योजना : गरीबों, प्रभावितों के लिए 1.70 लाख करोड़ के पैकेज

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वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज गुरुवार को देश में लॉकडाउन के कारण गरीबों और प्रभावितों के लिए 1.70 लाख करोड़ के राहत पैकेज की घोषणा की. 

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नई दिल्ली : कोरोना वायरस से प्रभावित अर्थव्यवस्था और गरीबों की मदद के लिए केंद्र सरकार ने 1.70 लाख करोड़ रुपए के योजना के पैकेज का ऐलान किया है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और वित्त राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर ने गुरुवार को प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना (Prime Minister Garib Kalyan Yojna) की घोषणा की. इसके साथ ही वित्त मंत्री ने 10 और योजनाओं का भी ऐलान किया है, इससे समाज के प्रत्येक जरूरतमंदों को आर्थिक लाभ मिलेगा.

प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना  
इस योजना के अंतर्गत डायरेक्ट कैश ट्रांसफर होगा और खाद्य सुरक्षा के जरिए गरीबों की मदद की जाएगी. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि अभी लॉकडाउन को 36 घंटे ही हुए हैं, सरकार प्रभावितों और गरीबों की मदद के लिए काम कर रही है. हम 1.70 लाख करोड़ रुपए का पैकेज लेकर आए हैं, जो गरीबों का ध्यान रखेगा, जिन्हें तुरंत मदद की जरूरत है. वित्त मंत्री ने यह भी कहा कि स्वास्थ्य क्षेत्र में काम कर रहे कोरोना वायरस से लोगों को बचा रहे डॉक्टर्स, पैरामेडिकल स्टाफ को 50 लाख रुपए का इंश्योरेंस कवर दिया जा रहा है.

प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत किसी गरीब को भूखा नहीं रहने दिया जाएगा. अभी 80 करोड़ लाभार्थियों को हर महीने 5 किलो गेहूं या चावल प्रति व्यक्ति मुफ्त मिलता है. अगले तीन महीने तक इन्हें अतिरिक्त 5 किलो प्रति व्यक्ति गेहूं या चावल दिया जाएगा. प्रति परिवार एक किलो दाल भी दिया जाएगा. दाल क्षेत्र के मुताबिक लोगों की पसंद का दिया जाएगा.

प्रधानमंत्री गरीब कल्याण धन योजना
निर्मला सीतारमण ने कहा कि इस योजना के तहत किसानों, मनरेगा, गरीब विधवा, गरीब पेंशनधारी और दिव्यांगों, और जनधन अकाउंट धारी महिलाओं, उज्ज्वला योजना की लाभार्थी महिलाएं, स्वंय सेवा समूहों की महिलाओं और संगठित क्षेत्र के कर्मचारियों, कंस्ट्रक्शन से जुड़े मजदूरों को मदद दी जाएगी.

किसानों को अप्रैल में पहली किस्त
वित्त मंत्री ने कहा कि किसानों को सालाना 6 हजार रुपये पीएम किसान सम्मान निधि के तहत मिलते हैं, हम इसकी पहली किस्त अप्रैल के पहले हफ्ते किसानों को देंगे. इसका फ़ायदा 8.69 करोड़ किसानों को इसका फायदा मिलेगा.  

मनरेगा की मजदूरी बढ़ाई
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि जो लोग ग्रामीण इलाकों में मनरेगा के तहत मजदूरी करते हैं, इनकी दिहाड़ी 182 रुपए से बढ़ाकर 202 रुपए कर दी गई है. प्रति मजदूर को करीब दो हजार रुपए की अतिरिक्त कमाई होगी. इसका फायदा 5 करोड़ मजदूरों को मिलेगा.

गरीब, विधवा और दिव्यांगों को एक-एक हजार
वित्त मंत्री ने कहा कि गरीब बुजुर्गों, गरीब विधवा और गरीब दिव्यांगों को दो किस्तों में अतिरिक्त एक हजार रुपए दिए जाएंगे, अगले तीन महीनों में. इससे 3 करोड़ बुुजुर्गों, विधवा महिलाओं और दिव्यांगों को फायदा होगा. यह डीबीटी के जरिए उनके खातों में जाएगा.

