विध्वंसक : राहुल और कांग्रेस की बखिया उधेड़ी रामचंद्र गुहा ने

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गुहा
केरल लिटरेचर फेस्टिवल के दूसरे दिन के कार्यक्रम में शुक्रवार को इतिहासकार रामचंद्र गुहा.

सोनिया गांधी और वामपंथी दलों पर भी साधा निशाना

कोझिकोड (केरल) : प्रसिद्ध इतिहासकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कट्टर आलोचक रामचंद्र गुहा ने एक ओर जहां कांग्रेस और राहुल गांधी पर अत्यंत विध्वंसक टिप्पणियां की हैं, वहीं पीएम मोदी से राहुल की तुलना कर उन्होंने कहा, “राहुल के पास कड़ी मेहनत करने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने कोई मौका नहीं है. केरल ने भारत के लिए कई शानदार चीजें की हैं, लेकिन राहुल को चुनकर विनाशकारी काम किया.”
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केरल लिटरेचर फेस्टिवल के दूसरे दिन शुक्रवार को उन्होंने एक कार्यक्रम में राहुल को पांचवीं पीढ़ी का राजवंशी बताया. आज शनिवार, 18 जनवरी के देश के तमाम अखबारों ने गुहा की इस कांग्रेस और रहल विध्वंसक आलोचना को प्रमुख रूप से प्रकाशित किया है.    

राहुल ने 2019 में दो सीटों से लोकसभा चुनाव लड़ा. इनमें से एक सीट (अमेठी) पर उन्हें हार मिली. हालांकि, वायनाड में वे बड़े अंतर से जीतकर संसद पहुंचे. केरल से राहुल के चुनाव जीतने पर भी गुहा ने केरल के लोगों से पूछा कि उन्होंने राहुल गांधी को क्यों जिताया?

वामपंथियों के कारण इस्लामिक कट्टरपंथ व हिंदुत्व को बढ़ावा मिला
इतिहासकार गुहा वामपंथियों की भी बखिया उधेड़ी, उन्होंने तीखे अंदाज में कहा, “भारतीय वामपंथियों के पाखंड के कारण आज देश में राष्ट्रवाद की बयार है. लेफ्ट पार्टियों ने हमेशा भारत से ज्यादा दूसरे देशों को प्यार किया. दुनियाभर में राष्ट्रवाद और पड़ोसी देशों में इस्लामिक कट्टरपंथ को बढ़ावा मिलने की वजह से ही भारत में हिंदुत्व को हालिया समय में बढ़ावा मिला है.”  
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‘महान राजनीतिक दल’ से ‘दयनीय फैमिली फर्म’ बनी कांग्रेस
गुहा ने गांधी परिवार की वंशवाद की परंपरा की ओर इशारा कर कहा कि पांचवीं पीढ़ी के राहुल गांधी का ‘कठोर परिश्रमी’ और ‘सेल्फ मेड’ नरेंद्र मोदी के सामने कोई मुकाबला नहीं है. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को चुनकर केरल के लोगों ने भयानक गलती की है. उन्होंने कहा कि कहा कि कांग्रेस का एक ‘महान राजनीतिक दल’ से ‘दयनीय फैमिली फर्म’ बन जाना, भारत में हिन्दुत्व के उभार का एक प्रमुख कारण है.  

बेकार पारिवारिक कंपनी बन चुकी है कांग्रेस  
गुहा ने कहा, “कांग्रेस का पतन हो चुका है. जो आजादी के दौर की महान पार्टी थी, अब एक बेकार पारिवारिक कंपनी बन चुकी है. इसी पार्टी की वजह से देश में हिंदुत्व और अंधराष्ट्रभक्ति का माहौल बना है.” उन्होंने आगे कहा, “मेरी राहुल गांधी से कोई निजी दुश्मनी नहीं है. वे एक शिष्ट और सभ्य व्यक्ति हैं, लेकिन युवा भारत एक पांचवीं पीढ़ी के राजवंशी को नहीं चाहता. अगर मलयाली लोग 2024 में भी राहुल गांधी को चुनने का काम करते हैं, तो आप सिर्फ नरेंद्र मोदी को फायदा पहुंचा रहे हैं.”

मोदी ने खुद को खड़ा किया, राहुल कभी ऐसा नहीं कर पाए
गुहा के मुताबिक, “नरेंद्र मोदी का सबसे बड़ा फायदा यह है कि वे राहुल गांधी नहीं हैं। मोदी ने खुद को बनाया है. उन्होंने एक राज्य 15 सालों तक चलाया, उनके पास अच्छा प्रशासनिक अनुभव है. वे कड़ी मेहनत करते हैं और कभी छुट्टी मनाने यूरोप नहीं जाते. विश्वास कीजिए, मैं यह सब गंभीरता से कह रहा हूं. अगर राहुल गांधी और ज्यादा समझदार हो भी जाएं, ज्यादा कड़ी मेहनत करने लगें, कभी यूरोप जाकर छुट्टियां न लें, फिर भी एक पांचवीं पीढ़ी के राजवंशी की तरह नुकसान में रहेंगे, क्योंकि वे खुद को खड़ा नहीं कर पाए.”

सोनिया पर भी वार
देश के जाने-माने इतिहासकारों में से एक गुहा ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा- “भारत ज्यादा लोकतांत्रिक और कम सामंतवादी बन रहा है. लेकिन गांधी परिवार को यह समझ नहीं आ रहा. आप (सोनिया) दिल्ली में हैं और आपका साम्राज्य छोटा होता जा रहा है. लेकिन फिर भी आपके चमचे आपको यही बताते हैं कि आप बादशाह हैं.”

गांधी परिवार के कारण नेहरू का नाम उछलता रहेगा
गुहा ने अपने गुरू और समाज शास्त्री आंद्रे बेटील के कथन का उदाहरण देते हुए कहा कि जब तक गांधी परिवार राजनीति में रहेगा, तब तक देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू का नाम वाद-विवाद में उठता रहेगा. आखिर क्यों हर बार मोदी कहते हैं कि नेहरू ने कश्मीर में क्या किया, चीन में क्या किया, तीन तलाक में क्या किया. इसलिए क्योंकि राहुल गांधी राजनीति में हैं. अगर राहुल गांधी गायब हो जाएं, तो मोदी के पास सिर्फ अपनी नीतियों और उनकी नाकामी के बारे में बताना बाकी रह जाएगा.  

 

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