यवतमाल : महाराष्ट्र के यवतमाल जिले और आसपास के इलाकों में रविवार को 4.4 तीव्रता का भूकंप महसूस किया गया. समाचार माध्यमों ने यह जानकारी दी. पड़ोसी नांदेड़ और हिंगोली जिले में भी झटके महसूस किए गए. महागांव के तहसीलदार ने अपने सहकर्मियों के साथ साधुनगर और तहसील के अन्य गगांवों का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया. यवतमाल के जिलाधिकारी अमोल येडगे ने लोगों से अपील की कि वे घबराएं नहीं. उन्होंने बताया कि जिले में किसी प्रकार की जानमाल की हानि की खबर नहीं है.
राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (National Centre for Seismology) से मिली जानकारी के मुताबिक भूकंप के झटके सुबह आठ बजकर 33 मिनट पर महसूस किए गए और भूकंप का केंद्र यवतमाल जिले के साधुनगर में था. NCS ने बताया यवतमाल जिले के महागांव तहसील और नांदेड़ जिले के अर्धापुर के गांवों में ये झटके ग्रामीणों ने महसूस किए.
हिंगोली से मिली खबर के अनुसार आज सुबह 8.33 बजे तहसील के वसमत, औंढा नागनाथ, कलमनुरी और हिंगोली तहसील के अनेक गांवों में झटके महसूस किए गए. अचानक के इस झटके से लोगों के घरों के टीन के छप्पर और बर्तन हिलने लगे. लोग घबरा कर घरों से बाहर निकल आए. लेकिन इससे न तो कोई प्राण हानि हुई और न ही किसी का कोई आर्थिक नुकसान होने की खबर है.
भूकंप की तीव्रता रिश्टर स्केल पर 4.4 दर्ज हुई है. इसका केंद्र यवतमाल जिले के महागांव तहसील के साधुनगर में था. यह जानकारी NCS हिंगोली जिले के कार्यालय से प्राप्त हुई.
तीव्रता पूर्व के भूकंपों से कहीं अधिक थी
इस भूकंप की तीव्रता पूर्व में आए भूकंपों से कहीं अधिक थी. इसकी व्यापकता 65 किमी तक महसूस किया गया. बता दें कि इससे पहले महाराष्ट्र के पालघर जिले में इसी महीने 1 जुलाई को 12 घंटे से भी कम समय में दो हल्के झटके महसूस किए गए थे. हालांकि इससे भी जानमाल का कोई नुकसान नहीं हुआ था. दहानू के तहसीलदार ने बताया था कि 31 जून को रात नौ बजकर 35 मिनट पर 3.1 तीव्रता का झटका महसूस किया गया था. इसके बाद 1 जुलाई को सुबह सात बजे 3.7 तीव्रता का कंपन महसूस किया गया था.