केंद्रीय मंत्री कुशवाहा, रिजर्व बैंक गवर्नर पटेल ने छोड़ा मोदी का साथ

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उपेंद्र कुशवाहा-उर्जित पटेल

5 राज्यों के चुनाव परिणाम से आने से एक दिन पहले भाजपा सरकार को दो बड़े झटके

नई दिल्ली : संसद के शीतकालीन सत्र की शुरुआत और पांच राज्यों के चुनाव परिणाम आने के ठीक एक दिन पूर्व केंद्र की सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी सरकार को एक साथ दो बड़े झटके झेलने पड़ रहे हैं. आज सोमवार, 10 दिसंबर को जहां केंद्रीय मंत्री और आरएलएसपी नेता उपेंद्र कुशवाहा ने इस्तीफा दे दिया है, वहीं रिजर्व बैंक के गवर्नर उर्जित पटेल ने भी अपने पद त्याग दिया है.

कुशवाहा ने भाजपानीत गठबंधन राजग से भी इस्तीफा दे दिया है. वे बिहार में 2019 की लोकसभा चुनावों में अपनी पार्टी के लिए सीटों के बंटवारे को लेकर असंतुष्ट चल रहे थे. उन्होंने इस्तीफे के लिए केंद्र की मोदी सरकार और बिहार की नीतीश कुमार सरकार पर ठीकरा फोड़ा है. लेकिन पटेल ने इस्तीफा देने की वजह निजी कारणों को बताया है. हालांकि मोदी सरकार और रिजर्व बैंक गवर्नर के संबंधों की खटास पहले से ही दिखाई देने लगे थे.

भाजपा के लिए नहीं हैं अच्छे संकेत
मध्यप्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, मिजोरम और तेलंगाना विधानसभा चुनावों के परिणाम कल मंगलवार, 11 दिसंबर को आने वाले हैं. इन विधानसभा चुनावों को आम चुनाव का सेमीफाइनल भी माना जा रहा है. इन चुनावों को लेकर एग्जिट पोल के जो आकड़े आए हैं, वह भारतीय जनता पार्टी के लिए अच्छा संकेत नहीं हैं. एग्जिट पोल के अनुमान अगर नतीजों में तब्दील होते हैं तो क्या भाजपा के लिए आम चुनावों की राह मुश्किल हो जाएगी. साथ ही केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की प्रतिष्ठा के लिए इन दोनों इस्तीफों की चोट भी बहुत गहरी हो सकती है.

संसद में भी हमलावर विपक्ष को झेलना हो सकता है कठिन
विपक्षी दलों ने अभी से इसे केंद्र की मोदी सरकार के लिए उल्टी गिनती की शुरुआत बताने लगे हैं. इसके साथ ही सत्तारूढ़ भाजपा पर चौतरफा हमले भी तेज हो गए हैं. विभिन्न विवादों में घिर चुकी मोदी सरकार के लिए मंगलवार से ही शुरू हो रहे संसद के शीतकालीन सत्र में इस बार विपक्ष के बढ़े मनोबल के कारण उनके तीखे हमलों का सामना करना पड़ सकता है.

ज्ञातव्य है कि उर्जित पटेल के इस कदम से रिजर्व बैंक की स्वायत्ता पर भी असर पड़ने की आशंका जताई जा रही है. पिछले कुछ दिनों से उर्जित पटेल और मोदी सरकार के बीच काफी मतभेद गहराते जा रहे थे. उर्जित पटेल के कार्यकाल में ही पीएम नरेंद्र मोदी ने 8 नवंबर 2016 को नोटबंदी की घोषणा की थी. इसके बाद ही यह संकेत मिलाने लगे थे कि रिजर्व बैंक गवर्नर पटेल और मोदी सरकार के बीच सबकुछ सही नहीं है.

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