ग्लोबल कायस्थ कांफ्रेंस की ओर से नई दिल्ली में कायस्थ महासम्मेलन का सफल आयोजन
नई दिल्ली : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कायस्थ समाज ने देश और समाज के निर्माण में बड़ा योगदान दिया है. वे यहां ग्लोबल कायस्थ कांफ्रेंस की ओर से विगत रविवार, 19 दिसंबर को आयोजित कायस्थ महासम्मेलन को सम्बोधित कर रहे थे.
दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में विश्व कायस्थ महासम्मेलन के आयोजन में देश भर से पहुंचे प्रतिनिधियों और भारी संख्या में उपस्थित दिल्ली के नागरिकों को संबोधित करते हुए उन्होंने राजनीति, प्रशासन, रक्षा, विधि क्षेत्र, कला और संस्कृति के साथ फिल्मों के माध्यम से देश और समाज को अनुपम योगदान देने वाले कायस्थ मनीषियों को भी याद किया.
महासम्मेलन का उद्घाटन करते हुए केजरीवाल ने कहा कि आजादी की लड़ाई में भी इस समाज ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया है. उन्होंने कहा कि हमें राजनीति नहीं करनी है, राष्ट्र निर्माण करना है और कायस्थ एक बुद्धिजीवी वर्ग है, जिनका आज भी और पहले से भी राष्ट्र निर्माण में अहम योगदान रहा है. इसे भुलाया नहीं जा सकता. उन्होंने समाज के सभी क्षेत्र के प्रबुद्ध नागरिकों का देश और समाज के निर्माण में आगे आने का आह्वान किया. ख़ास कर दिली के लोगों से स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में हो रहे कार्यों में अपना योगदान करने की भी अपील की.
समाज अपना हक लेने के लिए तैयार और एकजुट
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए ग्लोबल कायस्थ कांफ्रेंस (जीकेसी) के अध्यक्ष राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि हम न तो किसी के साथ हैं और न ही खिलाफ. जो हमारे साथ है हम उसी के साथ हैं. उन्होंने कहा कि हमारा यह समाज अपना हक लेने के लिए पूरी तरह से तैयार और एकजुट है.
उन्होंने कहा कि कायस्थों ने जरूरत पड़ी तो राष्ट्र रक्षा में तलवार भी उठाई हैं. स्वाधीनता आंदोलन से लेकर आजाद भारत में भी समाज के हस्ताक्षरों ने देश के महत्वपूर्ण पदों की जिम्मेदारी संभाली है, लेकिन आज हमारा समाज खुद को उपेक्षित महसूस कर रहा है. इसलिए उसे अपनी ताकत का अहसास कराने के लिए एक मंच पर आना पड़ा है.
इस मौके पर फिल्म स्टार शत्रुघ्न सिन्हा, पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद, सुबोधकांत सहाय, पूर्व सांसद संजय निरूपम, अंजन श्रीवास्तव, शेखर सुमन, अध्ययन सुमन, स्वामी चक्रपाणी महाराज व अन्य गणमान्य भी भारी संख्या में मौजूद थे. विश्व के हजारों लोग महासम्मेलन के साक्षी बने. फेसबुक पर लोगों ने लाइव कार्यक्रम ऑनलाइन देखा. फेसबुक के आंकड़े के अनुसार व्यूअर की संख्या 77 हजार से भी अधिक रही.