कुम्भकार व्यवसायियों को ईंट व राख आधारित सामग्री बनाने का प्रशिक्षण और भूमि दे महाजेनको
नागपुर : पारंपारिक ईंट भत्तों और उनसे होने वाले प्रदूषण रोकने के लिए सर्वोच्च न्यायालय, राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण ने शहरी वसाहत से 500 मीटर तक पारंपारिक पद्धति से ईंट उत्पादन करने से रोकने का आदेश दिया है.
सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के मद्देनजर महाराष्ट्र शासन ने कोराडी और खापरखेड़ा थर्मल पावर स्टेशनों से निकलने वाली कोयले की राख पर आधारित औद्योगिक क्लस्टर स्तापित करने का निर्णय निर्णय लिया है. मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस, उर्जा मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले और विधायक कृष्णा खोपड़े की पहल पर महाजेनको ने खापरखेड़ाऔर कोराडी थर्मल पावर स्टेशनों द्वारा अधिगृहित जमीन का उद्देश्य बदल कर उस जमीन पर राख आधारित उद्योग स्थापित करने औद्योगिक समूह विकसित करने का निर्णय गत माह 22 जुलाई को लिया है. अब इससे राख आधारित उद्योगों को बढ़ावा मिलना संभव हो गया है.
मुख्यमंत्री व उर्जा मंत्री की थर्मल विद्युत केंद्र परिसरों में राख आधारित क्लस्टर निर्माण कर परंपरागत कुम्भकार व्यवसायियों को उद्योग के लिए कर्ज योजना, आवश्यक अनुमति और संरचनात्मक सुविधा उपलब्ध कराया है. इससे राख को हटाने पर महाजेनको का भारी खर्च भी बचेगा.
इसी सिलसिले में पिछले दिनों विद्युत भवन, नागपुर के सभागृह में महाजेम्स द्वारा आयोजित बैठक में प्रमुख अतिथि के रूप में विधायक कृष्णा खोपड़े ने मेहनती कुम्भकार व्यवसायियों को राख आधारित कार्य करने का अवसर देने का सुझाव दिया. उन्होंने कहा कि उनके परंपरागत व्यवसाय की जगह बदलती तकनीक और पर्यावरण विषयक कठोर नियमों मद्देनजर उन्हें प्रशिक्षण देकर इस औद्योगिक कलस्टर में भूमि भी उपलब्ध कराने की जरूरत है.
बैठकी के अध्यक्ष महाजेम्स के संचालक सुधीर पालीवाल थे, साथ ही इस अवसर पर महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण मंडल के उप प्रादेशिक अधिकारी हेमा देशपांडे, नागपुर सुधार प्रन्यास के कार्यकारी अधिकारी प्रशांत भांडारकर, कुंभार सेवा समिति के अध्यक्ष राजीव खरे, विदर्भ कुंभार समाज विकास समिति के सुरेश हारोडे और प्रमोद पेंडके, महेंद्र राउत प्रमुख रूप से उपस्थित थे.
बैठक का संचालन महाजेम्स के अतिरिक्त कार्यकारी अभियंता प्रशांत देशपांडे ने और आभार प्रदर्शन कार्यकारी अभियंता उपेंद्र पाटिल ने किया. बैठक में उप मुख्य अभियंता सुखदेव सोनकुसरे, अधीक्षक अभियंते परमानंद रंगारी, कार्यकारी अभियंता राजेंद्र मंडवाले, उप कार्यकारी अभियंता पंकज धारस्कर तसेच कुंभार व्यावसायिक पंचकमेटी सदस्य योगेश आमगे, श्याम आमगे, कमलेश जुगेले, लक्ष्मण अवथे, ओंकार आमगे, राजेश जुगेले, सुनील कन्पे, धीरज देहरे भी उपस्थित थे.
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