100 करोड़ के घोटाले में सोमैया ने उद्धव, आदित्य को घसीटा

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संजय राउत के करीबी सुजीत पाटकर के खिलाफ दर्ज कराया एफआईआर

मुंबई : 100 करोड़ के कथित घोटाले के नाम पर भाजपा नेता किरीट सोमैया ने पूर्व मुख्यमंत्री एवं शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे, उनके पुत्र पूर्व मंत्री आदित्य ठाकरे और बीएमसी को घेरने की एक और कोशिश की है.

सोमैया ने शिवसेना के गिरफ्तार नेता संजय राउत के करीबी सुजीत पाटकर के खिलाफ घोटाले का आरोप लगाया है और एफआईआर दर्ज करवाई है. उनका आरोप है कि सुजीत पाटकर ने फर्जी कंपनी बनाकर बीएमसी से 100 करोड़ रुपए का कॉन्ट्रैक्ट लिया था. कंपनी का कोई अस्तित्व नहीं होने के बावजूद उन्हें इतना बड़ा कॉन्ट्रैक्ट मिला. किरीट सोमैया ने उद्धव ठाकरे और उनके करीबियों पर भी भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है.

किरीट सोमैया ने इस मामले की प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और आयकर विभाग से जांच की भी मांग की है. उनका आरोप है कि कोरोना महामारी के दौरान, अस्पताल और कोविड के इलाज के नाम पर 100 करोड़ का घोटाला किया गया.

उन्होंने कहा कि कंपनी के ब्लैक लिस्ट किए जाने के बाद भी आदित्य ठाकरे ने उन्हें कई दूसरे मेक शिफ्ट हॉस्पिटल के कॉन्ट्रैक्ट दिए. सोमैया ने ईडी और इनकम टैक्स विभाग से जांच की अपील की है, दोनों एजेंसियों ने उन्हें जांच का आश्वासन दिया है.

सोमैया के आरोपों के मुताबिक, सुजीत पाटकर ने ब्लैक लिस्ट होने के बाद एक और कंपनी बनाई. पाटकर ने फर्जी कागजों पर जो कंपनी बनाई थी, उसमें कई तरह की गड़बड़ी थी. कंपनी के कागज पर ऊपर के पेपर पर साल 2020 की तारीख थी, जबकि आखरी पन्ने पर जहां पार्टनर्स के हस्ताक्षर थे, वहां तारीख 2010 की लिखी थी. किरीट सोमैया ने बीएमसी पर निशाना साधते हुए कहा कि इतना फर्जी कागज था, फिर भी बीएमसी को समझ क्यों नहीं आई?

चाय वाले के अकाउंट में डाले 10 करोड़

भाजपा नेता सोमैया के आरोपों के मुताबिक, 38 करोड़ रुपए का पेमेंट बीएमसी की तरफ से पाटकर की कंपनी को किया गया. इसी 38 करोड़ में से चाय वाले के एकाउंट में 10 करोड़ रुपए डाले गए, उसे भी कंपनी में बतौर पार्टनर दिखाया गया है. सुजीत पाटकर की जिस कंपनी को फर्जी बताकर शिकायत की गई है, उसका नाम लाइफलाइन हॉस्पिटल सर्विसेज एंड फर्म है.

राउत की बेटी भी पार्टनर..?

इसके अलावा सोमैया के आरोपों के मुताबिक, एक कंपनी में राउत की बेटी भी पार्टनर है. कोविड सेन्टर का कॉन्ट्रैक्ट लेने के लिए एक तीसरी कंपनी भी बनाई गई है. इन कंपनियों का कहीं रजिस्ट्रेशन नहीं है. ऐसी कंपनी को मुंबई के कोविड सेंटर का कॉन्ट्रैक्ट दिया गया है. 5 कोविड सेंटरों के कॉन्ट्रैक्ट दिए गए हैं. पुणे के कोविड सेन्टर में मरीजों की मौत के बारे इस कंपनी को ब्लैकलिस्ट भी किया गया. इसके बावजूद इसके वर्ली में कोविड सेन्टर का कॉन्ट्रैक्ट दिया गया.

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