फंड में निवेश करना सस्ता हो गया है. सेबी बोर्ड ने इस बैठक में म्युचुअल फंड पर एक्जिट लोड में 0.15 फीसदी की कटौती करने के फैसले को मंजूरी दे दी है. इस मंजूरी के बाद म्युचुअल फंड पर एक्जिट लोड 0.20 फीसदी से घटकर 0.05 फीसदी हो गया है. सेबी प्रमुख अजय त्यागी का कहना है कि इससे निवेश के खर्च में कमी आएगी.
खत्म होंगी सीएमडी की पोस्ट
सेबी बोर्ड की बैठक में मार्केट वैल्यू के बूते टॉप 500 लिस्टेड कंपनियों को लेकर भी अहम फैसला लिया गया. बैठक के बाद त्यागी ने बताया कि इन कंपनियों को सीएमडी यानी चेयरमैन और एमडी/सीईओ की पोस्ट को दो भागों में बांटना होगा. इस फैसले का असर यह होगा कि इन कंपनियों में अब कोई एक व्यक्ति सीएमडी नहीं होगा. इसके साथ ही सेबी बोर्ड ने इंडिविजुअल डायरेक्टर्स की हिस्सेदारी 10 फीसदी से घटाकर 8 फीसदी कर दी है.