लालू प्रसाद : प्रफुल्लित हैं राजद सुप्रीमो सत्ता में वापसी की आहट से

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फिर से जीवंत हो उठा है पुराना लालू, बिगड़ते स्वास्थ्य में हो रहा सुधार

*वरुण कुमार, 
रांची :
बहुचर्चित चारा घोटाले मामले में सजायाफ्ता राष्ट्रीय जनता दल (राजद) सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव इन दिनों अत्यंत प्रफुल्लित हैं. अपने बिगड़ते स्वास्थ्य के बावजूद उनमें मानो फिर से पुराना लालू जीवंत हो उठा है. बिहार विधानसभा चुनाव संपन्न हो जाने के बाद कल शनिवार, 7 नवंबर की शाम न्यूज चैनलों पर आए एक्जिट पोल के अनुमानों ने उनमें काफी उत्साह भर दिया है. रांची स्थित राजेंद्र इंस्टीच्यूट ऑफ मेडिकल सायंस (रिम्स) के डायरेक्टर्स (केली) बंगला में उनके सेवादारों को भी बिहार चुनाव में लालू जी के पुत्र तेजस्वी यादव के मुख्यमंत्री बनने की संभावनाओं ने उत्साहित कर दिया है.

रिम्स स्थित केली बंगले में उनके इलाज में जुटी डॉक्टरों की टीम के एक सदस्य ने बताया कि राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद जी कल शाम से ही बड़े खुश और उत्साहित हैं. सभी से वे हंसते हुए मजाकिया लहजे में बातें कर रहे हैं. आज सुबह भी केली बंगले के लॉन में सेवादारों से तेल मालिस करवाते हुए वे उनसे हंस-हंस कर बातें करते नजर आए. उनके एक सेवादार ने बड़े ही उत्साह के साथ कहा- “देख लिहा, जल्दीए पूरा बिहार सरकार यहां उठ के आई अउ लालू जी के यहांवा से गाजा-बाजा के साथ पटना लिया जाई.” (देख लीजिएगा, जल्दी ही पूरा बिहार सरकार यहां आएगी और सम्मान के साथ लालू जी को यहां से पटना लेकर जाएगी).

इधर राज्य की हेमंत सोरेन सरकार भी बिहार चुनाव परिणामों का इंतज़ार कर रही है. यदि परिणाम राजद यानि उनकी पार्टी के पक्ष में रहा तो रिम्स का यह केली बंगला राजद समर्थकों और नेताओं के लिए जश्न स्थल बन जाएगा. इस संभावना के मद्देनजर गृह सचिवालय ने जिला प्रशासन और रांची पुलिस को भी सतर्क कर दिया गया है. वैसे हेमंत सोरेन सरकार में लालू जी का राजद के सहयोगी दल होने के नाते पहले से ही रिम्स में लालू जी की देखभाल और तीमारदारी में कहीं कोई कमी नहीं है. मिलने-जुलने वालों के साथ भी पहले जैसी कोई कड़ाई नहीं बरती जाती. लालू जी जिनसे मिलना चाहते हैं, आसानी से वह उनसे मिल सकता है.

लालू
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वैसे पिछले सप्ताह झारखंड उच्च न्यायालय से जमानत याचिका पर सुनवाई टलने की वजह से वे काफी निराश हो गए थे. पिछले शनिवार को तीन लोगों से जेल मैनुअल के अनुसार, मिलने की अनुमति के बावजूद उन्होंने किसी से भी मुलाकात करने से इंकार भी कर दिया था. अब उनकी जमानत याचिका पर सुनवाई आगामी 27 नवंबर को होगी.
 
वहीं उनके स्वास्थ्य की देखरेख में लगे चिकित्सक भी उनके बिगड़ते स्वास्थ्य पर चिंतित थे.उन्हें डायलिसिस पर ले जाने की तैयारी में थे. माना जा रहा था कि जमानत याचिका पर सुनवाई टलने और ‘बिहार चुनाव परिणाम 2020’ की चिंता से भी लालू यादव तनाव में आगे थे.

लालू प्रसाद यादव के स्वास्थ्य पर पिछले दो साल से अधिक समय के नजर रखने वाले मुख्य चिकित्सक डॉ. उमेश प्रसाद ने बताया कि वे फिलहाल स्टैबल हैं. बल्कि, पहले से उनके स्वास्थ्य में सुधार है. उन्होंने बताया कि पिछले दिनों उनकी तबीयत बिगड़ने का एक बड़ा कारण मानसिक तनाव था. इसलिए खाने-पीने पर भी ध्यान नहीं दे रहे थे. डॉ. प्रसाद के मुताबिक, लालू यादव की 25 प्रतिशत किडनी ही काम कर रही है.

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