गड़करी को नागपुर से बेदखल करने आशीष देशमुख ने भाजपा की विधायकी त्यागी

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काटोल में उपचुनाव करवा कर भाजपा को जीत कर दिखाने की चुनौती भी दे डाली

विशेष प्रतिनिधि,
नागपुर :
बगावत कर काटोल से भाजपा की विधायकी का इस्तीफा मंजूर होते ही आशीष देशमुख अब केंद्रीय मंत्री नितिन गड़करी को उनके नागपुर संसदीय क्षेत्र में चुनौती देने लगे हैं.

विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा मंजूर
लंबे समय से अपनी ही पार्टी से बगावत करने वाले देशमुख ने गांधी जयन्ती के दिन विधानसभा अध्यक्ष हरिभाऊ देशमुख को विधान सभा की सदस्यता से इस्तीफा सौंपा था. उनका इस्तीफा मंजूर हो गया है. विधानसभा सचिवालय के प्रधान सचिव ने इस बाबत अधिसूचना जारी कर चुनाव आयोग को भी सूचित कर दिया है.

भाजपा के हैवीवेट को चुनौती देना राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाने का प्रयास
पहले तो उन्होंने भाजपा को काटोल विधानसभा क्षेत्र से उपचुनाव करवा कर चुनाव जीतने की चुनौती दी, अब वे सीधे नागपुर संसदीय क्षेत्र से केंद्रीय मंत्री नितिन गड़करी के विरुद्ध चुनाव लड़ने का शंखनाद कर दिया है. गड़करी को नागपुर संसदीय क्षेत्र से बेदखल करने का उनका भरना काफी दिलचस्प हो चला है. समझा जा रहा है भाजपा के हैवीवेट को चुनौती देने का उनका कदम राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाने का प्रयास है.

कांग्रेस अध्यक्ष का खैरमकदम किया और भाजपा के ‘शत्रु’ को मंच दिया
पूर्व कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष और पूर्व मंत्री रणजीत देशमुख के पुत्र आशीष देशमुख नवरात्रि के समय कांग्रेस में प्रवेश कर सकते हैं. उन्होंने पिछले 2 अक्टूबर को ही वर्धा में कांग्रेस के जनसभा में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का स्वागत कर भाजपा को अपने भावी कदमों के संकेत दे चुके हैं. इसके बाद हाल ही में काटोल महोत्सव का आयोजन कर भाजपा के लिए सिरदर्द बने पटना साहिब के भाजपा सांसद फिल्म अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा को आमंत्रित कर दिखा दिया था कि महाराष्ट्र में भाजपा को वे एक और झटका दे रहे हैं.

भंडारा संसदीय क्षेत्र में नाना पटोले दे चुके हैं भाजपा को झटका
इससे पूर्व भंडारा संसदीय क्षेत्र से भाजपा के सांसद रहे नाना पटोले ने भाजपा की सांसदी त्याग कर भाजपा को झटका दिया था. लेकिन बाद में हुए उपचुनाव में भाजपा भंडारा संसदीय सीट फिर से हासिल नहीं कर पाई. वहां से एनसीपी उम्मीदवार चुनाव जीतने में में सफल रहा. नाना पटोले भी कांग्रेस की शरण में हैं. लेकिन भंडारा से संसदीय उपचुनाव लड़ने की उनकी मुराद कांग्रेस ने पूरी नहीं होने दी.

आपत्ति के बावजूद कांग्रेस में प्रवेश की मंजूरी प्राप्त करने में सफल
अब राष्ट्रीय राजनीति में अपनी पैठ बनाने को लालायित आशीष देशमुख नागपुर में गड़करी के लिए कितनी बड़ी चुनौती बनाने वाले हैं, यह तो आनेवाला समय ही बताएगा. लेकिन जानकार सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस में प्रवेश को लेकर नागपुर के कुछ कांग्रेसी नेताओं की आपत्ति के बावजूद कांग्रेस में प्रवेश की मंजूरी प्राप्त करने में वे सफल हो चुके हैं. कांग्रेस ने पार्टी में शामिल होने के लिए उन्हें हरी झंडी दिखा दी है.

राहुल गांधी की मौजूदगी में दिल्ली में बनेंगे कांग्रेस के
प्राप्त जानकारी के मुताबिक देशमुख दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की मौजूदगी में कांग्रेस में प्रवेश करने वाले हैं. राहुल के राज्यों के चुनावी दौरे से दिल्ली लौटते ही देशमुख कांग्रेस के हो जाएंगे. देशमुख के अनुसार भाजपा के लिए वे काटोल विधानसभा क्षेत्र और नागपुर संसदीय क्षेत्र दोनों में ही भाजपा को पटखनी देने वाले हैं. इतना ही नहीं, उनका दवा है कि पूरे विदर्भ से वे भाजपा को उखाड़ने का काम करेंगे. सूत्रों के अनुसार देशमुख के इस ‘उत्साह’ से कांग्रेस अत्यधिक आशान्वित हो चला है.

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