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सावधान : डिस्काउंट के नाम पर चल रहा है हाई प्रोफाइल लूटमार

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जागो ग्राहक, जागो : आपकी लापरवाही और अनदेखी का फायदा उठा रही हैं कंपनियां और मॉल

हरीश गणेशानी,
नागपुर :
आम ग्राहकों की यही धारणा है कि किसी भी डिब्बा बंद उपभोक्ता उत्पाद को अधिक बड़ी पैकिंग में खरीदना सस्ता पड़ता है. उसमें बचत होती है. इसी धारणा के कारण अधिसंख्य लोग साबुन, डिटर्जंट, टूथपेस्ट, चाय, कॉफी, सौंदर्य प्रसाधन आदि सामग्रियों की बड़ी पैकिंग खरीदते हैं.

लोगों की इसी सोच का फायदा उठाते हुए मॉल वाले और ऑनलाइन वाले M.R.P. पर डिस्काउंट और अन्य छूट देने के विज्ञापन के माध्यम से ग्राहकों को लुभाते हैं. दूसरी ओर ग्राहक भी बिना उनके विज्ञापनों के पीछे की चालाकी पर ध्यान दिए केवल यही देखते हैं कि उन्हें M.R.P. कितना डिस्काउंट मिल रहा है, कितनी छूट मिल रही है.

परंतु सावधान, थोड़ा ठहरें, और तुलनात्मक रूप से भी विचार करें. साथ ही निम्नलिखित उदाहरण को समझने का प्रयाश करें.

किसी एक उपभोक्ता डिब्बाबंद उत्पाद पर छपे M.R.P. की तुलना उसी उत्पाद के सबसे छोटी पैकिंग पर छपे M.R.P. से करें तो निम्नलिखित परिणाम आपको देखने को मिलेंगे.
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उदाहरणार्थ :
1). कोलगेट मैक्स फ्रेश “50 ग्राम की कीमत ₹ 20/-” है. यदि आप ऐसे तीन मैक्स फ्रेश 150 ग्राम खरीदें तो इसकी कीमत ₹60/- होती है. लेकिन यही कोलगेट मैक्स फ्रेश यदि आप 150 ग्राम की पैकिंग खरीदते हैं तो आप को उसका M.R.P. ₹92/- देना पड़ता है. इसी तरह कोलगेट और अन्य कंपनियों के पेस्ट जैसे- मिसवाक, क्लोज अप, पेप्सोडेंट, डाबर लाल पेस्ट की कीमतों की तुलना कर लें.

2). नेस कैफे के 6.5 ग्राम* का पाउच ₹10/- रुपए में मिलता है. इस हिसाब से 7 पाउच की कीमत ₹ 70/- रुपए होती है और वजन 52.5 ग्राम* का होता है. परंतु इसी नेस कैफे के 50 ग्राम के पैकिंग की कीमत M.R.P. पर ₹130/-* है. सोचें…ऐसा क्यों?

3). रेड लेबल चाय का 100 ग्राम का पैक ₹30/- और 1 किलो के पैक की M.R.P. ₹410/- कैसे जाती है? यही बात सोसाइटी, वाघ बकरी इत्यादि ब्रांड के चाय के साथ भी है.

4). गुडडे केश्यू के 60 ग्राम का पैक ₹10/- होने के नाते 200 ग्राम की कीमत ₹33/- होनी चाहिए. लेकिन सोचें कि 200 ग्राम के पैक का M.R.P. ₹37/- क्यों हो जाता है.

5). एरियल वाशिंग पावडर ₹10/- में 85 ग्राम मिलता है. इस तरह 1.5 किलोग्राम के पैक की कीमत ₹176/- होनी चाहिए. फिर इसकी M.R.P. ₹249/- क्यों है? अन्य ब्रांड सर्फ, रिन, निरमा व अन्य डिटर्जंट पावडर की कीमत भी तरह की है.

6). डेटॉल साबुन ₹10/- में 45 ग्राम मिलता है. इस तरह 75 ग्राम की कीमत ₹16.66/- होनी चाहिए. लेकिन 75 ग्राम की M.R.P. ₹31/- है. लक्स साबुन के 54 ग्राम की टिकिया ₹10/- है तो 100 ग्राम की कीमत ₹18.5/- होनी चाहिए. लेकिन 100 ग्राम साबुन का M.R.P. ₹27/- क्यों है. इसी तरह पियर्स, डव आदि ब्रांड की भी तुलना लें.

7). वैसलिन जेली 7 ग्राम का पैक ₹ 5/- में आता है. इस तरह 42 ग्राम की कीमत ₹30/- होती है. लेकिन 42 ग्राम के पैक का M.R.P. ₹67/- है. अन्य बॉडी लोशन भी इसी तरह की कीमतों पर बेचे जा रहे हैं.

8). पॉन्ड्स पावडर 25 ग्राम ₹10/- में मिलता है तो 50 ग्राम की कीमत ₹20/- होते है. लेकिन इतने वजन के ही पॉन्ड्स पावडर के पैक की M.R.P. लगभग दुगनी ₹39/-है. इसी तरह 400 ग्राम की कीमत ₹160/- होती है. किन्तु इतनी की ही M.R.P. ₹225/- है.

9). फेयर ऐंड लवली के 15 ग्राम के पैक की कीमत ₹20/- है. अतः 25 ग्राम की कीमत ₹33.33/- होती है. लेकिन इसी वजन के फेयर ऐंड लवली का M.R.P. ₹50/- है.

10). सर्वाधिक धोखाधड़ी तो शैंपू के बड़े बोतलों के साथ देखने को मिलती है. उदाहरणार्थ- हेड ऐंड शोल्डर्स शैंपू का 5ml का पाउच ₹2/- में मिलता है. इस तरह 72 ml की कीमत ₹28.8/- होता है. लेकिन इतने माप के हेड ऐंड शोल्डर्स शैंपू की M.R.P. ₹68/- है. इसी प्रकार अन्य ब्रांड के शैंपू की कीमतों में ऐसा ही झोल है.

अन्य सभी उपभोक्ता उत्पाद जैसे- बोर्नविटा, पैराशूट, बजाज आल्मंड, एवरेस्ट मसाले इत्यादि अनेक वस्तुओं की M.R.P. और उनके वजन में कोई तालमेल नहीं होता. कदाचित ऐसे बड़े मॉल, ऑनलाइन सामान बेचने वाली कंपनियां उपभोक्ता सामग्रियों के निर्माताओं के साथ मिल कर ग्राहकों को लूटने का खेल खुले आम खेल रही हैं. हम आप जैसे ग्राहक इनके विज्ञापनों की चकाचौंध में फंस कर अपने आप को लुटवा रहे हैं.

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