दही हांडी

दही हांडी के गोविंदा को नौकरी में आरक्षण का फैसला अपरिपक्व

महाराष्ट्र
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इंडिया अगेंस्ट करप्शन की सीएम शिंदे से निर्णय वापस लेने, फड़णवीस से हस्तक्षेप की मांग

मुंबई / पुणे : ‘इंडिया अगेंस्ट करप्शन’ ने महाराष्ट्र सरकार दही हांडी के गोविंदा को सरकारी नौकरियों में आरक्षण देने के फैसले को अपरिपक्व और राजनीतिक फैसला बताया है. संगठन ने कहा है कि दही हांडी एक साहसिक खेल है और यह खेल हमारी संस्कृति और परंपरा के अनुरूप है. लेकिन, राज्य सरकार ने गोविंदा को सरकारी नौकरियों में केवल राजनीतिक दृष्टिकोण से आरक्षण देने का फैसला किया है.  

दही हांडी
दही हांडी और इनसेट में इंडिया अगेंस्ट करप्शन के राष्ट्रीय अध्यक्ष हेमंत पाटिल.

इंडिया अगेंस्ट करप्शन के राष्ट्रीय अध्यक्ष हेमंत पाटिल ने शनिवार को सरकार के इस निर्णय की आलोचना की. उन्होंने इसे राज्य सरकार का अपरिपक्व फैसला करार दिया है. उन्होंने उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस को एक परिपक्व नेता बताते हुए उन्हें मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को ऐसे फैसले लेने से रोकने की मांग की है. उन्होंने कहा कि दही हांडी और गोविंदा को राजनीति से दूर रखें.

ऐसे राजनीतिक निर्णय लेने के बजाय मेगा भर्ती का आयोजन करना चाहिए

हेमंत पाटिल ने प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे कई छात्रों की भावनाओं का सम्मान करते हुए सरकार से इस अपरिपक्व निर्णय को वापस लेने की मांग की है. उन्होंने कहा कि राज्य में अनेक सरकारी पद खाली हैं. सरकार ऐसे राजनीतिक निर्णय लेने के बजाय मेगा भर्ती का आयोजन करे और शिक्षित बेरोजगारों को उनकी योग्यता के अनुसार सरकारी सेवा में शामिल करे.

ज्ञातव्य है कि मुख्यमंत्री ने दही हांडी में हिस्सा लेने वाले गोविंदाओं को सरकारी नौकरियों में 5 फीसदी आरक्षण देने का ऐलान किया है. हालांकि इस संबंध में किसी भी दही हांडी समूह की ओर से ऐसी कोई मांग नहीं की गई है.  

नगर निगम चुनावों को ध्यान में रखकर लिया गया फैसला

हेमंत पाटिल ने आरोप लगाया कि यह फैसला नगर निगम के चुनावों को ध्यान में रखकर लिया गया है. उन्होंने कहा कि राज्य में विभिन्न प्रकार के साहसिक खेल खेले जाते हैं. इनमें से कई खेल और कलाएं लुप्त हो रही हैं. किसी एक खेल के संबंध में ऐसा निर्णय लेने के बजाय, सरकार को लुप्त हो रहे खेल और कलाओं के संबंध में एक व्यापक नीति बनानी चाहिए.

पाटिल ने कहा कि केवल राजनीतिक दान के रूप में इस तरह का आरक्षण देना सही नहीं है. उन्होंने कहा, यह दूसरों के साथ अन्याय होगा. शिक्षकों, तलाठी, पशुपालन सहित कई विभागों में भर्ती लंबित हैं. इसलिए सरकार को ऐसी रुकी हुई भर्ती प्रक्रिया को पूरा करना चाहिए.

दही हांडी और गोविंदा को भी राजनीति से दूर रखें

उन्होंने सरकार को सलाह दी है कि छात्रों के साथ-साथ दही हांडी और गोविंदा को भी राजनीति से दूर रखें. पाटिल ने यह भी कहा कि अगर सरकार इस फैसले को वापस नहीं लेती है तो पबजी, कैंडी क्रश, हुल्लड़बाजी और बाइक रेसिंग खेलने वाले आरक्षण मांगेंगे. पाटिल ने यह भी कहा कि उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस एक परिपक्व नेता हैं. उन्हें मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को ऐसे फैसले लेने से रोकना चाहिए.

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