जनधन खाताधारक महिलाओं को 15 सौ रुपए
सीतारमण ने कहा कि 20 करोड़ जनधन खाताधारक महिलाओं को 500 रुपए प्रति महीने अगले तीन महीनों तक मिलते रहेंगे. इसका 20 करोड़ महिलाओं को फायदा मिलेगा. तीन महीने में इन्हें कुल 15 सौ रुपये की मदद मिलेगी.

तीन महीने तक मुफ्त सिलेंडर
वित्त मंत्री ने कहा कि उज्ज्वला योजना के तहत गरीब महिलाओं को सिलेंडर दिए गए हैं. 8 करोड़ महिलाओं को इससे धुएं से मुक्ति मिली है. इस मुश्किल घड़ी में उनके लिए तीन महीने तक मुफ्त सिलेंडर दिया जाएगा. इससे 8.3 करोड़ बीपीएल परिवारों को फायदा होगा.

बिना गारंटी 20 लाख तक लोन
महिलाओं के स्वंय सेवा समूह 63 लाख हैं, 7 करोड़ परिवार इससे जुड़े हैं. इन्हें 10 लाख रुपए तक गारंटी के बिना लोन मिलता था अब इसे बढ़ाकर 20 लाख रुपए कर दिया गया है.

संगठित क्षेत्र के कर्मचारियों को मदद
संगठित क्षेत्र के कर्मचारियों के लिए दो घोषणाएं की गई हैं. इपीएफ की 24 प्रतिशत रकम अगले 3 महीने तक सरकार ही देगी. ये 100 कर्मचारियों तक के संस्थानों के लिए होगा, जिसमें 90 प्रतिशत कर्मचारियों की औसत आमदनी 15,000 प्रतिमाह है. इससे 80 लाख कर्मचारियों और 4 लाख कंपनियों को इसका फायदा होगा.  

पीएफ रेग्युलेशन में संशोधन किया जाएगा, ताकि इस मुश्किल घड़ी में कर्मचारी आकस्मिक निधि से 75 फीसदी तक फंड या तीन महीने के वेतन के बराबर जो भी कम है, कर्मचारी निकाल सकते हैं. इससे 4.8 करोड़ कर्मचारियों को फायदा मिलेगा जो ईपीएफओ के सदस्य हैं.

निर्माण कार्य से जुड़े मजदूरों की मदद
राष्ट्र निर्माण में भवन और अन्य निर्माण कार्य से जुड़े मजदूरों की बड़ी भूमिका है. केंद्र सरकार के कर्मचारियों के लिए निर्माण कार्य से जुड़े मजदूरों के लिए फंड है. इसमें 31 हजार करोड़ रुपए का फंड है. साढ़े तीन करोड़ रजिस्टर्ड मजदूरों की मदद के लिए राज्य सरकारों को कहा गया है.

डिस्ट्रिक मिनरल फंड
राज्य सरकारों के पास यह धन उपलब्ध रहता है. इसका उपयोग स्वास्थ्य जांच, उपचार और दवाओं के लिए किया जाएगा.  

दो दिन पहले भी किए कई ऐलान
इससे पहले वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को कई घोषणाएं की थीं. उन्होंने इनकम टैक्स रिटर्न भरने, जीएसटी रिटर्न, आधार-पैन लिंकिंग आदि के लिए समयसीमा को बढ़ाने का ऐलान किया था. वित्तीय वर्ष 18-19 के लिए इनकम टैक्स रिटर्न की तारीख को 30 जून तक बढ़ाया गया है. लेट भुगतान 12 फीसदी से 9 फीसदी किया गया. यह राहत उन लोगों के लिए है जो 30 मार्च तक नहीं कर पाने की स्थिति में हैं.

आधार से पैन लिंक करने की तारीख भी बढ़ाई गई है और उसे 30 जून 2020 तक कर दिया गया है. विवाद से विश्वास योजना की समय सीमा को भी 30 जून 2020 तक बढ़ा दिया गया है. वित्त मंत्री ने कहा कि कर विवाद से जुड़ी मूल राशि के भुगतान पर 10 प्रतिशत का अतिरिक्त शुल्क नहीं लगेगा. जीएसटी फाइल करने की तारीख भी 30 जून तक बढ़ा दी गई है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि मार्च, अप्रैल, मई 2020 की जीएसटी रिटर्न दाखिल करने की अंतिम तिथि जून 2020 तक बढ़ाई गई है.

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