मुंबई : शांति के लिए नोबेल पुरस्कार से सम्मानित मलाला युसुफजई के जीवन पर आधारित फिल्म (Biopic) ‘गुल मकई’ 31 जनवरी, 2020 को प्रदर्शित होने वाली है. निर्माताओं की ओर से जारी बयान में इसकी जानकारी दी गयी है.
मलाला का किरदार निभाया है अभिनेत्री रीम शेख ने
इस Biopic का निर्देशन एच.ई. अमजद खान कर रहे हैं और इसका निर्माण संजय सिंगला कर रहे हैं. इसे जयंतीलाल गडा एवं टेक्नो फिल्म्स प्रस्तुत कर रहे हैं. अभिनेत्री रीम शेख ने फिल्म में मलाला का किरदार निभाया है. इसमें दिव्या दत्ता, पंकज त्रिपाठी, अतुल कुलकर्णी एवं मुकेश ऋषि मुख्य भूमिका में हैं.
बयान के अनुसार Biopic ‘गुल मकई’ जियाउद्दीन युसुफजई परिवार की साहसिक यात्रा की कहानी है जब तालिबान ने 2009 में पाकिस्तान के स्वात घाटी पर कब्जा कर लिया था और वहां के लोगों पर शरिया कानून लागू कर दिया गया था.
फिल्म में मलाला के साहसी सफर और उनके संघर्ष का वर्णन किया गया है. स्वात घाटी से शुरू होकर सभी को मुफ्त में शिक्षा देने की राह पर उनके चैंपियन बनने तक की कहानी को इसमें बयां किया गया है.
जनवरी में, लंदन में संयुक्त राष्ट्र द्वारा आयोजित एक खास कार्यक्रम में यह Biopic दिखाई गई थी, जिसमें देश-विदेश के 450 गणमान्य हस्तियों ने हिस्सा लिया था. इनमें पाकिस्तान व भारत के उच्च आयोग के प्रतिनिधि, ब्रिटिश कार्यकर्ता एवं संयुक्त राष्ट्र व आईआईएमएसएएम (कुपोषण के खिलाफ माइक्रो-आल्गी स्पिरुलिना के इस्तेमाल के लिए एक अंतरसरकारी संस्था) के सदस्य भी शामिल थे.
2014 में उन्हें भारत के कैलाश सत्यार्थी के साथ शांति का नोबेल पुरस्कार दिया गया
मलाला युसुफजई पाकिस्तान की ऐक्टिविस्ट हैं, जो वहां बचपन से महिला शिक्षा के लिए जागरुकता का काम कर रही थीं. अक्टूबर 2012 में स्कूल से लौटते वक्त मलाला पर आतंकियों ने हमला किया. उन्हें सिर में गोली मारी गई. उन्हें इलाज के लिए पेशावर फिर लंदन ले जाया गया. वे पूरी तरह ठीक हो गईं. उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा वहीं पूरी की. मलाला को उनकी इस बहादुरी के लिए दुनियाभर में सम्मानित भी किया गया. 2014 में उन्हें भारत के कैलाश सत्यार्थी के साथ शांति का नोबेल पुरस्कार दिया गया.