आकस्मिक ‘समांतर मीटर वाचन’ शुरू करेगी महावितरण

नागपुर संभाग विदर्भ
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बिजली चोरी और बिजली का दुरुपयोग रोकने के साथ ही ग्राहकों को अचूक बिजली बिल के लिए बड़ा कदम

नागपुर : जिस अनुपात में महावितरण का बिजली वितरण बढ़ा है, उस अनुपात में ग्राहकों के बिजली मीटरों में बिजली खपत नहीं दिखाई दे रही. जबकि इस दौरान बिजली की चोरी बढ़ रही है और दूसरी ओर ग्राहकों की ओर से शिकायतें मिलती हैं कि बिजली के बिल गलत भेजे जा रहे हैं. इस समस्या से निपटने के लिए अब महावितरण ने अपनी ‘उत्तम ग्राहक सेवा’ के अंतर्गत ‘समांतर मीटर वाचन’ की महत्वाकांक्षी प्रक्रिया शुरू करने का निर्णय किया है.

इस निर्णय के पीछे महावितरण के नागपुर परिमंडल के मुख्य अभियंता रफीक शेख की महत्वाकांक्षी परिकल्पना है. इससे मीटर वाचन में गड़बड़ी सहित अन्य अनियमितताओं को सामने लाने में और रोकने में मदद मिलेगी.

बढ़ी बिजली आपूर्ति के मुकाबले आधा भी नहीं मिला राजस्व
महावितरण की प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार अप्रैल 17 से दिसंबर 17 की अवधि में अप्रैल 16 से दिसंबर 16 की तुलना में 15 मिलियन यूनिट अधिक बिजली की आपूर्ति की गई, जो 25 करोड़ रुपए की बिजली थी. लेकिन इस अवधि में मात्र 9 करोड़ रुपए अधिक की प्राप्ति महावितरण को हुई. साथ ही यदि प्रति यूनिट इस दौरान 15 पैसे बिजली दर बढ़ा भी तो महावितरण का राजस्व मात्र 2 पैसे का बढ़ा.

आकस्मिक तौर पर कराए जाएंगे मीटरों का पुनर्वाचन
महावितरण ने प्रबंध संचालक संजीव कुमार के हवाले से बताया है कि कुल मीटर वाचन में से पहले पांच प्रतिशत मीटरों का ही पुनर्वाचन कराया जाएगा. इस प्रक्रिया का अक्षरशः पालन करने साथ ही आगे अधिक से अधिक मीटरों का पुनर्वाचन कराया जाएगा. साथ ही यह पुनर्वाचन समांतर यंत्रणा से आकस्मिक तौर पर कराया जाएगा. इसके तहत महीने में कभी भी महावितरण के कर्मचारी किसी भी ग्राहक के यहां जाकर डे उनके मीटर का वाचन कर मंजूर भार, संलग्न भार, बिजली दैनिक उपयोग, मीटर के घूमने गति आदि की जांच करेंगे.

कार्रवाई की रिपोर्ट दैनंदिन स्तर पर लेना शुरू
महावितरण के अनुसार प्रति माह बिलिंग की प्रक्रिया शुरू होने से पूर्व और प्रक्रिया पूरी होने पर समांतर मीटर वाचन के आंकड़ों के संबंध में बिलिंग क्लर्क और संबंधित अधिकारियों द्वारा की गई कार्रवाई के रिपोर्ट दैनंदिन स्तर पर सूचना तकनीक विभाग और वित्त एवं लेखा विभाग द्वारा लेने का काम शुरू कर दिया गया है.

उपयोग में आई प्रत्येक बिजली यूनिट के पैसे वसूलेगी
प्रेस विज्ञप्ति में महावितरण ने बताया है कि चालू वित्त वर्ष से ग्राहकों को अचूक बिल और अच्छी से अच्छी सेवा देने के कार्य को प्राथमिकता दी जा रही है. ग्राहकों से बिजली के उपयोग की प्रति यूनिट के पैसे वसूल हो सके, इसके लिए विशेष प्रयत्न के अंतर्गत महावितरण ने आकस्मिक रूप से समांतर मीटर वाचन करने का यह निर्णय लिया है.

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