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‘वारकरी महामंडल’ की स्थापना करेगी शिंदे सरकार

धर्मस्‍थल महाराष्ट्र
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मुंबई : कीर्तनकारों और वारकरियों के लिए राज्य की एकनाथ सिंदे सरकार ‘मुख्यमंत्री वारकरी महामंडल’ की स्थापना करेगी. इसका मुख्यालय पंढरपुर में होगा. राज्य शासन की ओर से इस निर्णय की अधिसूचना रविवार को जारी की गई. महामंडल के माध्यम से कीर्तनकारों और वारकरियों के लिए कल्याणकारी योजनाएं लागू की जाएंगी. साथ ही बुढ़ापे में उनके लिए ‘वारकरी पेंशन’ योजना को भी मूर्त रूप दिया जाएगा. 

उल्लेखनीय है कि ‘मुख्यमंत्री वारकरी महामंडल’ की स्थापना की घोषणा उप मुख्यमंत्री एवं वित्त मंत्री अजित पवार ने विधान सभा में राज्य के वार्षिक बजट प्रस्ताव पेश करते हुए की थी. इस महामंडल को 50 करोड़ रुपए की अंश पूंजी भी उपलब्ध कराई जा रही है. 

महामंडल के प्रबंध संचालक के पद पर राज्य के कार्यरत अथवा सेवानिवृत आईएएस अधिकारी की नियुक्ति की जाएगी. इसके लिए पंढरपुर में कार्यालय एवं स्टाफ के साथ ही अन्य आवश्यक प्रशासनिक व्यवस्था भी जल्द की जाएगी. 

1. सभी पालकी मार्गों के सुधार, स्वच्छता, स्वास्थ्य, आश्रय और अन्य सुविधाओं के लिए प्रतिवर्ष वित्तीय प्रावधान एवं योजनाएं बनाना. 

2. आषाढ़ी और एकादशी वारों में शामिल होने आने वाले तीर्थयात्रियों के लिए सुरक्षा और बीमा कवर. 

3. वारकरी भजन मंडलों को भजन और कीर्तन सामग्री (ताल, मृदंग, सितार, वीणा आदि) के लिए अनुदान. 

4. कीर्तनकारों को स्वास्थ्य बीमा, मानधन सम्मान योजना. पंढरपुर, देहु, आलंदी, मुक्ताईनगर, सासवड, पिंपलनेर, त्र्यंबकेश्वर, पैठण, कोल्हापुर, संस्थान, शेगांव, तारकेश्वर, भगवानगढ़, अगस्त्यऋषि, संत सवातमालि समाज मंदिर, अरन (टी. माधा, जिला सोलापुर) और अन्य तीर्थ स्थलों का विकास. 

5. चंद्रभागा, इंद्रायणी, गोदावरी और अन्य नदियों को प्रदूषण मुक्त बनाने की कार्ययोजना.

पिछले वर्ष जून 2023 में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने ‘विठ्ठल रुक्मिणी वारकरी बीमा छत्र योजना’  लागू करने का निर्णय लिया था. जो पंढरपुर की आषाढी वारी (यात्रा) में भाग लेने वाले वारकरी के लिए बीमा कवर प्रदान करती है. लाखों वारकरी के लिए यह बीमा कवरेज है. यह बीमा कवर वारी के 30 दिनों के लिए होता है.  

इस बीमा योजना से किसी वारकरी की दुर्भाग्यपूर्ण मृत्यु होने पर उसके परिवार को 5 लाख रुपए की अनुग्रह राशि दी जाएगी. स्थायी अपंगता या दुर्घटना के कारण अपंगता की स्थिति में एक लाख रुपए दिए जाएंगे. आंशिक विकलांगता की स्थिति में 50,000 रुपए और बीमारी की स्थिति में चिकित्सा उपचार के लिए 35,000 रुपए तक दिए जाने का प्रावधान है. 

महाराष्ट्र के पंढरपुर में प्रति वर्ष आषाढ़ माह के देवशयनी एकादशी के अवसर पर भगवान विट्ठल-रुक्मिणी की पूजा में शामिल होने के लिए राज्य के कोने-कोने से लाखों के संख्या में पैदल चल कर वारकरी (परिक्रमा या यात्रा करने वाले तीर्थयात्री) पंढरपुर पहुंचते हैं. भगवान कृष्ण यहां विट्ठल के नाम से विराजित हैं. वारकरी सैकड़ों मिल की पैदल यात्रा कर यहां पहुंचते हैं.   

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