मुंबई : बेहिसाब संपत्ति और मनी लांड्रिंग की जांच झेल रहे शिवसेना विधायक प्रताप सरनाईक के लोणावला स्थित एक रिसॉर्ट पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) और केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने मंगलवार की सुबह छापा डाला है. इधर पता चला है कि विधायक सरनाईक का कहीं पता नहीं है. छापे में पहुंचे ED और CBI अधिकारी जांच में पूछताछ के लिए ढूंढ़ रहे हैं.
पिछले वर्ष नवंबर में ED और CBI ने शिवसेना नेता की बेहिसाब संपत्ति और मनी लांड्रिंग की जांच शुरू की थी. इस सिलसिले में उन्होंने सरनाईक के बेटे को हिरासत में लिया था. उस समय भाजपा और केंद्र सरकार पर केंद्रीय एजेंसियों के माध्यम से झूठमूठ परेशान करने का आरोप महा आघाड़ी के नेताओं ने लगाया था.
स्वयं विधायक सरनाईक ने कहा था कि वे किसी भी जांच से नहीं डरते. “मैं ऐसी जांच से घबरा कर अपने राज्य के हितों से कोई समझौता नहीं कर सकता. मैंने स्वयं ED और CBI अधिकारियों से कहा है कि वे जब कभी पूछताछ के लिए मुझ से मिलना चाहेंगे, उनके एक फोन कॉल पर उसी वक्त मैं हाजिर हो जाऊंगा. लेकिन मुझे समझ में नहीं आ रहाकि मेरे बेटे को वे क्यों घसीट रहे हैं. मैं लडूंगा और हमेशा लड़ता रहूंगा.” स्वयं मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने भी जांच को गलत बताते हुए विधानसभा में कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की थी.
लेकिन अब जब ED और CBI के अधिकारी लोणावला में सरनाईक से मिलना चाह रहे हैं तो उनका कहीं पता नहीं चल रहा है. विधायक जी को वहां बुलाने के लिए उनके लोगों से आग्रह किया जा रहा है, लेकिन बताया गया कि किसी से उनका संपर्क नहीं हो रहा है. जांच के लिए अपराह्न को ही सभी अधिकारी उनके लोणावला रिसॉर्ट पर पहुंचे हैं.
Pratap Sarnaik GAYAB!!??
प्रताप सरनाईक कुठे आहात!!?? @BJP4Maharashtra— Kirit Somaiya (@KiritSomaiya) May 18, 2021
भाजपा नेता सोमैया का आरोप
इधर पूर्व भाजपा सांसद किरीट सोमैया ने शिवसेना विधायक पर फरार हो जाने का आरोप लगाया है. उन्होंने सरनाईक के विहंग गार्डन की इमारत को अवैध बताया है. उन्होंने आरोप लगाया है कि शिवसेना नेता सरनाईक ने ठाणे में रेमंड मिल के सामने दो 13 मंजिला इमारत बनाया है और उन इमारतों के फ्लैट OC (Occupancy Certificate) लिए बिना बेच दिए. उन्होंने बताया कि 2008 में ठाणे महानगर पालिका ने इन इमारतों के निर्माण को अवैध करार दे कर इसे ढहाने का भी आदेश दिया था. लेकिन आज तक इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. सरनाईक पर लोगों साथ धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया है और उनपर फौजदारी मुकदमा चलाने की मांग की है.