थैलेसीमिया, सिकल-सेल को जड़ से मिटाने की जरूरत : अमृता फड़णवीस

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शिविर का किया उदघाटन, पीड़ित बच्चों का मनोबल बढ़ाया

नागपुर : मुख्यमंत्री देवेंद्रजी फड़णवीस की धर्मपत्नी श्रीमती अमृता फड़णवीस ने आज यहां थैलेसीमिया और सिकलसेल जैसी बीमारियों को जड़ से मिटाने की आवश्यकता पर बल दिया. उन्होंने इस कार्य में समर्पित भाव से जुड़े डॉ. रुघवानी सहित इस कार्य में सहयोग कर रहे सभी लोगों की प्रशंसा की. वे डॉ विन्की रुघवानी हॉस्पिटल, जरीफटका में आज रविवार, 17 जून को आयोजित थैलेसीमिया और सिकलसेल शिविर का उदघाटन करते हुए यह बातें कही.

कार्यक्रम की मुख्य अतिथि तौर पर उपस्थित हो कर उन्होंने थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों का मनोबल बढ़ाया और इन बच्चों के इलाज में पूर्ण सहयोग का आश्वासन भी दिया. इस मौके पर वे पीड़ित बच्चों से भी मिलीं और उन्हें पुरस्कार भी बांटे.

कार्यक्रम में नागपुर मनपा की स्थायी समिति के अध्यक्ष विक्कीभाई कुकरेजा, थैलेसीमिया सोसाइटी ऑफ सेंट्रल इंडिया के अध्यक्ष डॉ विन्की रुघवानी, थैलेसीमिया सोसाइटी ऑफ सेंट्रल इंडिया के उपाध्यक्ष प्रताप मोटवानी, डॉ संगीता रुघवानी भी मंच पर उपस्तिथ थे.

अमृताजी के आगमन पर कार्यक्रम के दौरान थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया. डॉ विन्की रुघवानी ने थैलेसीमिया जैसी बीमारी के प्रति लोगों में जागरूकता निर्माण के करने के लिए शहर के सभी सिनेमागृहों में स्लाइड्स चलवाने का आग्रह विक्की भाई से किया. उन्होंने मनपा की ओर से पूरी तरह सहयोग करने का आश्वासन दिया. प्रताप मोटवानी ने थैलेसीमिया की जागरूकता के लिए ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ एपिसोड के माध्यम से जागरूकता फैलाने का आग्रह अमृताजी से किया. अमृताजी ने भी अपनी ओर से पूरे सहयोग का आश्वासन दिया.

कार्यक्रम में हरीश बाखरू, ईश्वर केसवानी, पंकज रुघवानी, दीपांश रुघवानी, आदित्य रुघवानी, अश्विन अग्रवाल मेहाडिया, राकेश सत्यवान कृपलानी, डॉ. जय दीपानी, नेहा परोहा, सोनल दयारामानी, नीरज परोहा आदि भी उपस्थित थे.

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