नागपुर : पृथक विदर्भ राज्य की मांग को विदर्भ राज्य आंदोलन समिति इस मुद्दे को लेकर दिल्ली के जंतर-मंतर पर गुरुवार, 7 अप्रैल को ‘हल्ला बोल’ आंदोलन करने जा रही है. समय-समय पर नागपुर और विदर्भ के अलग-अलग जिलों में चलाया जा रहा यह आंदोलन एक बार फिर दिल्ली में दस्तक देगा.
विदर्भ राज्य आंदोलन समिति के नेता वामनराव चटप और विदर्भ युवा आघाड़ी समिति के प्रमुख मुकेश मासुरकर के मुताबिक अलग विदर्भ होने के बाद ही विदर्भ का विकास संभव है, इसलिए सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ हम इस मांग को लेकर संसद भवन पर ‘हल्ला बोल’ करेंगे.
सूत्रों के अनुसार दिल्ली में ‘हल्ला बोल’ आंदोलन के लिए नागपुर और विदर्भ के विभिन्न जिलों से लगभग एक हजार विदर्भवादी नेता और कार्यकर्ता दिल्ली पहुंच गए हैं.
संसद में नेते ने किया पृथक विदर्भ राज्य के लिए गैर सरकारी विधेयक पेश
महाराष्ट्र से अलग विदर्भ बनाने की समय-समय पर उठती मांग के बीच सांसद अशोक नेते ने पृथक विदर्भ राज्य के निर्माण के लिए एक आयोग बनाने और उससे संबंधित विषयों का उपबंध करने वाला गैर सरकारी विधेयक लोकसभा में पेश किया.
सांसद नेते ने शुक्रवार को पृथक विदर्भ बनाने की मांग पर विचार के लिए आयोग बनाने सहित तीन गैर सरकारी विधेयक पेश किया. इनमें बेरोजगार युवाओं को बेरोजगारी भत्ता दिए जाने के प्रावधान वाला बेरोजगारी भत्ता विधेयक, 2022 और वन संरक्षण अधिनियम, 1980 में संशोधन कर नई 3ग को जोड़ने की मांग से संबंधित बिल पेश किया,
सांसद तड़स भी पेश कर चुके हैं विधेयक
गौरतलब है कि इससे पहले भी वर्धा से सांसद रामदास तडस ने भी गत 4 फरवरी 2022 को लोकसभा में पृथक विदर्भ राज्य के निर्माण के लिए एक आयोग के गठन की मांग के प्रावधान वाला गैर सरकारी विधेयक पेश किया था. इस विधेयक में सुप्रीम कोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायाधीश की अध्यक्षता में आयोग का गठन करने की मांग की गई थी.