मुंबई : राज्य में दो दिनों की ओलावृष्टि से 11 जिलों के 50 तहसीलों के 1086 गांवों के लगभग 1 लाख 24 हजार 294 हेक्टर क्षेत्र की फसलों और माल का नुक्सान हुआ है. इन क्षेत्रों में गेहूं, चना, ज्वारी, प्याज, और अन्य रब्बी फसलों को नुकसान हुआ है.
जालना, बुलढाणा व अमरावती जिलों में सर्वाधिक नुकसान
मराठवाड़ा के जालना और विदर्भ के बुलढाणा व अमरावती जिलों में हुआ है. कृषि मंत्री पांडुरंग फुंडकर ने बताया कि शनिवार और रविवार को असमय की बारिश और ओलावृष्टि से विदर्भ, मराठवाड़ा और उत्तर महाराष्ट्र के 11 जिलों में कृषि उपज और फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है. उन्होंने बताया कि सम्बंधित जिलों के अधिकारियों को नुक्सान का सर्वेक्षण का रिपोर्ट भेजने का आदेश दे दिया गया है.
राज्य शासन को मिली प्रारम्भिक रिपोर्ट
कृषि मंत्री ने बताया कि राज्य के प्राकृतिक आपदा बाधित जिलों में बीड़, जालना, परभणी, जलगांव, बुलढाणा, अमरावती, अकोला, वाशिम, लातूर, उस्मानाबाद और हिंगोली का समावेश है. इन जिलों के राजस्व प्रशासन और कृषि विभाग ने राज्य सरकार को इस प्राकृतिक आपदा से संबंधित अपनी प्रारम्भिक रिपोर्ट भेज दी है.