यात्रियों की सतर्कता से गोरखपुर-यशवंतनगर एक्स्प्रेस की टली बड़ी दुर्घटना, नागपुर से 40 कि.मी. पहले हुआ हादसा
नागपुर : गोरखपुर-यशवंतनगर एक्स्प्रेस (ट्रेन नंबर 15015) के साथ होने वाली भीषण दुर्घटना आज मंगलवार को यात्रियों की सतर्कता से टल गई. यात्रियों ने चेन पुलिंग कर ट्रेन रोकी. इस हादसे में एक महिला यात्री के हाथ में चोट आई है. इस दुर्घटना के कारण ट्रेन चार घंटे लेट हुई. अन्य कुछ ट्रेन भी इससे प्रभावित हुए.
बताया गया कि मंगलवार की सुबह 8 से 8.15 के दरम्यान काटोल और कालमेशवर स्टेशनों के मध्य स्थित सोनखाम एवं कोहली स्टेशनों के बीच ट्रेन के एक एसी-2 बॉगी का पहिया जोर की आवाज के साथ टूट गया. इस आवाज से यात्रियों में दहशत फ़ैल गई. लेकिन ट्रेन के चालक दल अथवा गार्ड को इसका पता नहीं चल पाया. ट्रेन इस टूटे पहिए के साथ ही कई किलोमीटर दौड़ती रही थी.
संयोग ट्रेन डिरेल नहीं हुई, अन्यथा…
रेलवे सूत्रों ने बताया कि ट्रेन नागपुर से 40 किलोमीटर पहले दरम्यान काटोल और कालमेशवर स्टेशनों के मध्य स्थित सोनखाम एवं कोहली स्टेशनों के बीच थी. तभी एक एसी-2 कोच का एक पहिया तेज आवाज के साथ टूट गया और ऊपर कोच का फर्श फाड़ कर वापस नीचे ट्रैक पर जा गिरा. उसके ऊपर की बर्थ पर यात्रा कर रही महिला के हाथ में गंभीर चोट लगी है. इससे पूर्व इसी अवस्था में ट्रेन कुछ किलोमीटर दौड़ी चली आई थी. संयोग से ट्रेन डिरेल नहीं हुई. अन्यथा तेज गति दौड़ रही तेन के डिरेल होने से अनेक यात्रियों की जान-माल क्षति पहुंचती और रेलवे को भी भारी नुकसान होता.
स्थिति देख ट्रेन स्टाफ के होश उड़े
जैसे ही यह हादसे की गंभीरता यात्रियों को समझ में आई, उन्होंने चेन पुलिंग करके ट्रेन रोकी और ट्रेन में चल रहे स्टाफ को जानकारी दी. उन्होंने जब कोच की हालत देखी तो उनके होश उड़ गए. ट्रेन एक तिहाई पहिए पर ही कई किलोमीटर दौड़ चुकी थी. उन्होंने नागपुर स्थित रेल प्रशासन को सूचना दी.
ट्रेन बिलकुल सुनसान जगह पर खड़ी थी. मदद पहुंचने में काफी देर हुई. इस बीच ट्रेन के यात्री परेशान होते रहे. दुर्घटनाग्रस्त एसी कोच के यात्रियों को दूसरे कोच में ले जाया गया और ट्रेन को वहां से अभी ढाई बजे नागपुर के लिए रवाना किया गया है.