गृह मंत्रालय ने राज्य के मुख्य सचिव और डीजीपी से मांगा जवाब
नई दिल्ली : केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पश्चिम बंगाल में लॉकडाउन के उल्लंघन पर सख्त नाराजगी जताई है. मंत्रालय ने कहा कि पश्चिम बंगाल में लॉकडाउन में दी जा रही छूट का दायरा धीेरे-धीरे बढ़ता जा रहा है, जिससे इसका असर धीरे-धीरे घटता जा रहा है. इसके अलावा वहां अधिकारियों के बजाय नेता राशन बांट रहे हैं. इसे लेकर गृह मंत्रालय ने पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव और डीजीपी को सख्त लहजे में खत लिखकर जवाब मांगा है.
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इस बात पर भी आपत्ति जताई है कि राज्य की पुलिस ने लॉकडाउन के दौरान धार्मिक जमावड़े की अनुमति दी और गैरजरूरी सामानों की दुकानों के खुलने पर किसी तरह का अंकुश नहीं लगाया.
इस लापरवाही के परिणाम स्वरूप शुक्रवार को मुर्शिदाबाद जिले की एक मस्जिद में जुमे की नमाज के लिए सैकड़ों लोग लॉकडाउन का उल्लंघन करते हुए जमा हो गए थे. उन्हें पुलिस ने बाद में मस्जिद से निकाला. इस घटना का एक वीडिओ ट्विटर के माध्यम से वायरल हुआ है.
No lessons learned from the Nizamuddin Markaz misadventure.A large crowd gathered in Murshidabad Distt. West Bengal for the Friday namaz openly violating #lockdown #socialdistancing with no masks. Are these people exempted from all rules? pic.twitter.com/6Az4NP5LuD
— Sudhir Chaudhary (@sudhirchaudhary) April 10, 2020
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव और डीजीपी से कहा कि लॉकडाउन के दौरान सब्जी, मछली और मटन बाजार में कोई नियम नहीं है और राज्य में इन स्थानों पर सामाजिक दूरी (सोशल डिस्टेंसिंग) के नियमों का उल्लंघन किया जा रहा है. केंद्र ने इस मसले पर पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक से जवाब भी मांगा है.
दूसरी तरफ, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने जानकारी दी कि राज्य में शनिवार को कोरोना वायरस के 6 और मामले सामने आए हैं, जिसके बाद राज्य में 11 अप्रैल तक कुल एक्टिव मरीजों की संख्या 95 पहुंच गई है. आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, राज्य में कोरोना संक्रमण के कुल 116 मामले आ चुके हैं, जिसमें से 16 ठीक हो चुके हैं और 5 की मौत हो चुकी है.