बॉम्बे हाईकोर्ट के आदेश पर सीबीआई ने पूछताछ और जांच के बाद शुक्रवार को दर्ज किया था FIR
मुंबई : सीबीआई (CBI) ने महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख के घर पर शनिवार की सुबह छापा मारा. इससे पहले शुक्रवार को केंद्रीय जांच एजेंसी ने उनके खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया था. देशमुख के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों की सीबीआई ने बॉम्बे हाईकोर्ट के आदेश पर प्रारंभिक जांच शुक्रवार को पूरी कर ली थी.
उद्धव से मिलने वर्षा पहुंचे वलसे पाटिल
इधर सूत्रों ने बताया कि महाराष्ट्र के वर्तमान गृह मंत्री दिलीप वलसे पाटिल मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मिलने उनके सरकारी आवास ‘वर्षा’ पहुंच गए हैं. देशमुख के खिलाफ CBI की इन कार्रवाइयों के बाद वलसे पाटिल का मुख्यमंत्री से मुलाकात को महत्वपूर्ण बताया जा रहा है.
सोमैया के ट्वीट ने मचाई खलबली
दूसरी ओर भाजपा के पूर्व सांसद किरीट सोमैया ने ट्वीट कर सत्तारूढ़ महा विकास आघाड़ी और खासकर सहयोगी दल एनसीपी में खलबली मचा दी है. सोमैया ने दावा किया है कि जल्द ही महाराष्ट्र के ट्रांसपोर्ट मंत्री अनिल परब भी देशमुख की तरह CBI के फंदे में नजर आएंगे. उल्लेखनीय है कि इन मामलों में गिरफ्तार क्राइम ब्रांच के पूर्व सब इंस्पेक्टर सचिन वाझे ने मंत्री अनिल परब पर भी बृहण मुंबई महानगर पालिका के ठीकेदारों से वसूली करने का उस पर दवाब डालने का आरोप लगाया था.
CBI in Action. Now #AnilDeshmukh , in Few Days #AnilParab . #Thackeray Sarkar will have to give
"Hisab of ₹2000 Crores #Vaze VASOOLI Gang" #Nia, #CBI, #ED I am sure Income Tax & #SFIO will join the investigation @BJP4Maharashtra @BJP4India @Dev_Fadnavis— Kirit Somaiya (@KiritSomaiya) April 24, 2021
नागपुर के आवास पर भी छापा
केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) के सूत्रों ने बताया कि एजेंसी की एक टीम शुक्रवार रात नागपुर पहुंची थी और शनिवार सुबह से छापेमारी की जा रही है. देशमुख का घर नागपुर के सिविल लाइन्स इलाके में जीपीओ चौराहे पर है. उन्होंने बताया कि सीबीआई की टीम देशमुख के निर्वाचन क्षेत्र काटोल का भी दौरा कर सकती है, जो नागपुर से 60 किलोमीटर दूर है. सीबीआई मुंबई में देशमुख से जुड़े परिसरों के अलावा कई अन्य स्थानों पर तलाश कर रही है.
जांच एजेंसी ने मुंबई के पूर्व शीर्ष पुलिस अधिकारी परमबीर सिंह द्वारा लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों से जुड़ा एक मामला दर्ज किया है. मामले में बॉम्बे हाई कोर्ट ने सीबीआई को जांच सौंप दी गई थी. अदालत ने जांच एजेंसी को यह तय करने के लिए 15 दिन का समय दिया था कि भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया जा सकता है या नहीं. मामला दर्ज करने के बाद, सीबीआई ने शनिवार को कई जगहों पर छापेमारी की.
इससे पहले बॉम्बे हाईकोर्ट के आदेश पर 14 अप्रैल को सीबीआई ने महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ लगे भ्रष्टाचार के आरोपों के संदर्भ में प्रारंभिक जांच के तहत बुधवार को उनसे आठ घंटे पूछताछ की. देशमुख के खिलाफ मुंबई पुलिस के पूर्व प्रमुख परमबीर सिंह ने भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं.
बता दें कि मुंबई पुलिस आयुक्त के पद से पिछले महीने हटने के बाद सिंह ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर बताया था कि देशमुख ने वाजे सहित कुछ पुलिस अधिकारियों को रेस्तरां और बार से हर महीने 100 करोड़ रुपए की उगाही करने का लक्ष्य दे रखा है. देशमुख ने इन आरोपों से इंकार किया था.
बॉम्बे हाईकोर्ट के आदेश पर सीबीआई देशमुख के मामले में प्रारंभिक जांच शुरू की है. प्रारंभिक जांच के आदेश के बाद देशमुख ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. सीबीआई ने अभी तक सिंह, सचिन वाजे, पुलिस उपायुक्त राजू भुजबल, सहायक पुलिस आयुक्त संजय पाटिल, वकील जयश्री पाटिल और होटल मालिक महेश शेट्टी के बयान दर्ज किए हैं. केन्द्रीय एजेंसी ने देशमुख के निजी सहायक कुंदन शिंदे और निजी सचिव संजीव पांडेय से रविवार को पूछताछ की थी.