लॉकडाउन के कारण शराब की दुकानों पर बंदी का परिणाम
यवतमाल (महाराष्ट्र) : राज्य भर में लॉकडाउन लागू होने के कारण के कारण शराब नहीं मिलने पर यवतमाल जिले के वणी तहसील में कुछ लोगों ने शुक्रवार की रात पार्टी में शराब की जगह सेनीटाइजर पी लिया. जिसके कारण 7 लोगों की मौत हो गई है. कुछ और लोगों की हालत नाजुक बताई जा रही है.
सूत्रों के मुताबिक़ कुछ लोगों ने युवकों को बताया कि 30 मिलीलीटर हैंड सैनिटाइजर का असर 250 मिलीलीटर शराब के बराबर होता है, युवकों ने यह बात सच मानकर पांच लीटर सैनिटाइजर खरीदा और शुक्रवार रात पार्टी की. इस दौरान उन्होंने सैनिटाइजर को शराब की तरह पिया. बताया जा रहा है कि सभी युवक मजदूर थे बाद में उन्होंने उल्टी और अन्य तकलीफों की शिकायत की, जिसके बाद उन्हें वाणी के सरकारी ग्रामीण अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी मौत हो गई.
जिलाधिकारी ने दिए जांच के आदेश
यवतमाल के जिलाधिकारी ने मामले की जानकारी के बाद जांच के आदेश दिए हैं. सैनिटाइजर पीने की बाद जब लोगों की हालत बिगड़ने लगी तब उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती किया गया. प्राप्त जानकारी के अनुसार सैनिटाइजर में 70 प्रतिशत से अधिक अल्कोहल होने की जानकारी होने के कारण सैनिटाइजर को शराब की तरह पी लिया.
7 लोगों की हुई मौत
अस्पताल में इलाज के दौरान 7 लोगों की मौत हो गई है. कुछ मृतकों के नाम दत्ता लांजेवार,नूतन पथरकर, गणेश नंदेकर,संतोष मेहर और सुनील ढेंगले हैं. इनमें से तीन लोगों की मौत घर पर ही हो गई थी. कुछ दिन पहले राज्य में स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा पोलियो डोज़ की जगह सैनिटाइजर पिलाने की खबर सामने आई थी.
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि मृतकों के परिजन ने बताया कि कोरोना वायरस के कारण लागू लॉकडाउन के चलते शराब नहीं मिलने पर इन लोगों ने सेनेटाइजर पी लिया था. उन्होंने कहा कि बिना पुलिस को सूचित किए बाकी तीन लोगों का अंतिम संस्कार कर दिया गया। इस मामले में जांच जारी है.
महाराष्ट्र सरकार ने कोविड के बढ़ते मामले के कारण गुरुवार को राज्य में शराब की बिक्री पर रोक लगा दी है. पुलिस अधिकारी ने कहा कि मृतकों के परिजन ने बताया कि शराब नहीं मिलने पर इन लोगों ने सेनेटाइजर पी लिया था. उन्होंने कहा कि बिना पुलिस को सूचित किए बाकी तीन लोगों का अंतिम संस्कार कर दिया गया. इस मामले में जांच जारी है.