बिहार के मधेपुरा में फ्रांस के सहयोग से बने फैक्ट्री के पहले रेल इंजन को राष्ट्र को समर्पित भी करेंगे
सीमा सिन्हा
पटना : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहरसा जिले के मधेपुरा स्थित अत्यंत शक्तिशाली रेल इंजन के कारखाने का उद्घाटन मोतिहारी से वीडियो कांन्फ्रेंसिंग के जरिये मंगलवार 10 अप्रैल को करेंगे. उसी दिन प्रधानमंत्री फैक्ट्री निर्मित पहला विद्युत इंजन राष्ट्र को समर्पित भी करेंगे.
रेलवे के सूत्रों ने यहां बताया कि भारत इसके साथ ही रूस, चीन, जर्मनी और स्वीडन सहित उन देशों में शामिल हो जाएगा, जिनके पास 12,000 एचपी या इससे ज्यादा की क्षमता वाला बिजली के रेल इंजन है. फिलहाल, भारतीय रेल के पास अब तक सबसे ज्यादा क्षमता वाला 6,000 एचपी का रेल इंजन ही है.
मालगाड़ी की रफ्तार डबल कर देगा 12 हजार एचपी का इंजन
12 हजार हॉर्स पावर का यह इंजन देश का सबसे शक्तिशाली इंजन है, जो मालगाड़ी की रफ्तार को डबल कर देगा. यह इंजन नौ हजार टन तक माल खींचने में सक्षम होगा. इस रेल इंजन कारखाने का निर्माण 20 हजार करोड़ की लागत से किया गया है.
मधेपुरा बनेगा जमशेदपुर से भी बड़ा औद्योगिक शहर
रेल सूत्रों के अनुसार आने वाले दस वर्षो में इस कारखाने के बदौलत मधेपुरा झारखंड के जमशेदपुर को पीछे छोड़ते हुए सबसे बड़ा औद्योगिक शहर बन जाएगा. फ्रांस की एल्सटॉम कंपनी के साथ भारतीय रेल ने 2015 में समझौता किया था. समझौते के तहत ही इस शक्तिशाली जन को हर मौसम में एक ही रफ्तार के साथ मालगाड़ियों को खींचने के लिए इसकी बॉडी का कवच फ्रांस से पिछले साल सितंबर 2017 में ही मंगाया जा चुका है.
11 साल में 800 इंजन का होगा निर्माण
सूत्रों के अनुसार भारतीय रेल और एल्सटॉम कंपनी, फ्रांस के बीच हुए 20 हजार करोड़ रुपए के समझौते के अनुसार ‘मेक इन इंडिया’ के तहत भारतीय रेल को 11 साल में यह कंपनी 800 इंजन बनाकर देगी. 2017-18 में एक, 2018-19 में 4, 2019-20 में 100 इंजन का निर्माण किया जाएगा. इसके बाद वर्ष 2022 से हर साल एक सौ इंजन का निर्माण कारखाना में किया जाएगा.